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मध्यप्रदेश युवा नीति में सहभागी बने नई पीढ़ी - उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव

मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बनाई जा रही युवा नीति समग्र विकास के लिए सुखद अवसर - श्री आनंद कुमार

मध्यप्रदेश युवा नीति के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ महत्त्वपूर्ण आयोजन

विक्रम कीर्ति मंदिर में मध्यप्रदेश युवा नीति के सम्बंध में हुआ विमर्श

उज्जैनमध्यप्रदेश युवा नीति के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में दिनांक 27 दिसम्बर को विक्रम कीर्ति मंदिर में संध्या को महत्त्वपूर्ण आयोजन किया गया। मध्यप्रदेश युवा नीति के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में आयोजित इस कार्यक्रम में माननीय उच्च शिक्षा मंत्री, मध्य प्रदेश शासन डॉ मोहन यादव ने युवाओं को मध्य प्रदेश की युवा नीति के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान किया। इस अवसर पर सुपर थर्टी के पुरोधा प्रसिद्ध शिक्षाविद् और गणितज्ञ श्री आनंद कुमार, पटना ने विद्यार्थियों के मध्य प्रेरणादायक उद्बोधन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री मध्य प्रदेश शासन डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि युवाओं के संपूर्ण विकास और उनकी व्यापक सहभागिता के लिए मध्य प्रदेश युवा नीति बनाई जा रही है। पूरे प्रदेश में इसके लिए विचार मंथन किया जा रहा है। उज्जैन में समुद्र मंथन के माध्यम से अमूल्य रत्न निकले थे। इसलिए इस स्थान पर युवा नीति को लेकर किया जा रहा विमर्श महत्वपूर्ण है। इस विचार मंथन के माध्यम से जो नवनीत निकलेगा, उसे युवा नीति में समाहित किया जाएगा। मध्यप्रदेश युवा नीति को स्वामी विवेकानंद के जयंती दिवस 12 जनवरी को संपूर्ण मध्यप्रदेश में लागू किया जाएगा।

कार्यक्रम में अपना प्रेरणादायी उद्बोधन देते हुए सुपर थर्टी कार्यक्रम के लिए प्रख्यात श्री आनंद कुमार, पटना ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा बनाई जा रही युवा नीति नई पीढ़ी के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होगी, इस पर मंथन एक सुखद अवसर है। कोई भी युवा धन, शक्ति या पुस्तकों से आगे नहीं बढ़ सकते, उसमें कितना जुझारूपन है, वह सफलता दिलाता है। लाख गरीबी हो लेकिन पैसा कमाने का उद्देश्य ना रखें। जो अपने में आत्मविश्वास रखेगा, जो विद्या की उपासना करेगा, धन स्वतः उसके पास आएगा। हम अपनी क्षमता को कैसे विकसित करें, यह जानना जरूरी है। किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए चार मंत्र अपनाएं, प्रबल प्यास, सकारात्मक सोच, अथक प्रयास और असीम धैर्य।


विक्रम विश्वविद्यालय तेजी से विकास कर रहा है। पूरे देश में इसका नाम हो रहा है। वर्तमान में युवा वही कार्य करें, जिसमें उनकी सबसे ज्यादा रुचि है। कोई भी कार्य छोटा या बड़ा नहीं होता। युवा लीक से हटकर करें, बहुत मेहनत करें और सदैव नया करें, सफलता निश्चित ही मिलेगी।


इस अवसर पर माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव एवं सुपर थर्टी के पुरोधा श्री आनंद कुमार को शॉल और स्मृति चिन्ह अर्पित कर उनका सारस्वत सम्मान किया गया।

कार्यक्रम में डॉ अनिल उपाध्याय, भोपाल, कार्यपरिषद सदस्य श्री संजय नाहर, डॉ विनोद यादव, कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक, अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा डॉ अर्पण भारद्वाज, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा मंचासीन थे।
प्रारंभ में कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक ने मध्य प्रदेश युवा नीति की संकल्पना पर प्रकाश डाला। मध्यप्रदेश युवा नीति के आधार बिंदुओं का परिचय कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने दिया।

अतिथियों का स्वागत कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा, विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ सत्येंद्र किशोर मिश्रा, डॉ कनिया मेड़ा, डॉ डी डी बेदिया, डॉ रमण सोलंकी, श्री अजय श्रीवास्तव, डॉ अजय शर्मा, श्री हेमंत शर्मा, डॉ सुदामा सखवार, विद्यार्थियों की ओर से अस्कंदराज त्रिपाठी, दिव्यांशु कसेरा, ख्याति पांडे, कशिश शर्मा आदि ने किया।
आयोजन में इंदौर के पार्षद श्री दीपक जैन सहित अनेक सुधीजन, गणमान्य नागरिक, शिक्षाविद, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। युवा बनाएं अपनी नीति के अंतर्गत मध्य प्रदेश सरकार ने युवाओं से आह्वान किया है कि युवा नीति बनाने के लिए वे अपने सुझाव प्रदान करें। उनके द्वारा दिए गए सुझावों को युवा नीति में सम्मिलित किया जा सकेगा। कार्यक्रम का संचालन कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने किया। आभार प्रदर्शन विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ सत्येंद्र किशोर मिश्रा ने किया।

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