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Showing posts from June, 2025

श्रोता-संवाद लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को समर्पित रहा

हिन्दी परिवार इन्दौर एवं श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित श्रोता संवाद में लोकमाता अहिल्याबाई होलकर पर केन्द्रित कवितायें एवं रचनाओं का पाठ उपस्थित साहित्यिकारों द्वारा किया गया। आयोजन के प्रथम चरण में पुस्तक पर चर्चा होती है, इस बार लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर आधारित संकलित पुस्तक ‘कर्मयोगिनी’ संपादक प्रभु चौधरी की समीक्षा हिन्दी परिवार के अध्यक्ष हरेराम वाजपेयी ने प्रस्तुत की, पुस्तक में देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। इसी क्रम में वाजपेयी ने अहिल्या से सम्बन्धित इन्दौर के विभिन्न शासकीय संस्थाओं, मार्गों और संस्थानों का परिचय दिया, जो अहिल्याजी के नाम से किये गये है, साथ ही उन्होंने बताया कि श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री अरविंद जवलेकर की कृति लोकमाता अहिल्याबाई की समीक्षा बी.बी.सी. लंदन से प्रसारित हुई। हिन्दी परिवार की सदस्य डॉ. आरती दुबे को अहिल्या सम्मान प्रदान किया गया तथा परिवार की सदस्य डॉ. रंजना फतेहपुर की कृति मैं अहिल्या हूँ के साथ हरेराम वाजपेयी के आलेख लोकमाता अहिल्...

देवनागरी लिपि लोकनागरी बने, इसके लिए स्वाभिमान जगाना होगा - प्रो शैलेन्द्र कुमार शर्मा

नागरी लिपि की वैज्ञानिकता और नई संभावनाएं पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न देश की जानी मानी संस्था नागरी लिपि परिषद् नई दिल्ली की मध्य प्रदेश इकाई एवं राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका विषय नागरी लिपि की वैज्ञानिकता और नई संभावनाएं था।  संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में अपना मंतव्य देते हुए विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलानुशासक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा हमें हमारी लिपियों पर गर्व होना चाहिए। देवनागरी लिपि लोकनागरी बने, इसके लिए स्वाभिमान जगाना होगा। बड़ी संख्या में लिपिविहीन लोक और जनजातीय भाषाओं को देवनागरी में लिखे जाने के लिए हम प्रयासरत हैं। इस दिशा में पहला विशाल लोक सम्पदा को देवनागरी में लाने का है। दूसरा व्याकरण के स्तर पर और तीसरा शब्द कोश के माध्यम से देवनागरी लिपि में अंकन की दिशा में कार्य हो रहा है। संचार क्रांति और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में देवनागरी लिपि की वैज्ञानिकता का साक्ष्य मिल रहा है।  मोरीशस से जुड़े शिक्षाविद डॉ. सोमदत्त काशीनाथ ने कहा देवन...

विश्व साइकिल दिवस पर पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय में 'द्विचक्र वाहिनी दूत अभिनंदन समारोह' संपन्न

तीन दशकों से साइकिल का सतत उपयोग करने वाले स्टाफ सदस्यों का हुआ सम्मान उज्जैन। विश्व साइकिल दिवस के उपलक्ष्य में पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा एक विशेष कार्यक्रम 'द्विचक्र वाहिनी दूत अभिनंदन समारोह' का आयोजन किया गया। यह आयोजन पर्यावरणीय संरक्षण, शारीरिक स्वास्थ्य और सतत जीवनशैली को प्रोत्साहित करने हेतु किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज के संदेश के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने संस्थान के इस सामयिक और सामाजिक रूप से उपयोगी आयोजन की सराहना की। उन्होंने इस अवसर पर तीन दशकों से अधिक समय से नियमित रूप से साइकिल का उपयोग कर संस्थान में प्रेरणा स्रोत बने कर्मठ स्टाफ सदस्यों – श्री दिनेश सिंगार एवं श्री सत्यनारायण मालवीय को विशेष रूप से शुभकामनाएं प्रेषित कीं । प्रो. भारद्वाज ने अपने संदेश में कहा कि साइकिल न केवल एक पारंपरिक यातायात का साधन है, बल्कि यह एक सतत, स्वास्थ्यवर्धक और पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली का प्रतीक भी है। उन्होंने संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता, संकाय अध्यक्ष प्रो. डॉ. कामर...

भोपाल से कृषि अधिकारी पहुँचे गांवों में, योजनाओं पर कर रहे बेरसिया ब्लॉक के किसानों से संवाद

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏 भोपाल । भारत सरकार ने देश के 700 जिलों में विकसित कृषि संकल्प अभियान शुरू किया है। इसके तहत बेरसिया ब्लॉक में कृषि अधिकारी गांव-गांव जाकर किसानों को विभाग की योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं। विकसित कृषि संकल्प अभियान के पांचवे दिन संयुक्त टीम ने ग्राम पंचायत गुणगा, जैतपुरा, करोंदिया में किसानों को प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण में नवाचार प्रदर्शन, सोयाबीन फसल उत्पादन, कृषि में ड्रोन तकनीक का उपयोग एवं अनुदान, खेत की मिटटी की गुणवता, नरवाई प्रबंधन एवं संबंधित कृषि यन्त्र पर अनुदान, बागवानी एवं पशु प्रबंधन के उपाय बताए गए। किसानों को फसल की लागत घटाकर शुद्ध आमदनी बढ़ाने के तरीके समझाए।   कार्यक्रम में भा.कृ.अनु.प.- केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान,भोपाल के कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ. रंजय कुमार सिंह ने सोयाबीन की बुवाई की उन्नत और स्वीकृत फसल प्रबंधन के महत्व पर जानकारी दी। डॉ. सिंह ने नवाचार खेती और बुवाई के लिए मेड़, नाली और चौड़ी बेड बनाने के फायदे बताए।  भा.कृ.अनु.प.- केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल के वैज्ञानिक डॉ. सत्य प्...

आष्टा विधायक के मार्गदर्शन में किसानों को मिली वैज्ञानिक कृषि तकनीकों की जानकारी

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏 भोपाल । केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में 29 मई से 12 जून 2025 तक चल रहे विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत 02 जून, 2025 को सीहोर ज़िले के आष्टा विकासखंड की तीन ग्राम पंचायतों — हरनियागांव, कल्याणपुरा और अमलामज्जू में किसानों से सीधा संवाद स्थापित किया गया। कल्याणपुरा पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में आष्टा विधायक श्री गोपाल सिंह इंजीनियर विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने किसानों को उन्नत तकनीकों को अपनाने, नरवाई (पराली) न जलाने, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और मृदा परीक्षण के आधार पर फसल चयन की सलाह दी। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह ठाकुर एवं किसान मोर्चा के श्री विष्णु परमार भी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अधीन तीन संस्थानों — केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल, भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान, भोपाल, एवं भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान, फंदा, की वैज्ञानिक टीमों द्वारा किया गया। प्रमुख वैज्ञानिकों में डॉ. मनोजीत चौधरी (कृषि यंत्र विशेषज्ञ), डॉ. आर. एच. बंजारी (सस्यविज्ञान वि...

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