वाणिज्य अध्ययनशाला में आयोजित हुआ कार्यक्रम
उज्जैन, 4 मार्च 2025। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के सफल प्रबंधन के बारे में वाणिज्य अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए प्रयागराज से पधारे डीन ऑफ कॉमर्स प्रो. वी. के. पांडेय ने बताया कि, इस विशाल आयोजन में 66 करोड़ लोगों को बिना किसी असुविधा के सभी प्रकार की सुव्यवस्थित सुविधाएं प्रदान करने में प्रबंधन की प्रमुख भूमिका रही। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल देश, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी गहरा प्रभाव छोड़ने में सफल रहा और इसने वाणिज्य के विद्यार्थियों को प्रायोगिक ज्ञान अर्जित करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वाणिज्य अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र कुमार भारल ने की। डॉ. भारल ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को व्यावसायिक प्रबंधन के महत्व और इसकी व्यावहारिकता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ जैसी विशाल और जटिल घटना का प्रबंधन एक अच्छा उदाहरण है, जिससे विद्यार्थी यह समझ सकते हैं कि कैसे सही योजना और कार्यप्रणाली से किसी भी बड़े कार्य को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से निर्धारित करें और उसे प्राप्त करने के लिए व्यवस्थित योजना बनाएं।
इस अवसर पर मंदसौर से पधारे प्रो. अशोक अग्रवाल ने भी विद्यार्थियों को लक्ष्य निर्धारण की महत्वता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे छोटे-छोटे कदमों के माध्यम से बड़े लक्ष्य की ओर बढ़ा जा सकता है।
कार्यक्रम में डॉ. अनुभा गुप्ता, डॉ. नागेश पाराशर, डॉ. आशीष मेहता और डॉ. नेहा माथुर भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रुचिका खण्डेलवाल ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन पीएच डी शोधार्थी जयश्री राठौर ने किया।
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