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धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय में स्वर्णप्राशन कार्यक्रम 25 जनवरी को आयोजित होगा

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत 25 जनवरी 2024 गुरुवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। बाल रोग चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. गीता जाटव ने बताया कि शिशु के बुद्धि व बलवर्धन तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिये एवं बार-बार होने वाले संक्रामक रोगों से बचाव के लिए अपने बच्चों का स्वर्णप्राशन अवश्य करावें। प्रत्येक बालक/बालिका का रजिस्ट्रेशन शुल्क रु. 50/- निर्धारित है। आयुर्वेद के ग्रन्थों में बच्चो के स्वास्थ्य संवर्धन के लिये स्वर्णप्राशन का अत्यधिक महत्व बताया गया है। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. ओ.पी. शर्मा तथा आर. एम. ओ. डॉ. हेमन्त मालवीय ने जानकारी दी कि चिकित्सालय के शिशु रोग विभाग में शिशुओं तथा बालक-बालिकाओं को प्रातः 10:00 बजे से स्वर्णप्राशन कराया जायेगा। उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी।

धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय में "स्वर्णप्राशन कार्यक्रम" 2 दिसम्बर को आयोजित होगा

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत 2 दिसम्बर 2023 शनिवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। बाल रोग चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. गीता जाटव ने बताया कि शिशु के बुद्धि व बलवर्धन तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये एवं बार-बार होने वाले संक्रामक रोगों से बचाव के लिए अपने बच्चों का स्वर्णप्राशन अवश्य करावें । प्रत्येक बालक/बालिका का रजिस्ट्रेशन शुल्क रू.50/- निर्धारित है। आयुर्वेद के ग्रन्थों में बच्चो के स्वास्थ्य संवर्धन के लिये स्वर्णप्राशन का अत्यधिक महत्व बताया गया है। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. ओ. पी. शर्मा तथा आर. एम. ओ. डॉ. हेमन्त मालवीय ने जानकारी दी कि चिकित्सालय के शिशु रोग विभाग में शिशुओं तथा बालक-बालिकाओं को प्रातः 10:00 बजे से स्वर्णप्राशन कराया जायेगा । उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे. पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी ।

विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों पर प्रवेश की तिथि 31 अक्टूबर तक बढ़ाई गई

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा विभिन्न अध्ययनशाला एवं संस्थानों में संचालित पाठ्यक्रमों में सीयूईटी या सीधे प्रवेश के लिए रिक्त सीटों पर प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन करने की तिथि में वृद्धि कर 31 अक्टूबर 2023 की गई है। वि श्वविद्यालय में संचालित यूजी, पीजी, सर्टिफिकेट, डिप्लोमा एवं पीजी डिप्लोमा कोर्स (फार्मेसी एवं कृषि अध्ययनशाला में संचालित पाठ्यक्रम को छोड़कर) में रिक्त सीटों पर प्रवेश की तिथि 31 अक्टूबर तक बढ़ाई गई है। इस हेतु विश्वविद्यालय द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। पूर्व में यह तिथि 15 अक्टूबर थी। प्रवेश के लिए इच्छुक विद्यार्थी जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित अध्ययनशाला या संस्थान में संपर्क कर सकते हैं। पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए विद्यार्थी एमपी ऑनलाइन के माध्यम से प्रवेश आवेदन एवं शुल्क जमा कर सकेंगे।

विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश की तिथि प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन करने की तिथि में वृद्धि कर 15 अक्टूबर की गई

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों -  स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा, सर्टिफिकेट कोर्स (फार्मेसी अध्ययनशाला के पाठ्यक्रम छोड़कर) में  सीयूईटी या सीधे प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन की तिथि 15 अक्टूबर 2023 तक कर दी गई है।  इस आशय की अधिसूचना  कुलसचिव श्री प्रज्वल खरे के हस्ताक्षर से जारी कर दी गई है। पूर्व में यह तिथि 30 सितंबर थी। प्रवेश के लिए इच्छुक विद्यार्थी जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित अध्ययनशाला या संस्थान में संपर्क कर सकते हैं। पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए विद्यार्थी एमपी ऑनलाइन के माध्यम से प्रवेश आवेदन एवं शुल्क जमा कर सकेंगे।

विश्वविद्यालय के परीक्षा, गोपनीय एवं उपाधि विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए विशेष निर्देश प्रसारित

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के परीक्षा विभाग, गोपनीय विभाग एवं  उपाधि विभाग के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने विभाग में निर्धारित कार्यालयीन समय पर उपस्थित होना सुनिश्चित करें। विभाग से किसी भी प्रकार के दस्तावेज अनधिकृत रूप से अन्यत्र पाये जाने पर संबंधित टेबल प्रभारी एवं तत्कालीन टेबल सहायक की व्यक्तिगत जवाबदारी होगी। इसी प्रकार वे कार्यों को कार्यालयीन खिडकी से ही संपादित करने को प्राथमिकता दें।  आदेश के क्रियान्वयन की संपूर्ण जिम्मेदारी परीक्षा नियंत्रक, उपकुलसचिव, सहायक कुलसचिव, अनुभाग अधिकारी की होगी। इस आशय का आदेश आज विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर प्रज्वल खरे के हस्ताक्षर से जारी किया गया है।

विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश आवेदन की तिथि 30 सितंबर की गई

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की विभिन्न अध्ययनशालाओं एवं संस्थानों में संचालित स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट एवं पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों (फार्मेसी अध्ययनशाला के पाठ्यक्रमों को छोड़कर) में सीयूईटी अथवा सीधे प्रवेश के लिए आवेदन करने की तिथि में वृद्धि की जाकर अब 30 सितंबर 2023 कर दी गई है।  इस आशय की अधिसूचना कुलसचिव डॉक्टर प्रज्वल खरे के हस्ताक्षर से जारी की गई है। प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी संबंधित अध्ययनशाला, संस्थान में संपर्क कर सकते हैं। प्रवेश आवेदन एवं शुक्ल एमपी ऑनलाइन के माध्यम से जमा किया जा सकते हैं।

धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय में स्वर्णप्राशन कार्यक्रम 12 सितंबर को आयोजित होगा

उज्जैन । शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत 11 सितंबर सोमवार को स्थानीय अवकाश होने के कारण अब दिनांक 12/09/2023 मंगलवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा।  बाल रोग चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. गीता जाटव ने बताया कि शिशु के बुद्धि व बलवर्धन तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये एवं बार-बार होने वाले संक्रामक रोगों से बचाव के लिए अपने बच्चों का स्वर्णप्राशन अवश्य करायें। प्रत्येक बालक / बालिका का रजिस्ट्रेशन शुल्क रु. 50/- निर्धारित है। आयुर्वेद के ग्रन्थों में बच्चो के स्वास्थ्य संवर्धन के लिये स्वर्णप्राशन का अत्यधिक महत्व बताया गया है। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. ओ. पी. शर्मा तथा आर. एम. ओ. डॉ. हेमन्त मालवीय ने जानकारी दी कि चिकित्सालय के शिशु रोग विभाग में शिशुओं तथा बालक-बालिकाओं को प्रातः 10:00 बजे से स्वर्णप्राशन कराया जायेगा। उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी।

धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय में "स्वर्णप्राशन कार्यक्रम" 14 अगस्त को आयोजित होगा

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे. पी. चौरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत दिनांक 14/08/2023 सोमवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। बाल रोग चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. गीता जाटव ने बताया कि शिशु के बुद्धि व बलवर्धन तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये एवं बार-बार होने वाले संकामक रोगों से बचाव के लिए अपने बच्चों का स्वर्णप्राशन अवश्य करावें प्रत्येक बालक / बालिका का रजिस्ट्रेशन शुल्क रु. 50/- निर्धारित है। आयुर्वेद के ग्रन्थों में बच्चों के स्वास्थ्य संवर्धन के लिये स्वर्णप्राशन का अत्यधिक महत्व बताया गया है। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. ओ. पी. शर्मा तथा आर.एम.ओ. डॉ. हेमन्त मालवीय ने जानकारी दी कि चिकित्सालय के शिशु रोग विभाग में शिशुओं तथा बालक-बालिकाओं को प्रातः 10:00 बजे से  स्वर्णप्राशन कराया जायेगा।  उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने  दी।

विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अब तक चार हजार से अधिक विद्यार्थियों ने किए ऑनलाइन आवेदन, 14 अगस्त तक किए जा सकेंगे प्रवेश आवेदन

विश्वविद्यालय के विभागों में विभिन्न यूजी, पीजी, डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों में प्रवेश आवेदन एवं शुल्क जमा करने की प्रक्रिया जारी विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में सत्र 2023-24 में स्नातक, स्नातकोत्तर, प्रमाण पत्र, डिप्लोमा एवं पी.जी. डिप्लोमा प्रथम वर्ष या प्रथम सेमेस्टर में मेरिट के आधार पर या सीयूइटी के माध्यम से सीधे प्रवेश हेतु ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया जारी है। प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी विस्तृत जानकारी के लिए संबंधित अध्ययनशाला, संस्थान एवं विभाग में सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं। पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु विद्यार्थी एमपी ऑनलाइन के माध्यम से प्रवेश शुल्क जमा करा सकेंगे। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि वर्तमान में विक्रम विश्वविद्यालय के 35 से अधिक अध्ययनशालाओं में लगभग 280 से अधिक पाठयक्रमों के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी है, जो 14 अगस्त तक निरन्तर रहेगी। प्रवेश के लिए अब तक चार हजार से अधिक विद्यार्थियों ने ऑनलाइन आवेदन हैं। सीयूइटी के माध्यम से प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थियों द्वारा विश्वविद्यालय की विभि

जिम के दौरान ध्यान रखें आयुर्वेद की ये बातें

विगत कुछ वर्षों से आए दिन यह खबर आ रही है कि जिम के दौरान ही कार्डियक अरेस्ट या हैमरेज से फलां फलां व्यक्ति की मृत्यु हो गई। ऐसी अकाल मृत्यु का बहुत बड़ा कारण व्यायाम या जिम को गलत तरीके से करना है। विदेशी परिचर्या में ढल रहे भारतीय युग में पुरातन भारतीय व्यायाम पद्धति भी चपेट में आ चुकी है । जहां शरीर को सुडौल बनाने के ऐसे उपायों का चलन प्रारंभ हो गया है जिसमे शरीर बाहर से तो सुडौल किंतु भीतर से खोखला होता जा रहा है। ऐसा सिर्फ जिम के अनुचित नियमों की वजहों से हो रहा है। प्रत्येक शरीर की अलग अलग आवश्यकताएं हैं। शरीर एवं शरीर के घटक परिस्थिति एवं मौसम के अनुसार बदलते रहते हैं।ऐसे में शरीर की रक्षा के उपायों में आयुर्वेद में वर्णित व्यायाम पद्धति का पालन करके उक्त अकाल घटनाओं से बचा जा सकता है। व्यायाम करने के पूर्व निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए । - रात्रि में 10 या 11 बजे के पूर्व सो जाना चाहिए । - प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व जागना चाहिए। - सूर्योदय के बाद एवं दिन में कभी भी सोना नहीं चाहिए। -रात में खाया हुआ भोजन अगर नहीं पचा हो तो व्यायाम नहीं करना चाहिए। -भोजन के बाद व्यायाम न

धन्वन्तरि चिकित्सालय में स्वर्णप्राशन कार्यक्रम आयोजित होगा

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत दिनांक 18/07/2023 मंगलवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा।  बाल रोग चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. गीता जाटव व बालरोग विभागाध्यक्ष डॉ वेद प्रकाश व्यास ने बताया कि शिशु के बुद्धि व बलवर्धन तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये एवं बार-बार होने वाले संक्रामक रोगों से बचाव के लिए अपने बच्चों का स्वर्णप्राशन अवश्य करावें । प्रत्येक बालक / बालिका का रजिस्ट्रेशन शुल्क रू. 50/- निर्धारित है। आयुर्वेद के ग्रन्थों में बच्चो के स्वास्थ्य संवर्धन के लिये स्वर्णप्राशन का अत्यधिक महत्व बताया गया है। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. ओ. पी. शर्मा तथा आर.एम.ओ. डॉ. हेमन्त मालवीय ने जानकारी दी कि चिकित्सालय के शिशु रोग विभाग में शिशुओं तथा बालक-बालिकाओं को प्रातः 10:00 बजे से स्वर्णप्राशन कराया जायेगा। उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी ।

कृषि के विद्यार्थी द्वारा ग्रहण की हुई शिक्षा तभी सार्थक है, जब यह शिक्षा देश की कृषि व्यवस्था में सुधार का कारक बने - कुलपति प्रोफेसर पांडेय

उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कृषि के विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए उन्हें सही एवं सटीक विधि से पौधारोपण कर भूमि की उर्वरता का अधिकतम उपयोग करने के गूढ़ मंत्र दिए। दिनांक 28 जून 2023 को विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कृषि के विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए उन्हें सही एवं सटीक विधि से पौधारोपण कर भूमि की उर्वरता का अधिकतम उपयोग करने के गूढ़ मंत्र दिए। गौरतलब है, कि विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय को प्रायः विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों से उनकी पढ़ाई से संबंधित चर्चा करते हुए देखा गया है, विशेष तौर पर वनस्पति के शिक्षक होने के कारण माननीय कुलपति जी को अकसर वनस्पति, जैव प्रौद्योगिकी एवं कृषि के विद्यार्थियों से उनके प्रायोगिक कार्य को ले कर चर्चा करते हुए पाया गया है। इसी क्रम में बुधवार को माननीय कुलपति जी ने कृषि के विद्यार्थियों के प्रायोगिक कार्य में पहुंच उन्हें सही एवं सटीक विधि से पौधारोपण के गूढ़ मंत्र दिए। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए माननीय कुलपति जी ने कहा कि

विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश की तिथि 20 जुलाई 2023 की गई

मेरिट के आधार पर विक्रम विश्वविद्यालय की अध्ययनशाला और संस्थानों में प्रवेश के लिए अब तक सत्रह सौ से अधिक विद्यार्थियों ने किए ऑनलाइन आवेदन उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में सत्र 2023-24 में स्नातक, स्नातकोत्तर, प्रमाण पत्र, डिप्लोमा एवं पी.जी. डिप्लोमा प्रथम वर्ष या प्रथम सेमेस्टर में सीयूइटी के माध्यम से सीधे प्रवेश हेतु प्रवेश की तिथि में वृद्धि की जाकर प्रवेश की तिथि दिनांक 20 जुलाई 2023 कर दी गई है। प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी विस्तृत जानकारी के लिए संबंधित अध्ययनशाला, संस्थान एवं विभाग में सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं। पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु विद्यार्थी एमपी ऑनलाइन के माध्यम से प्रवेश शुल्क जमा करा सकेंगे। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि वर्तमान में विक्रम विश्वविद्यालय के 35 से अधिक अध्ययनशालाओं में लगभग 280 से अधिक पाठयक्रमों के लिए प्रवेश प्रक्रिया जारी है, जो 20 जुलाई तक निरन्तर रहेगी। मेरिट के आधार पर प्रवेश के लिए अब तक सत्रह सौ से अधिक विद्यार्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किए  हैं। इनके अलावा सीयूइटी के माध्यम से प्रवेश परीक्ष

धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सालय में पुष्य नक्षत्र पर बच्चों को स्वर्णप्रशान कराया गया

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा  महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत "पुष्य नक्षत्र" दिनांक 20/06/2023 मंगलवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया। लगभग 130 बच्चों ने स्वर्णप्रशन का लाभ लिया। गौरतलब है कि डॉक्टर वेद प्रकाश व्यास एवं डॉ गीता जटवा प्रभारी ने बताया कि स्वर्णप्राशन में दिये जाने वाली औषधियां बच्चों के बुद्धि, बल और आयु को बढ़ाते हैं तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर शिशु को बार-बार बीमार होने से बचाते हैं। वर्तमान आधुनिक युग में आम जनता का विश्वास आयुर्वेद के प्रति बढ़ रहा है। उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी।

धन्वन्तरि चिकित्सालय में स्वर्णप्राशन कार्यक्रम 20 जून को आयोजित होगा

उज्जैन । शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे. पी. चौरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत दिनांक 20/06/2023 मंगलवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। शिशु के बुद्धि व बलवर्धन तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिये एवं बार-बार होने वाले संक्रामक रोगों से बचाव के लिए अपने बच्चों का स्वर्णप्राशन अवश्य करावें । प्रत्येक बालक / बालिका का रजिस्ट्रेशन शुल्क रू. 50/- निर्धारित है। आयुर्वेद के ग्रन्थों में बच्चो के स्वास्थ्य संवर्धन के लिये स्वर्णप्राशन का अत्यधिक महत्व बताया गया है। चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. ओ. पी. शर्मा तथा आर.एम.ओ. डॉ. हेमन्त मालवीय ने जानकारी दी कि चिकित्सालय के शिशु रोग विभाग में शिशुओं तथा बालक-बालिकाओं को प्रातः 10:00 बजे से स्वर्णप्राशन कराया जायेगा। उक्त जानकारी प्रधानाचार्य डॉ. जे. पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने दी ।

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन ने घोषित किए स्नातक अंतिम वर्ष के सभी परीक्षा परिणाम

उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा स्नातक अंतिम वर्ष के समस्त परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। इन परिणामों में बीए, बी एससी, बी कॉम, बीकॉम ऑनर्स, बीबीए, बीसीए, बीएचएससी के अंतिम वर्ष के परीक्षा परिणाम सम्मिलित हैं। इन परिणामों के घोषित होने से विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के विभागों और महाविद्यालयों में संचालित स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों में समय पर प्रवेश लेने और जॉब अवसर प्राप्त करने में सुविधा होगी।

विक्रम विश्वविद्यालय की पैंतीस से अधिक अध्ययनशालाओं और संस्थानों में संचालित लगभग दो सौ अस्सी पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया निरन्तर, 26 जून तक कर सकेंगे आवेदन

सीयूईटी के माध्यम से स्नातक पाठ्यक्रमों में दो लाख और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में साढ़े तीन लाख से अधिक विद्यार्थियों ने विक्रम विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए आवेदन किए मेरिट के आधार अब तक लगभग एक हजार विद्यार्थियों ने किए प्रवेश के लिए आवेदन उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की विभिन्न अध्ययनशालाओं और संस्थानों में संचालित लगभग दो सौ अस्सी पाठ्यक्रमों में मेरिट के आधार पर प्रवेश के लिए प्रक्रिया प्रारम्भ जारी है। इन पाठ्यक्रमों के लिए एमपी ऑनलाइन के माध्यम से विद्यार्थियों द्वारा ऑनलाइन आवेदन जमा किए जा रहे हैं। प्रवेश आवेदन के लिए अंतिम तिथि 26 जून 2023 रहेगी। मेरिट के आधार पर प्रवेश के लिए अब तक लगभग एक हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश के लिए आवेदन किए हैं। विगत वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर प्रारम्भ हुई संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा - सीयूईटी के लिए इस वर्ष साढ़े पांच लाख से अधिक विद्यार्थियों ने विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन किए हैं। सीयूईटी - पोर्टल के अनुसार विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न स्नातक प

स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, विक्रम विश्वविद्यालय में इसरो की बस स्पेस ऑन व्हील्स का आगमन हुआ

सैकड़ों शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने जाना भारत की अंतरिक्ष में उपलब्धियों और संभावनाओं के बारे में उज्जैन ।   स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में इसरो आउटरीच प्रोग्राम के अंतर्गत स्पेस ऑन व्हीलस बस का आगमन प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023, करियर काउंसलिंग, जॉब फेयर एवं प्रवेश उत्सव के अंतर्गत हुआ। इसरो एवं विज्ञान भारती, नई दिल्ली संस्था के मध्य हुए एमओयू के अंतर्गत इसरो एवं विज्ञान भारती सम्पूर्ण भारतवर्ष में विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जागरूकता लाने हेतु छह बसों स्पेस ऑन व्हीलस का निर्माण इसरो, हैदराबाद द्वारा किया गया है। ये बसें संपूर्ण भारत के सुदूर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में घूम कर भारत की आम जनता, शिक्षकों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने एवं वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा दे रही है। इसके तहत यह बस स्पेस ऑन व्हीलस, भोपाल से उज्जैन पहुंची है और आगामी 2 दिवस उज्जैन में ही रहेगी। सोमवार को विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में यह बस प्रदर्शनी हेतु उपलब्ध थी। मध्यप्रदेश में इस स्पेस ऑन व्हीलस बस का संचालन

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