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भगवान धन्वन्तरि जयंती पर शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकत्सालय में वृद्ध निःशुल्क चिकित्सा शिविर 18 अक्टूबर को

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि धन्वन्तरि जयंती के अवसर पर शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय, चिमनगंज में दिनांक 18.10.2025 (शनिवार) को वृहद निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर का आयोजित किया गया है। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. ओ.पी. व्यास ने बताया कि शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय, चिमनगंज, आगर रोड उज्जैन में आयोजित उक्त निःशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर में परामर्श एवं औषधि किया जावेगा। उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी।

भगवान धन्वंतरि जयंती: आयुर्वेद के जनक को समर्पित एक दिव्य उत्सव

भगवान धन्वंतरि जयंती: आयुर्वेद के जनक को समर्पित एक दिव्य उत्सव ✍️ डॉ. प्रकाश जोशी, व्याख्याता, रचना शारीर विभाग, शासकीय धन्वंतरी आयुर्वेदिक महाविद्यालय ✍️ डॉ. जितेंद्र जैन, पूर्व व्याख्याता, पदस्थ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी, शासकीय आयुर्वेद औषधालय, करोहन, जिला उज्जैन भगवान धन्वंतरि: अमृत कलश से आयुर्वेद के अवतरण तक आयुर्वेद रत्नाकर के प्रथम रत्न मंथन का संदेश लेकर जिनका अवतार हुआ, वे सतत गतिशीलता और सुनियोजन से लक्ष्य प्राप्ति के देवता आदि धन्वंतरि हैं। उन्हें आयुर्वेद के जनक के रूप में मान्यता प्राप्त है और जनसाधारण में भी वैद्यक शास्त्र के जन्मदाता के रूप में उनका नाम अत्यंत श्रद्धा से स्मरण किया जाता है। इतिहास में ‘धन्वंतरि’ नाम के तीन प्रमुख आचार्यों का उल्लेख प्राप्त होता है। सर्वप्रथम, धन्वंतरि प्रथम — जिनका अमृत कलश लिए हुए क्षीरसागर से अवतरण हुआ — देवताओं में अश्विनीकुमारों की तरह अमरत्व का प्रतीक माने जाते हैं। पुराणों के अनुसार, देवताओं और असुरों द्वारा समुद्र मंथन के दौरान जो 14 रत्न प्राप्त हुए, उनमें से एक धन्वंतरि भी थे। समुद्र मंथन की प्रक्रिया में देवताओं और अ...

विश्व खाद्य दिवस पर पोषण और खाद्य साक्षरता कार्यक्रम AFSTI, Bhopal Chapter द्वारा हुआ सम्पन्न

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏  भोपाल। एसोसिएशन ऑफ फूड साइंटिस्ट एंड टेक्नोलॉजिस्ट्स (इंडिया), के भोपाल चैप्टर (AFSTI, Bhopal Chapter) द्वारा गुरुवार, 16 अक्टूबर 2025 को विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर “पोषण और खाद्य साक्षरता” विषय पर एक कार्यक्रम शासकीय गीतांजलि कन्या महाविद्यालय, भोपाल में आयोजित किया गया ।  एसोसिएशन ऑफ फूड साइंटिस्ट एंड टेक्नोलॉजिस्ट्स (इंडिया) का मुख्यालय मैसूर में स्थित है और यह देश की खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक अग्रणी संस्था है जिसकी स्थापना 1957 में हुई । अपने स्थापना वर्ष 1957 से ही यह संस्था खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनवरत कार्यरत है । गौरतलब है कि 16 अक्टूबर 1945 को खाद्य एवं कृषि संगठन के स्थापना हुई थी और इस दिवस के सम्मान में विश्व भर में प्रतिवर्ष यह दिन विश्व खाद्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह अवसर विश्व स्तर पर खाद्य सुरक्षा, पोषण और टिकाऊ कृषि पद्धतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित होता है। इसी उद्देश्य की प्रति पूर्ति के लिए एसोसिएशन ऑफ फूड साइंटिस्ट एंड टेक्नोलॉजिस्ट्स (इंडिया), मैसूर,...

डॉ. अवधेश प्रताप सिंह ने मानव अधिकार उल्लंघन के 09 मामलों में लिया संज्ञान

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏  भोपाल। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय सदस्‍य डॉ. श्री अवधेश प्रताप सिंह ने गुरुवार, 16 अक्टूबर 2025 को विगत दिवसों के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के  ''09 मामलों में''  संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।   आवासीय एवं कमर्शियल क्षेत्र में चल रहीं पटाखा दुकानें....           राजधानी भोपाल के उपनगर बैरागढ़ के पास हलालपुरा-लालघाटी में  आवासीय एवं कमर्शियल क्षेत्र के पास होलसेल एवं रिटेल पटाखा व्यापारियों को दुकान लगाने की अनुमति दिये जाने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बैरागढ़ के पास हलालपुरा-लालघाटी क्षेत्र के आवासीय एवं कमर्शियल क्षेत्र के पास पटाखा की होलसेल एवं रिटेल की दुकानें लगी हुई है। यहां पर पटाखा दुकानों के पास पेट्रोल पंप , पांच सितारा होटल एवं कई ढाबें बने हुये है। साथ ही दुकानों के आसपास अन्‍य गतिविधियां भी होती है। जिससे वहां के लोगों के साथ बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। मामले में संज...

बौद्धिक संपदा अधिकार पर दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न

उज्जैन। शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन में *राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ, नई दिल्ली (भारत सरकार,)* के तत्वावधान में बौद्धिक संपदा के अधिकार (intellectual property rights) पर दिनांक 14- 15 अक्टूबर को दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ। उद्घाटन उज्जैन उत्तर के विधायक श्री अनिल जैन कालूखेड़ा ने दीप प्रज्वलित कर किया। आपने अपने उद्बोधन में कहा कि आयुर्वेद के क्षेत्र में बौद्धिक संपदा को पंजीकृत करने के बहुत अवसर है।  दिनांक 15 अक्टूबर को समापन समारोह में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉक्टर अर्पण भारद्वाज ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित करते हुए आशीर्वचन दिया। आपने बताया कि आज का युग में आयुर्वेद की बोध्दिक संपदा के अधिकार को संरक्षित करने के लिए युवाओं को आगे आना पड़ेगा। वर्तमान युग में विज्ञान के साथ तालमेल जोड़कर संपदा विस्तार के असंख्य अवसर है।  प्रधानाचार्य डॉक्टर जेपी चौरसिया ने अतिथियों का स्वागत कर स्वागत भाषण दिया एवं प्रतिभागियों के लिए शुभकामनाएं व्यक्त की। इस दो दिवसीय कार्यशाला में राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ नई दिल्ली के ग...

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