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धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय में निःशुल्क योगाभ्यास शिविर

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि महाविद्यालयीन चिकित्सालय में दिनांक 20.09.2023 से दिनांक 04.10.2023 तक निःशुल्क योगाभ्यास शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस निःशुल्क योगाभ्यास शिविर में मधुमेह, अर्थराईटिस, शियाटिका, माईग्रेन, सिर दर्द, कमर दर्द, घुटने का दर्द, कंधे का दर्द, गर्दन का दर्द, कब्ज, बवासीर, मोटापा, दमा एवं अन्य रोगों हेतु निःशुल्क योगाभ्यास शिविर का आयोजन स्वस्थवृत्त विभाग द्वारा किया जा रहा है जिसमें योग विशेषज्ञ चिकित्सकों के निर्देशन में योग प्रशिक्षक के द्वारा विभिन्न जटिल रोगों के निवारण हेतु विभिन्न योगाभ्यासों का अभ्यास कराया जायेगा एवं भविष्य में घर पर ही योगाभ्यास करने हेतु प्रशिक्षित किया जायेगा।  अतः उज्जैन वासियों से अनुरोध है कि वे शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय, चिमनगंज मंडी के पास, आगर रोड उज्जैन में प्रथम मंजिल पर योगाभ्यास हॉल में दिनांक 20.09.2023 से दिनांक 04.10.2023 तक प्रातः 08.00 से 09.00 बजे तक उपस्थित होकर योगाभ्यास का लाभ लेवें। उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया

हिन्दी सप्ताह का समापन में राष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी का आयोजन होगा

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना एवं हिन्दी परिवार इकाई उज्जैन द्वारा राष्ट्रीय हिन्दी सप्ताह में समापन समारोह में आभासी संगोष्ठी विषय-हिन्दी में राष्ट्र भाषा की शक्ति और सामर्थ्य के परिप्रेक्ष्य में परिचर्चा दिनांक 17 सित. रविवार सायं 5 बजे आयोजित होगी। यह जानकारी आयोजक एवं राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने देते हुए बताया कि राष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी 258वीं के मुख्य अतिथि श्री ब्रजकिशोर शर्मा शिक्षाविद् उज्जैन, विशिष्ट अतिथि डॉ. अनसूया अग्रवाल महाविद्यालय प्राचार्य एवं डॉ. सुनीता मंडल राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अध्यक्षता डॉ. हरिसिंह पाल महामंत्री नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली, मुख्य वक्ता डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा कुलानुशासक विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, विशिष्ट वक्ता डॉ. शहाबुद्दीन शेख शिक्षाविद् पुणे, गरिमा गर्ग पंचकुला, डॉ. प्रतिभा स्मृति, डॉ. निशा शर्मा, प्रिया गुप्ता, डॉ. मीना अग्रवाल, डॉ. बबीता मिश्रा होगी। विशेष अतिथि डॉ. नागनाथ भिडे, सुंदरलाल जोशी, डॉ. अजित जैन, डॉ. मुक्ति शर्मा, डॉ. परमिता षडंगी, डॉ. शशि त्यागी रहेगी। संगोष्ठी की संयोजक डॉ. अरूणा सराफ, स्वागत गान डॉ. कृष्ण मणिश्री, प्रस्तावक

विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश आवेदन की तिथि 30 सितंबर की गई

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की विभिन्न अध्ययनशालाओं एवं संस्थानों में संचालित स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट एवं पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों (फार्मेसी अध्ययनशाला के पाठ्यक्रमों को छोड़कर) में सीयूईटी अथवा सीधे प्रवेश के लिए आवेदन करने की तिथि में वृद्धि की जाकर अब 30 सितंबर 2023 कर दी गई है।  इस आशय की अधिसूचना कुलसचिव डॉक्टर प्रज्वल खरे के हस्ताक्षर से जारी की गई है। प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी संबंधित अध्ययनशाला, संस्थान में संपर्क कर सकते हैं। प्रवेश आवेदन एवं शुक्ल एमपी ऑनलाइन के माध्यम से जमा किया जा सकते हैं।

हिन्दी वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में विशेष पहचान बनाने में सफल हुई

राष्ट्रीय हिन्दी दिवस समारोह सम्पन्न नागदा - हिन्दी ने अपनी यात्रा में कई महापुरूषो को भारतीय चिन्तन धारा से जोड़ते हुए संस्कृति की संकल्पना को मूर्तरूप देते हुए साहित्य के क्षेत्र में भारतेन्दु युग से लेकर वर्तमान युग तक की यात्रा में जो कुछ घटा सबका सब भाषा साहित्य, कला शिल्प और परम्परा से लेकर विज्ञान, मूल्य, शिक्षा और दर्शन तक कि जानकारी हिन्दी द्वारा देशवासियों को समय-समय पर मिलती रही है। संस्कृति की आधार भूमि को प्राणवान बनाने में हिन्दी का विशेष सहयोग रहा है। इसी कारण आज हिन्दी वर्तमान वैश्विक परिदृश्य में विशेष पहचान बनाने में सफल हुई है। ये उद्गार हिन्दी प्रचार सेवा समिति द्वारा 14 सितम्बर राष्ट्रीय हिन्दी दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित हिन्दी के विकास से बढेगा देश का गौरव विषय पर विचार संगोष्ठी में हीरो होण्डा शोरूम महिदपुर रोड के सभागृह में अतिथि वक्ता सुन्दरलाल जोशी सूरज ने राजेन्द्र कांठेड की अध्यक्षता व लायन कमलेश जायसवाल के मुख्यातिथ्य में व डॉ. प्रभु चौधरी के विशेषातिथ्य में रखे। मुख्य अतिथि लायन कमलेश जायसवाल ने अंग्रेजी विद्यालय द्वारा संस्कृति का हृस हो रहा है, नैतिक ग

विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ स्टार्टअप्स के संबंध में जागरूकता सत्र का आयोजन

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय की कृषि विज्ञान अध्ययनशाला में उज्जैन इंक्यूबेशन सेंटर ने स्टार्टअप्स के संबंध में जागरूकता सत्र का आयोजन किया। इस सत्र का उद्देश्य आग्रही उद्यमियों को उनके नवाचारात्मक विचारों को सफल स्टार्टअप में परिवर्तित करने के बारे में मार्गदर्शन करना था।  इस महत्वपूर्ण आयोजन के दौरान, यूआईसी टीम ने इंक्यूबेशन के मुख्य कार्यों और उसके उद्यमियों को कैसे समर्थन प्रदान करता है, इसके बारे में जानकारी दी।  25-27 सितंबर को कृषि विज्ञान अध्ययनशाला में होने वाली तीन दिन की कार्यशाला के बारे में भी चर्चा की गई, जिसमें विचारों को सफल स्टार्टअप में बदलने की कला पर ध्यान केंद्रित होगा। इस जागरूकता कार्यक्रम को  यूआईसी की ओर से डॉ. करण सिंह वर्मा  और डॉ. रितेश ने संबोधित किया। इस कार्यक्रम के सूत्रधार कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ राजेश टेलर थे। इस अवसर पर पुष्पेंद्र घोष, शोभा मालवीय, उमा पाटीदार, डॉ. अनीता यादव एवं डॉ. राजेश परमार उपस्थित रहे।

एच आई वी/एड्स जनजागरूकता हेतु 10 किलोमीटर की मैराथन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा

उज्जैन। मध्य प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति तथा राष्ट्रीय सेवा योजना विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान एवं शारीरिक शिक्षा अध्ययनशाला की आयोजन व्यवस्था में 15 सितंबर 2023 को एच आई वी/एड्स के बारे में जनजागरूकता के प्रचार-प्रसार हेतु प्रातः काल 08 बजे दस किलोमीटर की रेड रन मैराथन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। रेड रन मैराथन प्रतियोगिता की शुरूआत प्रभारी कुलपति प्रो. शैलेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा झण्डी दिखा कर माधव भवन परिसर के स्टार्ट लाईन से हुई तथा कोठी रोड और  देवास रोड से होते हुए वापस माधव भवन में समाप्त हुई। रेड रन मैराथन प्रतियोगिता में विक्रम परिक्षेत्र से लगभग डेढ़ सौ से भी अधिक युवा छात्र-छात्राएं सम्मिलित थे। पुरुष वर्ग में 36 मिनट समय के साथ प्रथम स्थान रूपये सात हजार के प्रथम पुरस्कार हेतु शासकीय महाविद्यालय बाजना, रतलाम के छात्र मुकेश डामोर तथा द्वितीय पुरस्कार रूपये पांच हजार हेतु शासकीय जे एन एस महाविद्यालय शुजालपुर के आकाश यादव तथा रूपये तीन हजार के तृतीय पुरस्कार हेतु शासकीय महाविद्यालय रामपुरा के नरेन्द्र खिची रहे। महिला वर्ग में प्रथम स्थान पर 43.26 मि

भविष्य के इंजीनियर में कल की चुनौतियों को अपने संचार कौशल से हल करने की योग्यता है - प्रो शर्मा

उज्जैन। इंजीनियर हमारे जीवन के हर क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इंजीनियरिंग केवल एक चलने वाले   विश्वकोश की तरह जानने और जानकार होने के लिए ही नहीं है; इंजीनियरिंग केवल विश्लेषण नहीं है; वह दुनिया को नए ढंग से देखने का नजरिया है। इंजीनियरिंग केवल गैर-मौजूद इंजीनियरिंग समस्याओं के सुरुचिपूर्ण समाधान प्राप्त करने की क्षमता  नहीं है; इंजीनियरिंग तकनीकी परिवर्तन के संगठित बल की कला का अभ्यास कर रही है। आदर्श इंजीनियर एक समग्र है। वह मात्र वैज्ञानिक या  गणितज्ञ नहीं है, वह समाजशास्त्री या लेखक नहीं है; लेकिन वह किसी के ज्ञान और तकनीकों का उपयोग कर सकता है; या इन सभी विषयों में इंजीनियरिंग समस्याओं को हल करने में सार्थक योगदान दे सकता है। इंजीनियर विज्ञान और समाज के बीच इंटरफेस पर काम करते हैं। इंजीनियरों को समस्याओं को हल करना पसंद है। यदि कोई समस्या आसानी से उपलब्ध नहीं है, तो वे अपनी समस्याएँ स्वयं निर्मित करेंगे और उन्हें हल करने के लिए कई तरीके विकसित करेंगे। यह उद्गार विक्रम विश्वविद्यालय के  प्रभारी कुलपति प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग

ओजोन परत के क्षय को रोकने के लिए जरूरी है विश्व पटल पर सामूहिक प्रयास - प्रो अखिलेश कुमार पांडेय, कुलपति, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन

विश्व ओजोन दिवस 16 सितंबर पर विशेष धरती को सूर्य की पराबैगनी किरणों से बचाने में ओजोन परत एक अहम भूमिका निभाती है। ओजोन परत पृथ्वी की सतह से लगभग 15 और 35 किमी (9 और 22 मील) के बीच स्थित होती है। यह ओजोन अणुओं (ओ3) की अपेक्षाकृत उच्च सांद्रता युक्त ऊपरी वायुमंडल का क्षेत्र है। वायुमंडल की लगभग 90 प्रतिशत ओजोन समताप मंडल में पायी जाती है। यह सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी (यूवी) विकिरण से पृथ्वी की रक्षा करती है। यूनाइटेड नेशन एनवायरमेंट प्रोग्राम (यू एन ई पी) के मुताबिक समय के साथ गुड ओजोन यानी स्ट्रैटोस्फेरिक ओजोन डैमेज हो रही है। यह परत पृथ्वी पर पड़ने वाली सूरज की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों से सभी का बचाव करती है। ओजोन परत के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 16 सितंबर को वर्ल्ड ओजोन डे मनाया जाता है। इस साल विश्व ओजोन दिवस 2023 की थीम 'मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल: ओजोन परत को ठीक करना और जलवायु परिवर्तन को कम करना'  है। इसकी शुरुआत से ही ओजोन परत के संरक्षण के लिए मनाया जाने वाले इस अंतर्राष्ट्रीय दिवस की एक थीम घोषित की जाती है। ओजोन परत का क्षय ऊपरी वायुमंडल में मौजू

माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह के अवसर पर उपराष्ट्रपति के भाषण का मूलपाठ

नमस्कार! आज माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह के अवसर पर मुझे कितना अच्छा लग रहा था कि विश्वविद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों, उनके विद्वान शिक्षकों, अभिभावकों के बीच में आकर। आखिर में तो पराकाष्ठा हो गई जब तीनों के तीनों मेडल बालिकाएं लें गई। आपके सांसद मुझसे कह रहे थे कि बाज़ी उन्होंने मार ली जिनका हक था। मेरी धर्मपत्नी भी इस बात से काफी प्रसन्नचित है। मुझे यह अवसर प्रदान करने के लिए मैं आप सभी का बहुत आभारी हूं। जो मैंने दुनिया और देश में कहीं देखा नहीं है, उसको देखकर में और भी अभिभूत हूं। पारंपरिक परिधान और अंगवस्त्र में भारत के उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम, चारों दिशाओं की झलक देखने को मिलती है। यह देश के लिए बहुत बड़ा सार्थक संदेश है और दुनिया को G20 आयोजन में इसकी झलक देश के 58 शहरों के 200 बैठकों में मिली है। विदेशी मेहमान अभिभूत थे, उनके लिए यादगार पल थे। पर शैक्षणिक जगत में ऐसा होना कि मेरे को एक संदेश मिले कि आपका ड्रेस कोड भारतीय है, मुझे बहुत अच्छा लगा, सदा याद रखूंगा। Hon'ble Vice-President, Shri Jagdeep Dhankhar at

HANDBOOK OF STATISTICS ON THE INDIAN ECONOMY 2022-23

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उपराष्ट्रपति ने कहा पत्रकार प्रेस की स्वतंत्रता के अंतिम प्रहरी और लोकतंत्र की रीढ़ हैं

उपराष्ट्रपति ने कहा पत्रकार प्रेस की स्वतंत्रता के अंतिम प्रहरी और लोकतंत्र की रीढ़ हैं पत्रकारिता व्यवसाय नहीं है, समाज सेवा है, लेकिन अफसोस बहुत से लोग यह भूल गये हैं - उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने सकारात्मक समाचारों को महत्व देने की जरूरत पर बल दिया पत्रकारिता की वर्तमान दशा और दिशा गहन चिंता और चिंतन का विषय है – उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने चिंता व्यक्त की लोकतंत्र का वाचडॉग, अब व्यावसायिक हितों के आधार पर काम करने लगा है “खोजी पत्रकारिता, लगभग विलुप्त हो चुकी है” उपराष्ट्रपति ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित किया द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार भोपाल । भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने कहा कि पत्रकार प्रेस की स्वतंत्रता के अंतिम प्रहरी हैं और लोकतंत्र में उनके कंधों पर बहुत बड़ा दायित्व है। स्वतंत्र पत्रकारिता को लोकतंत्र की रीढ़ बताते हुए उपराष्ट्रपति ने चिंता व्यक्त की कि हमारे प्रहरी कुंभकरण मुद्रा और निद्रा में है जोकि देश के लिए ठीक नहीं है। आज भोपाल में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारि

मांगे ना माने जाने की स्थिति में मंत्रालय के संघों का संयुक्त रूप से 29 सितम्बर से अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय - सुभाष वर्मा

🙏  द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार  🙏  भोपाल। म.प्र. मंत्रालय में कार्यरत अधिकारी / कर्मचारियों की बहुप्रतीक्षित मांगों का निराकरण ना होने से दिनांक 25.08.2023 को आन्दोलन के पहले चरण में मंत्रालय के पुराने भवन के गेट क्रमांक एक पर सफल आमसभा और रैली आयोजित हुई थी। इसके उपरांत मांगों पर कोई कार्यवाही ना होने से मांगें नहीं माने जाने के कारण म.प्र. सचिवालयीन कर्मचारी संघ, म.प्र. सचिवालय (मंत्रालय) शीघ्रलेखक संघ एवं मध्यप्रदेश मंत्रालय अजाक्स शाखा के संयुक्त आव्हान पर दिनांक 25.08.2023 से मंत्रालय में संपन्न ऐतिहासिक आमसभा के पश्चात विरोध प्रदर्शित करते हुए दिनांक 28.08.2023 से दिनांक 12.09.2023 तक काली पट्टी प्रदर्शित करने के साथ ही अगले चरण में मंत्रालय में कार्यरत सभी अधिकारी / कर्मचारियों द्वारा दिनांक 12.09. 2023 को सामूहिक अवकाश अवकाश लिया गया। इसके एक दिन पूर्व पुनः सोमवार दिनांक 11.09.2023 को दोपहर 01.00 बजे सफल आमसभा और रैली सम्पन्न हुई। संघ द्वारा आव्हानित आन्दोलन को मांगें माने जाने तक जारी रखने के लिए मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारियों की एकजुटता से लंबे समय के अं

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