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Showing posts from December, 2022

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मातुश्री हीरा बा को विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित

शोक सभा में याद किया गया श्रीमती हीरा बा के अप्रतिम योगदान को उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के सुमन मानविकी भवन में देश के यशस्वी प्रधानमन्त्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी की आदरणीय मातुश्री श्रीमती हीराबेन मोदी जी के असामयिक दुखद निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई इस सभा में श्रीमती हीरा बा के अप्रतिम योगदान का स्मरण किया गया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि आदरणीया हीरा बा का सम्पूर्ण जीवन संघर्षमय रहा। उन्होंने अपने पुत्र को उत्कृष्ट संस्कार देते हुए राष्ट्र के प्रति समर्पित किया। उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए स्वयं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने मातुश्री हीरा बा के सादगीपूर्ण अंतिम संस्कार के तत्काल बाद अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए देश दुनिया के लोगों के मध्य आदर्श कार्य संस्कृति जाग्रत करने की प्रेरणा दी। शोक सभा में विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो. शैलेन्द्रकुमार शर्मा, विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ एस के

प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विद्यार्थियों ने कुलपति प्रो पाण्डेय के निर्देशन में मत्स्य विभाग के तालाब पर प्रायोगिक प्रशिक्षण प्राप्त किया

कुलपति प्रो पांडेय के निर्देशन में तालाब पारिस्थितिकी में उपस्थित विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया एवं फंगी का अध्ययन किया विद्यार्थियों ने उज्जैन । प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विद्यार्थियों ने मत्स्य विभाग मध्यप्रदेश शासन के तालाब पर विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय एवं विभाग के शिक्षकों के साथ उपस्थित होकर प्रायोगिक प्रशिक्षण प्राप्त किया। इंदौर रोड स्थित मत्स्य पालन विभाग, मध्य प्रदेश शासन के तालाबों पर प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विद्यार्थियों द्वारा उपस्थित हो कर मत्स्य एकत्रीकरण में प्रयुक्त की जाने वाली विभिन्न प्रकार के मत्स्य जाल की जानकारी प्राप्त की तथा उनका उपयोग करते हुए मत्स्य एकत्रीकरण का कार्य किया। इसी प्रकार प्लैंकटन नेट का उपयोग करते हुए प्लैटोनिक ऑर्गनिज़मस को एकत्रित किया। कुलपति प्रोफेसर पाण्डेय द्वारा तालाब पारिस्थितिकी में उपस्थित विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया एवं फंगी के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए, उनसे संभावित रोगों पर प्रकाश डाला गया। मत्स्य अधिकारी श्रीमती विनीता गौतम ने मत्स्य एकत्रीकर

सुरक्षा है सफलता का मूल, कभी भी ना इसे जाना भूल - चन्दन कुमार

  उज्जैन। पूर्व छात्र एवं सामाजिक प्रकोष्ठ के अंतर्गत कंप्यूटर विज्ञान संस्थान, आइक्यूएसी विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन एवं एलेगिस इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला के अंतिम दिवस पर साइबर सिक्यूरिटी एवं सोशल इंजीनियरिंग विषय पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ| संगोष्ठी की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय जी द्वारा की गई। संगोष्ठी की रूपरेखा डॉ. लोकेश कुमार लड्ढानी ने प्रस्तुत की। कंप्यूटर विज्ञान संस्थान तथा आइक्यूएसी विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के निदेशक डॉ. उमेश कुमार सिंह ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सभी अतिथियों का सम्मान किया। आपने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि किस प्रकार से यह कार्यशाला आपके ज्ञान के भंडार को विपुल्लित करेगी। आपने यह भी बताया साइबर सिक्योरिटी के अंतर्गत एथिकल हैकर्स की एक बड़ी टीम होती है, जो आपका डेटा चोरी होने, डेटा डिलीट होने या आपके किसी भी डिवाइस को नुकसान होने से बचाते हैं, इसे इनफार्मेशन सिक्योरिटी और टेक्नोलॉजी सिक्योरिटी के नाम से भी जाना जाता है। साइबर सिक्योरिटी एक

भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटीए), प्रयागराज के प्रो नितेश पुरोहित ने कुलपति प्रो पाण्डेय से आई. आई. एम. द्वारा विकसित किये गए फ्लेक्सिबल अकादमिक प्रोग्राम पर चर्चा की

उज्जैन। भारत सरकार द्वारा स्थापित, ट्रिपलआईटीए एक्ट 2014 द्वारा संचालित, राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थान, ट्रिपलआईटीए, प्रयागराज ने 29 जुलाई 2020 को राष्ट्रीय शिक्षा निति की घोषणा होते ही त्वरित कार्यवाही करते हुए तकनीकी शिक्षा के लिए नया मॉडल तैयार किया है। दिनांक 29 दिसंबर 2022 को ट्रिपलआईटीए प्रयागराज के प्रोफेसर नितेश पुरोहित ने उज्जैन पधारने पर इस मॉडल की चर्चा माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव जी के निर्देशित किये जाने पर विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के माननीय कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय से की। कुलपति जी को मॉडल के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि तकनीकी शिक्षा के नए मॉडल बनाये जाने हेतु विचार मंथन शुरू किया गया है। अतः दिसंबर 2022 को ट्रिपलआईटीए, प्रयागराज में एक विशाल राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान विशेषज्ञों से परिचर्चा के बाद सर्वसम्मति से फ्लेक्सिबल एकेडेमिक प्रोग्राम मॉडल बनाया, जिससे उनकी संस्था के प्रवेश में अत्यधिक वृद्धि हुई। इस सार्थक चर्चा में भाग लेने के बाद माननीय कुलपति जी ने बताया कि ट्रिपलआईटीए, प्रयागराज द्वारा संचालित यह प्रोग्राम प्रशंसा के य

जिज्ञासा और सहानुभूति एक सफल इंटीग्रेशन इंजीनियर के दो सबसे मूल्यवान कौशल लक्षण है - अभिषेक त्रिपाठी

उज्जैन । कौशल विकास एवं सामाजिक प्रकोष्ठ के अंतर्गत कंप्यूटर विज्ञान संस्थान, आइक्यूएसी विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन एवं एलेगिस इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला के तृतीय दिवस सिस्टम इंटीग्रेशन एंड मिडिलवेयर विषय पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। संगोष्ठी की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडे द्वारा की गई। संगोष्ठी की रूपरेखा डॉ. लोकेश कुमार लड्ढानी ने प्रस्तुत की। कंप्यूटर विज्ञान संस्थान तथा आइक्यूएसी विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के निदेशक डॉ. उमेश कुमार सिंह ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि सिस्टम इंटीग्रेशन एक समय बचाने वाली तकनीक है जो दो या दो से अधिक सिस्टम के फायदों का उपयोग करती है। यह व्यवसायो की लागत कम करने तथा उनकी उत्पादकता में सुधार करने में मदद करता है। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता एवं संस्थान के पूर्व छात्र अभिषेक त्रिपाठी जी जो कि वर्तमान में स्पार्क न्यूजीलैंड में इंटीग्रेशन कंसलटेंट के पद पर कार्यरत हैं ने कहा कि आप जो नौकरी चाहते हैं उसके लिए आपके पास मौजूद नौकरी में कौशल का निर्माण करें

विक्रम विश्वविद्यालय ने 2022 में कई उपलब्धियाँ हासिल कीं, 2023 में नई इबारत लिखने की तैयारी

उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय ने वर्ष 2022 में कई नई उपलब्धियाँ जैसे पाठ्यक्रमों की संख्या में वृद्धि, छात्रों की संख्या में वृद्धि, छात्रों के लिए जॉब फेयर का आयोजन आदि हासिल की है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय के सशक्त, दूरदर्शी, सृजनात्मक, सहज, लोकप्रिय नेतृत्व क्षमता एवं कुशल मार्गदर्शन और कार्यपरिषद की सक्रिय भूमिका से विश्वविद्यालय प्रगति के नए सोपानों की ओर आगे बढ़ रहा है। एक वर्ष  के दौरान विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मक एवं सृजनात्मक शक्तियों में वृद्धि करते हुए अपने अंदर राष्ट्र निर्माण की भावना, अनुशासन, प्रशिक्षण, रोजगार सृजन, सामाजिक दायित्व, बौद्धिकता आदि जैसे गुणों को विकसित करने में सफलता प्राप्त की है। प्रोफेसर पाण्डेय की दूरदर्शिता इसी से पता चलती है कि उन्होंने 2023 में विश्वविद्यालय को नए मुकाम पर पहुंचाने की तैयारी कर ली है। 2022 की प्रमुख उपलब्धियाँ-  राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन हेतु एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय संगोष्ठियों का आयोजन किया गया जिनमें प्रमुख राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के माध्यम से " स्वतंत

क्लाउड कंप्यूटिंग आपके डाटा को स्टोर करने तक ही सीमित नहीं, बल्कि व्यवसाय उन्नति और समय की बचत में भी सहायक - गोविंद सेठिया

उज्जैन । रिसर्च एवं डेवलपमेंट प्रकोष्ठ के अंतर्गत कंप्यूटर विज्ञान संस्थान, आइक्यूएसी विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन एवं एलेगिस इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला के द्वितीय दिवस क्लाउड कंप्यूटिंग विषय पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ। संगोष्ठी की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय द्वारा की गई। कंप्यूटर विज्ञान संस्थान तथा आइक्यूएसी, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के निदेशक डॉ. उमेश कुमार सिंह ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी क्लाउड कंप्यूटिंग का बखूबी उपयोग होता है। आजकल अधिकतर छात्र ई लर्निंग को काफी पसंद कर रहे हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग शैक्षणिक संसाधनों को ऑनलाइन एक्सेस करने में सहायक है, क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग करने पर आप की लागत काफी कम हो जाती है, क्योंकि इसमें किसी भी तरह का महंगा सिस्टम या इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता एवं संस्थान के पूर्व छात्र गोविंद सेठिया, जो कि वर्तमान में कॉग्निजेंट यूनाइटेड किंगडम में सीनियर मैनेजर के प

यू. जी. सी. द्वारा कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय सेंट्रल जोन कमेटी के लीड कोर्डिनेटर मनोनीत

उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय को नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन हेतु विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा गठित सेंट्रल जोन कमिटी का लीड कोर्डिनेटर मनोनीत किया गया। केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लागू किये जाने के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा समय-समय पर इसके कियान्वयन के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाये गए हैं, जिनमें बहु विषयक एवं लचीली शिक्षा प्रणाली अपनाना और शिक्षा का आंतरीकरण जैसे प्रयास शामिल हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सतत प्रयासों से भारत में नई शिक्षा नीति को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास निरंतर जारी है, किन्तु भारत एक विशाल एवं अत्यधिक जनसंख्या वाला देश है। इसी कIरण से यहाँ किसी भी नई नीति को जन-जन में प्रसारित करना एक जटिल कार्य होता है। इसी कार्य को आसान करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने सम्पूर्ण भारत को 5 प्रमुख क्षेत्रों में विभाजित करते हुए 5 विशिष्ट समिति का गठन किया है, जिनका मुख्य कार्य नई शिक्षा नीति को सरल भाषा में भारत के साधारण जन मानस तक पहुंचाने का होगा। इन समित

एनआईटीटीटीआर भोपाल सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस टीचर्स एवं स्टूडेंट्स के लिए बना आकर्षण का केंद्र

भोपाल । एनआईटीटीटीआर भोपाल ने इंडस्ट्री 4.0 और डिजिटलीकरण के क्षेत्र में उच्च कौशल प्रशिक्षण औद्योगिक परामर्श और अनुसंधान कार्य प्रदान करने के लिए सीमेंस इंडस्ट्री साफ्टवेयर (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के साथ संयुक्त रूप से सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस स्थापित किया है। एनआईटीटीटीआर भोपाल के निदेशक प्रो सी सी त्रिपाठी के अनुसार निटर भोपाल सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस टीचर्स एवं स्टूडेंट्स के लिए आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। इस सेंटर की स्थापना के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार स्पेशलाइज्ड लेब में उद्योग जगत के लिए मानव संसाधन की आपूर्ति सुलभ की जा सकेगी। इस केन्द्र में इंटर डिसीप्लेनरी विषयों के 300 से ज्यादा स्नातक स्तर के विद्यार्थी एक साथ रियल लाईफ की इंजीनियरिंग प्रोब्लम्स पर सिमुलेशन टूल्स व हाई एण्ड हार्डवेयर के माध्यम से अपेक्षित परिणाम प्राप्त कर सकेगें। इस केन्द्र में देश के बिभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से बिद्याथियों की ट्रेनिंग के लिए आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। केन्द्र के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रो के के जैन के अनुसार सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में ग्यारह लैब्स हैं संस्था

मध्यप्रदेश युवा नीति में सहभागी बने नई पीढ़ी - उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव

मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बनाई जा रही युवा नीति समग्र विकास के लिए सुखद अवसर - श्री आनंद कुमार मध्यप्रदेश युवा नीति के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ महत्त्वपूर्ण आयोजन विक्रम कीर्ति मंदिर में मध्यप्रदेश युवा नीति के सम्बंध में हुआ विमर्श उज्जैन । मध्यप्रदेश युवा नीति के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में दिनांक 27 दिसम्बर को विक्रम कीर्ति मंदिर में संध्या को महत्त्वपूर्ण आयोजन किया गया। मध्यप्रदेश युवा नीति के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में आयोजित इस कार्यक्रम में माननीय उच्च शिक्षा मंत्री, मध्य प्रदेश शासन डॉ मोहन यादव ने युवाओं को मध्य प्रदेश की युवा नीति के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान किया। इस अवसर पर सुपर थर्टी के पुरोधा प्रसिद्ध शिक्षाविद् और गणितज्ञ श्री आनंद कुमार, पटना ने विद्यार्थियों के मध्य प्रेरणादायक उद्बोधन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री मध्य प्रदेश शासन डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि युवाओं के संपूर्ण विकास और उनकी व्यापक सहभागिता के लिए मध्य

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