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नवरात्रि में शक्ति उपासना का महत्व, राष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी आयोजन

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के 154वें राष्ट्रीय आभासी संगोष्ठी : शक्ति उपासना सांस्कृतिक और सामाजिक परिप्रेक्ष्य में, आयोजन दि. 10 अक्टुबर सायं 5 बजे होगा। संगोष्ठी के मार्गदर्शक मुख्य अतिथि श्री ब्रजकिशोर शर्मा(राष्ट्रीय अध्यक्ष) विशिष्ट अतिथि श्री हरेराम वाजपेयी एवं डॉ. जी. डी अग्रवाल(इन्दौर) मुख्य वक्ता डॉ. शैलेन्द्र कुमार शर्मा(उज्जैन), अध्यक्षता श्रीमती सुवर्णा जाधव(पुणे), विशिष्ट वक्ता डॉ. शहाबुद्दीन शेख एवं डॉ. शिवा लोहारिया रहेंगे। यह जानकारी राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने देते हुए बताया कि संगोष्ठी की विशेष अतिथि लता जोशी मुम्बई, डॉ. अनसूया अग्रवाल छग, डॉ. रश्मि चौबे गाजियाबाद, डॉ. चेतना उपाध्याय अजमेर होंगे। संगोष्ठी के आयोजक राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. बालासाहेब तोरस्कर, सह आयोजक श्रीमती सविता इंगले, संयोजक डॉ. सुरेखा मंत्री तथा संचालक डॉ. मुक्ता कौशिक होगी।

एनएसयूआई के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मंजुल त्रिपाठी ने सादगी के साथ पदभार ग्रहण किया

मध्यप्रदेश एनएसयूआई के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मंजुल त्रिपाठी ने विपिन वानखेडे की उपस्थिति में पदभार ग्रहण किया भोपाल -: मध्यप्रदेश में कांग्रेस की छात्र इकाई भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ( एनएसयूआई ) के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मंजुल त्रिपाठी ने आगर मालवा विधायक विपिन वानखेडे की उपस्थिति में पदभारग्रहण किया। इस मौके पर एनएसयूआई के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मंजुल त्रिपाठी का स्वागत किया । एनएसयूआई प्रदेश प्रवक्ता समर्थ समाधिया ने बताया कि, आगर मालवा विधायक विपिन वानखेडे की अनुशंसा पर एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मध्यप्रदेश एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष पद पर मंजुल त्रिपाठी की नियुक्ति की जिसके बाद नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मंजुल त्रिपाठी ने भोपाल एनएसयूआई कार्यालय पहुँच कर पदभार ग्रहण किया । समर्थ समाधिया ने बताया कि, नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मंजुल त्रिपाठी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व.इंदिरा जी के चित्र पर माल्य्यापण कर विधि-विधान से पूजा पाठ की एवं पदभार ग्रहण किया। परम्परानुसार निवृत्तमान अध्यक्ष एवं विधायक विपिन वानखेड़े जी से विधिवत रूप

डॉ. राज बोरिया को प्रभारी निदेशक, शारीरिक शिक्षा एवं विभागाध्यक्ष, शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद अ.शा. तथा डॉ. वीरेन्द्र चावरें को सह निदेशक, शारीरिक शिक्षा एवं समन्वयक, शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद अ.शा. का अतिरिक्त प्रभार सौपा गया ।

डॉ वीरेंद्र चावरे उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलसचिव आदेशानुसार प्रशासनिक कार्यसुविधा की दृष्टि से डॉ. राज बोरिया, प्राध्यापक, पुस्तकालय विज्ञान अध्ययनशाला, को अपने वर्तमान दायित्वों के साथ प्रभारी निदेशक, शारीरिक शिक्षा एवं विभागाध्यक्ष, शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद अ.शा. तथा डॉ. वीरेन्द्र चावरें, प्राध्यापक, राजनीति अ.शा. को अपने वर्तमान दायित्वों के साथ सह निदेशक, शारीरिक शिक्षा एवं समन्वयक, शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद अ.शा. का प्रभार आगामी आदेश तक दिया गया है।

शरद पूर्णिमा के पावन पर्व पर षोडश कलायुक्त चन्द्रमा की अमृत वर्षा करेगी दमा रोग की चिकित्सा

  उज्जैन। शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में होगी अमृत वर्षा। इसी के साथ दमा रोग की चिकित्सा की जाएगी। इंदिरा नगर सहयोगी मित्र मंडल एवं डॉ. प्रकाश जोशी के सौजन्य से शरद पूर्णिमा के पावन पर्व पर दमा रोगियों के लिए नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। १९ अक्टूबर सायंकाल ७ बजे से इंदिरानगर 172 एलआइजी सेकंड पर आयोजित होगा।  शिविर संयोजक डॉ. प्रकाश जोशी ने बताया चिकित्सा शिविर की विशेषता है रोगी को रात भर शिविर स्थल पर रात्रि जागरण अनिवार्य है। बाल भक्त हनुमान मंडल द्वारा रात्रि 8 बजे से सुंदर काण्ड पारायण आयोजित किया जाएगा। प्रात: ब्रह्म मुहूर्त में 4 बजे औषधि युक्त खीर का वितरण किया जाएगा। औषधि खीर पाचन के लिए १०० से ५०० मीटर पैदल चलना अनिवार्य है। तत्पश्चात प्रात: 6 बजे से कर्ण वेधन चिकित्सा प्रारंभ की जाती है। कर्ण वेधन के पश्चात भूख लगने पर एक दिन मूली के पत्तों की सब्जी और रोटी खाना अनिवार्य है तथा १५ दिन तक मूंग की दाल रोटी लेना अनिवार्य है। गुड़, तेल, खटाई का परहेज तीन माह तक करें।  आयुर्वेद का मूल सिद्धांत स्वस्थ पुरुष के स्वास्थ्य की रक्षा करना और योगी पुरुष के रो

विक्रम विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव आयोजनों की श्रृंखला में होगा पुस्तक लोकार्पण

विक्रम विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव आयोजनों की श्रृंखला में होगा पुस्तक लोकार्पण हिंदुस्तान का सफर पुस्तक का लोकार्पण 9 अक्टूबर को विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में   उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के आयोजनों की श्रृंखला में माधवराव सप्रे स्मृति समाचार पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान, भोपाल के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में पूर्व कार्यकारी निदेशक, राज्यसभा टीवी, फिल्मकार  एवं वरिष्ठ पत्रकार श्री राजेश बादल की पुस्तक हिंदुस्तान का सफर का विमोचन सम्पन्न होगा। दिनांक 9 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे हिंदी अध्ययनशाला, वाग्देवी भवन में संपन्न होने जा रहे इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी एवं कलमकार श्री प्रेमनारायण नागर, उज्जैन होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय करेंगे। विशिष्ट अतिथि माधवराव सप्रे समाचार पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान, भोपाल के संस्थापक पद्मश्री श्री विजयदत्त श्रीधर, विक्रम विश्वविद्यालय और रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर के पूर्व कुलपति प्रो रामराजेश म

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा एम.सी.ए. (सीबीसीएस) सहित 3 परीक्षाओं के परिणाम घोषित

उ ज्जैन  : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि, विक्रम विश्वविद्यालय , उज्जैन  द्वारा  एम.सी.ए. (सीबीसीएस) सहित 3 परीक्षाओं  के  परिणाम घोषित हुए हैं, जिसे विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं... 

विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए 10 अक्टूबर तक किए जा सकेंगे आवेदन

विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए 10 अक्टूबर तक किए जा सकेंगे आवेदन विश्वविद्यालय की अध्ययनशालाओं में संचालित 205 से अधिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पहली बार आए तीन हजार दो सौ से अधिक आवेदन उज्जैन : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन  की विभिन्न अध्ययनशालाओं  एवं संस्थानों में संचालित 205 से अधिक स्नातकोत्तर, स्नातक, डिप्लोमा एवं प्रमाण पत्र पाठ्यक्रमों में मेरिट के आधार पर प्रवेश की प्रक्रिया  चल रही है। ये पाठ्यक्रम कला, समाज विज्ञान, विधि, वाणिज्य, शारीरिक शिक्षा, कृषि, कंप्यूटर विज्ञान, विज्ञान, जीव विज्ञान,  इंजीनियरिंग, व्यवसाय प्रबंधन, नॉन फॉर्मल एजुकेशन, फॉरेंसिक साइंस, फूड टेक्नोलॉजी आदि संकाय और विषय क्षेत्रों से जुड़े हुए हैं। विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पहली बार अब तक तीन हजार दो सौ से अधिक आवेदन पत्र आ चुके हैं। विक्रम विश्वविद्यालय की अध्ययनशालाओं एवं संस्थानों में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए आवेदन 10 अक्टूबर तक किए जा सकते हैं।  प्रो शैलेन्द्र कुमार शर्मा, क

हिंदी अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया निरन्तर जारी है।।

आवश्यक सूचना हिंदी अध्ययनशाला, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश की प्रक्रिया निरन्तर जारी है:  एम. ए. हिंदी एम. ए. जनसंचार बीजेएमसी - बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन - एक वर्षीय पाठ्यक्रम   निम्नलिखित पाठ्यक्रम किसी भी स्नातक/ स्नातकोत्तर / पीएच डी कोर्स के साथ किए जा सकते हैं :  रामचरितमानस में विज्ञान एवं संस्कृति प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम : स्पोर्ट्स जर्नलिज्म साइंस जर्नलिज्म प्रवेश के लिए लिंक:   https://vikram.mponline.gov.in/Portal/Services/VIKRAM/Entrance/UTD/Admission_Entrance_Form.aspx प्रवेश आवेदन के लिए अंतिम तिथि : 10 अक्टूबर  2021 सम्पर्क :  94066 65548 9425945994

अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन का दो दिवसीय समारोह होगा।

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का दो दिवसीय अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन आगामी 18 एवं 19 अक्टुबर को भिलाई छत्तीसगढ में आयोजित होगा। यह जानकारी राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. मुक्ता कौशिक ने देते हुए बताया कि राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की केन्द्रीय कार्यकारीणी के अनुसार दिनांक 18 अक्टुबर सायं 6 बजे शुभारंभ समारोह एवं रात्रि में बहुभाषी कवि सम्मेलन होगा। दि. 19 अक्टुबर प्रातः प्रथम सत्र संचेतना संगठन का परिचयात्मक विषय होगा। तत्पश्चात् द्वितीय सत्र में महिला सशक्तिकरण और शिक्षा की अनिवार्यता के संदर्भ में संगोष्ठी एवं शोध पत्रो का वाचन किया जावेगा। तृतीय सत्र में नागरी लिपि परिषद् नई दिल्ली के सहयोग से सार्वदेशिक लिपि देवनागरी की सफलता और संभावनाएँ रहेगा। अंतिम सत्र में समापन समारोह में 6 विशिष्ट सम्मान एवं 30 श्रेष्ठ साहित्यकारों का सम्मान पत्र अतिथियों द्वारा प्रदान किये जायेंगे। राष्ट्रीय संचेतना महोत्सव का आयोजन स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय भिलाई के आतिथ्य में सम्पन्न होगा। समारोह में विशेष रूप से आमंत्रित अतिथि-वक्ता डॉ. विनय पाठक, डॉ. विनोद वर्मा, डॉ. डी. पी. द

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा बी.एड सहित 3 परीक्षाओं के परिणाम घोषित

उ ज्जैन  : विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि, विक्रम विश्वविद्यालय , उज्जैन  द्वारा  बी.एड सहित 3 परीक्षाओं  के  परिणाम घोषित हुए हैं, जिसे विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं... 

गांधीजी की शिक्षाएँ आज भी प्रासंगिक व उपयुक्त है - डाॅ.हरिसिंह पाल

 स्वतंत्रता प्राप्ति को पचहत्तर वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। राष्ट्रपिता गांधीजी की शिक्षाएँ आज भी प्रासंगिक और उपयुक्त है।ये विचार राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के संरक्षक तथा नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली के महामंत्री डॉ. हरिसिंह पाल ने व्यक्त किये । राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर 'राष्टूपिता महात्मा गांधी और हिंदी के योगदान परिप्रेक्ष्य में' विषय पर मुख्य अतिथि के रूप में वे अपना उद्बोधन दे रहे थे । राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के मुख्य संयोजक प्राचार्य डॉ. शहाबुद्दीन नियाज मुहम्मद शेख, पुणे,महाराष्ट्र ने इस राष्ट्रीय आभासी गोष्ठी की अध्यक्षता की। डॉ. हरिसिंह पाल ने आगे कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अपने जीवन में स्वयं पर प्रयोग कर के सिद्धांतों को प्रतिपादित किया था । सत्याग्रह, अहिंसा और निर्भीकता के बल पर उन्होंने विदेशी सत्ता पर विजय प्राप्त की थी । पूरा विश्व आज भी विश्वशांति के लिए गांधीवाद से प्रेरणा लेता है।          मुख्य वक्ता प्रो.डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा, कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वराज्

स्वभाषा को स्वदेशाभिमान के साथ जोडा था महात्मा गांधी ने - प्रो शर्मा

स्वभाषा को स्वदेशाभिमान के साथ जोडा था महात्मा गांधी ने - प्रो शर्मा राष्टूपिता महात्मा गांधी : राष्ट्रभाषा हिंदी के परिप्रेक्ष्य में पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के तत्वावधान में महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर 'राष्टूपिता महात्मा गांधी : राष्ट्रभाषा हिंदी के परिप्रेक्ष्य में' विषय पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि नागरी लिपि परिषद, नई दिल्ली के महामंत्री डॉ हरिसिंह पाल एवं मुख्य वक्ता विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा थे। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के मुख्य संयोजक प्राचार्य डॉ. शहाबुद्दीन नियाज मुहम्मद शेख, पुणे,महाराष्ट्र ने इस राष्ट्रीय आभासी गोष्ठी की अध्यक्षता की। विशिष्ट अतिथि श्रीमती सुवर्णा अशोक जाधव, मुंबई, डॉक्टर प्रभु चौधरी, डॉक्टर अनसूया अग्रवाल, छत्तीसगढ़ एवं श्री बाला साहब तोरस्कर, मुंबई थे। मुख्य वक्ता प्रो.डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा, कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वराज्य प्राप्ति के प्रमुख औजारों मे

शैक्षिक नवाचार के लिए प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा डॉ हरिकृष्ण दत्त शिक्षा सम्मान से अलंकृत

भोपाल में आयोजित महात्मा गांधी अलंकरण समारोह में अलंकृत हुए प्रो शर्मा भोपाल/उज्जैन : भोपाल में आयोजित महात्मा गांधी अलंकरण समारोह में विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के हिंदी विभागाध्यक्ष एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा को शैक्षिक नवाचार के लिए डॉ हरिकृष्ण दत्त शिक्षा सम्मान से अलंकृत किया गया। माधवराव सप्रे स्मृति संग्रहालय एवं शोध संस्थान, भोपाल द्वारा आयोजित समारोह में प्रो शर्मा को सम्मान-पत्र, सम्मान राशि, सूत की माला, श्रीफल एवं साहित्य अर्पित कर उन्हें सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान आयोजन के प्रमुख अतिथि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, नई दिल्ली के सदस्य सचिव डॉ सच्चिदानंद जोशी, पूर्व कुलपति प्रो गिरीश्वर मिश्र, नई दिल्ली एवं भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो संजय द्विवेदी ने अर्पित किया। मंच पर संस्थान के संस्थापक - संयोजक पद्मश्री से सम्मानित वरिष्ठ लेखक श्री विजयदत्त श्रीधर और संस्थान के अध्यक्ष डॉ शिवकुमार अवस्थी मौजूद थे। प्रशस्ति पत्र का वाचन डॉ मंगला अनुजा ने किया। अपने सम्मान के प्रत्युत्तर में प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि महात्मा

गांधी जयंती के अवसर पर एक राष्ट्रीय वेबीनार का सफल आयोजन

उज्जैन : राजनीति विज्ञान अध्ययन शाला विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन जी.एम.एन. काॅलेज, अंबाला और ओस्का के संयुक्त तत्वाधान में गांधी चिंतन एवं आजादी के विविध आयाम विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय वेबीनार संपन्न हुआ। कार्यक्रम का प्रारंभ गांधी जी की प्रतिमा पर प्राचार्य द्वारा माल्यार्पण के साथ आरंभ हुआ। इस अवसर पर डाॅ. राजपाल सिंह ने अपने अभिभाषण में कहा कि गांधी जी भारत में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में शांति के ऐसे सार्थक स्तम्भ हैं, जिनके जीवन को सिद्धांतो को और विचारों को अपने जीवन में स्थापित करते हैं तो अवश्य ही मनुष्य मात्र की सभी समस्याओं का निराकरण सहज ही सम्भव हो पाएगा। इसलिए गांधी जी हमारे लिए एक आदर्श हैं जो वर्तमान समय में भी राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं। प्रारंभिक चरण में डॉ राकेश कुमार ने विषय की संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की। उसके उपरांत प्राचार्य महोदय ने बीज वक्ता प्रोफेसर आर. एस. यादव, संसाधन व्यक्ति प्रोफेसर आशु पसरिजा, मुख्य संरक्षक डॉ धर्मपाल तथा संरक्षक डॉ दीपिका गुप्ता का सांस्कृतिक ढंग से अभिनंदन किया। पहले चरण में प्रोफेसर आर. एस. य

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