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स्वयं को प्रसन्न रखिए, तभी यह प्रसन्नता किसी और के साथ बाट सकेंगे - कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

शिक्षित होने का सही अर्थ तभी है जब हम किसी को प्रसन्नता प्रदान कर सकें, किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट ला सकें - कुलपति प्रोफेसर  पाण्डेय

विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की एन एस एस इकाई के विद्यार्थियों ने कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय एवं विभिन्न विभागों के अध्यक्षों और शिक्षकों के मार्गदर्शन में लालपुर स्थित बालिका गृह में दीपावली मनाई    

उज्जैन। दिनांक 10 नवम्बर 2023 को विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की एन एस एस इकाई के विद्यार्थियों ने कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय एवं विभिन्न विभागों के अध्यक्ष एवं शिक्षकों के मार्गदर्शन में लालपुर स्थित बालिका गृह में दीपावली मनाई। गौरतलब है विक्रम विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई लगातार सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रही है। इसी शृंखला में शुक्रवार को एन एस एस के अधिकारियों और विद्यार्थियों द्वारा लालपुर स्थित बालिका गृह में दीपावली मनाई गई। 

एन एस एस समन्वयक प्रोफेसर एस के मिश्रा ने बताया कि एन एस एस के विद्यार्थी पिछले कुछ महीनों से लगातार सामाजिक कल्याण, सेवा एवं परोपकार के कार्यों में संलग्न रहे हैं। विश्वविद्यालय की एन एस एस इकाई सदैव इसी तरह से दीपावली मनाती आई है। एन एस एस इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर अरविंद शुक्ला एवं डॉक्टर शिवी भसीन ने बताया कि माननीय कुलपति जी की संकल्पना और मार्गदर्शन में एन एस एस के विद्यार्थियों ने इस बालिका गृह का चयन किया था। विद्यार्थी यहां आकर बालिकाओं के साथ अपनी दीपावली मानना चाहते थे। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने कुलपति जी और शिक्षकों के साथ मिल कर बालिकाओं को दिया, फुलझड़ी, मिठाई एवं नमकीन वितरित कर उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं दीं। 

इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि वे अक्सर इस बालिका गृह में आते रहते हैं और उन्हें व्यक्तिगत तौर पर इस बालिका गृह में समय देना अत्यन्त प्रसन्नता देता है।। विद्यार्थियों से संवाद करते हुए माननीय कुलपति जी ने कहा कि स्वयं को प्रसन्न रखिए तभी यह प्रसन्नता किसी और के साथ बाट सकेंगे।  शिक्षित होने का सही अर्थ तभी है जब हम किसी को प्रसन्नता प्रदान कर सकें और किसी के चेहरे पर मुस्कुराहट ला सकें। उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी भावनात्मकता को सदैव जीवित रखने की अपील की, यह भावनात्मकता उनकी सृजनात्मक और रचनात्मक शक्तियों को बढ़ाएगी।  साथ ही उनके व्यक्तित्व को निखारेगी। माननीय कुलपति जी विद्यार्थियों से सदैव सामाजिक परोपकार वाले कार्यों से जुड़े रहने की अपील की, जिससे की विद्यार्थियो का व्यक्तित्व विकास निरंतर होता रहे। 

इस अवसर पर कुलपति जी के साथ एन एस एस इकाई के विद्यार्थियों, अधिकारी और शिक्षक प्रोफेसर संदीप तिवारी, डॉक्टर संग्राम भूषण, डॉक्टर सलिल सिंह एवं डॉक्टर पूर्णिमा त्रिपाठी आदि उपस्थित थे। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय के प्रशासन, शिक्षकों और विद्यार्थियों की ओर से सदैव ऐसे  सामाजिक कल्याण और सेवा कार्य किए जाते हैं, जो विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में भी सहायक होते हैं।

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