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वर्ष 2024 तक सभी गरीबों को पक्की छत देने का टारगेट- मुख्यमंत्री श्री चौहान

वर्ष 2024 तक सभी गरीबों को पक्की छत देने का टारगेट- मुख्यमंत्री श्री चौहान 79 हजार से अधिक आवास हितग्राहियों के खाते में 627 करोड़ रुपए किये अंतरित                       विकास में गरीबों की सहभागिता आवश्यक         50 हजार 253 हितग्राहियों के आवासों का किया भूमि-पूजन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पीएमएवाय (शहरी) में 1.29 लाख से अधिक हितग्राहियों को किया लाभान्वित भोपाल : शनिवार, अगस्त 28, 2021 मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विकास तभी सार्थक होगा जब इसमें गरीबों की पूरी सहभागिता होगी। इस समावेशी विकास में शहरी गरीबों को पूरा लाभ मिले। मध्यप्रदेश सरकार की कोशिश है कि विकास की डगर में पीछे छूट गए शहरी गरीबों को रोटी, कपड़ा और मकान की मूलभूत सुविधाएँ मिले। अन्न उत्सव में निःशुल्क अनाज बाँटा गया और आज एक लाख 29 हजार 292 शहरी हितग्राहियों को पक्की छत वाले मकान की सुविधा मिलने जा रही है। इनमें से कुछ का आज गृह प्रवेश, कुछ का भूमि-पूजन और कुछ को उनके खाते में योजना की किश्त मिल रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा टारगेट है कि वर्ष 2024 तक सभी गरीबों को पक्की छत के साथ अपना आव

बहुभाषी कवि सम्मेलन एवं आभासी संगोष्ठी

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना इकाई महिला द्वारा 29 अगस्त रविवार को बहुभाषी कवि सम्मेलन एवं आभासी संगोष्ठी आधुनिकता के साथ बदलता जीवन और हम विषय पर होगी। यह जानकारी राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री सुंदरलाल जोशी ने देते हुए बताया कि संगोष्ठी मुख्य अतिथि डॉ. सुनीता मंडल(कोलकाता), मुख्य वक्ता डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा(उज्जैन), विशिष्ट अतिथि डॉ. चेतना उपाध्याय(अजमेर) एवं डॉ. पूनम गुप्त(पटियाला), डॉ. शहाबुद्दीन शेख(पूणे), डॉ. जी.डी. अग्रवाल(इन्दौर), श्री सुरेशचन्द्र शुक्ल(नार्वे), राकेश छोकर(दिल्ली) एवं अध्यक्षता श्रीमती सुवर्णा जाधव(मुम्बई) तथा विशेष अतिथि डॉ. शिवा लोहारिया, डॉ. सुरेखा मंत्री, डॉ. प्रभु चौधरी, डॉ. शैलचन्द्रा, श्रीराम शर्मा परिन्दा, प्रभा बैरागी रहेंगे। आमंत्रित कवयित्री डॉ. रजिया शेख, सुनीता गर्ग, अनामिका पाण्डेय, प्रियंका सोनी, प्रियंका द्विवेदी, लता जोशी, नेहा नाहटा, सीमा श्रीवास्तव, उर्वशी उपाध्याय, डॉ. रश्मि चौबे, डॉ. मुक्ता कौशिक, डॉ. नीलिमा मिश्रा, गरिमा गर्ग, पूर्णिमा कौशिक आदि है।

विश्व लिपि के संदर्भ में देवनागरी एक वैज्ञानिक लिपि - डाॅ.शहाबुद्दीन शेख

आज वैश्विक स्तर पर लगभग चार सौ लिपियाँ प्रचलित हैं,परंतु इन समस्त लिपियों में देवनागरी को सर्वाधिक वैज्ञानिक लिपि होने का सम्मान प्राप्त है।इस आशय का प्रतिपादन नागरी लिपि परिषद,नई दिल्ली के कार्याध्यक्ष प्राचार्य डाॅ.शहाबुद्दीन नियाज मुहम्मद शेख,पुणे,महाराष्ट्र ने किया।राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना व नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में 'नागरी लिपि:वैज्ञानिकता के परिप्रेक्ष में'इस विषय पर आयोजित आभासी राष्ट्रीय गोष्ठी में वे अध्यक्षीय मंतव्य दे रहे थे।डाॅ.शहाबुद्दीन ने आगे कहा कि स्वर और व्यंजनों की पर्याप्तता व क्रमबद्धता, अक्षरात्मकता, सरलता, सुगमता, सुंदरता, स्पष्टता, कलात्मकता, भ्रमहीनता, सर्वसमावेशकता, लचीलापन आदि गुणों के कारण देवनागरी लिपि ने संविधान सम्मत राष्ट्रलिपि के आगे विश्व लिपि तक की अपनी यात्रा सफल की है।आज एक आदर्श लिपि के रूप में नागरी लिपि सर्वमान्य हो चुकी है।मुख्य अतिथि तथा नागरी लिपि परिषद,नई दिल्ली के महामंत्री डाॅ.हरिसिंह पाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि नागरी लिपि बहुत प्राचीन है।प्राप्त शिलालेखों से पता चलता है कि नागरी का प्रचलन

क्रमवार 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ 15 सितम्बर से नवीन शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ होंगे ; ऑफलाइन एवं ऑनलाइन कक्षाओं के लिये अलग-अलग समय-सारणी का निर्माण किया जायेगा ; उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव मीडिया से हुए रूबरू

  क्रमवार 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ 15 सितम्बर से नवीन शैक्षणिक सत्र प्रारम्भ होंगे ऑफलाइन एवं ऑनलाइन कक्षाओं के लिये अलग-अलग समय-सारणी का निर्माण किया जायेगा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव मीडिया से हुए रूबरू उज्जैन 28 अगस्त। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव शनिवार 28 अगस्त को अपराह्न में विक्रम विश्वविद्यालय के शलाका दीर्घा में मीडिया से रूबरू हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नवीन शैक्षणिक सत्र विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में भौतिक रूप से 15 सितम्बर से 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ कक्षाओं का संचालन प्रारम्भ किया जायेगा। संस्थानों द्वारा ऑफलाइन एवं ऑनलाइन कक्षाओं के लिये अलग-अलग समय-सारण का निर्माण किया जायेगा। विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में छात्रावास भी प्रारम्भ किये जायेंगे। छात्र-छात्राओं की आवासीय व्यवस्था संस्था प्रमुख द्वारा कोविड-19 के निर्देशों के परिपालन में सुनिश्चित की जायेगी। छात्रावास अधीक्षक द्वारा छात्रावासों में भोजन व्यवस्था के लिये कोविड-19 के परिपालन में स्वच्छता एवं शारीरिक दूरी का पालन भी सुनिश्चित किया जायेगा। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने जानक

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा एम.ए. सहित 11 परीक्षाओं के परिणाम घोषित

उ ज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि, विक्रम विश्वविद्यालय , उज्जैन  द्वारा  एम.ए. सहित 11 परीक्षाओं  के  परिणाम घोषित हुए हैं, जिसे विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं...

माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव जी की विक्रम विश्वविद्यालय में 28 अगस्त 2021 को पत्रकार वार्ता

उज्जैन :  विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि,  मध्यप्रदेश के माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव जी दिनांक 28 अगस्त 2021 को संध्या 4:00 बजे विक्रम विश्वविद्यालय के मुख्य प्रशासनिक भवन स्थित शलाका दीर्घा सभागार में प्रेस वार्ता में प्रेस एवं मीडिया से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन, विक्रम विश्वविद्यालय में नवीन पाठ्यक्रम प्रारंभ करने और शैक्षणिक विकास के सम्बंध में चर्चा करेंगे। इस महत्त्वपूर्ण प्रेस वार्ता में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय एवं कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक सम्मिलित रहेंगे।

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