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दीपावली 2022 में MBA प्रवेश का सुनहरा अवसर

आवश्यक प्रवेश सूचना उज्जैन। छः दशक़ो प्राचीन विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के सर्वाधिक प्रतिष्ठित, एआईंसीटीइ (अभातशिप) नईदिल्ली अनुमोदित, द्विवर्षीय एमबीए प्रोग्राम हेतु पं. जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में,  तकनीकी शिक्षा संचलनालय भोपाल मध्यप्रदेश के निर्देशानुसार संस्था स्तर की MBA प्रवेश प्रक्रिया संपादित किया जाने हेतु CLC-चरण की  प्रक्रिया रिक्त सीटों पर प्रवेश हेतु संस्थान स्तर की 25 अक्टूबर, 2022 (मंगलवार) को संपन्न होगी। इच्छुक पात्र प्रवेशार्थियों को डीटीई की वेबसाइट   https://dte.mponline.gov.in  से अपना पंजीकरण पूर्ण करने के पश्चात ही DTE CLC राउंड की पंजीयन पावती सहित कक्षा दसवीं, बारहवी, स्नातक उत्तीर्ण परीक्षाओं की सभी सेमिस्टर्स/वर्षों की मूल अंकसूचियों, आय/जाति/मूलनिवासी/श्रेणी वार/मूल दस्तावेजों सहित सभी दस्तावेजों की दो सेट्स छायाप्रतियां, दो पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ़ के साथ 25अक्टूबर, 2022 को प्रातः10:30 से अपरान्ह 1 बजे तक पंडित जवाहरलाल नेहरु व्यवसाय प्रबन्ध संस्थान, विक्रम यूनिवर्सिटी परिसर में इच्छुक पात्र प्रवेशार्थियों

अखिल भारतीय कालिदास समारोह 4 से 10 नवम्बर तक उज्जैन में

सारस्वत आयोजनों के अंतर्गत होंगे कालिदास साहित्य के विविध पक्षों पर राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के चार सत्र अखिल भारतीय अंतरविश्वविद्यालयीन संस्कृत वादविवाद के साथ राज्य स्तरीय अन्तरमहाविद्यालयीन कालिदास काव्य पाठ और हिंदी वादविवाद प्रतियोगिताएँ होंगी उज्जैन । मध्यप्रदेश शासन के तत्वावधान में विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन, जिला प्रशासन एवं कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन का संयुक्त आयोजन अखिल भारतीय कालिदास समारोह 2022 दिनांक 4 से 10 नवम्बर तक सम्पन्न होगा। समारोह के सारस्वत आयोजनों के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय की कालिदास समिति द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी के चार सत्रों के साथ विद्यार्थियों की स्पर्धाओं के अंतर्गत अंतरविश्वविद्यालयीन संस्कृत वाद विवाद, राज्य स्तर की अंतर महाविद्यालयीन कालिदास काव्य पाठ और हिंदी वाद विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। अखिल भारतीय स्तर की अंतरविश्वविद्यालयीन कालिदास संस्कृत वाद विवाद प्रतियोगिता का विषय कालिदासस्य काव्येषु राजवैभववर्णनम्, संदृश्यते यथा स्पष्टं न तथा लोकजीवनम् रखा गया है। राज्य स्तर की अंतर महाविद्यालयीन कालिदास हिंदी वाद विवाद प्रतियोगिता का

विक्रम विश्वविद्यालय को प्राप्त बी प्लस प्लस ग्रेड किसी प्रकार से ए ग्रेड से कम नहीं

अकादमिक उन्नयन और गुणवत्ता वृद्धि के साथ हाल के वर्षों में हुआ है विश्वविद्यालय का अविस्मरणीय विकास नैक मूल्यांकन के बदले हुए प्रतिमानों के बीच विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा अर्जित बी ++ ग्रेड, ए ग्रेड से कम नहीं उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय को प्राप्त बी++ ग्रेड किसी प्रकार से ए ग्रेड से कम नहीं मानी जा सकती है। अकादमिक उपलब्धियों और गतिविधियों के माध्यम से विक्रम विश्वविद्यालय प्रगति के नए सोपानों पर अग्रसर है, जिसका विगत दो वर्षों में व्यापक विकास हुआ है। विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रथमतः क्रियान्वयन के साथ उच्च शिक्षा की नई सम्भावनाओं के द्वार खुले हैं। प्रतिष्ठित शैक्षणिक विशेषज्ञों का मानना है कि नैक मूल्यांकन में पांच वर्ष में किये गए कार्यों का मूल्यांकन होता है, परन्तु कोविड काल के दो शैक्षणिक सत्रों को शून्य मान लिया जाये तो विश्वविद्यालय के पास उपलब्धियों को हासिल करने के लिए तीन शैक्षणिक सत्रों का समय ही प्राप्त हुआ था, जिसका सीधा प्रभाव नैक मूल्यांकन में दिखाई देता है। विपरीत परिस्थितियों के बाद भी विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा प्राप्त किया गया बी प्लस प

प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा राष्ट्र गौरव सम्मानोपाधि से अलंकृत

यशवंत भंडारी की पुस्तक समुंदर में मोती तथा संचेतना समाचार पत्र का विमोचन हुआ राष्ट्रीय संगोष्ठी में हुआ राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं भारतीय संस्कृति पर मंथन राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना एवं हिंदी परिवार इंदौर की इकाई उज्जैन द्वारा प्रेस क्लब के सभागार में सारस्वत सम्मान समारोह, राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं विमोचन कार्यक्रम आयोजित किया गया। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के राष्ट्रीय संरक्षक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा कला संकायाध्यक्ष, हिंदी विभागाध्यक्ष एवं कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के साहित्य, संस्कृति एवं क्षेत्र में बहुआयामी अवदान के लिए उनका सारस्वत अभिनन्दन करते हुए राष्ट्र गौरव सम्मानोपाधि अर्पित की गई। समारोह में राष्ट्रीय सचिव एवं अभिभाषक श्रीमती प्रभा बैरागी का अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार कवि झाबुआ के श्री यशवंत भंडारी, राष्ट्रीय संयोजक की नव प्रकाशित पुस्तक क्षणिकाएं और हाइकु संग्रह - समंदर में मोती एवं संचेतना समाचार पत्र के विशेषांक का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 एवं भारतीय संस्कृति पर केंद्रित राष्ट्रीय संगो

शा. धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय में 21 अक्टूबर को निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन

उज्जैन। आयुष मंत्रालय , भारत सरकार एवं आयुष विभाग के निर्देशानुसार शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय चिमनगंज, उज्जैन में "साँतवे राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में" निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन दिनांक 21/10/2022 को प्रधानाचार्य डॉ. जे. पी. चौरसिया के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है जिसमें ज्वर, सर्दी, जुकाम, प्रतिश्याय, आदि मौसमी रोगों का चिकित्सको के परामर्श अनुसार औषधियों का निःशुल्क वितरण किया जायेगा। यह जानकरी डॉ. ओ.पी.शर्मा अधीक्षक चिकित्सालय द्वारा दी गई । उक्त शिविर प्रातः 9:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक रहेगा । आर.एम.ओ. डॉ. हेमन्त मालवीय ने बताया कि, चिकित्सालय में पदस्थ समस्त चिकित्सा  विशेषज्ञों द्वारा चिकित्सा परामर्श प्रदान किया जावेगा । उक्त जानकारी संस्था के मीडिया प्रभारी डॉ.प्रकाश जोशी ने दी ।

आयुर्वेद रत्नाकर के प्रथम रत्न मंथन का संदेश लेकर जिनका अवतार हुआ, सतत गतिशीलता और सुनियोजन से लक्ष्य प्राप्ति के देवता आदि धन्वंतरि को नमन

आयुर्वेद रत्नाकर के प्रथम रत्न मंथन का संदेश लेकर जिनका अवतार हुआ सतत गतिशीलता और सुनियोजन से लक्ष्य प्राप्ति के देवता आदि धन्वंतरि को नमन यद्यपि वैद्यक शास्त्र के जन्मदाता के रूप में धन्वंतरि जी का नाम जनसाधारण में प्रचलित है। इतिहास में धन्वंतरि नाम के तीन आचार्यों का वर्णन प्राप्त होता है । सर्वप्रथम धनवंतरी प्रथम देवलोक में जो स्थान मधु कलश लिए हुए अश्विनीकुमारों को प्राप्त होता है उसी प्रकार मृत्यु लोक में अमृत कलश लिए हुए आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि को प्राप्त है। पुराणों में विवरण प्राप्त होता है कि क्षीरसागर के मंथन से अमृत कलश लिए हुए धन्वंतरि उत्पन्न हुए। धन्वंतरि समुद्र से निकले हुए 14 रत्नों में गिने जाते हैं श्री मणि रंभा वारुणी अमिय शंख गजराज कल्पद्रुम शशि धेनू धनु धनवंतरी विष वाजि देवता और असुर समुद्र के मंथन का निश्चय करके वासुकि नाग को रज्जू बनाकर व मंदराचल पर्वत को मथनी बनाकर पूर्ण शक्ति लगाकर समुद्र मंथन किए। तत्पश्चात धर्मात्मा आयुर्वेदमय पुरुष दंड और कमंडल के साथ प्रगट हुए। मंथन के पूर्व समुद्र में विविध प्रकार की औषधियां डाली गई थी और मंथन से उनके संयु

शा. धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय चिमनगंज में सोनोग्राफी सेंटर का भव्य शुभारंभ

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय, उज्जैन प्रधानाचार्य डॉ. जे. पी. चौरसिया ने बताया कि महाविद्यालयीन कार्यकारिणी समिति अध्यक्ष / संभागायुक्त महोदय, उज्जैन संभाग उज्जैन एवं श्रीमान जिलाधीश महोदय, जिला उज्जैन के विशेष सहयोग से महाविद्यालयीन शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय, चिमनगंज मंडी, आगर रोड उज्जैन में सातवें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के अवसर पर दिनांक 22 अक्टूबर 2022 को सोनोग्राफी केन्द्र का भव्य शुभारंभ किया जायेगा । स्त्री रोग एवं प्रसूति तंत्र विभागाध्यक्ष प्रो. एस. सतुआ के निर्देशन में मरीजों को सोनोग्राफी की सुविधा प्रतिदिन प्रातः 08:00 बजे से प्रातः 11:00 बजे तक उपलब्ध रहेगी, जिसके लिए न्यूनतम शुल्क चिकित्सालय द्वारा निर्धारित किया गया हैं। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. ओ. पी. शर्मा एवं आर.एम.ओ. डॉ. हेमंत मालवीय द्वारा अवगत कराया गया कि सोनोलॉजिस्ट के रूप में डॉ. अभिमन्यु भार्गव चिकित्सालय में अपनी नियमित सेवाएं प्रदाय करेंगे।

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