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Showing posts from March, 2022

युवा पीढ़ी प्रेरणा ले प्रो प्रेमलता जी जैसे शिक्षकों से - कुलपति प्रो पांडेय

अधिवार्षिकी सेवानिवृत्ति पर विक्रम  विश्वविद्यालय की आचार्य प्रो चुटैल का हुआ सारस्वत सम्मान  हिंदी अध्ययनशाला में  विदुषीप्रवर प्रो. प्रेमलता चुटैल सौप्रस्थानिक एवं सारस्वत सम्मान समारोह सम्पन्न हिंदी अध्ययनशाला में हुआ पूर्व छात्र सम्मेलन उज्जैन - विदुषीप्रवर एवं हिंदी अध्ययनशाला की आचार्य और पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो प्रेमलता चुटैल के सौप्रस्थानिक एवं सारस्वत सम्मान समारोह का आयोजन दिनांक 31 मार्च 2022 को मध्याह्न में कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में वाग्देवी भवन स्थित हिंदी अध्ययनशाला के सभागार में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर आयोजन के सारस्वत  अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय एवं रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रामराजेश मिश्र, वरिष्ठ कवि डॉ शिव चौरसिया, हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा, प्रो गीता नायक, प्रो हरिमोहन बुधौलिया, डॉक्टर जगदीश चंद्र शर्मा, प्रतिष्ठा शर्मा आदि ने प्रोफ़ेसर चुटैल के जीवन, व्यक्तित्व और उनके योगदान पर प्रकाश डाला।  इस अवसर पर संबोधित करते हुए कुलपति प्रोफ़ेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि आदर्श शिक्षक कभी रिटायर्ड नहीं

छब्बीसवाँ दीक्षान्त समारोह चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, गुड़ी पड़वा, 2 अप्रैल को उज्जैन में

विक्रम विश्वविद्यालय के छब्बीसवें दीक्षांत समारोह के लिए पंजीकृत पात्र विद्यार्थियों की रिहर्सल होगी 1 अप्रैल को दो बार उज्जैन - विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के छब्बीसवें दीक्षान्त समारोह का आयोजन कुलाधिपति एवं राज्यपाल, मध्यप्रदेश माननीय मंगुभाई पटेल की अध्यक्षता एवं माननीय डा. मोहन यादव, मंत्री, उच्च शिक्षा, म.प्र. शासन के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न होगा।  यह आयोजन चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, गुड़ी पड़वा, दिनांक 2 अप्रैल 2022 को प्रातः काल 11:30 बजे विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन परिसर स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में होगा। समारोह में दीक्षांत भाषण सारस्वत अतिथि नोबेल पुरस्कार विजेता, प्रसिद्ध समाजसेवी और चिंतक श्री कैलाश सत्यार्थी, नई दिल्ली देंगे। समारोह के सम्माननीय अतिथि माननीय श्री अनिल फिरोजिया, संसद सदस्य, लोकसभा, माननीय श्री पारसचन्द्र जैन, विधायक, म.प्र. विधानसभा होंगे। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय विद्यार्थियों को आशीर्वचन प्रदान करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति एवं कार्यपरिषद् के सदस्यों ने दीक्षान्त समारोह में प्रबुद्धजनों को सादर आमंत्रित किया है। पंजीकृत पात्र विद्यार्थियों को द

स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी स्वर्गीय रामचंद्र रघुवंशी काका जी की स्मृति में 24 वां राष्ट्रीय क्रांतिवीर अवार्ड 2022 सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी को प्रदान किया जाएगा

उज्जैन - सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता, संग्राम सेनानी, समाजसेवी, लेखक, पत्रकार ,चिंतक स्वर्गीय रामचंद्र रघुवंशी "काका जी" की पुण्य स्मृति में स्थापित राष्ट्र क्रांतिवीर अवार्ड 2022 से देश के सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद, पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण संगठन के संस्थापक पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी को दिनांक 4 अप्रैल 2022 सोमवार को 6:30 दत्तअखाड़ा घाट पर क्रांतिवीर अवार्ड से अलंकृत किया जाएगा। काका जी पुण्य स्मरण समारोह के संयोजक डॉ प्रकाश रघुवंशी व ओम प्रकाश खत्री ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि भारत के पर्यावरण के बेहतरी को किए गए अपने कार्यों और प्रयासों के लिए देश-विदेश के जाने-माने पर्यावरणविद , हिमालयन पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण संगठन के संस्थापक उत्तराखंड के डॉक्टर अनिल प्रकाश जोशी ने अपना संपूर्ण जीवन पर्यावरण की सुरक्षा हेतु समर्पित किया है। स्वर्गीय श्री रामचंद्र जी रघुवंशी काका जी की स्मृति मे इस का आयोजन पिछले 23 वर्षों से सतत किया जा रहा है ।पिछले 2 वर्षों से कोरोना के दौरान वर्चुअल रूप से मनाया गया । राष्ट्रिय चेतना के भाव को जागृत करने में अपनी अहम भूमिका निभाने वाली

शिक्षक कभी भी सेवानिवृत्त नहीं होता - डॉ. चौधरी

शिक्षक का व्यक्तित्व ही ऐसा बन जाता है कि जीवन पर्यन्त शिक्षा प्रदान करता है। अपने विद्यार्थियों एवं समाज में कुछ भी गलत कार्य पर रोक लगाता है इसीलिये कहा जाता है कि शिक्षक की सेवानिवृत्ति शिक्षा विभाग से होती है शिक्षकीय कार्य से नहीं होता है। उक्त विचार आदर्श शिक्षक डॉ. प्रभु चौधरी ने अपने मित्र प्राथमिक विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक श्री अनवर अली खिलोरिया की 36 वर्ष की शिक्षकीय सेवा के पश्चात् आज सेवानिवृत्त के समारोह में व्यक्त किये। समारोह की अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य श्री विमलकुमार सूर्यवंशी ने की। संचालन श्री अनिल सेठिया ने एवं आभार नीना देवड़ा ने माना। सेवानिवृत्ति पर सम्मान में श्री खिलोरिया ने स्टॉफ के सहयोग के लिये धन्यवाद दिया। समारोह में शिक्षक मोहनलाल चन्द्रवंशी, कालूराम वाघेला, बापूलाल चन्द्रवंशी, राकेश चौरडिया, शिक्षिका मनीषा मोदी, स्नेहलता शर्मा, आशा देवडा, समीन मंसुरी, नीना तबस्सुम, सलमा मंसुरी, चन्द्रकांता चवरासिया, राजीव शर्मा एवं गुमानसिंह माल आदि उपस्थित रहे। श्री खिलोरिया को विद्यालय से निवास तक स्टाफ एवं परिवार के सदस्य गये। जनशिक्षा केन्द्र

नीम का अद्भुत औषधि का प्रयोग गुडीपडवा पर्व से शुरूआत करने से होगा त्वचा रोग दूर

उज्जैन - नववर्ष की शुरुआत पर गुडीपडवा पर्व पर नीम के पत्तो का प्रयोग कर चर्मरोग दूर करे। चैत्र नवरात्रि में अनादि काल से यह मान्यता है, आयुर्वेदाचार्य ने संहिता गृंथ में यह वर्णित किया है कि गुडीपडवा पर्व पर 15 दिन तक नीम का  प्रयोग काली मिर्च व मिश्री के साथ मिलाकर करने से सालभर  त्वचा रोग उत्पन्न नहीं होते।  नीम और पीपल ही ऐसे वृक्ष है जो 100% आक्सीजन इस  संसार को प्रदान कर रहे  हैं।   आयुर्वेद गृंथो में नीम को अनेक नामो से संबोधित किया है जैसे  अरिष्टक, पीचुमर्द, हींगुनिर्यास । नीम के अन्दर जरा को रोकने की अद्भुत क्षमता है, इसमें कई सारे एन्टी औक्सिडेंट पाये जाते हैं जिनमें चर्म रोगों व त्वचागत विकारो में यह लाभदायक सिद्ध होता है।  गुडीपडवा पर्व से लगातार 15 दिन तक नीम का 10gmमात्रा में काली मिर्च और मिश्री 5-5 नग मात्रा में प्रयोग कल्क रुप में  त्वचागत विकारो में लाभ प्रदान करता है। चीरयुवा बनाने में  मदद करता है।  इसके अन्दर पाये जाने वाले विटामिन व फेट्टी एसीड त्वचा का लचीलापन बनाये रखने में सहायता प्रदान करते हैं। इसी कारण से आपकी त्वचा सदा तरोताजा, युवा, चमकदार दिखाई देती

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, गुड़ी पड़वा, 2 अप्रैल को होगा विक्रम विश्वविद्यालय के छब्बीसवें दीक्षान्त समारोह का आयोजन

विक्रम विश्वविद्यालय के छब्बीसवें दीक्षांत समारोह के लिए 152 दीक्षार्थियों ने करवाया पंजीयन विक्रम विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह की तैयारियाँ अंतिम चरण में उज्जैन - विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के छब्बीसवें दीक्षान्त समारोह का आयोजन कुलाधिपति एवं राज्यपाल, मध्यप्रदेश माननीय मंगुभाई पटेल की अध्यक्षता एवं माननीय डा. मोहन यादव, मंत्री, उच्च शिक्षा, म.प्र. शासन के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न होगा।  यह आयोजन दिनांक 2 अप्रैल 2022 को प्रातः काल 11:30 बजे विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन परिसर स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में होगा। समारोह में दीक्षांत भाषण सारस्वत अतिथि नोबेल पुरस्कार विजेता, प्रसिद्ध समाजसेवी और चिंतक श्री कैलाश सत्यार्थी, नई दिल्ली देंगे। समारोह के सम्माननीय अतिथि माननीय श्री अनिल फिरोजिया, संसद सदस्य, लोकसभा, माननीय श्री पारसचन्द्र जैन, विधायक, म.प्र. विधानसभा होंगे। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय विद्यार्थियों को आशीर्वचन प्रदान करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति एवं कार्यपरिषद् के सदस्यों ने दीक्षान्त समारोह में प्रबुद्धजनों को सादर आमंत्रित किया है। इस वर्ष से दीक्षांत समारोह

ज्ञान चक्षु खुलते हैं योग के माध्यम से - स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी

भारत योग एवं वेदांत पर विशिष्ट व्याख्यान एवं अनुभव अभियान का उद्घाटन संपन्न उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा शलाका दीर्घा सभागार में आयोजित कार्यक्रम में स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी, वाराणसी द्वारा भारत योग एवं वेदांत विषय पर विशिष्ट व्याख्यान दिया गया। इस अवसर पर उनके द्वारा अनुभव अभियान का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने की। मुख्य अतिथि युवा चेतना, नई दिल्ली के राष्ट्रीय संयोजक श्री रोहित कुमार सिंह थे। स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी, वाराणसी ने अपने व्याख्यान में कहा कि जब तक जीवन में अनुभव नहीं होगा, तब तक सच्चा ज्ञान उत्पन्न नहीं होगा। भारत भूमि में जन्म लेना दुर्लभ है और उस पर भी मनुष्य के रूप में जन्म लेना और अधिक महत्वपूर्ण है। भगवत तत्व के माध्यम से जीवन में परिवर्तन संभव है। योग अनुभवजन्य है, जिसके माध्यम से ज्ञान चक्षु खुलते हैं। इसी से मोक्ष प्राप्ति संभव है। भारत ऋषियों और तपस्वियों का देश है। भगवत् तत्व और योग की व्याख्या भारत में की गई है। भारत भूमि त्याग, तर्पण, दर्शन और ध्यान की भूमि है। कु

समाज का संगठन बनाने में सम्पर्क महत्वपूर्ण होता है - डॉ. चौधरी

संगठन में शक्ति होती है कहा गया है संघे शक्ति कलियुगे। हम सभी राष्ट्र हित- समाज हित की प्रबल भावना से सकारात्मक सोच के साथ संगठन की सफलता के लिये सामूहिक उत्तरदायित्व से कार्य करे। हमारे समाज के संगठन को सक्रिय एवं मजबूत बनाने के लिये सतत् सम्पर्क एवं नियमित कार्यक्रम की महत्वपूर्ण भूमि का होती है। उक्त विचार अखिल भारतीय मेवाडा गायरी महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में श्री रोकड़िया बालाजी मंदिर प्रतापगढ़ के परिसर में महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ प्रभु चौधरी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में व्यक्त किये। समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री विक्रमसिंह चौधरी ने की। अधिवेशन के मुख्य अतिथि श्री विष्णु प्रसाद चौधरी(धार), विशेष अतिथि श्री बहादूरसिंह चौहान(नागदा), श्री विक्रमसिंह चौधरी(देवास) रहें। समारोह का शुभारम्भ भगवान श्री देवनारायण जी के चित्र पर माल्यार्पण से किया। अतिथियों का स्वागत राष्ट्रीय सचिव श्री रामनिवास वकील, म. प्र. अध्यक्ष श्री रामेश्वर धनगर, राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष श्री घनश्याम गाडरी आदि ने किया। नवनियुक्त प्रदेश राजस्थान एवं मध्यप्रदेश पदाधिकारियों को शपथ डॉ. प्रभ

मोती का उत्पादन सिखायेगा विक्रम विश्वविद्यालय का एक्वाकल्चर सेंटर

विश्वविद्यालय रखेगा आत्मनिर्भर भारत एवं कौशल विकास की नींव    उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा आत्मनिर्भर भारत एवं कौशल विकास की दृष्टि से  एक्वाकल्चर सेंटर के माध्यम से मोती की खेती की शुरुआत की जा रही है। कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन में यह योजना वर्ष 2022 में ही क्रियान्वित होने जा रही है। रामायण काल में मोती का उपयोग काफी प्रचलित था। मोती की चर्चा बाइबल में भी की गई है। साढ़े तीन हजार वर्ष पूर्व अमेरिका के मूल निवासी रेड इंडियन मोती को काफी महत्व देते थे। उनकी मान्यता थी कि मोती में जादुई शक्ति होती है। ईसा के बाद छठी शताब्दी में प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक वराहमिहिर ने बृहत्संहिता में मोतियों का विस्तृत विवरण दिया है। भारत में उत्तर प्रदेश के पिपरहवा नामक स्थान पर शाक्य मुनि के अवशेष मिले हैं, जिनमें मोती भी शामिल हैं। भारत में कई जगह पर मोती की खेती होती है, प्रायः यह खेती समुद्र में होती है। मानव मन ऊर्जा का स्रोत है, किसी कार्य के लिए अगर संकल्पित हो जाये तो उसे पूरा कर के ही दम लेते है। अन्तः मोती की खेती मानव द्वारा मीठे जल में प्रारम्भ करते हुए विभिन्न

किसी भी व्यवसाय की ताकत, कमजोरियां, बाधाएं, चुनौतियां एवं अवसर का उचित आंकलन ही सफलता की प्रथम सीढ़ी है - डॉ. वर्मा

वाणिज्य अध्ययनशाला में राष्ट्रीय सेमिनार संपन्न उज्जैन। नए उद्यमियों द्वारा किसी भी स्टार्टअप को प्रारंभ करने से पहले उस व्यवसाय की ताकत, कमजोरियां, बाधाएं, चुनौतियां एवं अवसर का उचित आंकलन ही उस व्यवसाय की सफलता की प्रथम सीढ़ी है। उक्त उद्गार डॉ.पी.के.वर्मा, निदेशक, आइक्यूएसी, विक्रम विश्वविद्यालय ने वाणिज्य अध्ययनशाला द्वारा स्वर्ण जयंती सभागृह में आयोजित 2 दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। आपने कहा कि नवीन टेक्नोलॉजी इस कार्य में उद्यमियों को बेहतर दिशा-निर्देश उपलब्ध कराने में सक्षम है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी कुलपति डॉ एच.पी. सिंह ने कहा कि नवीन प्रौद्योगिकी के उन्नयन से व्यवसाय के उच्च आयाम स्थापित करना संभव हो सका है। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आर.के. विजय, कुलसचिव डॉ प्रशांत पौराणिक विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। स्वागत भाषण एवं अतिथि परिचय आयोजन सचिव एवं विभागाध्यक्ष डॉ एस. के. मिश्रा ने व्यक्त किया। दो दिवसीय सेमिनार का विस्तृत विवरण को-ऑर्डिनेटर डॉ. शैलेंद्र कुमार भारल दि

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