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डॉ चौधरी की देवनागरी लिपि पुस्तक का लोकार्पण हुआ

नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली इकाई मध्य प्रदेश के संयोजक डॉ प्रभु चौधरी की पुस्तक ' नागरी लिपि: तब से अब तक ' के मराठी संस्करण का नागरी लिपि परिषद के 46 वें अखिल भारतीय नागरी लिपि सम्मेलन, तिरुवनंतपुरम, केरल में 18/11/2023 को लोकार्पण करते हुए परिषद के अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति डॉ प्रेमचंद पातंजलि, कार्याध्यक्ष डॉ शहाबुद्दीन शेख, महामंत्री डॉ हरिसिंह पाल, कालिकट विश्वविद्यालय केरल के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ आरसु और राजकीय कन्या महाविद्यालय, तिरुवनंतपुरम की हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ सी जे प्रसन्न कुमारी आदि की उपस्थिति में संपन्न हुआ।

अद्भुत वीरता, शक्ति और राष्ट्रभक्ति के प्रतीक के रूप में सदैव अमर है महारानी लक्ष्मीबाई का नाम – प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा

झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर हुआ राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन   देश की प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा रानी लक्ष्मीबाई जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। निर्भीक, वीरता, साहस की मूर्ति रानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि वक्ता विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक एवं हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा थे। विशिष्ट अतिथि डॉ. अरुणा राजेन्द्र शुक्ला, नांदेड़, राष्ट्रीय संयोजक, विशेष वक्ता अरुणा सराफ इंदौर एवं डॉ प्रभु चौधरी थे।  कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने अपने व्याख्यान में कहा कि भारतीय इतिहास में महारानी लक्ष्मीबाई का नाम अद्भुत वीरता, शक्ति और राष्ट्र भक्ति के प्रतीक के रूप में सदैव अजर - अमर हैं। उन्होंने अपमानित और सोए हुए देशवासियों को जगाने का कार्य किया था। वे बचपन से ही शास्त्र और शस्त्र ज्ञान में धनी थीं। उनके अमर बलिदान ने स्वतंत्रता संग्राम में अपार ऊर्जा का संचार किया।  उन्होंने अपना शरीर अंग्रेजों के हाथों नहीं आने दिया। उनके पराक्रम का लोहा ब्रिटिश इतिहासकारों ने भी माना ह

प्रमुख सचिव ने सहपरिवार मतदान किया

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल । मध्यप्रदेश विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री अवधेश प्रताप सिंह जी ने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के शिवाजी नगर मतदान केंद्र में सपरिवार मतदान किया।  श्री सिंह ने कहा कि, सभी  मतदाताओं को लोकतंत्र व संसदीय व्यवस्था को मज़बूत करने और प्रदेश हित में मताधिकार का उपयोग करना ही चाहिए।

स्वयं को प्रसन्न रखिए, तभी यह प्रसन्नता किसी और के साथ बाट सकेंगे - कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

शिक्षित होने का सही अर्थ तभी है जब हम किसी को प्रसन्नता प्रदान कर सकें, किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट ला सकें - कुलपति प्रोफेसर  पाण्डेय विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की एन एस एस इकाई के विद्यार्थियों ने कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय एवं विभिन्न विभागों के अध्यक्षों और शिक्षकों के मार्गदर्शन में लालपुर स्थित बालिका गृह में दीपावली मनाई      उज्जैन। दिनांक 10 नवम्बर 2023 को विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की एन एस एस इकाई के विद्यार्थियों ने कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय एवं विभिन्न विभागों के अध्यक्ष एवं शिक्षकों के मार्गदर्शन में लालपुर स्थित बालिका गृह में दीपावली मनाई। गौरतलब है विक्रम विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई लगातार सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रही है। इसी शृंखला में शुक्रवार को एन एस एस के अधिकारियों और विद्यार्थियों द्वारा लालपुर स्थित बालिका गृह में दीपावली मनाई गई।  एन एस एस समन्वयक प्रोफेसर एस के मिश्रा ने बताया कि एन एस एस के विद्यार्थी पिछले कुछ महीनों से लगातार सामाजिक कल्याण, सेवा एवं परोपकार के कार्यों में संलग्न रहे हैं। विश्वविद्

धन्वन्तरि आयुर्वेद कॉलेज में धूमधाम से मनाया गया 8वाँ राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. ओ.पी. व्यास ने बताया कि, धन्वन्तरि दिवस/धनतेरस/धनत्रयोदशी के पावन अवसर पर आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वन्तरि की पूजा, यज्ञ और 2000 दीपमालाओं के साथ मनाया गया। प्रातः काल महाविद्यालय के सभी शिक्षकों, छात्र छात्राओं एवं कर्मचारियों ने धन्वंतरी यज्ञ का आयोजन किया। उसके बाद विधि विधान से महाविद्यालय स्थित धन्वंतरी मंदिर में पूजन एवं प्रसाद वितरण किया गया। शाम को 2000 दीपों को प्रज्ज्वलित कर आयुर्वेद दिवस मनाया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जे पी चौरसिया ने बताया राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अंतर्गत शासन से प्राप्त सभी दिशा निर्देशों के अंतर्गत कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस पावन अवसर पर महाविद्यालय के एलुमिनी एवं शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अनिल सराफ, डॉ आई एस सिसोदिया, आर्य समाज के पदाधिकारी श्री ओम जी यादव मौजूद रहे। साथ ही महाविद्यालय के समस्त चिकित्सक, अधिकारी, छात्र छात्राएं कर्मचारियों ने इस पावन अवसर पर भगवान धन्वन्तरि का आशीर्वाद लिया और आयुर्वेद चिकित्सा द्वारा जनमानस की सहृदय भाव से से

नवाचारी विचारों का संपोषण करे नई उद्यमी पीढ़ी - प्रो. मेहता

इंक्यूबेशन सेंटर के साथ जुड़ने के लिए विशेष जागरूकता सत्र आयोजित उज्जैन। उज्जैन इंक्यूबेशन सेंटर ने पं. जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान (जेएनआईबीएम), विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के छात्रों को अपने इंक्यूबेशन सेंटर के साथ जुड़ने के लिए विशेष जागरूकता सत्र आयोजित किया। इस महत्वपूर्ण संवाद सत्र के दौरान, तकनीकी संवाद के माध्यम से  इंक्यूबेशन सेंटर की टीम ने मेंटरशिप, नेटवर्किंग, वित्तीय संरचना, वर्कशॉप्स और प्रशिक्षण सत्र जैसे कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की। उज्जैन इनक्यूब टीम के ही इंजी. श्री वैभव शर्मा ने इन महत्वपूर्ण घटकों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। जेएनआईबीएम के निदेशक, प्रोफेसर डॉ धर्मेंद्र मेहता ने उज्जैन इनक्यूब टीम का हार्दिक स्वागत किया और उन्हें बताया कि नवाचारी विचारों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उज्जैन इनक्यूब टीम ने अपनी उद्यमिक यात्रा में उनके साथ सहयोग करने की उत्सुकता जताई। उज्जैन इनक्यूब के प्रभारी डॉ. करण वर्मा ने प्रतिभागी छात्रों को सफल उद्यमिक यथार्थ में रूप देने और व्यापारिक उद्यमों में सक्रियता बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।  अंतिम चरण के स्व-स्फूर्त रोचक,

राष्ट्रीय संचेतना महोत्सव एवं अखिल भारतीय अधिवेशन वृन्दावन में 9 एवं 10 दिसम्बर को आयोजित होगा

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का 33वां राष्ट्रीय संचेतना महोत्सव एवं अखिल भारतीय अधिवेशन आगामी 9 एवं 10 दिसम्बर को अखण्ड परमधाम वृन्दावन(मथूरा) में आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने देते हुए बताया कि प्रतिवर्षानुसार संस्था का अखिल भारतीय अधिवेशन आयोजित किया जाता है। इस वर्ष अधिवेशन के साथ राष्ट्रीय संचेतना महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। अधिवेशन का शुभारम्भ दि. 9 दिसम्बर शनिवार सायं 4 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ब्रजकिशोर शर्मा उज्जैन की अध्यक्षता में होगा। सायं 6 बजे राष्ट्रीय संगोष्ठी ब्रज के लोकोत्सव एवं ब्रज भाषा रहेगा। जिसकी अध्यक्षता डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा  करेंगे। रात्रि 8 बजे बहुभाषा एवं ब्रज काव्य गोष्ठी तथा कवि सम्मेलन होगा जिसकी अध्यक्षता डॉ. हरिसिंह पाल महामंत्री नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली करेंगे।  संचेतना महोत्सव के द्वितीय दिवस प्रातः 6 बजे योग व्यायाम एवं प्राणायाम तथा इनके उद्देश्य स्वास्थ्यवर्द्धक विषय पर मुख्य वक्ता योगोचार्य डॉ. निशा जोशी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इन्दौर तथा अध्यक्षता डॉ. शिवा लोहारिया जयपुर राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला इकाई कर

भगवान धन्वंतरि का अवतरण दिवस राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस

डॉ प्रकाश जोशी                                                   डॉ जितेंद्र जैन  उज्जैन। प्रतिवर्ष की भांति कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को भगवान धन्वंतरि के अवतरण दिवस को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाया जाता है। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 10 नवंबर को संपूर्ण भारत में मनाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम है "हर दिन हर किसी के लिए आयुर्वेद", आयुर्वेद फॉर वन हेल्थ, जन स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद, छात्रों के लिए आयुर्वेद, आयुर विद्या किसानों के लिए वृक्ष आयुर्वेद।  देवासुर संग्राम के समय समुद्र मंथन का निश्चय करके वासुकी नाग की रज्जू बना कर मंदराचल पर्वत की मथनी बनाकर समुद्र मंथन हुआ। समुद्र मंथन में 14 रत्न निकले, 14 रत्नों में एक भगवान धन्वंतरि आयुर्वेदमय पुरुष दंड व कमंडल के साथ प्रकट हुए। समुद्र मंथन के पूर्व विभिन्न प्रकार की औषधियां डाली गई थी। उनके संयुक्त रसों का स्रावअमृत के रूप में निकला संपूर्ण विश्व को आचार संहिता आरोग्यदान जीवन प्रबंधन का संदेश शल्य चिकित्सा के निष्णात वैद्य भगवान धन्वंतरि ने दिया ।  आयुर्वेद में आरोग

व्यक्ति को सदैव अपनी जड़ से जुड़ा रहना चाहिए और आवश्यकता होने पर कोई भी कार्य करने को तैयार रहना चाहिए- कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने माधव भवन में जल एवं पौधों को संरक्षित रखने का एक सुन्दर उदाहरण सामने रखा। विगत तीन वर्षों से प्रायः देखा गया है कि विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय एवं विश्वविद्यालय के कई  शिक्षक प्रातः कालीन भ्रमण के दौरान उपलब्ध अतिरिक्त जल से पौधों की सिंचाई करते हुए देखे जा सकते हैं।  गौरतलब, है कि माधव भवन प्रशासनिक परिक्षेत्र जैव विविधता के दृष्टिकोण से समृद्ध है और इसीलिए इस परिक्षेत्र में उपलब्ध पुष्प एवं मशरूम का उपयोग करके प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला के विद्यार्थियों ने कई उत्पाद बनाए हैं।  जल एवं पौधों के संरक्षण के उद्देश्य से माधव भवन के मुख्य द्वार पर बह रहे जल को पौधों तक सिंचाई के उद्देश्य से पहुंचाने के लिए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने स्वयं गेती- फावड़े का उपयोग कर नाली का निर्माण किया, जिसके बाद उन्होंने वहाँ उपस्थित विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी एवं प्रातः कालीन भ्रमण पर आए विद्यार्थियों को समझाया कि जल संरक्षण अगर सही तरी

विधानसभा प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में बैठक

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल । मध्य प्रदेश की 16वीं विधानसभा के गठन के पूर्व की तैयारियों के संबंध में आज विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री ए. पी. सिंह की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई । इस बैठक में सचिव, अपर सचिव, संचालक, उप सचिव, अवर सचिव के अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग के आवासीय तथा संधारण से संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे ।

अधिकारी वर्ग के अधिकार जन सेवा हेतु होते हैं - ए. पी. सिंह, प्रमुख सचिव

 🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल । आज  प्रशासन अकादमी के माध्यम से दिल्ली से अध्ययन प्रवास पर आये केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में कार्यरत 59 प्रशिक्षु अधिकारियों के बैच को प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा श्री ए.पी. सिंह द्वारा विधान परिषद कक्ष में संबोधित किया गया। प्रमुख सचिव, म.प्र. विधान सभा ने कहा कि, शासन व्यवस्था  के तीन अंगों में से विधायिका ही एक मात्र संस्था है जो जनता के द्वारा चुनी जाती है, इसलिए कार्यपालिका के अधिकारियों द्वारा जनभावनाओं का सम्मान करते हुए जनप्रतिनिधियों को पूरा सम्मान एवं जनसेवा में सहयोग दिया जाना चाहिए।  वैसे भी शासन-प्रशासन में अधिकारियों को जो अधिकार उनके पद अनुसार दिये जाते हैं वह रौब दिखाने के लिए नहीं हैं, बल्कि अधिकार जन कल्याण एवं सेवा के लिये होते हैं। विभिन्न जन प्रतिनिधि एवं शासकीय अधिकारी दोनों लोकसेवक हैं, इसलिये आप सभी को इसी दृष्टिकोण के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी एवं नियमों का पालन करते हुये किया जाना चाहिए। इस अवसर पर श्री ए. पी. सिंह, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा द्वारा प्रशिक्षु अधिका

विक्रम विश्वविद्यालय के एन एस एस इकाई द्वारा राष्ट्रीय कैंसर जागरुकता दिवस पर आम नागरिकों के मध्य फैलाई जाग्रति

7 नवंबर को विक्रम विश्विद्यालय के एन एस एस इकाई द्वारा राष्ट्रीय कैंसर जागरुकता दिवस मनाया गया विद्यार्थियों ने शहर के नागरिकों को कैंसर से बचाव के तरीकों से अवगत कराया और उनके बीच जाग्रति फैलाई उज्जैन। दिनांक 7 नवंबर 2023 को विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की एन एस एस इकाई द्वारा राष्ट्रीय कैंसर जागरुकता दिवस मनाया गया, जिसके तहत विद्यार्थियों ने शहर के नागरिकों को कैंसर से बचाव के तरीकों से अवगत कराया।  एन एस एस इकाई के समन्वयक प्रोफेसर एस के मिश्रा ने बताया कि विद्यार्थियों ने उज्जैन शहर के विभिन्न भागों में जा कर आम नागरिकों के बीच कैंसर के लक्षण और उससे बचाव के तरीके समझाए। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने नागझिरी क्षेत्र से प्रारंभ करते हुए विश्वविद्यालय परिसर एवं विश्वविद्यालय स्थित माधव भवन में कैंसर से बचाव से जुड़े पैंपलेट वितरित कर लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाई।  पुरूष एवं महिला एन एस एस इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर अरविंद शुक्ला एवं डॉक्टर शिवी भसीन ने बताया कि विद्यार्थियों ने मुख्यत: नागरिकों को कैंसर, उसके लक्षण एवं उससे बचाव के तरीके समझाए हुए बताया कि कैं

देवनागरी लिपि की वैज्ञानिकता पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ

वैज्ञानिकता के निकष पर खरी उतरती है देवनागरी लिपि - प्रो शर्मा  जिन भाषाओं की लिपि नहीं है, उनकी लिपि देवनागरी हो - डॉ.पाल  देवनागरी लिपि की वैज्ञानिकता पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ  राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना एवं नागरी लिपि परिषद् दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका विषय देवनागरी लिपि की वैज्ञानिकता था। कार्यक्रम में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का स्मरण किया गया। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि हिंदी विभागाध्यक्ष एवं  कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि वैज्ञानिकता के निकष पर देवनागरी लिपि खरी उतरती है। सदियों से यह लिपि इस देश की अनेक भाषा और बोलियों की स्वाभाविक लिपि बनी हुई है। दुनिया में प्रचलित अन्य लिपियों से देवनागरी की तुलना करने पर स्पष्ट हो जाता है कि यह लिपि सबसे विलक्षण ही नहीं, पूर्णता के निकट है। लिपि के आविष्कारकों की आकांक्षा रही है कि किसी भी भाषा की विभिन्न ध्वनियों के साथ अक्षरों का सुमेल हो, उसमें कोई त्रुटि न हो इस दृष्टि से देवनागरी लिपि अधिक वैज्ञानिक और युक्तिसंगत है। राष्ट्र

आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में निःशुल्क चिकित्सा शिविर

उज्जैन। शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय मंगलनाथ रोड उज्जैन में भारत सरकार एवं आयुष विभाग मध्य प्रदेश शासन के निर्देशानुसार आठवां राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है जिसका इस वर्ष स्लोगन "हर घर हर दिन आयुर्वेद" रखा गया है। दिनांक 8 नवंबर 2023 बुधवार को धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय आगर रोड में निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। निशुल्क रक्त शर्करा परीक्षण किया जाएगा एवं सभी सामान्य रोगों का निशुल्क परीक्षण किया जाएगा। आठवें आयुर्वेद दिवस के तारतम्य में आज दिनांक 7 नवंबर 2023 को सेवा धाम आश्रम में महाविद्यालय के रचना शारीर विभाग के द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के द्वारा विभिन्न औषधियां निशुल्क प्रदाय की गई। इसी तारतम्य में महाविद्यालय में अन्य भी आयोजन संपन्न हो रहे हैं।  दिनांक 6 नवंबर 2023 को महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं हेतु निबंध, रंगोली चित्रकला प्रतियोगिता एवं वाद विवाद प्रतियोगिता संपन्न कराई गई एवं इसके अलावा महाविद्यालय में दिनांक 9 नवंबर 2023 को विभिन्न विशिष्ट व्या

विद्यार्थियों की सहायता करना विश्वविद्यालयों का प्रथम दायित्व - कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने डिग्री लेने आए विद्यार्थी को एक घंटे के अंदर डिग्री दिलवाई। पिछले कुछ समय से विक्रम विश्वविद्यालय में ऐसे  कई  प्रसंग देखे गए, जहां शीघ्र डिग्री प्राप्त करने आए विद्यार्थियों को प्रशासनिक सहयोग से सफलतापूर्वक डिग्री प्राप्त हुई है। ऐसा ही एक प्रसंग मंगलवार को देखा गया, जहाँ  शीघ्र डिग्री प्राप्त करने की मंशा से आई रतलाम की छात्रा पलक सोनी को प्रशासनिक सहयोग से एक ही घंटे में डिग्री प्रदान की गई। डिग्री प्राप्त करने वाली छात्रा पलक सोनी ने बताया कि उन्होंने अपनी एम एससी सांख्यिकी विषय में रतलाम महाविद्यालय से 2012 में की थी, किंतु डिग्री की आवश्कता ना पड़ने पर उन्होंने इसे विश्वविद्यालय से नहीं लिया था। कुछ दिन पूर्व ही छात्रा का बैंक की परीक्षा में चयन हुआ और उसे डिग्री की आवश्यकता पड़ी, जिसके चलते वह तुरंत विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पहुंची। छात्रा का कहना है कि विश्वविद्यालय में माननीय कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय, कुलसचिव श्री प्रज्वल खरे एवं डिग्री विभाग के अन्य कर्मचारियों की सहायता से छात्र को एक घंटे म

जिन भाषाओं की लिपि नहीं है, उनकी लिपि देवनागरी हो - डॉ.पाल

  आभासी संगोष्ठी में महामंत्री का आव्हान राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना एवं नागरी लिपि परिषद् दिल्ली के तत्वावधान में आयोजित आभासीय गोष्ठी जिसका विषय- नागरी लिपि की वैज्ञानिकता और लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल रहा इस गोष्ठी में डॉ. हरिसिंह पाल , महामंत्री, नागरी लिपि परिषद्, दिल्ली ने मुख्य वक्ता के रूप में अपना मंतव्य देते हुए कहा-  लिपि विहीन भाषाओं को लिखकर उनका संरक्षण और संवर्धन करना चाहिए। अध्यक्षीय भाषण में डॉ.शहाबुद्दीन नियाज़ मोहम्मद शेख,  पुणे, महाराष्ट्र,कार्यकारी अध्यक्ष नागरी लिपि परिषद् ने कहा-नागरी लिपि में जो बोलते हैं वैसा ही लिखते हैं और जो लिखते हैं वैसा ही पढ़ते हैं। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा , हिंदी विभागाध्यक्ष, कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ने कहा- राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधने के लिए देवनागरी लिपि की आवश्यकता है। लोह पुरुष के अंतःकरण में त्याग और सेवा की भावना रही। विशिष्ट अतिथि श्री बी के शर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं,पूर्व शिक्षा अधिकारी ने कहा - सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति को स्टैचू ऑफ यूनिटी कहा जाता है। हमारे ग्रंथों में

कश्मीर के शैव दर्शन के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन संभव है – कुलपति प्रो पांडेय

मनुष्य की आध्यात्मिक यात्रा के कई पक्षों को उद्घाटित करता है शैव दर्शन - कुलपति प्रो मेनन समरसता और आनंदवाद पर बल देता है कश्मीरी शैव दर्शन – प्रो शर्मा  कश्मीरी शैव दर्शन के विविध पक्षों और प्रभाव  पर केंद्रित एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा कश्मीर शैव इंस्टिट्यूट, जम्मू एवं कश्मीर के सहयोग से एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन वाग्देवी भवन स्थित हिंदी अध्ययनशाला में किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने की। मुख्य अतिथि महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति प्रो सी जी विजयकुमार मेनन, मुख्य वक्ता कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, जम्मू कश्मीर से आए विद्वान श्री देवेंद्र मुंशी, श्री आर एल बिंद्रा, नई दिल्ली, श्री रमेश कौल, श्री अनिल बख्शी जम्मू, श्री अशोक धर,  प्रो गीता नायक, प्रो जगदीश चंद्र शर्मा आदि ने विषय के विभिन्न पक्षों पर  विचार व्यक्त किए।  कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि भारतीय दृष्टि आध्यात्मिक है। कश्मीर के शैव दर्शन के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन संभव है। कश

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