प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, उज्जैन में चिकित्सा दिवस समारोह संपन्न — डॉक्टर्स को बताया ईश्वर के भेजे हुए फरिश्ते
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डॉक्टर नीलेश बिजापारी जी का सम्मान करते हुए ब्रह्माकुमारी उषा दीदी ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी |
उज्जैन | 1 जून 2025 — प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, ऋषिनगर उज्जैन में 1 जून को "चिकित्सा दिवस" बड़े ही श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी उषा दीदी जी और मंजू दीदी जी की विशेष उपस्थिति में शहर के अनेक प्रतिष्ठित डॉक्टरों का सम्मान किया गया।
इस समारोह में डॉ. निलेश बिजापारी, डॉ. कौस्तुभ, डॉ. जितेंद्र जयसवाल, डॉ. प्रद्युम्न मलिक, श्री अभिलाष मलिक, डॉ. शैलेश कचोलिया सहित अनेक चिकित्सकों को उनकी समाज सेवा और चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान हेतु सम्मानित किया गया।
समारोह के दौरान ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी उषा दीदी जी ने संबोधित करते हुए कहा, “एक डॉक्टर की जिंदगी हमेशा दूसरों को बचाने में समर्पित होती है। मरीजों की देखभाल करना, उनका इलाज करना, जटिल ऑपरेशन करना और हर दिन ऐसे निर्णय लेना, जिन पर किसी की जिंदगी टिकी होती है — यह सब ईश्वर द्वारा दिए गए अद्भुत कार्य हैं। डॉक्टर वास्तव में परमात्मा के भेजे हुए फरिश्ते हैं।”
दीदी जी ने डॉक्टर शब्द का भावार्थ भी प्रस्तुत करते हुए कहा कि एक सच्चे डॉक्टर में निम्नलिखित गुणों का होना आवश्यक है:
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D - Devotion (समर्पण)
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O - Optimistic (आशावादी सोच)
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C - Concentration (एकाग्रता)
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T - Togetherness / Oneness (एकता)
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R - Responsibility (जिम्मेदारी)
दीदी जी ने आगे कहा कि ये सभी गुण आज के डॉक्टरों में स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं और यही कारण है कि वे समाज में एक विशेष स्थान रखते हैं। समारोह के अंत में सभी उपस्थित डॉक्टरों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
यह आयोजन चिकित्सा क्षेत्र के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने तथा डॉक्टरों के सेवा-भाव को नमन करने का एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया।
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