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पटना में आयोजित सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे श्री अवधेश प्रताप सिंह, पीएस विधानसभा की एयरपोर्ट पर आत्मीय अगवानी

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏 भोपाल। पटना में आयोजित अखिलभारतीय  पीठासीन अधिकारी एवं विधायी निकायों के सचिव सम्मेलन में भाग लेने हेतु पहुँचने पर श्री अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधानसभा का जय प्रकाश नारायण एयरपोर्ट पर बिहार विधान सभा व प्रशासन के अधिकारियों द्वारा आत्मीय अगवानी की गई ।

डॉ आंबेडकर चिंतन शोध की अविराम यात्रा : प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा

उज्जैन। डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर का सार्वजनिक जीवन में प्रवेश समाज क्रांति के मार्ग को मोड़ देने वाला ऊर्जा स्रोत है। भारत के इतिहास में डॉ. आम्बेडकर का अद्वितीय स्थान है। इस दृष्टि से सामाजिक जीवन में उन्होंने बीसवीं सदी पर मूलगामी प्रभाव डाला है। डॉ. आम्बेडकर विषय नहीं, सम्पूर्ण जीवनशैली है। उनका जीवन-विमर्श शोध का विषय है, जिसे सम्पूर्णता में चिंतन की आवश्यकता है। बाबा साहब का चिंतन सामाजिक समता और बंधुत्व है। जिसे उन्होंने गहरे गंभीर शोध से ही स्थापित किया। जो देखने सुनने और गुनने से प्रारंभ हुआ। मतभेद-विभेद का गहरा संकट, व्याप्त विकृतियों से, असमानता के दंश देखा, सुना, अनुभूत किया। इसे बदलने, समाप्त करने की उनकी अविराम यात्रा प्रारंभ की। विषम परिस्थितियों में भी बाबा साहेब ने पढ़ने-चिन्तन शोध को न सिर्फ लेखों, पत्र पत्रिकाओं, किताबों के माध्यम से समाज में जागरूकता लाने  की प्रक्रिया प्रारंभ की बल्कि समाज परिवर्तन और समानता की लोकतांत्रिक व्यवस्था का रेखांकन भी बना लिया। जिसे हमें संविधान के रूप में मौलिक अधिकार के रूप में प्राप्त हुआ। उक्त विचार डॉ. आम्बेडकर पीठ द्वारा आयोजित दो द...

विक्रम विश्वविद्यालय में स्टार्टअप्स के लिए अभिनंदन एवं उद्यमिता को प्रोत्साहन

उज्जैन। नेशनल स्टार्टअप डे के अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय ने भारतीय स्टार्टअप परिदृश्य में पिछले एक दशक में आई जबरदस्त प्रगति और बदलाव को सलाम किया। कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने विद्यार्थियों और संकायों से स्टार्टअप इंडिया पहल में अपनी सक्रियता बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र श्री राधेश्याम गुप्ता का अभिनंदन करते हुए सभी युवा उद्यमियों को बधाई दी। कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान के निदेशक डॉ. धर्मेंद्र मेहता को 9वें स्टार्टअप संस्करण की अग्रणी और अनुकरणीय पहल के लिए बधाई दी। उन्होंने सामुदायिक स्तर पर इस तरह के आयोजनों के विस्तार की आवश्यकता को प्रमुखता से उठाया। श्री राधेश्याम गुप्ता द्वारा लगभग ₹ 5 करोड़ की प्रस्तावित डीसीपी स्टार्टअप परियोजना ताजपुर औद्योगिक क्षेत्र में प्रारम्भ की है। प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता ने इस परियोजना के लिए श्री राधेश्याम गुप्ता का अभिनंदन करते हुए उनके मलेशिया और सिंगापुर में एक दशक से अधिक का स्टॉक कंसल्टिंग अनुभव, जो उनकी सफलता में सहायक...

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान ने किसानों से जलवायु समुत्थान कृषि पर चर्चा कर, व्यावहारिक प्रशिक्षण तथा उन्नत कृषि यंत्रों का वितरण किया

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏 भोपाल । भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (भा.कृ.अनु.स-सी.आई.ए.ई), भोपाल ने 17 जनवरी, 2025 को ग्राम ‘काछी बरखेड़ा एवं सगोनिया’ जिला भोपाल में एन. आई. सी. आर. ए. प्रोजेक्ट के अंतर्गत, एससीएसपी-किसानों (36 किसानों) से जलवायु समुत्थान कृषि पर चर्चा और कृषि औजारों एवं यंत्रों पर कृषकों को व्यावहारिक प्रशिक्षण तथा उन्नत कृषि यंत्रों का वितरण किया।  इस सत्र के दौरान ग्राम की सरपंच महोदया श्रीमती रेखा मेहर की उपस्तिथि में आईसीएआर-सीआईएई भोपाल के डॉ. सी. एस. सहाय (प्रधान वैज्ञानिक एवं परियोजना अन्वेषक एन. आई. सी. आर. ए. प्रोजेक्ट), डॉ. मनोज कुमार (वरिष्ठ वैज्ञानिक), डॉ. मनीष कुमार (वरिष्ठ वैज्ञानिक), डॉ. बिक्रम ज्योति (वैज्ञानिक), डॉ. सतीश कुमार, डॉ. पूर्वी तिवारी और डॉ. कामेंद्र चक्रधारी (वरिष्ठ शोध अध्येता) ने जलवायु समुत्थान कृषि में विभिन्न पहलुओं पर व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया।  डॉ. सी. एस. सहाय ने जलवायु समुत्थान कृषि के बारे में किसानों  को अवगत कराया और जलवायु समुत्थान कृषि उपकरण के बारे में विस्तार से चर्चा ...

पीएस विधानसभा ने राजयोगिनी ब्र. कु. अवधेश दीदी से स्वास्थ्य लाभ की जानकारी हेतु सौजन्य भेंट की

भोपाल। अध्यात्म सेवा में समर्पित राजयोगिनी ब्र.कु. अवधेश दीदी, डायरेक्टर ब्र.कु.भोपाल जॉन व समन्वयक राजयोग प्रशासक विंग से श्री ए.पी. सिंह, प्रमुख सचिव, विधान सभा मध्यप्रदेश द्वारा स्वास्थ्य लाभ की जानकारी हेतु सौजन्य भेंट की गई।

डॉ. सविता भारल का असायमिक निधन

उज्जैन। शा. कालिदास कन्या महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर डॉ. सविता भारल का असायमिक निधन हो गया। वे राजनीति विज्ञान विषय के छात्रों और शोधार्थियों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय थी। उनके योगदान को शिक्षा जगत में हमेशा याद रखा जाएगा। प्रोफेसर डॉ. सविता भारल ने अपने नेत्र दान भी किए है जिनसे 4 लोगो को ज्योति भी मिलेगी। डॉ. सविता भारल श्री सी एल भारल, पूर्व प्राचार्य, सूर्य सागर दिगंबर जैन स्कूल की पुत्रवधू और डॉ. शैलेन्द्र भारल, विभागाध्यक्ष, वाणिज्य अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय की धर्मपत्नी थीं। उच्च शिक्षा विभाग ने उनके द्वारा दिए गए राजनीति विज्ञान विषय पर वीडियो लेक्चर भी प्रसारित किए, जो छात्रों के लिए अत्यधिक लाभकारी रहे। उनके अचानक चले जाने से शिक्षा जगत में गहरा शोक व्याप्त है और सभी दिवंगत आत्मा की सदगति की प्रार्थना करते हैं।

एनआईटीटीटीआर भोपाल में शोध और नवाचार के लिए नई कार्य संस्कृति

भोपाल।  एनआईटीटीटीआर भोपाल के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की प्रयोगशालाएं और पुस्तकालय अब शोध छात्रों, फैकल्टी सदस्यों, और प्रोजेक्ट पर कार्य करने वाले लोगों के लिए सामान्य अवकाश और शनिवार-रविवार को खुले रहेंगे।  संस्थान के निदेशक प्रो. सी.सी त्रिपाठी ने रिसर्च एवं डेवलपमेंट की नई कार्य संस्कृति के विकास पर बल देते हुए कहा कि संस्थान के संसाधनों का उपयोग शोध एवं नवाचार के लिए छात्र हित मे व्यापक रूप से होना चाहिए। संस्थान का उद्देश्य न केवल उच्च गुणवत्ता वाले तकनीकी शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि एक ऐसा वातावरण तैयार करना है जहाँ शोध और नवाचार की दिशा में अनगिनत अवसर हों।  डीन कॉर्पोरेट एंड इंटरनेशनल रिलेशन्स प्रो. पी.के पुरोहित ने बताया कि निटर की सेंट्रल लाइब्रेरी में शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों के लिए 30 इंटरनेशनल ऑनलाइन डाटाबेस के माध्यम से 15,000 ऑनलाइन जर्नल्स का एक्सेस किया जा सकता है। लगभग 2000 ई-बुक्स, 50 से अधिक मैगज़ीन पुस्तकालय में उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, लगभग 2,000 ई-बुक्स, 50 से अधिक मैगज़ीन और इंजीनियरिंग एजुकेशन से संबंधित एक समृद्ध कलेक्शन उपलब्ध है। पुस्तकालय...

केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (CIAE), भोपाल द्वारा सिंचाई पाइप के वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏 भोपाल । भा.कृ.अनु.प.-केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (CIAE), भोपाल की अनुसूचित जाति उपयोजना (SCSP) के तहत, भोपाल जिले के कुछ गाँवों जैसे बगोनीया, कलाखेड़ी, पृथ्वीपुरा, परवलिया सड़क और चंदेरी का चयन किया गया। इस उपयोजना के अंतर्गत, गाँवों के SC-BPL (अनुसूचित जाति-गरीबी रेखा से नीचे) लाभार्थियों को प्रत्यक्ष लाभ (DBT) के माध्यम से आजीविका सहायता प्रदान करना और चयनित कृषि उपकरणों का वितरण करना मुख्य गतिविधियों में से एक है। गुरुवार, 16 जनवरी, 2025 को आयोजित इस कार्यक्रम में, लाभार्थियों की आवश्यकताओं और पूर्व में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आधार पर, चयनित गाँवों के SC-BPL लाभार्थियों को सिंचाई पाइप/स्प्रिंकलर पाइप (प्रत्येक को 10 की संख्या में कुल 200 फीट) वितरित किए गए। इसमें कुल 80 किसानों को लाभान्वित करते हुए 800 पाइपों का वितरण किया गया, जिससे इन जरूरतमंद किसानों को सीधे लाभ प्राप्त हुआ। यह वितरण कार्यक्रम संस्थान परिसर में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। लाभार्थी किसानों ने इस योजना के माध्यम से मिली सुविधाओं पर संतोष व्यक्त किया और भविष्य में ...

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