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विद्यार्थियों की सहायता करना विश्वविद्यालयों का प्रथम दायित्व - कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने डिग्री लेने आए विद्यार्थी को एक घंटे के अंदर डिग्री दिलवाई। पिछले कुछ समय से विक्रम विश्वविद्यालय में ऐसे  कई  प्रसंग देखे गए, जहां शीघ्र डिग्री प्राप्त करने आए विद्यार्थियों को प्रशासनिक सहयोग से सफलतापूर्वक डिग्री प्राप्त हुई है। ऐसा ही एक प्रसंग मंगलवार को देखा गया, जहाँ  शीघ्र डिग्री प्राप्त करने की मंशा से आई रतलाम की छात्रा पलक सोनी को प्रशासनिक सहयोग से एक ही घंटे में डिग्री प्रदान की गई। डिग्री प्राप्त करने वाली छात्रा पलक सोनी ने बताया कि उन्होंने अपनी एम एससी सांख्यिकी विषय में रतलाम महाविद्यालय से 2012 में की थी, किंतु डिग्री की आवश्कता ना पड़ने पर उन्होंने इसे विश्वविद्यालय से नहीं लिया था। कुछ दिन पूर्व ही छात्रा का बैंक की परीक्षा में चयन हुआ और उसे डिग्री की आवश्यकता पड़ी, जिसके चलते वह तुरंत विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पहुंची। छात्रा का कहना है कि विश्वविद्यालय में माननीय कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय, कुलसचिव श्री प्रज्वल खरे एवं डिग्री विभाग के अन्य कर्मचारियों की सहायता से छात्र को एक घंटे में डिग्री प्राप्त हुई। छात्रा ने कहा कि विश्वविद्यालय के ज्यादातर कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव में है, पर उसके बाद भी उसे किसी असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा और कुलपति जी के मार्गदर्शन में समस्त अधिकारियों और कर्मचारियो ने उसकी सहायता की। छात्रा ने सभी को इस अवसर पर धन्यवाद ज्ञापित किया। 

इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि विश्वविद्यालयों का प्रथम दायित्व विद्यार्थी की सहायता करना होता है और उन्हें व्यक्तिगत तौर पर ऐसा कर आत्मिक संतुष्टि और प्रसन्नता की अनुभूति होती है, उन्होंने कहा कि विक्रम विश्वविद्यालय सादेव विद्यार्थी हित में कार्य करने के लिए तत्पर है। 

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने इसे एक अत्यंत सराहनीय कदम बताया।

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