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एन.आई.टी.टी.टी.आर, भोपाल द्वारा " मिलेट्स के महत्व पर" एक शार्ट फिल्म का निर्माण

भोपाल । संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा भारत की ओर से पेश एक प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर वर्ष 2023 को ‘‘इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स’ (International Year of Millets) घोषित किया गया है। भारत सरकार ने इस सन्दर्भ में दिशा निर्देश जारी कर पूरे वर्ष भर मिलेट्स एवं उससे जुडी जानकारी पर आयोजन किये जाने हेतु निर्देश दिए हैं। एन.आई.टी.टी.टी.आर, भोपाल ने अपनी सामाजिक उत्तरदायित्व के लिए अभिनव पहल करते हुए मिलेट्स के महत्व पर एक शार्ट फिल्म का निर्माण किया । इस फिल्म में मिलेट क्या होता है ? और इसे खाने के क्या है फायदे?, यह कौन कौन से रोग दूर भगा सकता है? मिलेट्स को अपने भोजन में शामिल करने से होने वाले स्वास्थ्य लाभ पर विभिन्न वैज्ञानिक तथ्य पर भी प्रकश डाला गया । निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी ने अपने सन्देश में कहा कि निटर भोपाल ने मिलेटस एवं उससे जुड़े सभी पहलुओं पर देश भर के विशेषज्ञों के व्याख्यान आयोजित किये हैं एवं इस विषय पर शार्ट फिल्म का निर्माण किया हे। यह हमारा दायित्व हे की आने वाली पीढ़ी को मिलेटस के बारे में बताये एवं उन्हें जागरूक करें। वर्तमान परिपेक्ष्य में भारतीय परंप

मत्स्य विभाग, उज्जैन द्वारा मत्स्य पालकों हेतु संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रम में विक्रम विश्वविद्यालय के विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया

उज्जैन । मछुआ कल्याण एवं मत्स्य पालन विभाग, मध्य प्रदेश शासन द्वारा मुख्यमंत्री मछुआरा समृद्धि योजना के अंतर्गत आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम उज्जैन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अरविन्द शुक्ल, विशिष्ट अतिथि डॉ शिवि भसीन ने मछुआरों के प्रशिक्षण हेतु विशिष्ट व्याख्यान दिए। विशेष आमंत्रित अतिथि श्री रोहित मिश्रा (आर ऍम इंस्टिट्यूट, भोपाल) थे। "मुख़्यमंत्री मछुआरा समृद्धि योजना" के अंतर्गत मत्स्य पालन विभाग, उज्जैन द्वारा मछुआरों के लिए झींगा मछली पालन एवं मत्स्य पालन हेतु प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अरविन्द शुक्ल, प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि मीठे जल में झींगा मछली का पालन मत्स्य पालक किसानों के लिए आमदनी का अतिरिक्त माध्यम हो सकता है। इसके द्वारा प्रतिवर्ष एक एकड़ जल क्षेत्र में सभी खर्चों को काटते हुए मछली पालन के अतिरिक्त दो लाख रुपए की अतिरिक्त आमदनी संभव हो सकती है। मध्य प्रदेश शासन द्वारा झींगा मछली पालन के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। कार्यक्

खाद्य प्रसंस्करण विषय पर वर्कशॉप आयोजित

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की कृषि विज्ञान अध्ययनशाला में 15 मार्च बुधवार को कृषि विज्ञान अध्ययनशाला में खाद्य प्रसंस्करण विषय पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट, बैंगलोर के  डॉ विवेक एवं डॉ भास्कर द्वारा  बताया गया कि खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में दिन प्रतिदिन वृद्धि हो रही है जिससे युवाओं को विशेषकर कृषि विषय के विद्यार्थियों को बहुत अच्छा अवसर है। इसे सरकार के द्वारा भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्कशॉप की अध्यक्षता डॉ राजेश टेलर विभाग अध्यक्ष कृषि विज्ञान अध्ययनशाला के द्वारा की गई एवं संचालन श्री पुष्पेंद्र सिंह घोष द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विशेष रूप से डॉ रीना परमार, डॉ आशुतोष पाटीदार, डॉ शोभा मालवीय, डॉ नीतू सोन, श्री मृणाल शाह, श्री विकास खत्री एवं समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना इकाई महिला कार्यकारिणी पुनर्गठन

नागदा - राष्ट्रीय शिक्षा, साहित्य एवं संस्कृति को संकल्पित राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की इकाई महिला का पुनर्गठन राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ब्रजकिशोर शर्मा जी के अनुमोदन से राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शिवा लोहारिया के परामर्श से किया। जिसमें कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. अपराजिता शर्मा(रायपुर), उपाध्यक्ष डॉ. रश्मि चौबे(गाजियाबाद), श्रीमती गरिमा गर्ग(पंचकुला), श्रीमती रश्मिलता मिश्रा(बिलासपुर), श्रीमती पुष्पा गरोठिया (भोपाल), डॉ. रेणू सिरोया(उदयपुर), श्रीमती सरस्वती धनेश्वरी(भिलाई), डॉ. मंजू रूस्तगी(चैन्नई), श्रीमती कृष्णा मणिश्री(पटना), श्रीमती सविता इंगले(पूणे), डॉ. अलका नाईक(थाणे) महासचिव श्रीमती परमिता षडंगी(मुम्बई), श्रीमती ज्योति जलज(हरदा), श्रीमती रत्ना पाण्डे(रायपुर) , डॉ. शहेनाज शेख(नांदेड), श्रीमती पूजा भारद्वाज(दिल्ली) सचिव डॉ. भावना सांवलिया(राजकोट), डॉ. शालीनी शर्मा(बरेली), डॉ. संगीता कुन्द्रा, चंडीगढ़, श्रीमती ज्योतिसिंह(मंदसौर), श्रीमती आशा मेहरा(दिल्ली), प्रवक्ता श्रीमती नीतूसिंह(पुणे), डॉ. कृष्णा जोशी(इन्दौर) मनोनीत किया गया।

नई दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में साहित्य भूषण सम्मान से प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा अलंकृत

  इंडिया नेटबुक्स एवं बीपीए फाउंडेशन अवार्ड अलंकरण समारोह में सम्मानित हुए प्रो शर्मा इंडिया नेटबुक्स एवं बीपीए फाउंडेशन अवार्ड अलंकरण समारोह, नई दिल्ली में समालोचक एवं विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के हिंदी विभागाध्यक्ष एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा को साहित्य भूषण सम्मान से अलंकृत किया गया। संस्था द्वारा नई दिल्ली में रविवार, 12 मार्च को दोपहर में आयोजित इस समारोह में देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ प्रेम जनमेजय,  वरिष्ठ  श्री मुकेश भारद्वाज, वरिष्ठ लेखक डॉ संजीव कुमार, नई दिल्ली एवं डॉ राजेन्द्र मोहन शर्मा, जयपुर द्वारा प्रो शर्मा को जनकदुलारी मिश्रा साहित्य भूषण सम्मान अर्पित किया गया। सम्मानस्वरूप अतिथियों ने उन्हें प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न, शॉल, श्रीफल एवं साहित्य भेंट किया। आयोजन की मुख्य अतिथि वरिष्ठ कथाकार श्रीमती चित्रा मुद्गल, महेश दर्पण, नई दिल्ली, डॉ प्रताप सहगल, डॉ बीना शर्मा, आगरा आदि उपस्थित थे। प्रशस्ति पत्र का वाचन रणविजय राव ने किया। कार्यक्रम का संचालन व्यंग्यकार लालित्य ललित एवं डॉ पूनम मटिया, नई दिल्ली ने किया।   समीक्षा एवं अनुसंधानपरक लेखन में प

डॉ. बी. आर. अम्बेडकर अवार्ड डॉ. प्रभु चौधरी को प्रदान किया

नागदा - राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी को गोपाल किरण समाजसेवी संस्था ग्वालियर द्वारा ग्लोबल एचिवर्स डॉ. बी.आर. अंबेडकर अवार्ड 2022 दिया गया। डॉ प्रभु चौधरी को यह अवार्ड 6 दिसंबर को अहमदाबाद में आयोजित अवार्ड समारोह में डॉ. भीमराव अम्बेडकर प्रतिष्ठान, नई दिल्ली की त्रैमासिक सामाजिक न्याय सन्देश के सम्पादक सदस्य एवं प्रमुख समन्वयक द्वारा डॉ. चौधरी द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठियों के सफल क्रियान्वयन के फलस्वरूप घोषित किया गया था। संस्था के प्रतिनिधि द्वारा अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह इन्दौर में अवार्ड प्रदान किया गया। डॉ. चौधरी को अवार्ड प्राप्त होने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ब्रजकिशोर शर्मा, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा, मार्गदर्शक श्री हरेराम वाजपेयी, श्रीमती ज्योति जैन, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव शैली भागवत एवं राष्ट्रीय सचिव संगीता केसवानी, राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शिवा लोहारिया, उपाध्यक्ष पुष्पा गरोठिया, मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष श्री सुवर्णा जाधव, डॉ. अपराजिता शर्मा, लेखिका डॉ. अलका भार्गव, श्रीमती कंचन तारे, डॉ. अरूणा शरीफ, सुश

नई दिल्ली में आयोजित सम्मान समारोह में प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा साहित्य भूषण सम्मान से अलंकृत होंगे

इंडिया नेटबुक्स एवं बीपीए फाउंडेशन अवार्ड अलंकरण समारोह में सम्मानित होंगे प्रो शर्मा इंडिया नेटबुक्स एवं बीपीए फाउंडेशन अवार्ड अलंकरण समारोह, नई दिल्ली में समालोचक एवं विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के हिंदी विभागाध्यक्ष एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा को साहित्य भूषण सम्मान से अलंकृत किया जाएगा। संस्था द्वारा नई दिल्ली में रविवार, 12 मार्च को आयोजित इस समारोह में देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार एवं संस्कृतिकर्मियों द्वारा प्रो शर्मा को जनकदुलारी मिश्रा साहित्य भूषण सम्मान अर्पित किया जाएगा। आयोजन के संस्थापक - संयोजक वरिष्ठ लेखक डॉ संजीव कुमार हैं। समीक्षा एवं अनुसंधानपरक लेखन में पिछले तीन दशकों से अधिक समय से निरंतर सक्रिय प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने साहित्य, भाषा, लिपि, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उन्होंने शब्दशक्ति सम्बन्धी भारतीय और पाश्चात्य अवधारणा तथा हिन्दी काव्यशास्त्र, हिंदी कथा साहित्य, देवनागरी विमर्श, मालवा का लोकनाट्‌य माच और अन्य विधाएं, हिन्दी भाषा संरचना, प्राचीन एवं मध्यकालीन काव्य, मालवी भाषा और साहित्य, अवन्ती क्षेत्

शैक्षणिक गुणवत्ता, अनुसन्धान एवं विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए आगे आएँ अतिथि विद्वान - कुलपति प्रो पांडेय

कुलपति प्रो पांडेय की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के अतिथि विद्वानों की बैठक सम्पन्न   उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में अतिथि विद्वानों बैठक गुरुवार 9 मार्च 2023 को संपन्न हुई, जिसमें कुलपति जी ने अतिथि विद्वानों से विश्वविद्यालय में आय के स्रोत बढ़ाने पर चर्चा की। विक्रम विश्वविद्यालय के  कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में अतिथि विद्वानों की एक महत्वपूर्ण बैठक शलाका दीर्घा सभागार में संपन्न हुई। बैठक में कुलपति जी ने अतिथि विद्वानों (गेस्ट फैकल्टी) के साथ विश्वविद्यालय में आय के स्रोत में वृद्धि और विभाग की गतिविधियों पर गहन मंथन किया। सम्बोधित करते हुए  कुलपति प्रो पांडेय ने कहा कि अतिथि विद्वान विश्वविद्यालय के महत्वपूर्ण घटक हैं। विश्वविद्यालय के सर्वांगीण विकास में अभी तक अतिथि विद्वानों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अतिथि विद्वानों की सराहना करते हुए कुलपति जी ने कहा कि जिस तरह से अभी तक शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने में अतिथि विद्वानों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, वैसे ही आगे भी उनसे सहयोग की अपेक्षा

आयुष सी.एच.ओ. का प्रशिक्षण शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय उज्जैन में धन्वंतरि पूजन के साथ प्रारंभ

उज्जैन ।   संचालनालय आयुष म.प्र. भोपाल के आदेशानुसार राष्ट्रीय आयुष मिशन योजनांतर्गत आयुष हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कार्यरत् आयुष सी.एच.ओ. का प्रशिक्षण शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय उज्जैन में गुरुवार को धन्वंतरि पूजन के साथ प्रारंभ हुआ है। संस्था के प्राचार्य डॉ. जे. पी. चौरसिया ने बताया कि संभाग में पदस्थ समस्त आयुष कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसरों के कौशल उन्नयन एवं आयुष पद्धति के विकास हेतु यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है।  प्रशिक्षण कार्यक्रम में संस्था के विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न चिकित्सा संबंधी विषयों पर व्याख्यान दिए जाएंगे। साथ ही महाविद्यालयीन चिकित्सालय में संचालित ओ.पी.डी. एवं अन्य आधुनिक चिकित्सा उपक्रमों द्वारा जीवंत प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. राकेश कुमार निमजे तथा सहायक नोडल अधिकारी डॉ. निरंजन सराफ के निर्देशन में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।  चिकित्सालय के आर.एम.ओ. एवं सहा. प्रशिक्षण अधिकारी डॉ. हेमन्त मालवीय के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में हेल्थ एंड वेलनेस सेटरों के माध्यम आयुष चिकित्सा प

महिला दिवस पर ही नहीं वर्ष भर अपने आप को सशक्त माने महिलायें - श्रीमती सुषमा सिंह

भोपाल । एनआईटीटीटीआर भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती सुषमा सिंह आईपीएस एडीजी विजिलेंस थी। इस अवसर पर उन्होंने महिला सशक्तिकरण विषय पर बोलते हुए कहा कि भारत में महिलाएं प्राचीन काल से ही सशक्त रही हैं। १२ वी सदी के बाद कुछ कुरुतियां आयी थी, उस समय भी सशक्त महिलाओं के उदहारण मिलते है। आज भारतीय संबिधान ने महिलाओं को विशेष अधिकार दिए हैं। महिलाओं के सतत विकास के लिए कार्ययोजना बनी हैं। बदलाव आ रहा है पर यह बदलाव धीमा है। सिर्फ महिला दिवस पर ही नहीं वर्ष भर महिलाओं को अपने आप को सशक्त मानना चाहिए। निटर भोपाल के निदेशक डॉ सीसी त्रिपाठी ने अपने सन्देश में कहा कि महिलाये समाज की वास्तविक वास्तुकार होती हैं। महिला के बिना पुरुष का अस्तित्व नहीं है। जन्म लेने के बाद सबसे पहले हम सभी का साक्षात्कार माँ के रूप में एक महिला से ही होता हे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती रचना शर्मा ने की । उन्होंने कहा कि परिवार निर्माण एवं अगली पीढ़ी की दशा एवं दिशा माँ के रूप में महिला ही निर्धारित करती है। इस अवसर पर श्रीमती वंदना त्रिपाठी विशेष

नारी से जुड़ी जड़ मानसिकता और रूढ़ियों से मुक्त होना होगा भारतीय समाज को – प्रो शर्मा

अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के अन्तर्गत राष्ट्रीय मातृशक्ति सम्मान समारोह, फाग उत्सव एवं काव्य गोष्ठी सम्पन्न नारी : कल, आज और कल पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का छठा अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह संपन्न हुआ। माँ अहिल्याबाई मातृशक्ति सम्मान समारोह का आयोजन श्री मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति के शिवाजी भवन में देश भर से विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए पचपन महिलाओं को एवं भारत माता राष्ट्र रत्न अलंकरण से देश की पांच प्रतिष्ठित साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नारी : कल, आज और कल पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा थे। विशिष्ट अतिथि श्री हरेराम वाजपेयी, अध्यक्ष हिन्दी परिवार इन्दौर, श्रीमती रत्ना पाण्डे पत्रकार रायपुर, श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव, डॉ. शिवा लोहारिया, जयपुर थीं। अध्यक्षता संस्थाध्यक्ष श्री ब्रजकिशोर शर्मा ने की। मुख्य अतिथि प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने कहा कि नारी सृष्टि की सर्जक और संरक्षणकर्ता दोनों है। प्राचीन काल में मात

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