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विक्रम विश्वविद्यालय ने 2022 में कई उपलब्धियाँ हासिल कीं, 2023 में नई इबारत लिखने की तैयारी

उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय ने वर्ष 2022 में कई नई उपलब्धियाँ जैसे पाठ्यक्रमों की संख्या में वृद्धि, छात्रों की संख्या में वृद्धि, छात्रों के लिए जॉब फेयर का आयोजन आदि हासिल की है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय के सशक्त, दूरदर्शी, सृजनात्मक, सहज, लोकप्रिय नेतृत्व क्षमता एवं कुशल मार्गदर्शन और कार्यपरिषद की सक्रिय भूमिका से विश्वविद्यालय प्रगति के नए सोपानों की ओर आगे बढ़ रहा है। एक वर्ष  के दौरान विद्यार्थियों ने अपनी रचनात्मक एवं सृजनात्मक शक्तियों में वृद्धि करते हुए अपने अंदर राष्ट्र निर्माण की भावना, अनुशासन, प्रशिक्षण, रोजगार सृजन, सामाजिक दायित्व, बौद्धिकता आदि जैसे गुणों को विकसित करने में सफलता प्राप्त की है। प्रोफेसर पाण्डेय की दूरदर्शिता इसी से पता चलती है कि उन्होंने 2023 में विश्वविद्यालय को नए मुकाम पर पहुंचाने की तैयारी कर ली है।


2022 की प्रमुख उपलब्धियाँ- 
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन हेतु एक दर्जन से अधिक राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय संगोष्ठियों का आयोजन किया गया जिनमें प्रमुख राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के माध्यम से " स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय नायकों का योगदान”, पर केंद्रित संगोष्ठी, वीर बाल दिवस का आयोजन आदि प्रमुख हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को पूरे देश में सर्वप्रथम मध्य प्रदेश में और मध्यप्रदेश में सर्वप्रथम विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा लागू किया गया।
  • क्रियान्वयन के साथ ही विक्रम विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों में आवश्यक बदलाव कर नवीन पाठ्यक्रमों की संरचना तथा विद्यार्थियों में पूर्णतः कौशल विकास, उद्यमिता एवं रोजगारपरक दृष्टिकोण के अनुरूप 250 से अधिक पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है, जिससे विद्यार्थियों को उनकी रुचि के अनुसार एक ही कैंपस में विषय चयन की सुविधा उपलब्ध हो सके।  
  • नवीनतम पाठ्यक्रमों में प्रमुख भारतीय ज्ञान प्रणाली से जुड़े पाठ्यक्रम जैसे रामचरितमानस में विज्ञान, एम ए योग, वेद विज्ञान, कर्मकांड एवं आधुनिकतम पाठ्यक्रम जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, एस्ट्रो फिजिक्स रिमोट सेंसिंग, फॉरेंसिक साइंस कृषि अभियांत्रिकी आदि को मिलाकर 180 से अधिक नवीन पाठ्यक्रम खोले गए और पाठ्यक्रमों की कुल संख्या 250 से अधिक हो गई। 
  • विक्रम विश्वविद्यालय में गत दो वर्षो में अध्ययनशालाओ की संख्या बढ़कर 29 से 36 हुई है।
  • विक्रम विश्वविद्यालय में स्नातक के 30 तथा स्नातकोत्तर के 65 विषयों में सी यू ई टी के माध्यम से प्रवेश।
  • माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव जी के विशेष प्रयासों से पुरातत्व संग्रहालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर के अध्ययन केन्द्र के रूप में विकसित किये जाने की पहल की गई।
  • बौद्धिक सम्पदा एवं संसाधनों की साझेदारी को सुनिश्चित करने हेतु विश्वविद्यालय द्वारा 54 से अधिक उत्कृष्ट संस्थानों से द्विपक्षीय समझौता (एम ओ यू) किया गया है। एमओयू करने वाली प्रमुख संस्थाएं हैं, ज़रा लाइफ साइंस मेलबोर्न, ऑस्ट्रेलिया, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुंबई, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान नई दिल्ली, भारतीय  सोयाबीन संस्थान इंदौर आदि।
  • विश्वविद्यालय द्वारा इन्क्यूबेशन सेण्टर की स्तापना की गयी, जहां विद्यार्थियों को रोजगार स्थापित करने हेतु विभिन्न योजनाओं की जानकारियां दी जाती हैं।
  • कंप्यूटर विज्ञान अध्ययनशाला के छात्र को होम सर्वे स्टार्ट-अप के लिए एक लाख रुपये माननीय श्री शिवराजसिंह चौहान मुख्यमंत्री द्वारा सीड मनी के रूप में प्रदान की गई है।
  • विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के शिक्षकों एवं शोध छात्रों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किये गए उत्कृष्ट अनुसंधान कार्यों में 14 से अधिक पेटेंट पंजीकृत किये गए हैं।
  • विक्रम विश्वविद्यालय के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा अनुसन्धान में नवाचार को चिह्नित करते हुए 12 से अधिक महत्वपूर्ण उत्पाद विकसित किये गए हैं तथा 27 से अधिक स्टार्ट-अप प्रारम्भ किया जा चुके हैं, जिसका प्रदर्शन विद्यार्थियों एवं शिक्षकों द्वारा दिनांक 6 अप्रैल 2022 को माननीय मुख्यमंत्री, मध्यप्रदेश शासन, माननीय उच्च शिक्षा मंत्री मध्यप्रदेश शासन, कुलपति जी एवं कुलसचिव की उपस्थिति में मिंटो हॉल भोपाल में किया जा चुका है। 
  • विक्रम विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन हेतु कार्यपरिषद से प्रस्ताव अनुमोदित करवा कर अकादमिक बैंक ऑफ़ क्रेडिट में पंजीयन तथा आगे की प्रकिया प्रस्तावित, डीजी लॉकर की सुविधा आरम्भ करने हेतु पंजीयन। साथ ही दोहरी डिग्री प्रस्ताव को भी विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद द्वारा अनुमोदित किया गया।
  • विक्रम विश्वविद्यालय प्रदेश का प्रथम विश्वविद्यालय जहाँ भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद् नई दिल्ली के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत उच्च शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण में तीन विदेशी विद्यार्थियों का प्रवेश।
  • विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में रोजगार मेले के माध्यम से 1600 विद्यार्थियों को रोजगार उपलब्ध कराना।
  • विक्रम विश्वविद्यालय प्रदेश का प्रथम विश्वविद्यालय जहाँ भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद् नई दिल्ली के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत उच्च शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण में तीन विदेशी विद्यार्थियों का प्रवेश।
2023 के लक्ष्य-
  • केंद्रीय प्रयोगशाला की स्थापना 
  • गैर हिंदी भाषी तथा विदेशी विद्यार्थियों के लिए विशेष हिंदी  पाठ्यक्रम का निर्माण एवं संचालन
  • बी एससी बीएड के पाठ्यक्रम प्रारम्भ करना
  • चिकित्सा सम्बन्धी पाठ्यक्रम की शुरुआत
  • राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठियों एवं कार्यशालाओं का आयोजन 
  • स्वाधीनता संग्राम के महान जननायकों पर केंद्रित विशेष पाठ्यक्रम
  • छात्रावासों का नवीनीकरण
  • विदेशी विद्यार्थियों के लिए छात्रावास का उन्नयन

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