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Showing posts from January, 2024

2 फरवरी को विक्रम विश्वविद्यालय में होने वाली राष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए विश्वविद्यालय में यू जी सी के प्रतिनिधियों द्वारा अहम बैठक ली गई

राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन के संबंध में विक्रम विश्वविद्यालय में हुई महत्वपूर्ण बैठक उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली के सौजन्य से 2 फरवरी को राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश के 270 से अधिक शासकीय, अशासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपति जुटेंगे। नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के स्वर्ण जयंती सभागृह में देश के विभिन्न भागों के शिक्षाविद 2 फरवरी 2024 को एकत्रित होंगे। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मध्य क्षेत्र क्रियान्वयन समिति के लीड कॉर्डिनेटर हैं। उनके मार्गदर्शन में यह आयोजन विक्रम विश्वविद्यालय में रखा गया है। इस संबंध विक्रम विश्वविद्यालय में अनेक बैठकों का आयोजन कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता

सांख्यिकी विषय ही डाटा साइंस का आधार - प्रो. राजपाल सिंह

विक्रम विश्वविद्यालय में वर्तमान दौर में सांख्यिकी के महत्व विषय पर विशेष व्याख्यान सम्पन्न  उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की सांख्यिकी अध्ययनशाला  में वर्तमान दौर में सांख्यिकी के महत्व विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस विशेष  व्याख्यान में भोपाल से आए प्रोफेसर राजपाल सिंह ने वर्तमान समय में सांख्यिकी की उपयोगिता के महत्व पर  प्रकाश डाला।  उन्होंने कहा कि निजी,  सहकारी एवं सरकारी एवं लगभग सभी क्षेत्रों में सांख्यिकी एवं उसके एक महत्वपूर्ण अवयव डाटा साइंस का उपयोग बहुत  किया जा रहा है। देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी  ने जो विकसित भारत के संकल्पना की है उसमें सांख्यिकी का बहुत बड़ा योगदान रहेगा। वर्तमान समय में विभिन्न सॉफ्टवेयर कंपनियां  सांख्यिकी के विशेषज्ञों को डाटा साइंस के कार्य के लिए अवसर प्रदान कर रही हैं। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों को सांख्यिकी की विभिन्न तकनीक  का अध्ययन कर  कंप्यूटर का अनुप्रयोग कर दक्षता हासिल करने की बात कही  और कहा कि सांख्यिकी ही डाटा साइंस का आधार है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ राजेश टेलर ने की। कार

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में मध्य निषेध संकल्प दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया

उज्जैन ऋषि नगर स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के प्रांगण में 30 जनवरी 2024 को मध्य निषेध संकल्प दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें ब्रह्मा कुमारीज में आए हुए भाई बहनों से प्रतिज्ञा करवाई और शपथ पत्र भरवाया , जिसमें ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी जी ने बताया कि राजयोग मेडिटेशन से हमारे मस्तिष्क में डोपामिन हार्मोन स्रावित होता है यह हार्मोन अंतर मन में आनंद और खुशी का संचार करता है जिससे अंदर में संतोष जागृत होता है और नशा करने की इच्छा धीरे-धीरे कम होने लगती है। आदरणीय उषा दीदी जी ने नशा मुक्ति प्रदर्शनी द्वारा सभी को नशा करने के कारण एवं दुष्परिणाम से अवगत कराया। इस कार्यक्रम में 50 लोगों ने भाग लिया।

विक्रम विश्वविद्यालय में गांधी जी की पुण्यतिथि पर रामराज्य की अवधारणा और महात्मा गांधी पर विशिष्ट परिसंवाद और व्याख्यान हुआ

राष्ट्र जीवन और पवित्र जीवन कैसा होना चाहिए, यह प्रतिबिंबित होता है राम राज्य में – कुलपति प्रो मेनन  नशे से नई पीढ़ी को पूरी तरह से मुक्त करने की जरूरत है – कुलपति प्रो पांडेय  विक्रम विश्वविद्यालय में गांधी जी की पुण्यतिथि पर रामराज्य की अवधारणा और महात्मा गांधी पर विशिष्ट परिसंवाद और व्याख्यान हुआ  शहीद दिवस पर मौन धारण कर दी गई स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि, गांधी जी की प्रतिमा पर की गई पुष्पांजलि और कला पथक दल द्वारा भजनों की प्रस्तुति हुई उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में गांधी जी की पुण्यतिथि पर रामराज्य की अवधारणा और महात्मा गांधी पर केंद्रित विशिष्ट परिसंवाद और व्याख्यान का आयोजन 30 जनवरी 2024 मंगलवार की प्रातः महाराजा जीवाजीराव पुस्तकालय परिसर में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सी जी विजयकुमार मेनन थे। अध्यक्षता कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने की। विषय प्रवर्तन विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक एवं निदेशक, गांधी अध्ययन केंद्र प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने किया। प्राध्यापक डॉ पूजा उपाध्याय ने रामराज

संसद व विधानमण्डल कार्यवाही के प्रसारण की भाँति समितियों हेतु विचार योग्य : प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल/मुंबई । अखिलभारतीय पीठासीन अधिकारियों तथा भारत के विधायी निकायों के प्रमुख सचिव/सचिवों के तीन दिवसीय सम्मेलन का सोमवार, 29 जनवरी, 2024 को मुंबई में समापन हुआ। विधान मण्डल सचिवों के सम्मेलन सत्र में श्री अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा ने विचार व्यक्त कर उल्लेख किया कि, वर्तमान में संसद के सदनों एवं विधान मंडलों की कार्यवाही का सीधा प्रसारण किया जा रहा है, परंतु विधायी समितियों की कार्यवाही प्रतिवेदन तक गोपनीय मानी जाने से सभापति या समिति सदस्य मीडिया को जानकारी नहीं दे सकते। इस पर कतिपयवार सदस्य विशेषकर प्रतिपक्ष के सदस्य व लोकलेखा के सभापति इस पर जोर देते हैं इसलिए इस संबंध में आज के परिप्रेक्ष में प्रक्रिया निर्धारण आवश्यक है।  सत्र की अध्यक्षता कर रहे लोक सभा महासचिव ने सहमति के साथ कहा कि, श्री सिंह द्वारा उठाया गया विषय सामयिक है इस संबंध में निराकरण हेतु अवश्य ही भविष्य में विचार किया जायेगा। प्रमुख सचिव महोदय के साथ श्री एम. एल. मनवानी, अवर सचिव द्वारा भी इस सम्मेलन में सहभागिता की गई। तत्पश्चात् सिद

बेंगलुरु में होगा अखिल भारतीय कला साधक संगम

उज्जैन। संस्कार भारती द्वारा चार दिवसीय अखिल भारतीय कला साधक संगम दिनांक 1 फरवरी 2024 से 4 फरवरी 2024 तक का आयोजन आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर बेंगलुरु में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें देश भर के 2500 से अधिक कलाकार व प्रतिनिधि भाग लेंगे। कला साधक संगम का उदघाटन दिनांक 01 फरवरी को मेसुर के महाराजा श्री यदुवीरा कृष्णदत्ता चामराजा वाडियार के मुख्य आतिथ्य में होगा, इस अवसर पर पद्मश्री मंजम्मा जोगथी प्रख्यात लोक कला गायक, डॉ श्री विक्रम संपथ इतिहासविद, लेखक एवं रायल हिस्टोरिकल सोसाइटी के फैलो सदस्य, पंडित श्री रवीद्र यवागल विख्यात तबला वादक एवं विजयनगर साम्राज्य के वंशज कृष्णदेवराया अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। कला साधक संगम में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुवे प्रांतीय प्रचार प्रमुख श्री गोपाल महाकाल ने बताया कि, सम्पूर्ण कार्यक्रम चार दिवसीय होने वाला है जिसमें प्रथम दिवस 01 फरवरी को नॉर्थ ईस्ट लोकनृत्य का कार्यक्रम होगा। दूसरे दिन सुबह सामाजिक समरसता का कला व साहित्य में योगदान विषय पर सेमिनार का आयोजन होगा। दोपहर को सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा जिसमें संस

महिला उद्यमिता एवं स्टार्टअप नवाचार के माध्यम से सशक्तीकरण

भारत सरकार द्वारा संचालित भारतीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग कार्यक्रम (ITEC) के अंतर्गत एनआईटीटीटीआर भोपाल द्वारा “महिला उद्यमिता एवं स्टार्टअप नवाचार के माध्यम से सशक्तीकरण" विषय पर कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।कार्यक्रम में बुल्गारिया, इथियोपिया, मंगोलिया, घाना, ताजिकिस्तान और कजाकिस्तान से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।  निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी ने अपने सन्देश में कहा कि विश्व ने व्यावसायिक उद्यमों में महिलाओं की शक्ति  को आभास किया हे की वे ईमानदार, मेहनती और अच्छी योजनाकार होती हैं। वित्त खरीद, उद्यमिता और स्टार्ट-अप योजनाओं के क्षेत्र में थोड़ा सा प्रोत्साहन तथा उपभोक्ता और बाजार के लिए पेशेवर दृष्टिकोण उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल बना सकता है।  कार्यक्रम के संयोजक प्रो निशीथ दुबे ने बताया कि कार्यक्रम में व्यवसाय नवाचार, लघु उद्यम शुरू करने की प्रक्रिया, महिला उद्यमियों का व्यक्तित्व, सफल महिलाओं का केस अध्ययन - विश्लेषण, विचार, समूह बनाना, महिला उद्यमियों के साथ बातचीत, व्यवसाय योजना, स्टार्ट-अप नीति  आदि पर ट्रेनिंग दी जा रही है।  कार्यक्रम की फैकल्टी डॉ अंज

समस्त विश्वविद्यालयों को एक पटल पर लाकर शैक्षणिक विचारों का आदान प्रदान हो सके, यही इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य - कुलपति प्रो पांडेय

  विक्रम विश्वविद्यालय में 270 से अधिक शिक्षाविदों का समागम होगा 2 फरवरी को उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सौजन्य से 2 फरवरी को राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश के 270 से अधिक शासकीय, अशासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपति जुटेंगे। नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की समीक्षा और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के स्वर्ण जयंती सभागृह में देश के विभिन्न भागों के शिक्षाविद 2 फरवरी 2024 को एकत्रित होंगे। इस महत्वपूर्ण कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री मंगुभाई पटेल करेंगे। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मध्य क्षेत्र क्रियान्वयन समिति के लीड कॉर्डिनेटर हैं। उनके मार्गदर्शन में यह आयोजन विक्रम विश्वविद्यालय में रखा गया है।  इस संबंध

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह उदयपुर में होगा

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का आठवां अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह 8 मार्च को राजस्थान के उदयपुर शहर में आयोजित करने में समस्त महिला इकाई के पदाधिकारी तन मन एवं पंजीयन शुल्क जमा करके सहयोग प्रदान करेंगे। यह विचार राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला इकाई डॉ शिव लोहारिया जयपुर ने बैठक में बताया कि समारोह हेतु आगामी आयोजन समिति के साथ कार्यक्रम हेतु विस्तृत कार्य योजना बने जावेगी। राष्ट्रीय बैठक में महासचिव डॉक्टर प्रभु चौधरी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के पूर्व आयोजन पुणे दिल्ली जयपुर इंदौर गाजियाबाद झाबुआ तथा इन्दौर में हुए हैं।  इस वर्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महासचिव महिला इकाई डॉ रेनू सिरोया उदयपुर की सद इच्छा है कि समारोह राजस्थान के ऐतिहासिक शहर में आयोजित किया जावे जिसकी स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में राष्ट्रीय उप महासचिव डॉक्टर शहनाज शेख एवं राष्ट्रीय संयोजक डॉ अरुणा शुक्ला मध्य प्रदेश महिला प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती अनीता भाटी एवं इन्दौर युवा संयोजक कविता वशिष्ठ , देवास राष्ट्रीय सचिव श्वेता मिश्र , पुणे प्रदेश महासचिव डॉक्टर अरुणा सराफ इंदौर आदि ने आयोजन में सहयोग का निर्णय लिया।

विक्रम विश्वविद्यालय में गांधी जी की पुण्यतिथि पर रामराज्य की अवधारणा और महात्मा गांधी पर विशिष्ट व्याख्यान होगा 30 जनवरी 2024 को प्रातः 10:45 बजे

मौन श्रद्धांजलि, गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि और कला पथक दल द्वारा भजनों की प्रस्तुति होगी उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में गांधी जी की पुण्यतिथि पर रामराज्य की अवधारणा और महात्मा गांधी पर केंद्रित विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन 30 जनवरी 2024 मंगलवार को प्रातः 10 : 45 बजे महाराजा जीवाजीराव पुस्तकालय परिसर में सम्पन्न होगा। मुख्य अतिथि महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सी जी विजयकुमार मेनन होंगे। अध्यक्षता माननीय कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय करेंगे।  यह जानकारी देते हुए विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक एवं निदेशक गांधी अध्ययन केंद्र प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा एवं विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष प्रो सत्येंद्र किशोर मिश्रा ने बताया कि पुस्तकालय प्रांगण में सामूहिक मौन धारण कर गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी। पुस्तकालय परिसर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, मध्यप्रदेश शासन के सहयोग से नशा निषेध पर केंद्रित प्रदर्शनी संयोजित की जाएगी तथा कला पथक दल द्वारा गांधी जी के प्रिय भजनों एवं मद्य निषेध गीतों की प्रस्तुति

स्मृति शेष । अशोक वक्त का जाना उज्जयिनी के कला जगत के वक्त का ठिठक जाना है - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन

वरिष्ठ कला समीक्षक, कवि और वक्ता श्री अशोक वक्त का शनिवार सुबह असामयिक निधन हो गया है। उनका जाना कला जगत के वक्त का ठिठक जाना है। वे प्रेरणाधर्मी कवि, कला समीक्षक, स्तंभकार और सम्पादक थे। सांस्कृतिक पत्रकारिता जब अपने शुरुआती दौर में ही थी, अशोक जी ने न केवल उसे समृद्ध किया, वरन नई पीढ़ी के समीक्षकों की राह सुगम बनाई। वे आजीवन लेखनरत रहे। रंगमंच और कला समीक्षा के क्षेत्र में उन्होंने नए प्रतिमान रचे थे। नईदुनिया जैसे प्रतिष्ठित अखबार के लिए उन्होंने अनेक दशकों तक नियमित कला समीक्षाएँ लिखीं। श्री अशोक वक्त का जन्म श्री भालचंद्र जोशी के संस्कारशील परिवार में 2 नवम्बर 1952 को उज्जैन में हुआ था। नानाजी श्रीकृष्ण दुबे ने उन्हें गोद ले  लिया था, जो पुराने दौर के प्रतिष्ठित स्टेशन मास्टर थे। उन्हीं के यहां उच्च शिक्षित और अभिजात्य वातावरण में उनकी परवरिश हुई थी। यही परिवेश उनकी विशिष्ट लेखन और जीवन शैली की पृष्ठभूमि बना। उन्होंने कई कला और संस्कृतिकर्म पर केंद्रित अनेक पत्र पत्रिकाओं का सम्पादन, प्रकाशन और स्तम्भ लेखन किया। इनमें कश्मकश, पुरुषार्थ प्रताप विक्रांत भैरव दर्शन आदि उल्लेखनीय ह

विक्रम विश्वविद्यालय में उल्लासपूर्वक मनाया गया गणतंत्र दिवस

विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए शिक्षा जगत से सभी लोग तत्पर रहें – कुलपति प्रो पांडेय   उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में गणतंत्र दिवस उल्लासपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम में कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय द्वारा ध्वजारोहण किया गया। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा, कार्यपरिषद सदस्य श्री संजय नाहर एवं कमांडिंग ऑफिसर कर्नल जी पी चौधरी थे। मुख्य अतिथि कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय की अगवानी कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, डी एस डब्ल्यू डॉ एस के मिश्रा, एन.सी. सी. कैप्टन डा. कानिया मेड़ा, क्रीड़ा निदेशक डॉ वीरेंद्र चावरे, रासेयो समन्वयक डॉ विजय वर्मा आदि ने की। लोक गायिका स्नेहा गेहलोत द्वारा राष्ट्रभक्ति गीत की सरस प्रस्तुति की गई।   कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर ऐसे असंख्य अमर वीरों को मैं विश्वविद्यालय परिवार की ओर से हार्दिक श्रद्धा-सुमन अर्पित करता हूँ, जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए विश्वविद्यालय से जुड़े सभ

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