भोपाल। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा भारत की ओर से पेश एक प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार कर वर्ष 2023 को ‘‘इंटरनेशनल ईयर ऑफ मिलेट्स’ (International Year of Millets) घोषित किया गया है।
भारत सरकार ने इस सन्दर्भ में दिशा निर्देश जारी कर पूरे वर्ष भर मिलेट्स एवं उससे जुडी जानकारी पर आयोजन किये जाने हेतु निर्देश दिए हैं। एन.आई.टी.टी.टी.आर, भोपाल ने अपनी सामाजिक उत्तरदायित्व के लिए अभिनव पहल करते हुए मिलेट्स के महत्व पर एक शार्ट फिल्म का निर्माण किया । इस फिल्म में मिलेट क्या होता है ? और इसे खाने के क्या है फायदे?, यह कौन कौन से रोग दूर भगा सकता है? मिलेट्स को अपने भोजन में शामिल करने से होने वाले स्वास्थ्य लाभ पर विभिन्न वैज्ञानिक तथ्य पर भी प्रकश डाला गया ।
निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी ने अपने सन्देश में कहा कि निटर भोपाल ने मिलेटस एवं उससे जुड़े सभी पहलुओं पर देश भर के विशेषज्ञों के व्याख्यान आयोजित किये हैं एवं इस विषय पर शार्ट फिल्म का निर्माण किया हे। यह हमारा दायित्व हे की आने वाली पीढ़ी को मिलेटस के बारे में बताये एवं उन्हें जागरूक करें। वर्तमान परिपेक्ष्य में भारतीय परंपरागत खान-पान हमें स्वास्थ्य,पर्यावरण संबंधी कई समस्याओं से निजात दिला सकता है। मोटे अनाज को अपने आहार में शामिल करके हम सशक्त भारत का निर्माण कर सकते है। भारतीय समाज यदि मोटे अनाज को आहार में शामिल करें तो स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण भी सुरक्षित और संरक्षित रहेगा। इस फिल्म को निटर द्वारा देश भर के तकनीकी शिक्षकों के लिए वर्ष भर आयोजित किये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भी दिखाया जायेगा जिससे मिलेटस के बारे में ज्यादा से ज्यादा जागरूकता एवं प्रचार प्रसार हो सके। इस सन्दर्भ में बिभिन्न्न शैक्षणिक /अन्य संस्थानों को पत्र लिखकर भी इस फिल्म को अपने विधार्थियों एवं स्टाफ के लिए प्रदर्शन का आग्रह किया जायेगा।
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