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धन्वंतरी आयुर्वेद महाविद्यालय, उज्जैन में एम.डी. एवं पीएच.डी. शोधार्थियों हेतु शोध प्रबंध प्रस्तुति एवं एथिकल क्लीयरेंस कार्यक्रम संपन्न


उज्जैन। गवर्नमेंट धन्वंतरी आयुर्वेद महाविद्यालय, उज्जैन में आज सत्र 2024–25 के एम.डी. तथा पीएच.डी. के शोधार्थियों हेतु शोध प्रबंध (Synopsis) की प्रस्तुति एवं एथिकल क्लीयरेंस (Ethical Clearance) हेतु विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शोध कार्यों की विधिपूर्वक प्रस्तुति की गई और नैतिक मापदंडों के अनुसार उनकी समीक्षा की गई।
कार्यक्रम में डॉ बी एम व्यास पूर्व प्रधानाचार्य आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन, डॉ ओ पी व्यास विश्वविद्यालय प्रतिनिधि, डाँ सुब्रतो नायक आयुर्वेद महाविद्यालय इंदौर उपस्थित थे।


🔶 कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख अतिथिगण —

• डॉ. बी.एन. व्यास

• डॉ. मनु गौतम

• डॉ. समता पटेल

• डॉ. रुचि पटेल

इन सभी विशेषज्ञों ने शोधार्थियों को उनके प्रस्तावित विषयों पर गहन मार्गदर्शन प्रदान किया एवं उन्हें नैतिक शोध प्रक्रिया के महत्व को समझाया।

🔷 कार्यक्रम की अध्यक्षता:

• डॉ. शिरोमणि मिश्रा

• डॉ. योगेश वाणे

🔷 मुख्य मार्गदर्शन:

• प्राचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया

डॉ. चौरसिया ने अपने संबोधन में कहा कि अनुसंधान विद्यार्थियों के शैक्षणिक जीवन का आधार है, और एथिकल क्लीयरेंस एक अत्यंत आवश्यक प्रक्रिया है जिससे शोध की विश्वसनीयता और सामाजिक स्वीकार्यता सुनिश्चित होती है।



🧾 कार्यक्रम में शोध विषयों की प्रस्तुति
प्रत्येक शोधार्थी ने अपने-अपने विषय की रूपरेखा प्रस्तुत की जिसमें उद्देश्य, शोध की कार्यप्रणाली, संभावित निष्कर्ष, तथा समाज में उपयोगिता जैसे पहलुओं को सम्मिलित किया गया। प्रस्तुति के उपरांत विशेषज्ञों द्वारा प्रश्न पूछे गए एवं शोध के स्तर को ऊँचा उठाने के सुझाव भी दिए गए।

🎓 छात्रों की भागीदारी
स्नातकोत्तर (MD) एवं पीएच.डी. के कुल 18 विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और अपने विषयों का विस्तार से विवरण प्रस्तुत किया। सभी विद्यार्थियों ने PowerPoint के माध्यम से सुंदर एवं प्रभावशाली प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन और आगामी अनुसंधान चरणों की सफलता की शुभकामनाओं के साथ हुआ।

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