उज्जैन। भौतिकी अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में "राष्ट्रीय विज्ञान दिवस" के उपलक्ष्य में सर सी वी रमन सभागार में व्याख्यान आयोजित किया गया। मध्य प्रदेश विज्ञान व तकनीकी परिषद , भोपाल द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम की थीम "विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं का सशक्तिकरण" के अनुरूप वडोदरा से पधारे डॉ जी. आर. सिन्हा, कुलपति, जी एस एफ सी विश्वविद्यालय ने उपस्थित विद्यार्थियों को बडा सोचने के लिये प्रेरित किया। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रो में विज्ञान की उपलब्धियों से विद्यार्थियों को अवगत कराया साथ ही एआई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में भी जानकारी दी ,उन्होंने एआई के सकारात्मक तथा नकारात्मक दोनो पहलूओ पर चर्चा की और साथ ही विद्यार्थियों को एआई तथा डाटा साइंस के क्षेत्र से जुड़ी असीम संभावनाओं से परिचित कराया तथा सुनहरे भविष्य के निर्माण के लिए प्रेरित किया । उन्होंने अपने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से एआई से जुड़े कई आकर्षक और महत्तवपूर्ण बिन्दुओं को भी समझाया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो. उमा शर्मा, डीन विज्ञान संकाय थीं । विभागाध्यक्ष प्रो. स्वाति दुबे ने विद्यार्थियों को बताया कि वर्ष 2024 के नोबेल विजेता वैज्ञानिकों ने भौतिकी के स्टैटिसटिकल मॉडल्स की मदद से एआई को सशक्त और संभावना पूर्ण बनाया है ।
कार्यक्रम में डॉ. गणपत अहिरवार, डॉ. निश्चल यादव, डॉ. रत्ना अग्रवाल , डॉ. कमल जैन, डॉ. दर्शना मेहता, डाॅ. अंशुमाला वानी, अर्पित फुलके उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में भौतिकी, रसायन शास्त्र, गणित और फोरेंसिक विज्ञान अध्ययनशाला के विद्यार्थियों ने उत्साह से भागीदारी की, इस दौरान उन्होंने प्रोफेसर सिन्हा से कई प्रश्न पूछे और समाधान पाया ।
कार्यक्रम का संचालन ख़ुशी पांडे और श्रेया सोनकर ने किया, स्वागत भाषण डॉ. गनपत अहिरवार ने किया, अतिथि परिचय डॉ. रत्ना अग्रवाल ने दिया तथा वरुण वासवानी ने आभार व्यक्त किया।
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