पं. मोरेश्वर शास्त्री द्वारा महाकवि कालिदास पर किये शोध एवं तिथि निर्धारण को नमन करता हूँ - प्रो. त्रिपाठी
महाकवि कालिदास जयंती समारोह संपन्न
उज्जैन। पं. मोरेश्वर शास्त्री समिति द्वारा महाकवि कालिदास जयन्ती का आयोजन महाकाल लोक स्थित त्रिवेणी संग्रहालय में किया गया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व संस्कृत विभाग अध्यक्ष डॉ.केदारनारायण जी जोशी ने कहा कि पं. मोरेश्वर शास्त्री ने काल गणना एवं महाकवि के काव्य ग्रंथों के आधार पर ही जन्मतिथि निर्धारण की हैं ।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि पं. मोरेश्वर शास्त्री ने महाकवि कालिदास का जन्म नाम चंद्रचूड़ बताया जो शोध ग्रंथ कालिदास अकादमी में सुरक्षित हैlन महाकवि कालिदास का उज्जैन से अनुराग सुप्रसिद्ध है। पंडित मोरेश्वर शास्त्री ने उनके जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण प्रसंग और स्थलों का अध्ययन कर विद्वानों को अवगत कराया। कालिदास के साहित्य में मालवा क्षेत्र और उज्जैन के पर्यावरण और संस्कृति का मनोहारी चित्रण मिलता है, उसके आधार पर पर्यटन और विकास की भावी दिशा मिलती है।
विशेष आमंत्रित अतिथि डॉ उपेंद्र भार्गव ने कहा कि पं. मोरेश्वर शास्त्री जी द्वारा महाकवि की जन्मतिथि निर्धारण एवं शोध एक प्रेरणा स्त्रोत हैं ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो. राधा वल्लभ त्रिपाठी (पूर्व कुलपति) ने कहा कि ज्यो. पं. मोरेश्वर शास्त्री द्वारा महाकवि कालिदास पर किये गए शोध एवं तिथि निर्धारण को नमन करता हूँ ।
सर्व प्रथम सभी अतिथियों ने महाकवि कालिदास, माँ सरस्वती एवं पं. मोरेश्वर शास्त्री के चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ कियाl 21 बटुक पंडितों द्वारा स्वस्ति वाचन किया गया। तत्पश्चात् मातृ शक्तियों ने श्री गणेश वंदना एवं शिव आराधना से उपस्थित सभी का मन मोहा ।
कार्यक्रम में पूर्व निगम सभापति सोनू जी गहलोत, पंडा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. राजेश जी त्रिवेदी, पार्षद बहन माया त्रिवेदी, अ.भा.ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेंद्र जी चतुर्वेदी, पं. नारायण जी उपाध्याय, जगदीश जी पंचाल, पूर्व पार्षद पं. गिरीश जी शास्त्री, पार्षद पं. अर्पित जी दुबे, पं. अरविंद जी उपाध्याय, पं. वीरेंद्र जी त्रिवेदी, पं. महेंद्र जी उपाध्याय पत्रकार पं. योगेश शर्मा सहित बड़ी संख्या में नागरिक गण उपस्थित थे।
इस अवसर पर पं.मोरेश्वर शास्त्री की स्मृति में चंद्र धर्मशाला में बुद्धि बल शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विजेता प्रतिभागियों को समिति के आयोजकों अनूप दीक्षित,उपेंद्र दीक्षित, शरद चंद्र व्यास, राजेश कुशवाह, नीरज कुशवाह महेश दीक्षित, चितरंजन दीक्षित,अरविंद दीक्षित अपूर्व दीक्षित, अंकित दीक्षित ने पुरुस्कार देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम का संचालन पं. विकास शर्मा ने किया। अंत में आभार आयोजक पं. उपेंद्र दीक्षित ने मानाl कार्यक्रम मे संतोष जी पंड्या, पूर्व निगम सभापति सोनू गहलोत पं. राजेश जी त्रिवेदी जी का समिति की ओर से पुष्प माला, दुपट्टा, स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
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