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राजा सिर्फ राज्य बनाते हैं, ऋषियों के सांस्कृतिक अवदान से बनता है राष्ट्र

भारतीय राष्ट्रवाद को नई आँखों से देखिए ! ✍️ प्रो. संजय द्विवेदी देश में इन दिनों राष्ट्रवाद चर्चा और बहस के केंद्र में है। ऐसे में यह जरूरी है कि हम भारतीय राष्ट्रवाद पर एक नई दृष्टि से सोचें और जानें कि आखिर भारतीय भावबोध का राष्ट्रवाद क्या है? ‘राष्ट्र’ सामान्य तौर पर सिर्फ भौगोलिक नहीं बल्कि ‘भूगोल-संस्कृति-लोग’ के तीन तत्वों से बनने वाली इकाई है। इन तीन तत्वों से बने राष्ट्र में आखिर सबसे महत्वपूर्ण तत्व कौन सा है? जाहिर तौर पर वह ‘लोग’ ही होगें। इसलिए लोगों की बेहतरी,भलाई, मानवता का स्पंदन ही किसी राष्ट्रवाद का सबसे प्रमुख तत्व होना चाहिए। जब हम लोगों की बात करते हैं तो भौगोलिक इकाईयां टूटती हैं। अध्यात्म के नजरिए से पूरी दुनिया के मनुष्य एक हैं। सभी संत, आध्यात्मिक नेता और मनोवैज्ञानिक भी यह मानने हैं कि पूरी दुनिया पर मनुष्यता एक खास भावबोध से बंधी हुयी है। यही वैश्विक अचेतन (कलेक्टिव अनकांशेसनेस) हम-सबके एक होने का कारण है। स्वामी विवेकानंद इसी बात को कहते थे कि इस अर्थ में भारत एक जड़ भौगोलिक इकाई नहीं है। बल्कि वह एक चेतन भौगोलिक इकाई है जो सीमाओं और सैन्य बलों पर ही कें...

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का मंत्रालय प्रांगण में होगा भव्य स्वागत

27 मई को शीघ्र लेखक संघ एवं मंत्रालय कर्मियों द्वारा आयोजित होगा विशेष कार्यक्रम भोपाल। मध्यप्रदेश सचिवालय (मंत्रालय) शीघ्र लेखक संघ द्वारा दिनांक 27 मई 2025 को दोपहर 01.00 बजे मंत्रालय प्रांगण में एक भव्य स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह स्वागत कार्यक्रम प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सम्मान में आयोजित किया जा रहा है। इस गरिमामयी अवसर पर माननीय श्री विश्वास सारंग, मंत्री, सहकारिता, खेल एवं युवक कल्याण, श्रीमती कृष्णा गौर, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण तथा श्री भगवान दास सबनानी, विधायक, दक्षिण-पश्चिम, भोपाल भी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन मंत्रालयीन अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच विशेष उत्साह का विषय बना हुआ है, क्योंकि यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा कर्मचारियों के हित में निरंतर लिए जा रहे सकारात्मक निर्णयों और सतत रूप से जारी किए गए आदेशों की पृष्ठभूमि में आयोजित किया जा रहा है। मध्यप्रदेश सचिवालय (मंत्रालय) शीघ्र लेखक संघ के अध्यक्ष श्री सुभाष वर्मा के नेतृत्व में मंत्रालयीन अधिकारियों/कर्मचारियों...

विक्रम विवि में विश्व जैव विविधता दिवस पर त्रिस्तरीय आयोजन

प्रकृति के साथ सामंजस्य और सतत विकास जब जैवविविधता पर समस्या आती है, तो मानवता पर भी समस्या आती है उज्जैन। भूमि आधारित पर्यावरण का तीन-चौथाई हिस्सा और समुद्री पर्यावरण का लगभग 66 फीसदी हिस्सा मानवीय गतिविधियों के कारण काफी हद तक बदल गया है। उक्त शुभकामना संदेश विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान के आंगन में आयोजित विशेष परिसंवाद आयोजन में व्यक्त किए। कुलसचिव डॉ. अनिल शर्मा ने संयुक्त राष्ट्र संघ के आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 10 लाख पशु और पौधों की प्रजातियां अब विलुप्त होने की कगार पर हैं। ऐसी स्थिति में पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान ने संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित इस प्रकार के नवाचार आयोजन में अपने पूर्व प्रतिभाशाली छात्र अरुण पटेल (आईडीबीआई बैंक) द्वारा एलोवेरा पौधा विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अनिल शर्मा को, प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता, निदेशक, पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान की उपस्थिति में, जैव पारिस्थितिकी प्रतीक के रूप में सौंपा गया। इसी श्रृंखला में कृषि अध्ययन शाल...

विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ अहिल्याबाई होलकर जन्म त्रिशताब्दी वर्ष पर आयोजन

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व अध्ययनशाला में 21 मई 2025 को अहिल्याबाई होलकर के जन्म त्रिशताब्दी वर्ष समारोह पर एक कार्यक्रम का आयोजन रखा गया।  इस आयोजन में देवी अहिल्याबाई होलकर के व्यक्तित्व और कृतित्व के विषय में  विद्यार्थियों ने व्याख्यान दिए । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शासकीय महाविद्यालय कायथा के प्राध्यापक डॉ मुकेश शाह  थे। साथ ही विभागाध्यक्ष डॉ वी एस परमार  ने अहिल्याबाई होलकर के समग्र जीवन चिंतन पर प्रकाश डाला। डॉ अंजना सिंह गौर ने अहिल्याबाई के व्यक्तित्व के विभिन्न रूपों को बताया।  विभाग के विद्यार्थी वैभव पांडे ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर विभाग के सभी प्राध्यापक  डॉ हेमंत लोदवाल, डॉक्टर रितेश लोट, डॉक्टर नेहा उपाध्याय  और डॉ प्रीति पांडे एवं अनेक छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

फार्मेसी के क्षेत्र में भी ट्रेनिंग और रिसर्च करेगा निटर भोपाल, नाईपर अहमदाबाद के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित

भोपाल। राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (निटर), भोपाल ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, (नाईपर) अहमदाबाद के साथ एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, जिसका मुख्य उद्देश्य शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा देना है। इस सहयोग से न केवल तकनीकी और औषधीय शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि विभिन्न बहु-विषयक क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान को भी गति मिलेगी। एमओयू के अंतर्गत, दोनों संस्थान संयुक्त कार्यशालाएं, सेमिनार, फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, शोधकर्ताओं के लिए इंटर्नशिप और अनुसंधान आधारित गतिविधियों का आयोजन करेंगे।  इस अवसर पर एनआईटीटीटीआर भोपाल के निदेशक प्रो. सी. सी त्रिपाठी ने कहा कि फार्मास्यूटिकल क्षेत्र आज अत्याधुनिक तकनीकों जैसे ऑटोमेशन, डेटा एनालिटिक्स, और एआई आधारित अनुसंधान आदि की मांग कर रहा है। एनआईटीटीटीआर भोपाल, इस साझेदारी के माध्यम से नाईपर के वैज्ञानिक अनुसंधान में टेक्नोलॉजी और ट्रांसफरेबल स्किल्स का संचार करेगा, जिससे फार्मा सेक्टर की नवाचार क्षमता और अधिक सशक्त होगी।  नाईपर अहमदाबाद के ...

बी-डे: मधुमक्खियाँ—प्रकृति की पोषक मित्र

शहद: लोकल से ग्लोबल तक की यात्रा उज्जैन। अंतर्राष्ट्रीय मधुमक्खी दिवस के अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय में आयोजित परिसंवाद में कुलगुरु प्रो. डॉ. अर्पण भारद्वाज ने अपने संदेश में कहा कि मधुमक्खियाँ न केवल पर्यावरणीय स्वास्थ्य की सटीक सूचक हैं, बल्कि शहद जैसे औषधीय अमृत के निर्माण में भी सहायक हैं। उन्होंने कहा कि "शहद को लोकल से ग्लोबल तक ले जाने के लिए हमें व्यावसायिक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।" मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में अपार संभावनाएँ हैं, जिन्हें सही दिशा देकर वैश्विक स्तर पर निर्यात और रोजगार का साधन बनाया जा सकता है। प्रो. भारद्वाज ने जानकारी दी कि मधुमक्खियों की दो प्रमुख प्रजातियाँ—एपीस सेराना और एपीस मेलिफेरा—भारत में पाई जाती हैं। एपीस सेराना की एक कॉलोनी वर्षभर में लगभग 6 से 10 किलो शहद उत्पादन करती है, जबकि एपीस मेलिफेरा एक कॉलोनी से 30 से 40 किलो तक शहद उत्पन्न करती है। इसीलिए इनका उपयोग बागवानी व परागण में अधिक किया जाता है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित मधुमक्खी दिवस और सतत विकास लक्ष्यों के आपसी संबंधों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इन जीवों की रक्ष...

प्रथम वर्ल्ड फेयर प्ले डे पर विक्रम विश्वविद्यालय में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन

  खेलों में पवित्रता, समावेशन और न्याय के मूल्यों को वैश्विक मान्यता उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में प्रथम वर्ल्ड फेयर प्ले डे के अवसर पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। यह दिवस संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ष 2025 से प्रतिवर्ष 19 मई को आधिकारिक रूप से घोषित किया गया है। इसी पृष्ठभूमि में आयोजित इस समारोह में विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. भारद्वाज ने कहा कि खेलों में पवित्रता के माध्यम से समावेशन एवं न्याय का उत्सव ही इस दिवस का मुख्य संदेश है। उन्होंने इस सामयिक और संभवत: प्रदेश के प्रथम अद्वितीय आयोजन के लिए पं. जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता की सक्रिय भूमिका की सराहना की। प्रो. भारद्वाज ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह आयोजन वैश्विक स्तर पर खेलों की भूमिका को मान्यता प्रदान करता है। इसमें खेलों के माध्यम से पवित्रता, शांति, समावेशन और न्याय जैसे सार्वभौमिक मूल्यों को सम्मान और बढ़ावा देने की शक्ति है। यह आयोजन न केवल एक प्रेरणादायी पहल है, बल्कि नई पीढ़ी को इन मूल्यों के प्रति जागरूक करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भ...

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में उमंग छू लो आसमान आठ दिवसीय समर कैंप का आयोजन सम्पन्न

उज्जैन। ऋषि नगर स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में "उमंग" छू लो आसमान आठ दिवसीय समर कैंप का आयोजन किया गया था । जिसका 18 मई को समापन किया गया। इन 8 दिनों में बच्चों को क्रिएटिव मेडिटेशन, स्पीच, मोरल वैल्यू क्लासेस कोर्स ,मेमोरी बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज एवं ग्रुप डांस ग्रुप सॉन्ग आदि आदि कार्यक्रम रखे गए जिसमें सैकड़ो बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया अंतिम दिन पुरस्कार वितरित किया गया जिसमें अतिथि के रूप में डॉक्टर भोजराज शर्मा आई एम ओ, डॉ सुनीता शर्मा गायनोलॉजिस्ट ,विजय सुखवानी  इंजीनियरिंग कॉलेज वाइस प्रिंसिपल एवं ब्रह्माकुमारी उषा दीदी जी ,मंडी सचिव अश्विन सिंह जी और मंजू दीदी जी ने मिलकर बच्चों को अनेक प्रकार की गिफ्ट दिए।  डॉ भोजराज शर्मा जी ने कहा कि हम जो बच्चों को सीखना चाहते हैं सर्वप्रथम उसे हमें अपने कर्मों में लाना होगा। क्योंकि बच्चे देख कर तुरंत सीखते हैं। जो हम करेंगे वही हमारे बच्चे हमें देखकर सीखेंगे। राजयोगिनी उषा दीदी जी ने बताया कि राम समान बनने के लिए किन- किन गुणो को धारण करना चाहिए।बच्चों  में अच्छे संस्कार तभी आ सकते हैं जब उन्ह...

विक्रम विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने किया त्रिवेणी संग्रहालय का भ्रमण

उज्जैन। विश्व संग्रहालय दिवस के उपलक्ष में 18 मई को प्राचीन भारतीय इतिहास अध्ययनशाला के छात्र-छात्राओं ने त्रिवेणी संग्रहालय में भ्रमण किया। इस कार्यक्रम को धरोहर यात्रा के रूप में त्रिवेणी संग्रहालय द्वारा आयोजित किया गया था।  इस अवसर पर संग्रहालय के अध्यक्ष डॉ योगेश पाल एवं डॉ राहुल सांखला उपस्थित थे। साथ ही मुख्य अतिथि के रूप में पुरातत्व विभाग के डॉ प्रकाशेंद्र माथुर एवं अश्विनी शोध संस्थान के निदेशक डॉ आर सी ठाकुर जी एवं डॉ प्रवीण जोशी उपस्थित थे।  विश्व संग्रहालय दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों एवं आमंत्रित अतिथियों ने त्रिवेणी की इस धरोहर यात्रा में महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कीं।

विश्व संग्रहालय दिवस पर हुआ विक्रम विश्वविद्यालय में आयोजन

उज्जैन। प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय में विश्व धरोहर विश्व संग्रहालय दिवस जो की प्रतिवर्ष 18 मई को मनाया जाता है, का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय की इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रंजना व्यास उपस्थित थीं एवं  कंप्यूटर अध्ययनशाला विक्रम विश्वविद्यालय के शेखर दिसावल  मुख्य अतिथि के रूप में थे।  इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ विश्वजीत सिंह परमार ने छात्र-छात्राओं को संग्रहालय के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराईं और यह भी बताया की किस प्रकार यह एक रोजगार परक पाठ्यक्रम है ।  डॉ शेखर दिसावल ने कहा कि संग्रहालय के डिजिटलाइजेशन के लिए टेक्नोलॉजी महत्वपूर्ण है एवं किसी भी स्थान पर बैठ करके विश्व के  संग्रहालयों को किस प्रकार से देखा जा सकता है, इस विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए।  वही डॉ रंजना शर्मा ने संग्रहालय के विभिन्न प्रकारों, उद्भव एवं विकास पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विभाग के समस्त प्राध्यापकों सहित लगभग 100 विद्यार्थी उपस्थित थे।  संचालन डॉ प्रीति पांडे ने ...

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ द्वारा किया गया स्वागत

कर्मचारी हितैषी निर्णय लेने पर मुख्यमंत्री जी का किया गया अभिनंदन 🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏  भोपाल। मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ द्वारा रविवार, 18 मई 2025 को मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी का रविंद्र भवन में कर्मचारी हितों पर निर्णय लेने पर मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ की ओर से स्वागत किया गया ।  कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक श्री भगवान दास सबनानी, नगर निगम अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी, भारतीय मजदूर संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री, मध्य प्रदेश राजस्थान पेंशन संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री हेमंत श्रीवास्तव जी, कार्यकारी अध्यक्ष श्री अनिल एडमिन, महामंत्री श्री जितेंद्र सिंह, श्री पंकज श्रीवास्तव, श्री सुभाष शर्मा, श्री मयूर उपाध्याय के साथ ही बहुत अधिक संख्या में कर्मचारी नेता एवं कर्मचारी उपस्थित रहे । ✍  राधेश्याम चौऋषिया  Radheshyam Chourasiya Radheshyam Chourasiya II ● सम्पादक, बेख़बरों की खबर ● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन ● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्...

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