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केन्द्रीय बजट के माध्यम से आम जनता के हितों की आपूर्ति संभव है

उज्जैन। अर्थशास्त्र अध्ययनशाला में आयोजित बजट परिचर्चा में विभिन्न क्षेत्रों के आमंत्रित अतिथि वक्ताओं ने बजट के संदर्भ में अपने-अपने विचार व्यक्त किये। बजट परिचर्चा को संबोधित करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि बजट का संबंध सभी वर्ग के व्यक्तियों तथा विद्यार्थियों से होता है। इसलिए इस प्रकार की परिचर्चा सभी वर्ग के लिए लाभकारी होती है।  बजट परिचर्चा को संबोधित करते हुए बैंक ऑफ इण्डिया के प्रबन्धक श्री मुकेश कुमार जी ने बताया कि प्रस्तुत बजट बैंकिंग सेक्टर के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकता है।  इसी क्रम में यूको बैंक के प्रबन्धक श्री घनश्याम दास बैरागी ने उन सभी योजनाओं को प्रस्तुत किया जो विद्यार्थी वर्ग के लिए अत्यन्त लाभकारी हो सकती हैं।  बजट परिचर्चा के तहत प्रो राजकुमार नीमा ने बजट के माध्यम से यह बतलाने का प्रयास कि बजट के तहत् आय तथा रोजगार में वृद्धि संभव हो सकती है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक श्री अतुल वाजपेयी ने बताया कि प्रस्तुत बजट एमएसएमई सेक्टर को एक नई उंचाई प्रदान कर सकता है।  बजट परिचर्चा के माध्यम

भारतीय संस्कृति का हमारे वर्षों के असंख्य कष्ट और संघर्षों को सहते हुए आज तक जीवित रहना इसके आधार तत्वों की शाश्वतता एवं वैज्ञानिकता का प्रमाण है - कुलगुरू प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा समाजशास्त्र विषय के विविध संदर्भ विषय पर व्याख्यान         उज्जैन। हाल ही के समय में विभिन्न विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा पर विभिन्न संगोष्ठी एवं व्याख्यान के आयोजन किए जा रहे हैं। इसी शृंखला में डॉ वी आर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, महू द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा : समाजशास्त्र विषय के विविध संदर्भ विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन दिनांक 24 एवं 25 जुलाई 2024 को किया गया। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने प्रमुख वक्ता के रूप में अपना व्याख्यान दिया। अपने वक्तव्य में माननीय कुलगुरु जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति का हमारे वर्षों के असंख्य कष्ट और संघर्षो को सहते हुए आज तक जीवित रहना इसके आधार तत्वों की शाश्वतता एवं वैज्ञानिकता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि भारतीय ऋषि मुनि मूल स्वरूप से चिंतक थे। उन्होंने मानव जीवन और सृष्टि के हर पहलू, रीति- रिवाज़ के सहारे सत्य को समाज के सामने उद्घाटित किया हैं। हमारी सं

राष्ट्रीय आयुष मिशन जन स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत शासकीय माध्यमिक विद्यालय ग्राम सोड़ंग योग, वृक्षारोपण एवं छात्र-छात्राओं को स्वस्थ रहने के उपाये बताये

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालयीन महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि भारत सरकार आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय आयुष मिशन जन स्वास्थ्य कार्यक्रम का शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन को नोडल केन्द्र बनाया गया है।  जिसमें राष्ट्रीय आयुष मिशन जन स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत उज्जैन ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्र एवं उज्जैन के अधीनस्थ क्षेत्रों में विगत 4 माह से महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय आयुष मिशन जन स्वास्थ्य कार्यक्रम का निरंतर संचालन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत आज दिनांक 25.07.2024 को आयुर्विद्या (प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य की दृष्टि से दिनचर्या की गतिविधियों से अवगत कराते हुये उनको योगाभ्यास सिखाया गया। साथ ही घरेलू आयुर्वेदिक औषधियों के पौधों का वृक्षारोपण कराया गया तथा औषधीय पौधों के उपयोग के बारे में शिक्षकों को ट्रेनिंग दी गई और वहा के छात्र-छात्राओं को त्राओं को औषधीय पौधों के उपयोग के बारे में बताया गया।  उक्त कार्यक्रम में शासकीय माध्यमिक विद्यालय सोडंग के प्राचार्य श्री प्रेमनारायण परमार ने राष

पठन- पाठन, शोध एवं अनुसंधान शैक्षणिक संस्थानों की नींव अतः इनका पोषण संस्थानों की प्राथमिकता होना चाहिए- कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

विक्रम विश्वविद्यालय में शीघ्र ही प्रारंभ होंगे डेयरी तकनीकी एवं वैल्यू एडिशन से संबंधित पाठ्यक्रम उज्जैन। पिछले कुछ समय में विक्रम विश्वविद्यालय में कई शासकीय और गैर शासकीय संस्थानों के सहयोग से कई नवीन पाठ्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं। इसी शृंखला में अब डेयरी तकनीकी और वैल्यू एडिशन से संबंधित और भी पाठ्यक्रम खोले जाने हैं। इसी उद्देश्य से बुधवार दिनांक 24 जुलाई 2024 को विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने पशुपालन महाविद्यालय, महू के प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डॉक्टर नरेन्द्र नायक एवं नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के संचालक डॉ आर के बघेलवाल के साथ चर्चा की। चर्चा के उपरांत माननीय कुलगुरु जी ने बताया कि इस चर्चा का मूल उद्देश्य विक्रम विश्वविद्यालय में डेयरी तकनिकी एवं वैल्यू एडिशन के पाठ्यक्रम शुरू करने हेतु प्रयोगशाला एवं अन्य की जानकारी प्राप्त करने का था, उन्होंने कहा कि पठन- पाठन, शोध एवं अनुसंधान शैक्षणिक संस्थानों की नींव है अतः इनका पोषण संस्थानों की प्राथमिकता होना चाहिए। अपनी बात को बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि पशुपालन महाविद्यालय

जलचर, नभचर, थलचर तीनों प्रकार के जीवों के लिए महत्वपूर्ण होता है पौधा - प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा

एक पौधा अपनी मां के नाम के अंतर्गत हुआ विक्रम विश्वविद्यालय में पौधरोपण उज्जैन। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मध्य प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में महत्वपूर्ण अभियान चलाया जा रहा है। एक पौधा अपनी मां के नाम लगाकर प्रकृति की रक्षा करें।  जिला विधिक प्राधिकरण एवं महिला विकास एवं सर्वधर्म कल्याण समिति के द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय के छात्रावास परिसर में एक पौधा अपनी मां के नाम के अभियान के तहत वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम के  मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलानुशासक डॉक्टर शैलेंद्र कुमार शर्मा थे।  पौधरोपण कार्यक्रम में छात्रावास परिसर में डॉक्टर शैलेंद्र कुमार शर्मा एवं उपस्थित लोगों द्वारा पौधे लगाए गए। प्रो शर्मा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हम जो पौधा लगा रहे हैं बड़ा होने तक उनकी देखरेख करना अनिवार्य है। कोई भी पौधा जलचर, नभचर, थलचर तीनों प्रकार के जीवों की रक्षा करता है। इस कारण सभी को एक पौधा अपनी मां के नाम लगाकर प्रकृति की रक्षा करें और पर्यावरण को बचाएं। भारत माता जब प्रसन्न और प्रमुदित होती हैं पक्षियों की गूंज सुनाई देती

राष्ट्रीय आयुष मिशन जन स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत "ग्राम-चक" में वृद्ध सफल आयुर्वेद जन स्वास्थ्य शिविर का आयोजन

सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीणजनों ने परामर्श एवं निःशुल्क आयुर्वेद औषधियों का लिया लाभ उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालयीन महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि भारत सरकार आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय आयुष मिशन जन स्वास्थ्य कार्यक्रम का शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन को नोडल केन्द्र बनाया गया है। जिसमें राष्ट्रीय आयुष मिशन जन स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत उज्जैन ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्र एवं उज्जैन के अधीनस्थ क्षेत्रों में विगत 4 माह से महाविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय आयुष मिशन जन स्वास्थ्य कार्यकम का निरंतर संचालन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत - 1. वयोमित्र (वृद्धावस्था की देखभाल एवं शारीरिक दुर्बलता, अस्थियों एवं मांसपेशियों से संबंधित रोग),  2. आयुर्विद्या (प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य की दृष्टि से दिनचर्या की गतिविधि से अवगत कराना एवं योगाभ्यास सिखाना साथ ही वहां के शिक्षकों को आयुर्वेदीय औषधियों के पौधों के बारे में जानकारी देकर वृक्षारोपण कराया जाना) आदि कार्य सम्पादित किये जा चुके हैं।  3. सुप्रजा (ग

विदेशी विद्यार्थियों का विश्वविद्यालय में आगमन विश्वविद्यालय की बढ़ती लोकप्रियता का परिचायक है - कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

  विक्रम विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में अध्ययनरत बोत्सवाना की साओने प्रिंसेस ने उत्कृष्ट अंकों के साथ अपनी स्नातकोतर डिग्री पूर्ण की       उज्जैन। विगत दो वर्षों से विक्रम विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में विद्यार्थियों का रुझान बढ़ा है। पिछले तीन वर्षों में यहां कुछ विदेशी विद्यार्थियों ने भी प्रवेश लिया हैं। इनमें से एक अफ्रीकी देश बोत्सवाना की साओने प्रिंसेस थी, जिन्होंने एम एस सी माइक्रोबायोलॉजी में प्रवेश लिया था। दो वर्ष का अध्ययन करने के बाद साओने प्रिंसेस श्रेष्ठतम अंकों के साथ अपनी स्नातकोत्तर की डिग्री पूर्ण कर अपने देश लौटीं। उन्हें बधाई देते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि ये विश्वविद्यालय में विदेशी विद्यार्थियों का आगमन विश्वविद्यालय की बढ़ती लोकप्रियता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि भारत वर्ष में प्राचीन काल से ही विदेशी विद्यार्थी यह के विश्वविद्यालयों में पढ़ने आते रहे हैं, जिससे भारत की सभ्यता एवं संस्कृति विश्व के विभिन्न हिस्सों में प्रसारित हुई है। ये अत्यंत हर्ष का विषय हैं कि विक्रम विश्वविद्यालय भी अब उन

श्रेष्ठ गुरु वह है जो सबको समान दृष्टि से देखता है – कुलगुरु प्रो पांडेय

विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव के समापन पर हुए संगीतमय योग प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रम  उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव का समापन योग केंद्र के सभागार में हुआ। कार्यक्रम जीवन में योग और ध्यान की महिमा, महान गुरुओं के योगदान, राष्ट्रीय शिक्षा नीति में नवाचारों के महत्व पर व्याख्यान के साथ संगीतमय योग प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ।  कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने की। कार्यक्रम में कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा एवं डीएसडब्ल्यू प्रो सत्येंद्र किशोर मिश्रा ने विशिष्ट व्याख्यान दिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि श्रेष्ठ गुरु वह है जो सबको समान दृष्टि से देखता है और समान भाव से शिक्षा देता है। यह शिष्य की क्षमता पर निर्भर करता है कि वह अपने जीवन में उस शिक्षा को कितना उतारता है। मां प्रथम गुरु होती है उसकी महिमा को नई पीढ़ी जाने यह जरूरी है।  कार्यक्रम में राष्ट्री

सम्पूर्ण एशिया की गुरु शिष्य परम्परा का प्रतिनिधि पर्व है, गुरु पूर्णिमा – प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा

वास्तविक गुरु समभाव रखता है- श्री पदमचंद गांधी भारतीय परंपरा में गुरु तत्व की महत्ता पर हुई राष्ट्रीय संगोष्ठी राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में गुरु पूर्णिमा, व्यास पूजा के अवसर पर राष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी का  आयोजन किया गया। यह संगोष्ठी भारतीय परंपरा में गुरु तत्व की महत्ता पर केंद्रित थी।  कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा, अध्यक्ष, राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना, हिंदी विभागाध्यक्ष एवं कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ने कहा, आज सम्पूर्ण एशिया की समृद्ध गुरु शिष्य परम्परा का प्रतिनिधि पावन पर्व है, गुरु पूर्णिमा। इस संसार में वही व्यक्ति दैहिक, दैविक, भौतिक तापों से मुक्ति पा सकता है, जिसका कोई श्रेष्ठ गुरु हो। आदर्श गुरु वह है जो शिष्य के व्यक्तित्व में व्यापक परिवर्तन लाता है।  मुख्य अतिथि के रूप में श्री पदमचंद गांधी,जयपुर ने अपना मंतव्य देते हुए कहा, शिष्य कैसा भी हो गुरु उसे पावन कर देता है, उसकी असीम शक्ति को जगाता है। वास्तविक गुरु समभाव रखता है। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ.रणजीत सिंह अरोड़ा, पुणे महाराष्ट्र  ने कहा, देहधारी गुरु काम, क्रोध, लोभ

प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व अध्ययनशाला में हुआ गुरु पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा विभाग मध्य प्रदेश के निर्देशानुसार दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव कार्यक्रम को शृंखला के अंतर्गत आज दिनांक 22 जुलाई को प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व अध्ययनशाला में विद्यार्थियों द्वारा गुरु पूर्णिमा  कार्यक्रम आयोजित किया गया।  इस अवसर में विभाग के समस्त विद्यार्थी एवम शिक्षकगण उपस्थित थे। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने अपने विचार व्यक्त किए साथ ही उन्होंने मालवी में गुरुगीत का प्रस्तुतीकरण किया। कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विद्यार्थियों में सतीश दवे, रुचि शर्मा, अभिषेक आंजना, इंदिरा मालवीय, दीपक सोलंकी, परम वशिष्ठ, शरद गहलोत आदि सहित कई विद्यार्थी उपस्थित थे। इस अवसर पर सभी शिक्षकों ने आशीर्वचन दिए। विभागाध्यक्ष डॉक्टर विश्वजीत सिंह परमार ने कहा कि गुरु शिष्य की प्राचीन परंपरा का निर्वाह इस विभाग में हो रहा है जिसके लिए  छात्रों  की महत्वपूर्ण भूमिका है।  कार्यक्रम के उपरांत वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया। इस कार्यक्रम में समस्त शिक्षक गण उपस्थित थे जिनमें  डॉ प्रीति पांडे , डॉ अंजना सिंह गौर, डॉ हेमंत लो

गुरु पूर्णिमा के अवसर पर जेएनआईबीएम में किया गया पौधारोपण

उज्जैन। गुरु पूर्णिमा महोत्सव के दूसरे भाग में संस्थान में ई-गवर्नेंस सहायक प्रबंधक (DST) श्री सौरभ पांडेय ने पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान (JNIBM)-एमबीए डिपार्टमेंट, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के परिसर में आंवला पौधारोपण में सहभागिता की।  दूसरे चरण में कार्पोरेट जगत आईसीआईसीआई फाइनेंस एवं एसबीआई लाइफ़ से जुड़ी रही पूर्व विद्यार्थी मेघना चंदेल का स्वागत छात्राओं कविता रावत, कीर्ति पांडेय ने किया। शोधार्थी अंकित बिसेन, अभय जायसवाल ने भी पौधारोपण कार्य में सहभागिता की। संस्थान के निदेशक प्रो. धर्मेंद्र मेहता ने स्टाफ मेंबर्स के प्रयासों की सराहना की।

विक्रम विश्वविद्यालय में दो दिवसीय ई ग्रंथालय कार्यशाला का हुआ समापन

उज्जैन। महाराजा जीवाजीराव पुस्तकालय, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा राष्ट्रीय सूचना केंद्र, राजभवन भोपाल के सहयोग से ई-ग्रन्थालय पुस्तकालय सॉफ्टवेयर पर कार्यशाला आयोजित की गई। दिनांक 19-20 जुलाई 2024 को सम्पन्न दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन प्रथम सत्र में प्रशिक्षकों द्वारा ई-ग्रन्थालय सॉफ्टवेयर के सर्कुलेशन, सीरियल कंट्रोल मॉड्यूल एवं वेब ओपेक का प्रशिक्षण दिया गया एवं इसकी हैंड्स ऑन ट्रेनिंग दी गई।  कार्यशाला के द्वितीय सत्र की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. अखिलेश कुमार पांडेय ने की। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय सूचना केंद्र, राजभवन के जाइंट डॉयरेक्टर श्री जितेंद्र पाराशर, भोपाल एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा थे। कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में सॉफ्टवेयर डेवलपर श्री मोहनलाल, भोपाल उपस्थिति थे। कुलगुरु डॉ. अखिलेश कुमार पांडेय ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय पुस्तकालय में ई-ग्रन्थालय सॉफ्टवेयर को शत प्रतिशत उपयोग करने की जरूरत पर बल दिया।  कार्यक्रम का संचालन माधव विज्ञान महाविद्यालय के ग्रंथपाल डॉ. दीपक मीणा ने किया। कार्यक्रम पर अपने

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