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नवरात्रि में माँ दुर्गा की आराधना का महोत्सव

शक्ति की आराधना का महापर्व नवरात्रि में दुर्गा की साधना करना चाहिए - श्री चौहान उज्जैन: भारतीय संस्कृति में आस्था, विश्वास और ऊर्जा का पर्व नवरात्रि है, जिसमें माँ दुर्गा हमें शक्ति प्रदान करती हैं। यह विचार भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्री बहादूर सिंह चौहान ने शिक्षक प्रकोष्ठ उज्जैन द्वारा आयोजित नवरात्रि समारोह में व्यक्त किए।  मुख्य अतिथि श्री चौहान ने विद्यार्थियों की प्रतियोगिता के समापन पर बताया कि नवरात्रि में कन्या पूजन और बेटियों की रक्षा का संकल्प लेना सभी का कर्तव्य है। विशिष्ट अतिथि एवं भाजपा जिलाध्यक्ष श्री बहादुर सिंह बोरमुण्डला ने कहा कि शक्ति की आराधना से जुड़ी भारतीय संस्कृति विश्व में मार्गदर्शक है। हमारे प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री भी नवरात्रि में माँ की आराधना में कन्या पूजन और मातृ वंदन में सम्मिलित होकर मातृ शक्ति की सेवा-सुरक्षा का पालन करते हैं। समारोह का शुभारंभ अतिथियों ने माँ दुर्गा और सरस्वती की पूजा एवं माल्यार्पण से किया। स्वागत भाषण मण्डल अध्यक्ष श्री संदीप व्यास ने दिया। समारोह के मुख्य वक्ता श्री राजेश कांठेड़ ने कहा कि भारत में कन्या प

विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ संभाग स्तरीय पुरुष कबड्डी‌ प्रतियोगिता का आयोजन

विजेता उज्जैन जिले का दल, उप-विजेता मन्दसौर जिले का दल रहा उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग विक्रम विश्वविद्यालय के द्वारा मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग की संभाग स्तरीय पुरुष कबड्डी‌ प्रतियोगिता का आयोजन दिनांक 08 अक्टूबर 2024 को किया गया। प्रतियोगिता में 7 जिलों के खिलाड़ियों ने भाग लिया।  पुरुष वर्ग में विजेता उज्जैन जिले का दल एवं उप-विजेता मन्दसौर जिले का दल रहा। कार्यक्रम का शुभारंभ विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा द्वारा खिलाड़ियों को संबोधित कर शुभकामनाएं दी एवं पूर्व निदेशक व  राजनीति विज्ञान एवं लोक प्रशासन अध्य्यनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ नलिन सिंह पँवार द्वारा शुभारंभ किया गया। समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज एवं विशिष्ट अतिथि कार्य परिषद सदस्य श्री राजेश कुशवाह, डॉ रमण सोलंकी, डॉ अजय शर्मा रहे।  शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के निदेशक और विभागाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र चावरे,  कुलगुरु डॉ भारद्वाज और श्री राजेश कुशवाह ने खिलाड़ियों को संबोधित कर बधाई प्रेषित की व

सकारात्मकता से बीमारी को हावी नहीं होने दें - डॉ. सलूजा

उज्जैन। हमेशा सकारात्मक विचार रखें और नकारात्मकता को अपने जीवन में जगह न दें। यह विचार डॉ. सतविंदर कौर सलूजा, समाजसेवी, ने ब्रह्माकुमारी द्वारा आयोजित "ज्ञान वर्षा, नवरात्रि आध्यात्मिक प्रवचनमाला" में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जो लोग सकारात्मक रहते हैं, वे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को भी परास्त कर सकते हैं। कोरोनाकाल में जो लोग सकारात्मक रहे, वे जल्दी ठीक हो गए, जबकि नकारात्मक सोच रखने वाले अवसादित हो गए या जीवन को छोड़ दिया। डॉ. सलूजा ने आगे कहा कि छोटी-छोटी बातों में उलझने के बजाय समय पर दवाई लें, अच्छा सोचें, सात्विक आहार लें, और चिंता को छोड़ दें। मन पर बीमारी को हावी न होने दें।  इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी मीना बहन, मुख्य वक्ता, ने कहा कि सभी खुश रहना चाहते हैं, लेकिन हमारी खुशी गायब क्यों हो जाती है? क्या परिस्थितियाँ, व्यक्ति या शारीरिक बीमारियाँ इसके लिए जिम्मेदार हैं? यदि स्वस्थिति ठीक है, सकारात्मक है, दिनचर्या व्यवस्थित है, और बुराई एवं निंदा से दूर हैं, तो खुशी रह सकती है, जिससे अच्छी नींद और चैन की प्राप्ति भी संभव है। श्री सुलभ शान्तु महाराज ने अपने उद्बोधन म

शरद पूर्णिमा पर दमा रोगियों के लिए नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन

उज्जैन। शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में अमृत वर्षा होगी, और इसी के साथ दमा रोग की चिकित्सा की जाएगी। इंदिरा नगर सहयोगी मित्र मंडल एवं डॉ. प्रकाश जोशी के सौजन्य से शरद पूर्णिमा के पावन पर्व पर दमा रोगियों के लिए नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर 16 अक्टूबर को सायंकाल 7:30 बजे से इंदिरानगर 172 एलआईजी सेकंड पर आयोजित होगा। शिविर संयोजक डॉ. प्रकाश जोशी ने बताया कि इस चिकित्सा शिविर की विशेषता यह है कि रोगी को रात भर शिविर स्थल पर रात्रि जागरण अनिवार्य होगा। बाल भक्त हनुमान मंडल द्वारा रात्रि 8 बजे से सुंदर काण्ड पारायण आयोजित किया जाएगा। प्रात: ब्रह्म मुहूर्त में 4 बजे औषधि युक्त खीर का वितरण किया जाएगा।  औषधि खीर के लिए 100 से 500 मीटर पैदल चलना अनिवार्य है। तत्पश्चात प्रात: 6 बजे से कर्ण वेधन चिकित्सा प्रारंभ की जाएगी। कर्ण वेधन के बाद भूख लगने पर एक दिन मूली के पत्तों की सब्जी और रोटी खाना अनिवार्य है, तथा 15 दिन तक मूंग की दाल रोटी लेना अनिवार्य होगा। गुड़, तेल और खटाई का परहेज तीन माह तक करना आवश्यक है। आयुर्वेद का मूल सिद्धांत स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की

लय और ताल से सवारे जिंदगी : आईआईपीएस में गरबा उत्सव का आयोजन

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (आईआईपीएस) प्रबंध संस्थान में गरबे के माध्यम से प्रबंधन संदेश दिया गया। जीवन की किसी भी समस्या को लय, ताल और उत्साह के अद्भुत मिश्रण से चुनौती दी जा सकती है। आईआईपीएस विभाग में पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी एक दिवसीय गरबा का आयोजन किया गया। इस आयोजन में विद्यार्थियों ने गरबे की अनेक रंगारंग प्रस्तुतियां दीं। विभाग के निदेशक डॉ. एस. के. मिश्रा ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि हमारे देश की विशेषता धर्मनिरपेक्षता है और सबसे अच्छी बात यह है कि भारत का हर नागरिक एक-दूसरे के विश्वास और संस्कृति का सम्मान करता है। हम हर अवसर को प्रार्थना, गायन, नृत्य और रंगीन कपड़े पहनकर उत्साह के साथ मनाते हैं। इस गरबा उत्सव में छात्रों के साथ शिक्षकगण ने भी प्रस्तुतियां देकर समन्वयता का उदाहरण प्रस्तुत किया। गरबा किंग रहे एमबीए प्रथम सेमेस्टर के छात्र मधुर मेश्राम और गरबा क्वीन रही एमबीए तृतीय सेमेस्टर की छात्रा इशिका जायसवाल। संपूर्ण आयोजन में विभाग

भारतीय चिंतन से व्यवहार तक है शक्ति तत्व की महिमा – प्रो शर्मा

हमारे पर्व हमें व्यापक मानवता से जोड़ते हैं - डॉ. पाल शक्ति की अवधारणा एवं उपासना : दर्शन, साहित्य एवं संस्कृति पर हुआ राष्ट्रीय संगोष्ठी में मंथन देश की प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में शक्ति की अवधारणा एवं उपासना : दर्शन, साहित्य एवं संस्कृति विषय पर राष्ट्रीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी  में मुख्य वक्ता विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा एवं मुख्य अतिथि नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली के महामंत्री डॉ हरिसिंह पाल थे।  डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा, अध्यक्ष राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना, हिंदी विभागाध्यक्ष एवं कुलानुशासक विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने कहा कि भारतीय चिंतन से व्यवहार तक शक्ति तत्व की महिमा है। शक्ति की सत्ता को वेदों और पुराख्यानों में विशेष महत्व मिला है। शक्ति के बिना शिव भी शव है। नवरात्रि पर्व नारी शक्ति के प्रति आस्था के साथ मनुष्य को प्रकृति और पर्यावरण के महत्त्व से जोड़ता है। कृषि, वन्य और पर्वतीय संस्कृति के साथ मानव सभ्यता के रिश्तों को मजबूती देने का पाठ पढ़ाता है। डॉ हरिसिंह पाल नई दिल्ली ने मुख्य अतिथि के

विक्रम विश्वविद्यालय ने विधि पाठ्यक्रमों में सम्मिलित किए नए आपराधिक कानून

उज्जैन। संसद द्वारा पारित तीन नए आपराधिक कानूनों , भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023, एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 को विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा तीन वर्षीय एवं पांच वर्षीय एलएल.बी. पाठ्यक्रमों में संशोधित कर परीक्षा योजना में सम्मिलित किया गया। 70 के दशक के पुराने आपराधिक कानून जिनका उद्देश्य दंड देना था एवं वे अंग्रेजी शासन काल के प्रतीक रहे ऐसे कानून को समाप्त कर न्याय की अवधारणा पर आधारित नवीन आपराधिक विधियों का निर्माण भारतीय संसद द्वारा हाल ही में किया गया जो निश्चित ही भारतीय न्याय प्रणाली में न्याय की सोच को विकसित करेगा। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है जिसने 01 जुलाई 2024 को लागू हुए तीन नए आपराधिक कानूनों का पाठ्यक्रम तैयार कर सत्र 2024-25 में नए कानूनों के आधार पर विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के समस्त विधि महाविद्यालयों एवं विधि अध्ययनशाला में अध्यापन एवं परीक्षा आयोजित करने का निर्णय विक्रम विश्वविद्यालय विधि अध्ययन मंडल की 9 अगस्त 2024 को आयोजित बैठक में लिया गया। बैठक में विधि अध्ययन मंडल अध्यक्ष डॉ. अनुराधा

जिन्दगी सत कर्म करने की साधना है - ब्रह्माकुमारी रूबी बहन

उज्जैन।  जिन्दगी हार-जीत का खेल है ।जिन्दगी को दोष मत दीजिए, बस खेलते रहे ,पुरुषार्थ करते रहे ।  सफलता अवश्य मिलेगी । श्रेष्ठ कर्म की कलम से भाग्य की रेखा खींचते रहें । जिन्दगी सत कर्म करने के लिए  प्रभु प्रसाद के रुप मे मिली है, मेहनत करने वालों की हार नहीं होती है। दृढता से विजय प्राप्त हो ही जाती है  उक्त विचार ब्रह्माकुमारी रूबी बहन ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ई .वि. विद्यालय द्वारा आयोजित 'ज्ञान वर्षा ' नवरात्रि आध्यात्मिक प्रवचनमाला के दूसरे दिन 'जीवन जियो ना की गुजारो ' विषय पर व्यक्त किए।  आपने कहा कि जिन्दगी को बेहतर बनाने के लिए खुद को बदलो , उमंग उत्साह में रहो ,नकारात्मकता को हटा ओ । मिजाज ऐसा बनाओ कि कोई कुछ कहे आप मुस्करा दो ।  डॉक्टर श्रीपाद देशमुख ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि संसार में ज्ञान बहुत है लेकिन आवश्यकता है आत्मसात करने की । ज्ञान को आत्मसात करने से ही जीवन परफेक्ट बनता है । डाक्टर विमल गर्ग , समाजसेवी  ने अपने विचार रखते हुए कहा कि जीना है तो जीवन को समझना पड़ेगा।  व्यक्ति को अपनी सोच बदलना चाहिए क्यों कि सोच ही उसके कर्म को प्रभावित कर

विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों पर प्रवेश तिथि में वृद्धि की गई

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में शैक्षणिक सत्र 2024-25 में स्नातक / स्नातकोत्तर / प्रमाण पत्र / डिप्लोमा / पी. जी. डिप्लोमा (फार्मेसी अध्ययनशाला के पाठ्यक्रमों को छोडकर) प्रथम वर्ष / सेमेस्टर में सीयूईटी एवं सीधे प्रवेश हेतु रिक्त सीटों पर प्रवेश की तिथि में वृद्धि की जाकर प्रवेश की तिथि दिनांक 15 अक्टूबर 2024 निर्धारित की गई है।  प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी विस्तृत जानकारी के लिए संबंधित अध्ययनशाला / संस्थान / विभाग से सम्पर्क कर सकते हैं। पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु विद्यार्थी एमपी ऑनलाईन के माध्यम से प्रवेश एवं शुल्क जमा करा सकेंगे।  इसी प्रकार शैक्षणिक सत्र 2024-25 के अन्तर्गत स्नातक/स्नातकोत्तर द्वितीय/तृतीय/ चतुर्थ / पंचम / षष्ठ / सप्तम /अष्टम सेमेस्टर/वर्ष के विद्यार्थी ऑनलाईन के माध्यम से दिनांक 31 अक्टूबर 2024 तक शुल्क जमा कर सकते हैं। इस आशय की अधिसूचना विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई है।

विक्रम विश्वविद्यालय में प्रो. भारद्वाज बने नए कुलगुरु : अंतर्राष्ट्रीय पहचान की दिशा में लिया संकल्प

पदभार ग्रहण समारोह में धूमधाम का माहौल उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय में सोमवार, 07 अक्टूबर, 2024 को नए कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज ने अभिजीत मुहूर्त में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में स्थित सम्राट विक्रमादित्य की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पौधा रोपण किया। इसके बाद कुलगुरु कार्यालय में निवर्तमान कुलगुरु प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय से चार्ज लिया। समारोह में बड़ी संख्या में शिक्षक, विद्यार्थी और अधिकारी उपस्थित थे। विशेष स्वागत समारोह प्रो. भारद्वाज के स्वागत के लिए शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी विशेष रूप से विश्वविद्यालय पहुंचे। उनका स्वागत ढोल-ढमाकों के साथ हुआ, और विक्रमादित्य की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। पौधारोपण के बाद कुलगुरु कार्यालय में अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। चार्ज लेते समय कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार शर्मा, कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा, महर्षि पाणिनि संस्कृत विवि के कुलसचिव डॉ. दिलीप सोनी सहित कई शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति रही। अंतर्राष्ट्रीय पहचान

विक्रम विश्वविद्यालय में जिला स्तरीय पुरुष कबड्डी प्रतियोगिता संपन्न

उज्जैन। दिनांक 05/10/24 को विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग,विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के द्वारा मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग की जिला स्तरीय (पुरुष) कबड्डी‌ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 12 महाविद्यालयों के खिलाड़ियों ने भाग लिया। पुरुष वर्ग में विजेता अध्ययनशालाएं विक्रम विश्वविद्यालय का दल रहा। वहीं उपविजेता पीएम एक्सीलेंस शासकीय माधव महाविद्यालय उज्जैन का दल रहा।  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी के डायरेक्टर  डॉ डी.डी. बेदिया एवं विशिष्ठ अतिथि आर के कौरव रहे। शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के निदेशक व विभागाध्यक्ष डॉ वीरेंद्र चावरे एवं डॉ डी.डी. बेदिया और आर के कौरव ने खिलाड़ियों बधाई देते हुए संबोधित किया।  कार्यक्रम में डॉ नमन सारस्वत, श्री परमार, गोपाल व्यास, श्री संजीत राय, डॉ एम. एस मंसूरी, आयुषी सूर्यवंशी, अतुल सूर्यवंशी, डॉ के.पी नरूका,अरविंद नागर, बलवीर सिंह पंवार, डॉ मुकेश वाणी, डॉ भूषण केकरे,अभिषेक शर्मा, विक्रम डाबी, प्रवेश यादव, कृष्णपाल सिंह परिहार,  दिनेश चौधरी, विभिन्न जिलों के महाविद्यालयों के

विक्रम विश्वविद्यालय और वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी द्वारा एक साथ मिलकर एविएशन एवं ड्रोन टेक्नोलॉजी जैसे कोर्सेज को आगे बढ़ाने से विद्यार्थी लाभान्वित होंगे- कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

उज्जैन: रविवार दिनांक 6 अक्टूबर को विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का भ्रमण किया और वहां की पुस्तकालय, प्रयोगशालाओं की बारीकियों को देखा। गौरतलब है कि सोमवार को विक्रम विश्वविद्यालय के नए कुलगुरु प्रोफेसर अर्पण भारतद्वाज कार्यभार ग्रहण करेंगे। रविवार का दिन बतौर कुलगुरु प्रोफेसर पाण्डेय के कार्यकाल का अंतिम दिन था। इस दिन प्रोफेसर पाण्डेय एवं स्कूल ऑफ  इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संदीप तिवारी ने सीहोर स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का भ्रमण किया।  इस अवसर पर संस्था के चांसलर श्री जी विश्वनाथन, श्री शंकरण विश्वनाथन, उपाध्यक्ष वि आई टी, श्रीमती रामानी बालसुंदरम, ट्रस्टी एवं शुश्री कादम्बरी  सी ई ओ ने डॉ पाण्डेय  का शाल श्रीफल से स्वागत किया एवं विक्रम विश्वविद्यालय में ड्रोन टेक्नोलॉजी और एविएशन टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स  के संचालन में सहयोग करने का आश्वासन दिया । प्रोफेसर पाण्डेय एवं प्रोफेसर तिवारी ने संस्था को सभी प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया और इसकी बारीकियां समझाई। प्रोफेसर पाण्डेय

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