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अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर द्वि-दिवसीय राष्ट्रीय समारोह 8 व 9 मार्च को पुणे में होगा

नागदा जं. । राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा प्रतिवर्षानुसार अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन देश के प्रमुख नगरो में विगत 8 वर्षों से हो रहा है। इस वर्ष यह द्वि-दिवसीय आयोजन च्वाईस कॉलज, पुणे में दि. 8 मार्च एवं 9 मार्च 2025 को सम्पन्न होगा। जिसमें 5 सत्रो में राष्ट्रीय संगोष्ठी, अखिल भारतीय बहुभाषी कवि सम्मेलन, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक एवं दायित्व, लोकमाता अहिल्यादेवी नारीशक्ति सम्मान समारोह का आयोजन होगा।  यह जानकारी राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने देते हुए बताया कि हम सभी का सौभाग्य है कि धर्मप्रेमी, समाजसेवी एवं दानशील महान राष्ट्रभक्त लोकमाता अहिल्यादेवी महेश्वर(इन्दौर) की महारानी की 300वीं जयंती त्रिशताब्दी के अवसर पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 8वाँ राष्ट्रीय सम्मान समारोह का आयोजन च्वाईस कॉलज, पुणे(महाराष्ट्र) में होने जा रहा है। जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा, साहित्य एवं लोकमाता अहिल्यादेवी नारीशक्ति सम्मान से महिलाओं को शाल-अंगवस्त्रम् एवं अभिनंदन पत्र के माध्यम से सम्मानित किया जायेगा। यह दो दिवसीय आयोजन दिनांक 8 मार्च एवं 9 मार्च 2025 को 5 सत्...

विक्रम विश्वविद्यालय का 29वाँ दीक्षान्त समारोह होगा 30 मार्च, 2025 को

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन का 29 वाँ दीक्षान्त समारोह चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, गुड़ी पड़वा तदनुसार दिनांक 30 मार्च, 2025 को सम्पन्न होना निश्चित हुआ है। इस समारोह में वर्ष 2024 के पीएच.डी. एवं डी. लिट. उपाधि धारकों (01 जनवरी, 2024 से 31 दिसम्बर, 2024) को उपाधि, तथा वर्ष 2024 की स्नातक परीक्षाओं की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त अभ्यर्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किये जायेंगे। वर्ष 2024 की स्नातकोत्तर परीक्षाओं की प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त अभ्यर्थियों को उपाधियाँ एवं विश्वविद्यालय द्वारा घोषित स्वर्ण पदक प्रदान किये जायेंगे। विक्रम विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी पात्र अभ्यर्थियों से अनुरोध किया है कि वे दीक्षान्त समारोह में पंजीकृत होकर अपनी उपाधि/पदक प्राप्त करें। विद्यार्थी एम.पी. ऑनलाईन के माध्यम से पंजीयन शुल्क रु. 500/- के साथ पंजीकरण कराएँ। पीएच.डी. एवं डी. लिट उपाधि धारक पंजीयन शुल्क के अतिरिक्त उपाधि शुल्क रु. 800/- जमा करायें। पंजीयन की अंतिम तिथि दिनांक 18 मार्च, 2025 है। दीक्षान्त समारोह से संबंधित जानकारी प्राप्त करने हेतु दूरभाष क्रमांक 8435112273,...

भौतिकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सम्मिलन विषय पर व्याख्यान का आयोजन

उज्जैन। भौतिकी अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन  में  "राष्ट्रीय विज्ञान दिवस" के उपलक्ष्य में सर सी वी रमन सभागार में व्याख्यान आयोजित किया गया। मध्य प्रदेश विज्ञान व तकनीकी परिषद , भोपाल  द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम की थीम "विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं का सशक्तिकरण" के अनुरूप वडोदरा से पधारे डॉ जी. आर. सिन्हा, कुलपति, जी एस एफ सी विश्वविद्यालय ने उपस्थित विद्यार्थियों को बडा सोचने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने विभिन्न  क्षेत्रो में विज्ञान की उपलब्धियों से विद्यार्थियों को अवगत कराया साथ ही एआई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में भी जानकारी दी ,उन्होंने एआई के सकारात्मक तथा नकारात्मक दोनो पहलूओ पर चर्चा की और साथ ही विद्यार्थियों को एआई तथा डाटा साइंस के क्षेत्र से जुड़ी असीम संभावनाओं से परिचित कराया  तथा सुनहरे भविष्य के निर्माण के लिए प्रेरित किया । उन्होंने अपने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से एआई से जुड़े कई आकर्षक और महत्तवपूर्ण बिन्दुओं को भी समझाया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो. उमा शर्मा, डीन व...

विधानसभा में मध्य प्रदेश की प्राक्कलन समिति की बैठक संपन्न

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏 भोपाल । आज विधानसभा परिसर में मध्य प्रदेश की  प्राक्कलन समिति की बैठक संपन्न हुई, जिसमें भोपाल स्मार्ट सिटी एवं मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के अधिकारियों ने समिति को स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों एवं मेट्रो रेल परियोजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।  बैठक में सभापति श्री अजय बिश्नोई, सदस्य सर्वश्री  भगवानदास सबनानी, ओमप्रकाश धुर्वे, राजेश वर्मा, अभय मिश्रा , दिनेश बोस, विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री ए. पी. सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।  बैठक के पश्चात समिति ने स्मार्ट सिटी के तहत नवनिर्मित शासकीय आवास गृह, अटल पथ, स्मार्ट रोड, दशहरा मैदान, सदर मंजिल आदि निर्माण कार्यों का अवलोकन/निरीक्षण किया तथा मेट्रो रेल ट्रायल में समिति सम्मिलित हुई । ✍  राधेश्याम चौऋषिया  Radheshyam Chourasiya Radheshyam Chourasiya II ● सम्पादक, बेख़बरों की खबर ● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन ● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक...

एनआईटीटीटीआर और डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

एनआईटीटीटीआर और डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के बीच संसाधन साझाकरण पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भोपाल। एनआईटीटीटीआर भोपाल और डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर (म.प्र.)  के बीच समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित हुआ। इस समझौते के अंतर्गत दोनों संस्थान संसाधन साझाकरण, ज्ञान आदान-प्रदान, और संयुक्त शैक्षिक कार्यक्रमों की संयुक्त रूप से योजना और कार्यान्वयन करेंगे, जिससे दोनों संस्थानों के कर्मचारियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को नए अवसर प्राप्त होंगे।।  इस अवसर पर एनआईटीटीटीआर के निदेशक प्रो. सी. सी त्रिपाठी कहा कि हर संस्थान की अपनी स्पेशलिटी होती है। डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय मध्य प्रदेश के सबसे पुराने संस्थानों में से एक है, और यहाँ लगभग हर एक विषय में टीचिंग एंड रिसर्च का कार्य किया जा रहा है।  डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि निटर भोपाल देश का प्रमुख संस्थान हैं। आज समय हैं की संस्थान मिलकर अपने संसाधनो का लाभ एक-दुसरे तक पहुंचाएं। निटर ने विभिन्न उद्योगों और संस्थानों के साथ एमओयू किए हैं, जिसका लाभ हमारे संस्थान को भी मि...

विकास हथियारों से नहीं, हौसलों की होड़ से हासिल है - प्रो. भारद्वाज, कुलगुरु

विक्रम विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय निरस्त्रीकरण और अप्रसार जागरूकता दिवस 2025 पर आयोजन सम्पन्न  विश्व के युवाओं में निरस्त्रीकरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल उज्जैन। पं. जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में 5 मार्च 2025 को अंतरराष्ट्रीय निरस्त्रीकरण और अप्रसार जागरूकता दिवस (आईडीएनपीए दिवस) पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने अपने शुभकामना वक्तव्य में कहा कि, "विकास हथियारों से नहीं, हौसलों की होड़ से हासिल है।" उन्होंने विश्व के युवाओं के बीच निरस्त्रीकरण मुद्दों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता की बात करते हुए, इस दिन के महत्व पर प्रकाश डाला। यह दिन सामूहिक विनाश के हथियारों से उत्पन्न खतरों और वैश्विक शांति एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयासों के महत्व को बढ़ावा देता है। कार्यक्रम में प्रो. डॉ. कामरान सुल्तान, प्रो. डॉ. दीपक गुप्ता, प्रो. डॉ. डी.डी. बेदिया, डॉ. सचिन राय, डॉ. नयनतारा डामोर और अजय जायसवाल ने भी अपने विचार व्यक्त...

महाकुंभ प्रबंधन पर विद्यार्थियों से चर्चा

वाणिज्य अध्ययनशाला में आयोजित हुआ कार्यक्रम उज्जैन, 4 मार्च 2025। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के सफल प्रबंधन के बारे में वाणिज्य अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए प्रयागराज से पधारे डीन ऑफ कॉमर्स प्रो. वी. के. पांडेय ने बताया कि, इस विशाल आयोजन में 66 करोड़ लोगों को बिना किसी असुविधा के सभी प्रकार की सुव्यवस्थित सुविधाएं प्रदान करने में प्रबंधन की प्रमुख भूमिका रही। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल देश, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी गहरा प्रभाव छोड़ने में सफल रहा और इसने वाणिज्य के विद्यार्थियों को प्रायोगिक ज्ञान अर्जित करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वाणिज्य अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र कुमार भारल ने की। डॉ. भारल ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को व्यावसायिक प्रबंधन के महत्व और इसकी व्यावहारिकता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ जैसी विशाल और जटिल घटना का प्रबंधन एक अच्छा उदाहरण है, जिससे विद्यार्थी यह समझ सकते हैं कि कैसे सही योजना और कार्यप्रणाली से किसी भी बड़े कार्य को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकता है। उन्हों...

वन्यजीव संरक्षण बांड: आज की आवश्यकता - प्रो. भारद्वाज, कुलगुरु

विक्रम विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय विश्व वन्यजीव संरक्षण दिवस मनाया गया उज्जैन। ऋण के लिए प्रकृति स्वैप और वन्यजीव संरक्षण बांड जैसे वित्तीय समाधानों की आज नितांत आवश्यकता प्रतिपादित हो रही है। 2025 में अंतरराष्ट्रीय विश्व वन्यजीव संरक्षण दिवस का विषय "वन्यजीव संरक्षण वित्त: लोगों और धरा में निवेश" शपथ संकल्प आयोजन के दौरान, हम लोग और पृथ्वी दोनों के लिए एक सुखद भविष्य का निर्माण करने के लिए अपने वर्तमान-अपर्याप्त वित्तीय प्रवाहों को अधिक प्रभावी और टिकाऊ बनाने के लिए सामुदायिक स्तर पर मिलकर काम कर सकते हैं। यह विचार प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज, कुलगुरु, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान में आयोजित विश्व वन्यजीव संरक्षण दिवस पर शपथ ग्रहण का आयोजन व परिसंवाद सत्र में व्यक्त किए। इस अवसर पर प्रो. डॉ. कामरान सुल्तान, संकाय अध्यक्ष, प्रबंध अध्ययन मंडल और कार्यपरिषद सदस्य प्रो. डॉ. दीपक गुप्ता, अध्यक्ष प्रबंध अध्ययन मंडल, प्रो. डॉ. डी.डी. बेदिया ने अपने विचार प्रकट करते हुए यह उल्लेख किया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीआईटीईएस जैसे कार्यक्...

निटर भोपाल में छात्रों के लिए पीएम ऊषा योजना के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम

नई तकनीकी क्षमताओं से लैस होंगे बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के छात्र भोपाल। एनआईटीटीटीआर भोपाल में बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल के यूआईटी के इंजीनियरिंग एवं एमएससी के स्टूडेंट्स के लिए भारत सरकार की पीएम ऊषा योजना के अंतर्गत सीमेंस सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में दिनांक 03 मार्च से 07 मार्च तक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के पहले चरण में 100 विद्यार्थी, आईओटी, रोबोटिक्स, एआई-एमएल, सिमुलेशन एंड ऑप्टिमाइजेशन, सीएनसी लैब्स में 05 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।  इस अवसर पर निटर निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी ने सभी छात्रों से कहा कि आपके कैरियर लिए ये बहुत ही बड़ा अवसर है कि आपको इस तरह की हाईटेक लैब्स में ट्रेनिंग मिल रही है। एक अच्छे इंजीनियर को इनोवेटर, क्रिएटर, डेवलपर और प्रोड्यूसर होने के साथ-साथ समाज के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। समाज की समस्याओं की पहचान करें और उनके हल के लिए नवाचार कर अपनी विशिष्ट पहचान बनाएं।  डीन कॉर्पोरेट एंड इंटरनेशनल रिलेशन्स प्रो. पी.के पुरोहित ने बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. एस. के जैन व यूआईटी डायरेक्टर प्रो. नीरज...

लोक मान्य विक्रम संवत् ही राष्ट्रीय पंचांग हो - अजय बोकिल, वरिष्ठ लेखक

आजादी के बाद से ही यह बहस का विषय रहा है कि स्वतंत्र भारत का राष्ट्रीय पंचांग वो क्यों नहीं है, जो देश के अधिकांश हिस्से में लोकमान्य है। अर्थात् लोकमान्यता उस विक्रम संवत् की है, जिसे महाकाल की नगरी उज्जयिनी के प्रतापी हिंदू राजा विक्रमादित्य ने विदेशी आक्रांत शकों को हराने की स्मृति को शाश्वत करने के ई.पू. 57 में चलाया था। लेकिन भारत का आधिकारिक राष्ट्रीय पंचांग वो शक संवत् है, जो शक राजा रूद्रदमन ने 58 ईस्वी में भारतीयों पर विजय के उपलक्ष्य में चलाया जाता है। कहा जाता है कि शक संवत् के पक्ष में विद्वानों का पलडा सिर्फ इसलिए झुका, क्योंकि ऐतिहासिक प्रमाण शक संवत् के पक्ष में ज्यादा थे। संभव है कि संवतारंभ की तिथि के हिसाब से शक संवत् के पक्ष में ज्यादा प्रमाण हो, लेकिन इसी के साथ यह सवाल भी उतना ही महत्वपूर्ण है कि प्रामाणिक होने के दावे के बाद भी शक संवत् जन पंचांग का हिस्सा क्यों नहीं बन पाया? आज भी हिंदुओं के सभी तीज त्यौहार, संस्कार व ज्योतिष गणनाएँ ज्यादातर विक्रम संवत् के हिसाब से ही होती हैं न कि शक संवत् के हिसाब से। इसका भावार्थ यही है कि आज भी लोक मान्यता विक्रम संवत् की ज्...

प्रमुख सचिव विधान सभा श्री सिंह का रतलाम में व्यस्त अल्प प्रवास

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏 रतलाम । आज 2 मार्च रविवार को रतलाम अल्प प्रवास में श्री अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा द्वारा मध्यप्रदेश शासन के माननीय मंत्री श्री चैतन्य कश्यप एवं सांसद श्री सुधीर गुप्ता से भेंट कर सत्र व विभिन्न  विधायी विषयों  पर चर्चा की गई।  इसके पूर्व प्रमुख सचिव विधानसभा श्री अवधेश प्रताप सिंह सागोद रोड स्थित जे एम डी पैलेस में श्री अशोक ताँतेड की पुत्री के विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए तथा शाम को वरिष्ठ पत्रकार श्री अरविन्द डांगी के निवास पर जाकर उनके भाई के गत दिनों, आकस्मिक, दुखद निधन पर अपनी संवेदना प्रकट की । ✍  राधेश्याम चौऋषिया  Radheshyam Chourasiya Radheshyam Chourasiya II ● सम्पादक, बेख़बरों की खबर ● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन ● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति "बेख़बरों की खबर" फेसबुक पेज... Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर "बेख़बरों की खबर"...

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