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प्रगति के मार्ग को प्रशस्त करता है हमारा संविधान - प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश विधान सभा

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏 भोपाल । मध्यप्रदेश विधान सभा में ध्वजारोहण के पश्चात श्री अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव, विधान सभा द्वारा प्रदेश वासियो को गणतंत्र दिवस पर शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि, भारतीय संविधान दुनियाँ का श्रेष्ठ व लोक कल्याणकारी राज्य की संकल्पना का जीवंत दस्तावेज है जिसने सतत देश की प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है।  इसमें नागरिकों के अधिकार के साथ ही साथ कर्तव्य भी हैं, देश-प्रदेश के विकास के लक्ष्य को पाने हेतु हमें अपने कर्तव्यों से योगदान देने का संकल्प लेना होगा। तदुपरांत प्रमुख सचिव के निवास पर ध्वजारोहण कार्यक्रम हुआ । इस अवसर पर संविधान की प्रति पर पुष्प चढ़ाकर उपस्थित परिजनों द्वारा सम्मान व्यक्त किया गया। ✍  राधेश्याम चौऋषिया  Radheshyam Chourasiya Radheshyam Chourasiya II ● सम्पादक, बेख़बरों की खबर ● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन ● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक ● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति "बेख़बरों क

लहराता तिरंगा भारत की मान, शान एवं अभिमान है - डॉ. चौधरी

भारत देश का गणतंत्र, हमेशा तिरंगा राष्ट्र ध्वज लहराते रहे जिससे भारतवर्ष का मान, शान एवं अभिमान अक्षुण्य रहे। यह विचार राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन के महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने 285वीं राष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी गणतंत्र दिवस के अवसर पर व्यक्त किये। संगोष्ठी की अध्यक्षता सुवर्णा जाधव राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पुणे ने बताया कि हमारी पहचान भारत के मूल निवासी है। संस्था में मातृशक्ति आगे बढ़ रही है। अभी बहुत सी बेड़िया है उनसे भी आजाद होना है, फिर गर्व से कहेंगे भारत महान। संगोष्ठी का शुभारंभ प्रदेश महासचिव डॉ. अरूणा सराफ ने सरस्वती वंदना से हुआ तत्पश्चात् प्रस्तावना डॉ. रश्मि चौबे राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष महिला इकाई ने प्रस्तुत करते हुए कहा कि गणतंत्र की यात्रा आत्म सम्मान से आत्मनिर्भरता तक की रही। स्वागत उद्बोधन राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री ब्रजकिशोर शर्मा ने दिया। कवयित्री सुधा मेहता चंडीगढ़ ने गणतंत्र की कहानी कविता पाठ किया। राष्ट्रीय उपमहासचिव डॉ. शहेनाज शेख पुणे ने कहा कि भारतीय नागरिको को स्वयं के बनाए कानूनों का पालन करना है। डॉ. राजलक्ष्मी कृष्णन चैन्नई ने शहीदो के बलिदान को हम

गणतंत्र दिवस पर ब्रह्माकुमारियों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया

उज्जैन। वेद नगर स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में 26 जनवरी - गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में ब्रह्माकुमारियों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया तथा राष्ट्रीय गान भी सामूहिक रूप में गाया गया और सभी ने राष्ट्रीय ध्वज के नीचे प्रतिज्ञा भी ली। ब्रह्माकुमारी उषा दीदी जी ने कहा कि, गणतंत्र दिवस हम सब का राष्ट्रीय पर्व है, संविधान द्वारा बनाए गए नियमों को जब हम अपना श्रेष्ठ कर्तव्य समझ कर पालन करेंगे तभी राम राज्य आएगा । अब राम राज्य दूर नहीं हैं । राम राज्य की स्थापना हम सबको मिलकर करना होगा। बहन नीलम ने देशभक्ति गीत की प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी उषा दीदी, मंजू दीदी तथा सभी ब्रह्मा कुमारीज के अनुयायियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया।

विक्रम विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव डॉ बग्गा को पितृशोक

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के उपकुलसचिव डॉ डी के बग्गा के पिताजी का प्रभुमिलन 26 जनवरी शुक्रवार को हो गया। चक्रतीर्थ पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।  उन्होंने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल में कुलसचिव एवं माधव विज्ञान महाविद्यालय, उज्जैन में  प्राचार्य के पद पर कार्य किया।  कुलपति प्रोफेसर अखिलेश  कुमार पांडेय, कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा, कुलानुशासक प्रो शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने शोक व्यक्त किया। शोक सभा में डॉ हरीश व्यास, डॉ विष्णु कुमार सक्सेना, डॉ धर्मेंद्र मेहता, डॉ उमेश कुमार सिंह, सहायक कुलसचिव श्री  वीरेंद्र उच्वारे, श्री गौरीशंकर बरार, श्री अजीत बुखारिया सहित विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।

धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय में धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस

उज्जैन। मंगलनाथ मार्ग पर स्थित शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण के साथ राष्ट्रगान और उसके बाद छात्र छात्राओं की परेड से हुई।  महाविद्यालय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रदर्शित की गई। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर जेपी चौरसिया ने बताया कि गायन ,भाषण एवं नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से छात्र छात्राओं ने कार्यक्रम में समां बांध दिया।  संहिता विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रामतीर्थ शर्मा एवं बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ गीता जाटव के निर्देशन में सम्पूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया।  स्त्री एवं प्रसूति रोग के विभागाध्यक्ष डॉ सिद्धेश्वर सतुआ एवं कायचिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ ओपी व्यास ने अपने भावपूर्ण उद्बोधन प्रकट किए। डॉ रामतीर्थ शर्मा ने अपनी भाव विभोर कविता इस कार्यक्रम में प्रस्तुत की।  कार्यक्रम के आखिर में प्राचार्य महोदय के उद्बोधन के बाद मध्यप्रदेश गान के साथ छात्र छात्राओं को प्रसाद वितरण किया गया। आभार प्रदर्शन रोग निदान विभागाध्यक्ष डॉ अजय कीर्ति जैन ने किया।मंच संचालन डॉ गीता

विश्व-मंच पर एक आत्मविश्वास से भरे राष्ट्र का स्थान ले चुका है भारत - प्रो सी सी त्रिपाठी

भोपाल। एन.आई.टी.टी.टी.आर, भोपाल में गणतंत्र दिवस पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। निदेशक प्रो सी सी त्रिपाठी ने ध्वजारोहण किया एवं आवाहन किया की हम सभी जहाँ जिस भी जगह कार्यरत हैं देश के विकासशील से विकसित देश बनाने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा की हमने आज़ादी के बाद कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं । आज हमारा  डंका दुनिया  में बज रहा है। भारत विश्व गुरु बनने की राह पर  निरंतर अग्रसर है । आज हर नागरिक को भारत की गौरव-गाथा पर गर्व का अनुभव होता है।  आजादी के बाद हमने अथक प्रयासों से महत्वपूर्ण  उपलब्धियां हासिल की हैं, आज इन्हीं उपलब्धियों का जश्न और उत्सव मनाने का दिन है।  संविधान में निहित आदर्शों ने निरंतर हमारे गणतंत्र की  राह दिखाई है। भारत विश्व-मंच पर एक आत्मविश्वास से भरे राष्ट्र का स्थान ले चुका है। संस्थान ने अपनी बहुरंगी-बहुभाषी, सतरंगी-साझी संस्कृति की धार को न सिर्फ कायम रखा है, उसे और गहरे अर्थ दिए हैं। विकास के नए-नए सोपान चढ़े हैं। यही वजह है कि देश हमारी ओर उम्मीद से देख रहा है। प्रो त्रिपाठी ने संस्थान विकास के नए प्रयासों से सभी को अवगत कराया।

मतदान करना हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है - प्रो सी सी त्रिपाठी

भोपाल। एनआईटीटीटीआर भोपाल में 14वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। मतदाता दिवस पर निदेशक प्रो सी सी त्रिपाठी ने कहा कि, भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है इसमें मताधिकार का सर्वाधिक महत्व है।  प्रो त्रिपाठी ने कहा कि मतदान करना हम सबकी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है। लोकतंत्र की ख़ूबसूरती यही है कि भारत में एक एक मत की कीमत है। उन्होंने सभी को मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अन्य प्रदेशों के सभी नवनियुक्त अधिकारी कर्मचारियों से कहा कि सभी मतदाता सूची में अपना नाम आवश्यक रूप से दर्ज करवाएं।  हम सभी की अपने देश के लोकतंत्र पूर्ण आस्था है अतः मतदान कर निर्वाचन कि गरिमा को बनाये रखना हमारा दायित्व है।  इस अवसर पर निटर के संकाय सदस्य, अधिकारी, कर्मचारीगण, प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे ।

भारत की एकता, अखंडता, सांस्कृतिक धरोहर और एकजुटता के प्रतीक हैं गीत संगीत, युवाओं में भारतीयता के भाव को और प्रबल करते हैं -कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय

गणतंत्र दिवस के पूर्व दिवस पर आईसीसीआर नई दिल्ली के सौजन्य से हुई सांगीतिक  प्रस्तुति रावी का संकल्प: सांस्कृतिक स्वराज कार्यक्रम हुआ 25 जनवरी 2024 को विक्रम विश्वविद्यालय में, स्वर्ण जयंती सभागार में हुईं राष्ट्रभक्तिपूर्ण गीत, संगीत की प्रस्तुतियां  उज्जैन। गणतन्त्र दिवस की पूर्व सन्ध्या पर भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद, नई दिल्ली के सौजन्य से आमन्त्रित कलाकार अंजुल शर्मा एवं समूह द्वारा देशभक्ति एवं भक्ति गीतों की सांगीतिक प्रस्तुति की गई। रावी का संकल्प: सांस्कृतिक स्वराज कार्यक्रम के उपलक्ष्य में विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के समस्त छात्रावासों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया। गणतंत्र दिवस के पूर्व दिवस पर दिनांक 25 जनवरी 2024 को  दोपहर 03:00 बजे स्वर्ण जयंती सभागार, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में विद्यार्थियों द्वारा  राष्ट्रभक्तिपूर्ण गीत, संगीत की प्रस्तुतियां की गईं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने की। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा थे। कार्यक्रम में विद्योत्तमा छात्रावास, रमाबाई अंबेडकर छात्रावास, शालिग्राम तोमर छात्रावास

रावी का संकल्प: सांस्कृतिक स्वराज कार्यक्रम 25 जनवरी 2024 को विक्रम विश्वविद्यालय में होगा

गणतंत्र दिवस के पूर्व दिवस पर विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती सभागार में होंगी राष्ट्रभक्तिपूर्ण गीत, संगीत एवं नाट्य प्रस्तुतियां   उज्जैन। रावी का संकल्प: सांस्कृतिक स्वराज कार्यक्रम के उपलक्ष्य में विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के समस्त छात्रावासों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के पूर्व दिवस पर दिनांक 25 जनवरी 2024 को  दोपहर 03:00 बजे स्वर्ण जयंती सभागार, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में विद्यार्थियों द्वारा  राष्ट्रभक्तिपूर्ण गीत, संगीत एवं नाट्य प्रस्तुतियां की जाएंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय करेंगे।  यह जानकारी देते हुए विद्यार्थी कल्याण संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर सत्येंद्र किशोर मिश्रा ने  कार्यक्रम में समस्त सुधीजन, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, शोधकर्ता और विद्यार्थी से सहभागिता करने का अनुरोध किया है।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस: 25 जनवरी । मजबूत लोकतंत्र और विकसित भारत का सपना पूरा करने में अपना बहुमूल्य मत दे कर देश की प्रगति में सहायक हो सकते हैं देश के नागरिक - कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन

उज्जैन। लोकतन्त्र में मतदान के प्रति जागरूकता और अधिक से अधिक युवा मतदाताओं को राजनीतिक प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से  भारत सरकार ने हर साल 25 जनवरी को "राष्ट्रीय मतदाता दिवस" के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। इसे भारत के चुनाव आयोग के स्थापना दिवस को चिह्नित करने के लिए 25 जनवरी 2011 से शुरू किया गया है। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह उल्लेखनीय है कि  राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य भारतीय राजनीतिक प्रक्रिया और चुनावी प्रक्रिया में नए और मतदाता सूची में युवा मतदाताओं की भागीदारी को बढ़ाना है, वहीं नए मतदाताओं की संख्या बढ़ाकर मतदान के अधिकार के महत्व के बारे में मतदाताओं को जागरूक करना है। माननीय कुलपति प्रो पांडेय ने विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार, भारत के 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के प्रत्येक नागरिक को धर्म, जाति, रंग, नस्ल या लिंग आदि किसी भी भेदभाव के बिना मतदान करने का अधिकार दिया गया है। यह भारतीय लोकतंत्र

पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान (एमबीए डिपार्टमेंट),आईक्यूएसी विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती एवं पराक्रम दिवस पर कार्यक्रम संपन्न

नेताजी के संकल्प विकसित भारत @2047 के लिए नितांत आवश्यक - डॉ. मेघना वर्मा उज्जैन। स्व. सुभाष चंद्र बोस, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेताओं में से एक थे, जिस प्रकार उन्होंने अपनी दृढ़ इच्छा-शक्ति और अद्वितीय नेतृत्व के माध्यम से भारतीयों को स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। नेताजी ने ही आजाद हिंद फौज का नेतृत्व किया था और उनका नारा 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा' आज भी याद किया जाता है। उसी दृढ़ संकल्प भावना और पर्यावरणीय चुनौतियों से मुकाबला करने के लिए प्रबंधन की नई पीढ़ी को विकसित भारत @2047 के लिए तैयार होना चाहिए। समग्र विकास योजनाओं का सामयिक और सतत मूल्यांकन, परिणामों और  प्रभावों की दृष्टि से भी नई शोध परक विधियों से ही होना चाहिए। उपरोक्त उद्गार अपने तेजस्वी और विशिष्ट अतिथि वक्तव्य में पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान मे आयोजित कार्यक्रम में संस्थान की पूर्व छात्रा डॉ. मेघना वर्मा, एसो. प्रो. संपोषणीय पर्यावरण केंद्र, विपणन विभागाध्यक्ष, रमैया प्रबन्ध संस्थान, बेंगलुरु ने व्यक्त किए।  एफसीए प्रो. डॉ. दीपक गुप्ता, अध्यक्ष प्रब

शहीदों के बलिदान को नमन करना और उनके योगदान को अगली पीढ़ी तक पहुंचाना विश्वविद्यालयों का प्रथम दायित्व - कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

  एनएसएस द्वारा युवाओं के मध्य मनाया गया पराक्रम दिवस  उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय और डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर, की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा पराक्रम दिवस मनाया गया। नेता जी सुभाषचंद्र बोस भारत के महान क्रान्तिकारी थे। उन्होंने भारत की आजादी के लिए कई आंदोलनों में भाग लिया और साथ ही आजाद हिन्द फौज की स्थापना की। नेताजी द्वारा देश की आजादी के लिए किये गए अभूतपूर्व योगदान के लिए और उनको नमन करने के लिए प्रतिवर्ष 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अगुवाई में बनी आजाद हिंद फौज का एक ही मिशन था देश के दुश्मनों के साथ युद्ध और स्वाधीनता प्राप्ति। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म दिनांक 23 जनवरी 1897 को कटक ओडिसा में हुआ। इस अवसर विक्रम विश्वविद्यालय और डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर, की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के विद्यार्थियो द्वारा नेताजी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में सागर विश्वविद्यालय परिसर में एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। चर्चा में भाग लेते हुए डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना समन्वयक डॉक्

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