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छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, साहित्य और परंपराएं पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ

अत्यंत समृद्ध हैं छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत और परम्पराएँ – कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा  भारत के सांस्कृतिक मानचित्र पर है छत्तीसगढ़ का विशेष स्थान - प्राचार्य प्रो (डॉ) अनुसूया अग्रवाल वरिष्ठ लोक संस्कृति मनीषी डॉ अनसूया अग्रवाल, छत्तीसगढ़ का हुआ सारस्वत सम्मान देश की प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, साहित्य और परंपराएं पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। आयोजन की मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ अनसूया अग्रवाल, राजसमुन्द छत्तीसगढ़ थीं। मुख्य वक्ता सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा, विशिष्ट अतिथि श्री हरेराम वाजपेयी अध्यक्ष हिन्दी परिवार इन्दौर, राष्ट्रीय संयोजक श्री पदमचंद गांधी जयपुर, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ प्रभु चौधरी ने विषय के विविध पक्षों पर विचार व्यक्त किए। संगोष्ठी में वरिष्ठ लोक संस्कृति मनीषी डॉ अनसूया अग्रवाल, छत्तीसगढ़ के जन्मदिवस के अवसर पर उनका सारस्वत सम्मान किया गया। मुख्य वक्ता प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा उज्जैन ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत औ...

धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय में ‘‘स्वर्णप्राशन कार्यक्रम” सोमवार, 8 दिसंबर को आयोजित होगा

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे.पी. चैरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत  8//12/2025 सोमवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा।  बाल रोग चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. गीता जाटव ने बताया कि शिशु के बुद्धि व बलवर्धन तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये एवं बार-बार होने वाले संक्रामक रोगों से बचाव के लिए अपने बच्चों का स्वर्णप्राशन अवश्य करावें। प्रत्येक बालक/बालिका का रजिस्ट्रेशन शुल्क रू. 50/- निर्धारित है। आयुर्वेद के ग्रन्थों में बच्चो के स्वास्थ्य संवर्धन के लिये स्वर्णप्राशन का अत्यधिक महत्व बताया गया है।  उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चैरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी।

डॉ. अम्बेडकर चिन्तन के विविध आयाम और उनकी प्रासंगिकता विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी महापरिनिर्वाण दिवस पर सम्पन्न

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की 278वीं राष्ट्रीय संगोष्ठी डॉ. अम्बेडकर चिन्तन के विविध आयाम और उनकी प्रासंगिकता विषय पर वक्ताओं ने अपने विचार संविधान निर्माता के महा परिनिर्वाण दिवस पर व्यक्त किये। राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य वक्ता एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा ने सम्बोधन में कहा कि - डॉ. अम्बेडकर सामाजिक न्याय के पुरोधा के रूप में जाने जाते है। भारत में सामाजिक न्याय की बात की जाय तो वो वर्षो पहले प्रारम्भ हो गई थी। कबीर, रविदास, चोखेमाला, ज्योतिबा फूले, सावित्री बाई फूले, रानाडे, बाबासाहेब अम्बेडकर, संत गाडगे आदि सभी ने समाज को एकरस बनाने का अथक प्रयास किया। डॉ. अम्बेडकर और सामिजिक न्याय को समझने से पूर्व सामाजिक न्याय है क्या इसको समझते है- अगर सामान्य अर्थो में देखे तो सामाजिक न्याय समाज के अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्गो मजदूरों तथा महिलाओं को समाज में बराबरी का हक मिले इसे ही सामाजिक न्याय कहा जाता है सामाजिक न्याय शब्द सर्वप्रथम सन् 1840 में सिसली के पादरी द्वारा प्रयोग में लाया गया था। 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में जब सामाजिक न्याय शब्द प्रसिद्ध हुआ तो सबसे पहल...

विश्व मृदा दिवस पर उज्जैन में बहुस्तरीय आयोजन, प्रो. मेहता ने बताई मिट्टी की अहमियत

“स्वस्थ शहरों के लिए स्वस्थ मृदा” थीम पर छात्रों ने जाना मृदा संरक्षण का महत्व धरती की त्वचा मिट्टी के गहरे राज़ - प्रो मेहता उज्जैन। 5 दिसंबर 2025 को विश्व मृदा दिवस के अवसर पर उज्जैन स्थित मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में “स्वस्थ शहरों के लिए स्वस्थ मृदा” थीम पर विविध चरणों में बहुस्तरीय आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय उज्जैन के पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता ने कहा कि धरती की त्वचा कही जाने वाली मिट्टी अपने भीतर अनगिनत रहस्य समेटे हुए है। उन्होंने बताया कि एक चम्मच मिट्टी में पृथ्वी के कुल इंसानों से ज़्यादा जीव—बैक्टीरिया, कवक और कीड़े पाए जाते हैं। एक इंच मिट्टी बनने में जहां 500 साल लग जाते हैं, वहीं एक इंच मिट्टी खोने में एक मिनट भी नहीं लगता। उन्होंने मिट्टी को प्राकृतिक स्पंज बताते हुए कहा कि यह पानी सोखकर बाढ़ को रोकती है, पानी को फिल्टर करती है, पौधों को आवश्यक खनिज और पोषक तत्व प्रदान करती है जो हमारे भोजन का आधार हैं। साथ ही यह कार्बन डाइऑक्साइड सोखकर जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी महत्वपूर्ण भ...

विश्व में हो रहे ब्रह्मांडीय परिवर्तनों को समझने में महत्वपूर्ण सहायता कर रहे हैं गणित के विभिन्न स्वरूप

तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आईसीएमएसएएसए 2025 ICMSASA-2025 का भव्य समापन हुआ अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में कॉस्मोलॉजी और विज्ञान के नए आयामों पर हुआ मंथन, 90 शोध पत्र प्रस्तुत Ujjain | तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस आईसीएमएसएएसए 2025 - ICMSASA-2025 का गरिमामय समापन संपन्न हुआ। इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में देश-विदेश के सुप्रसिद्द वैज्ञानिकों, गणितज्ञों और शोधकर्ताओं ने भाग लिया और विज्ञान के बदलते स्वरूप पर अपने विचार साझा किए। समापन समारोह में साउथ अफ्रीका की प्रसिद्ध समाजशास्त्री डॉ. निरूपा भीष्म मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। विशिष्ट अतिथि अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक डॉ. अरुण भीष्म, दक्षिण अफ्रीका, विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा थे। अध्यक्षता पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो व्ही एच बादशाह ने की। अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी की उपलब्धियां पर विभागाध्यक्ष एवं मुख्य समन्वयक प्रोफेसर संदीप कुमार तिवारी ने प्रकाश डाला। कार्यक्रम में गणितज्ञ एवं लेखिका डॉक्टर सुमन जैन द्वारा भगवान महावीर के सिद्धांतों पर केंद्रित पुस्तक का लोकार्पण अतिथियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अ...

सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय में विश्व दिव्यांगजन दिवस पर ‘सशक्तिकरण संवाद’ सम्पन्न

अपराजित योद्धाओं के सम्मान हेतु जेएनआईबीएम में विशेष समारोह का आयोजन उज्जैन। सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय, उज्जैन में विश्व दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान (जेएनआईबीएम) द्वारा सशक्तिकरण संवाद एवं दिव्यांग अपराजित योद्धा सम्मान संवाद का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के माननीय कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज ने अपने शुभकामना संदेश में संस्थान के इस सामयिक नवाचार परिसंवाद आयोजन की सराहना करते हुए अपराजित योद्धाओं के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने जेएनआईबीएम के नवाचारों को संयुक्त राष्ट्र संघ के सस्टेनेबल डेवलेपमेंट गोल्स से जोड़ते हुए सामाजिक समावेशन और सामुदायिक स्तर पर संबंधित पहलुओं पर प्रकाश डाला। वर्ष 2025 के विश्व दिव्यांगजन दिवस की थीम “सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए दिव्यांग-सम्मिलित समाजों का निर्माण” पर केंद्रित रही। कुलगुरु प्रो. भारद्वाज ने इस संदेश को रेखांकित करते हुए कहा कि दिव्यांगजन की समावेशिता के बिना कोई भी समाज वास्तविक विकास हासिल नहीं कर सकता। उन्होंने समान अधिकारों के संरक्षण और दिव्यांगजन...

गणित समीकरण का खेल नहीं वरन संपूर्ण ब्रह्मांड की भाषा है - अंतरराष्ट्रीय गणितज्ञ प्रो. अरुण भीष्म

सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय में आईसीएमएसएएसए 2025 (ICMSASA-2025) का भव्य शुभारंभ हुआ; विद्वानों ने गणित और विज्ञान को बताया भविष्य का आधार उज्जैन। सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में आज द्वितीय इंटरनेशनल मैथेमैटिक्स, साइंस,  एप्लाइड साइंस एंड देइर ऍप्लिकेशन - आईसीएमएसएएसए 2025 (ICMSASA - 2025) का भव्य उद्घाटन संस्थान के विश्वकर्मन सभागार में संपन्न हुआ। इस तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश के प्रसिद्ध गणितज्ञ और वैज्ञानिक विषय क्षेत्र के विभिन्न पक्षों पर मंथन करेंगे। ​ कार्यक्रम के प्रारम्भ में मां वाग्देवी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण के साथ सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि अंतर्राष्ट्रीय गणितज्ञ प्रो. अरुण भीष्म, दक्षिण अफ्रीका, विशिष्ट अतिथि प्रो. वी के गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर और कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, प्रो संदीप तिवारी ने किया। मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय गणितज्ञ प्रो. अरुण भीष्म, जुजुलैण्ड यूनिवर्...

गीता जयंती पर भव्य स्पिरिचुअलिटी समिट का आयोजन

गीता—जीवन प्रबंधन का सर्वोत्तम शास्त्र : विद्वानों ने रखे विचार उज्जैन।  पं. जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, भारत अध्ययन केंद्र, फॉर्मेसी अध्ययनशाला–सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय उज्जैन, ऋषिहुड विश्वविद्यालय सोनीपत तथा योग साधना केंद्र इंदौर द्वारा 5162वीं गीता जयंती के पावन अवसर पर द्वि-स्तरीय (ऑफलाइन एवं ऑनलाइन) माध्यम से भव्य स्पिरिचुअलिटी समिट का आयोजन किया गया। परिसंवाद की अध्यक्षता सम्राट विक्रमादित्य विवि उज्जैन के कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज तथा ऋषिहुड विश्वविद्यालय के कुलपति सह-संस्थापक कुलगुरु प्रो. डॉ. शोभित माथुर ने संयुक्त रूप से की। दोनों ही विद्वानों ने अपने शुभकामना संदेशों के माध्यम से युवा पीढ़ी को उदारता और मानवीय संवेदनाओं को अपने व्यक्तित्व में सहेजने के व्यापक शुभाशीष प्रदान किए। समिट के प्रथम मुख्य विद्वान वक्ता प्रो. डॉ. संपदानंद मिश्रा , निदेशक मानव विज्ञान केंद्र, ऋषिहुड विवि सोनीपत ने अपने जीवंत और आनंददायी संवाद में गीता को “जीवन प्रबंधन का सर्वोत्तम शास्त्र” बताया। उन्होंने कहा कि आज की शिक्षा में गीता-सिद्धांतों का समावेश अत्यंत आवश...

विश्व सतत परिवहन दिवस पर प्रेरणादायी परिसंवाद

उज्जैन | विश्व सतत परिवहन दिवस एवं संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (UNSDGs) के परस्पर समन्वयन पर पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय उज्जैन तथा आईएमआई नोएडा के संयुक्त तत्वावधान में एक प्रेरणादायी परिसंवाद संगोष्ठी का आयोजन किया गया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण-अनुकूल, सुरक्षित और टिकाऊ परिवहन व्यवस्था को बढ़ावा देना तथा युवाओं को हरित भविष्य की दिशा में प्रेरित करना रहा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज, कुलगुरु, सविवि उज्जैन उपस्थित रहे। अध्यक्षता प्रो. डॉ. धर्मेन्द्र मेहता, निदेशक, जेएनआईबीएम, उज्जैन ने की। आभासी संस्करण के विशेष अतिथि श्री संजय कुमार शुक्ला, रजिस्ट्रार, इंटरनेशनल मैरीटाइम इंस्टिट्यूट, ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश) ने सतत परिवहन को वर्तमान समय की अनिवार्यता बताते हुए कहा—“सतत परिवहन आज केवल एक विकल्प नहीं बल्कि वैश्विक आवश्यकता बन चुका है। यदि समुद्री, स्थलीय और हवाई परिवहन में हरित तकनीकों का समावेश किया जाए, तो कार्बन उत्सर्जन में महत्वपूर्ण कमी लाई जा सकती है। युवाओं को नवाचार के माध्यम...

अटल एवं महामना के शताब्दी जन्म दिवस पर राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं साहित्य सेवा सम्मान होगा

आयोजन समिति का हुआ गठन,डॉ प्रभु चौधरी अध्यक्ष मनोनीत उज्जैन -राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के 43वें संचेतना महोत्सव में पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के जन्म शताब्दी समारोह एवं महामना पं. मदनमोहन मालवीय के जन्म दिवस 25 दिसम्बर 2025 को उज्जैन में राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं साहित्य सेवा सम्मान समारोह  होगा।। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी एवं महामना भारत रत्न श्री मालवीय जी के जन्म दिवस का यह 11वां आयोजन उज्जैन में आयोजित किया जा रहा है।समारोह समिति का गठन किया। जिसमें अध्यक्ष डॉ. प्रभु चौधरी, उपाध्यक्ष डॉ. हरीश कुमार सिंह, सचिव सुश्री रंजना पाचांल, संयुक्त सचिव सुंदरलाल मालवीय, कोषाध्यक्ष श्रीमती अंजना जैन को संस्था संरक्षक ब्रजकिशोर शर्मा मार्गदर्शक डॉ. हरिसिंह पाल एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा तथा राष्ट्रीय महासचिव डॉ शहेनाज शेख ने  मनोनीत किया है। समारोह के शुभारम्भ 25 दिसंबर 2025 को प्रातः 10=30 बजे प्रथम सत्र में राष्ट्रीय संगोष्ठी भारत रत्न अटलजी एवं महामना मालवीय जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर होगी।  द्वितीय सत्र में राष्ट्रीय देव चेतना महासंघ...

सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर के उत्पादों को मिला जबरदस्त प्रतिसाद, विद्यार्थियों ने अर्जित की भारी सफलता- कुलगुरु प्रोफेसर अर्पण भारद्वाज

उज्जैन: सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा कालिदास मेले में स्वनिर्मित उत्पादों का प्रदर्शन एवं विक्रय किया गया। उल्लेखनीय है कि सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा गत कुछ वर्षों से लगातार नवाचार के तहत नए-नए उत्पाद बनाए जा रहे हैं। इसी क्रम में सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा कालिदास मेले में विभिन्न उत्पादों के दो स्टॉल लगाए गए। प्रथम स्टॉल विश्वविद्यालय के विश्विद्यालय के इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थी अमन सिंह बैस द्वारा लगाया गया जहां फाइबर से बने बैग एवं पर्स का लगाया गया। इसी शृंखला में दूसरा स्टॉल इंजीनियरिंग, कृषि, बायोटेक्नोलॉजी आदि विषय के विद्यार्थियों मृत्युंजय बडोले, जितिशा चोयल, श्वेता प्रजापति, पंकज सेहरा, रुद्र नारायण, अभिषेक ठाकुर, अभिषेक गुप्ता, राहुल चचेरा,कार्तिक मिश्रा आदि द्वारा विश्वविद्यालय के शिक्षकों डॉ शिवी भसीन, डॉ मुकेश वाणी, डॉ केना भोसले एवं डॉ पूर्णिमा त्रिपाठी के मार्गदर्शन विभिन्न उत्पाद जैसे खाद, महाकाल के फूल से बने उत्पाद, प्लांट्स, स्व निर्मित आंवला कैंडी, ओट्स मोरधन बिस्किट आ...

विक्रम विश्वविद्यालय के डॉ. मेहता खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के रेफरी नियुक्त

उज्जैन। खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा खेल एवं युवा कल्याण विभाग, राजस्थान की अगुवाई में आयोजित खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के अंतर्गत आयोजित मल्लखंब चैंपियनशिप के लिए वाणिज्य अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य एवं "ए" ग्रेड इंटरनेशनल अंपायर डॉ. आशीष मेहता को रेफरी नियुक्त किया गया है।  यह जानकारी वाणिज्य अध्ययनशाला के संकाय सदस्य डॉ. नागेश पाराशर ने देते हुए बताया कि, चैंपियनशिप जयपुर, राजस्थान में दिनांक 2 दिसंबर से 5 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। जिसमें मल्लखंब के तकनीकी विशेषज्ञ एवं मध्य प्रदेश शासन द्वारा राज्य के सर्वोच्च खेल अलंकरण विक्रम अवार्ड एवं विश्वामित्र अवार्ड से अलंकृत डॉ. आशीष मेहता को खेल मंत्रालय, भारत सरकार ने यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। उल्लेखनीय है कि, विगत 28 वर्षों में 175 से अधिक अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर की स्पर्धाओं में चीफ अंपायर की भूमिका निभा चुके डॉ. मेहता ने मल्लखंब खेल की पहचान देश- विदेश में बढ़ाने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किये है। डॉ.मेहता योग एवं मल्लखंब के क्षेत्र में राष्ट्र के शीर्षस्थ खिलाड़ी रहने के स...

सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय, उज्जैन में दो दिवसीय अन्तरजिला युवा उत्सव का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह संपन्न

दूसरे दिन युवाओं ने साहित्य, संगीत और ललित कला की विविध विधाओं में दिखाई अपनी प्रतिभा उज्जैन। सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय, उज्जैन में दो दिवसीय अन्तरजिला युवा उत्सव का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह 19 नवम्बर को दोपहर बाद  स्वर्ण जयंती सभागार में हुआ। माधव भवन परिसर में सम्पन्न दो दिवसीय आयोजन में साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं रूपांकन की 22 विधाओं में सम्राट् विक्रमादित्य विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के सात जिलों के लगभग चार सौ प्रतिभागी भाग लेने के लिए उज्जैन आए थे। युवा उत्सव के समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज ने की। विशिष्ट अतिथि मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग से उत्कृष्ट अंकों के साथ डिप्टी कलेक्टर के रूप में चयनित युवा प्रतिभा  सुश्री हर्षिता दवे, इंदौर, पूर्व डीएसडब्ल्यू प्रो राकेश ढंड एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने विचार व्यक्त किए। प्रेमचंद सृजन पीठ के नवनियुक्त निदेशक श्री मुकेश जोशी, डीएसडब्ल्यू प्रो एस के मिश्रा एवं युवा प्रतिभा श्री देव परमार मंचासीन थे।   अध्यक्षता करते हुए कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज ने कहा कि युवा उत्...

सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय में सुपर साइकिलिस्ट हीरो रियाजउद्दीन का प्रेरक व्याख्यान

पर्यावरण संरक्षण, आत्मनिर्भरता और युवा प्रेरणा का अनूठा संदेश उज्जैन। पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय उज्जैन में आयोजित  पर्यावरण प्रसंग  कार्यक्रम में मोटिवेशनल वक्ता एवं सुपर साइकिलिस्ट  हीरो रियाजउद्दीन  ने छात्रों को प्रेरक व्याख्यान दिया। बढ़ते  रिकॉर्ड तोड़ एक्यूआई लेवल  के बीच उन्होंने बताया कि  साइकिल केवल एक वाहन नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास और इको-फ्रेंडली जीवन शैली का प्रतीक है। विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित  श्री रिजवान उद्दीन , भविष्य निधि आयुक्त एवं चीफ लर्निंग ऑफिसर, दीनदयाल उपाध्याय नेशनल अकैडमी फॉर सोशल सिक्योरिटी, नई दिल्ली, ने अपने कॉलेज समय से लेकर पीएफ कमिश्नर बनने तक का  साइकिलिंग सफर  साझा किया। निदेशक  प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता  ने उन्हें ‘सादगी भरे प्रखर पर्यावरणीय व्यक्तित्व’ बताते हुए कहा कि उनका जीवन युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है। स्वागत भाषण में  प्रो. डॉ. उमा शर्मा  ने स्मृतिचिन्ह, श्रीफल एवं अंगवस्त्रम भेंटकर उनका अभिवादन किया औ...

शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन में नव-नियुक्त व्याख्याताओं का सम्मान

उज्जैन। शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय, उज्जैन में आज आयोजित विशेष समारोह में नव-नियुक्त व्याख्याताओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आदरणीय प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया ने की। मंच पर डॉ. ओ.पी. व्यास, डॉ. सुनीता डी. राम तथा डॉ. सिद्धेश्वर सतुआ विशेष रूप से उपस्थित रहे। समारोह में नवनियुक्त व्याख्याताओं—डॉ. किर्तीबाला तावड़े (रचना शारीर विभाग), डॉ. मंजू चौकसे (स्त्री एवं प्रसूति तंत्र विभाग), डॉ. अनीता अलावा (पंचकर्म विभाग), डॉ. भरत ठाकुर (रोग निदान विभाग), डॉ. आशा मालवीय (काय चिकित्सा विभाग), डॉ. प्रीति गौड़ (शालाक्य तंत्र विभाग), डॉ. नीता जमरा (संहिता एवं सिद्धांत विभाग), डॉ. श्रुति शर्मा (काय चिकित्सा विभाग) एवं डॉ. नेहा चलमेला (द्रव्यगुण विभाग)—को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. नृपेंद्र मिश्रा ने किया, जबकि संचालन डॉ. रामतीर्थ शर्मा ने किया। अंत में डॉ. शिरोमणि मिश्रा ने आभार व्यक्त किया।

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