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आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन में नए शोध कार्य हेतु एमडी अध्येताओं द्वारा दिया गया एथिकल सिनॉप्सिस प्रेजेंटेशन

उज्जैन। मंगलनाथ मार्ग स्थित शासकीय धन्वंतरी आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन में सत्र 2023-24 में प्रवेशित पांच स्नातकोत्तर विभागों के 17 एमडी अध्येताओं के द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा के क्षेत्र में विभिन्न गंभीर रोगों जैसे प्रमेह, संधिवात, बंध्यत्व, स्त्री रोग,थायराइड ,त्वचा रोगों ,थायराइड, नपुंसकता आदि पर शोध कार्य प्रारंभ करने हेतु पंचकर्म, स्त्री प्रसूति, काय चिकित्सा, द्रव्यगुण और रचनाशारीर स्नातकोत्तर विभाग के अंतर्गत सिनॉप्सिस प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया।  इस दौरान विश्वविद्यालय के निर्देशों के अंतर्गत गठित संस्थागत एथिकल कमिटी के सभी सम्मानित सदस्य डॉ रामराजा सिंह चौहान, डॉ संजय श्रीवास्तव ,डॉ मनु गौतम , डॉ रुचि बघेल, श्री अजीत कुमार मिश्र, श्री भेरूलाल माहेश्वरी उपस्थित रहे एवं एमडी अध्येताओं से शोध संबंधी प्रश्नों एवं सुझावों के बाद नियमानुसार सभी अध्येताओं के शोध कार्य को अनुमोदन प्रदान किया।  महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जेपी चौरसिया ने बताया सभी स्नातकोत्तर विभागों के निर्देशक एवं सह निर्देशकों की उपस्थिति में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ। यह प्रेजेंटेशन महाविद्यालय के संदीपनी

नई गाइडलाइन के आधार पर कोचिंग सेंटर को पहचान मिलना जरूरी – कुलगुरु प्रो पांडेय

कोचिंग सेंटर के विनियमन के लिए जारी दिशा-निर्देशों पर चर्चा के लिए विक्रम विश्वविद्यालय में हुई महत्वपूर्ण बैठक उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कार्यपरिषद कक्ष में मंगलवार दोपहर में कोचिंग सेंटर के विनियमन के लिए जारी दिशा-निर्देशों के संबंध में नगर के विभिन्न कोचिंग सेंटर के संचालकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। कुलगुरु प्रो अखिलेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में कोचिंग सेंटर के लिए जारी गाइडलाइन के विभिन्न निर्देशों पर विचार विमर्श हुआ। विक्रम विश्वविद्यालय में इस विषय पर चर्चा के लिए पूरे प्रदेश के विश्वविद्यालयों के मध्य यह पहली बैठक रखी गई थी। कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में शिक्षा के परिदृश्य में नई संभावनाएं उजागर हो रही हैं। इस दौर में कोचिंग सेंटर्स की भूमिका पर गम्भीरता से विचार के साथ उनके संचालन से जुड़ी गाइडलाइन जारी की गई है। ऐसे में गाइडलाइन के आधार पर कोचिंग सेंटर को पहचान मिले यह जरूरी है। अध्ययन क्षेत्र के चयन से लेकर अध्यापन तक विद्यार्थियों और पालकों के लिए विशेष मार्गदर्शन

गाजे बाजे के साथ नगर में निकलेंगे भगवान श्री चित्रगुप्त

समाज के हर घर से  एक एक मुठ्ठी अनाज लेकर बनेगी  कुटुंब रसोई  उज्जैन - प्रणियो के कर्मों का लेखा जोखा रखने वाले भगवान श्री चित्रगुप्त जी के प्राकट्य दिवस पर प्रतिवर्ष निकलने वाली जनदर्शन यात्रा व कुटुंब  को लेकर  कायस्थ  समाज  की एक महत्वपूर्ण बैठक  गत रविवार को  दशहरा मैदान स्थित एक शैक्षणिक संस्थान   पर  रखी गई है । जिसमे समाज के लोगो ने बड़ी संख्या में भाग लेकर अपने अपने सुझाव दिए । उज्जैन कायस्थ समाज अध्यक्ष  एवं यात्रा संयोजक  दिनेश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रतिवर्ष गंगा सप्तमी पर   भगवान चित्रगुप्त जी का प्राकट्य दिवस  मनाया  जाता है । इस वर्ष  14 मई  2024 को  प्राकट्य दिवस मानेगा इसी उपलक्ष में कायस्थ समाज की महत्वपूर्ण बैठक जनदर्शन यात्रा की तैयारी को लेकर  दशहरा मैदान स्थित  निजी कोचिंग  इंस्टीट्यूट  पर  रखी गई है । जिसमे उपस्थित समाज के लोगो ने कई बिंदुओं पर विचार किया  ।  प्राप्त सुझाव पर तय किया गया कि इस वर्ष भी भगवान  चित्रगुप्त जी के  प्राकट्य दिवस  पर लालबहादुर शास्त्री उद्यान फ्रीगंज ओवर ब्रिज  से शाम 5 बजे कायस्थ समाज के द्वारा श्री चित्रगुप्त जनदर्शन यात्रा निकाली जाएग

अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की प्रांतीय शपथ विधि समारोह और प्रथम प्रांतीय कार्यकारिणी बैठक 30 अप्रैल को

उज्जैन। अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की प्रांतीय शपथ विधि समारोह और प्रथम प्रांतीय कार्यकारिणी बैठक 30 अप्रैल को उज्जैन में होने जा रही है जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में असम बालेश्वर से राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती अंजू जी सरावगी उपस्थित हो रही है साथ ही राष्ट्रीय आंचल प्रमुख सुमन जी मूंदड़ा, राष्ट्रीय बाल विकास प्रमुख इंदु जी गर्ग तथा अंशु जी गुप्ता के विशेष आतिथ्य में श्रीमती राजकुमारिजी बागड़ी प्रांतीय अध्यक्ष के रूप में अपनी प्रांतीय कार्यकारिणी के साथ शपथ लेगी। समारोह में 7 पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष व पूरे मध्य प्रदेश की 40 शाखाओं से करीब 250 सदस्य इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेगी।  संस्था आने वाले वर्ष में पर्यावरण, बाल विकास, महिला सशक्तिकरण नेत्रदान, रक्तदान, त्वचा दान, संस्कार, संस्कृति, साहित्य प्रकल्पों पर कार्य कर समाज व देश में इन सेवा कार्यों से अपना योगदान देगी । यह संस्था 20 राज्यो में 600 शाखाओं के रूप में कार्य कर रही हैं।  इस कार्यक्रम को महानंदा नगर शाखा उज्जैन आयोजित कर रही हैं । यह जानकारी प्रांतीय सचिव रुचिका खंडेलवाल और शाखा सचिव भारती नीमा ने दी।

ओम शिवोम नृत्यकला संस्थान द्वारा आयोजित 12 दिवसीय समर कैंप का समापन कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न

उज्जैन। ओम शिवोम नृत्यकला संस्थान द्वारा आयोजित 12 दिवसीय समर कैंप का समापन कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। ओम शिवोम नृत्यकला संस्थान की निर्देशिका मानसी उपाध्याय ने बताया कि, समर कैंप का आयोजन 15 से 26 अप्रैल तक किया गया था और 27 अप्रैल को समर कैम्प का समापन समारोह आयोजित किया गया।  समापन समारोह में बच्चों ने इन 12 दिनों में सीखी गई कला को अपने माता-पिता के समक्ष प्रस्तुत किया। समर कैम्प में सेमी क्लासिकल डांस, बॉलीवुड डांस, ड्राइंग और पेंटिंग, कराटे, योगा, जुम्बा, कैलीग्राफी और आर्ट एंड क्राफ्ट जैसी कलाएं बच्चों को सिखाए गई। 12 दिवसीय समर कैम्प के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. डी. डी. बेदिया, निदेशक, आईक्यूएसी ने मौजूद रहकर बच्चों का मार्गदर्शन किया और उनका उत्साह बढ़ाया।  ओम शिवोम नृत्यकला संस्थान के संकाय सदस्य सीमा उपाध्याय, हर्षिता उपाध्याय, पूर्णिमा जोशी, अतुल पांडेय, देवेश्वरी सिंह भाटी एवं करीना सोंगरा भी समापन कार्यक्रम में शामिल रहे।

विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थी गुजरात (मुंद्रा) अदानी ग्रुप में दो दिवसीय इंडस्ट्रियल विजिट कर वापस लौटे

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के आई.आई.पी.एस एमबीए विभाग के  37 विद्यार्थी 1 शिक्षक डॉ. टीना यादव एवं अर्थशास्त्र विभाग के 15 विद्यार्थी एवं 2 शिक्षक डॉ. संग्राम भुषण एवं डॉ. दीपा द्विवेदी गुजरात (मुंद्रा) अदानी ग्रुप में  दो दिवसीय इंडस्ट्रियल विजिट कर वापस लौटे।  यह एक एजुकेशनल ट्रिप थी जो सफलतापूर्वक संपन्न हुई, जिसमें विद्यार्थियों ने अदानी ग्रुप के कई प्लांट जैसे अदानी विल्मर प्लांट, अदानी सोलर प्लांट, अदानी पोर्ट, अदानी सेज, अदानी थर्मल प्लांट आदि स्थानों का विद्यार्थियों को औद्योगिक भ्रमण कराया गया।  इस दौरान कंपनी के अधिकारियों एवं कर्मियों ने विद्यार्थियों को इंडस्ट्रीज की बारीकियों को प्रत्यक्ष रुप से दिखाया और समझाया। विद्यार्थियों ने ध्यानपूर्वक सभी तथ्यों को समझा एवं प्रसन्नता व्यक्त की। अंतिम सत्र में विद्यार्थियों से मुंद्रा प्रोजेक्ट उड़ान के हेड जिग्नेश विभांदिक जी ने चर्चा की ।  अंतिम सत्र के विद्यार्थी मयूर पवार, संस्कार तिवारी, खुशी विजयवर्गीय ने चर्चा उपरांत बताया कि, अदानी ग्रुप द्वारा भविष्य में उज्जैन आकर अदानी ग्रुप में चयन संबंधी प्रक्रिया की जावेगी जिस पर

ललित कला के विद्यार्थी कलाकारों की कलाकृतियों का अवलोकन कर उनकी सराहना की कुलगुरु प्रो पांडेय ने

विश्वविद्यालय के वाग्देवी भवन की दीवारों पर उकेरी गईं विरासत से जुड़ी कलाकृतियाँ उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की ललित कला अध्ययनशाला में कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय ने विद्यार्थियों द्वारा निर्मित कलाकृतियों, रंगोली एवं उनके द्वारा चित्रित भित्ति चित्रों का अवलोकन किया। उन्होंने विद्यार्थी कलाकारों की बहुत ही प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कुछ अलग हटके करें और कुछ नया विचार ले कर आएँ। कुलानुशासक प्रो. शेलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि वाग्देवी भवन की भित्तियों और भूमि पर विरासत से जुड़े चित्रों के साथ ही लोक और जनजातीय रूपांकन कला के दर्शन होंगे। पहले चरण में विद्यार्थी कलाकारों ने हमारी विरासत से जुड़े सांस्कृतिक प्रतीकों का मनोहारी रूपांकन किया है। इस अवसर पर माधव कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय की चित्रकला विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अल्पना उपाध्याय उपस्थित थीं। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा निर्मित श्रीराम लला  रंगोली एवं उनकी कला कृतियों का अवलोकन किया और उनके उत्तम कार्य के लिए उनकी प्रशंसा की और उन्हें कला की बारीकियों के बारे में समझाया। इस अवसर पर ललित कला विभाग के विभ

महाकाल सांस्कृतिक वन हमारी संस्कृति और सभ्यता को झलकाता है, यह उज्जयिनी की एक धरोहर के रूप में विश्वविद्यालय परिसर को सुशोभित करता है - कुलगुरु प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय

विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के विद्यार्थियों ने कुलगुरु और व न विभाग के अधिकारियों के सान्निध्य में महाकाल सांस्कृतिक वन का भ्रमण कर उसके विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की            उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के विद्यार्थियों ने कुलगुरु और वन विभाग के अधिकारियों सान्निध्य में महाकाल सांस्कृतिक वन का भ्रमण कर उसके विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। दिनांक 26 अप्रैल 2024 को हुए इस भ्रमण में जैव प्रौद्योगिकी, फॉरेंसिक साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थी सम्मिलित थे। विद्यार्थियों को भ्रमण करवाते हुए जिला वन मंडल अधिकारी डॉक्टर किरण बिसेन ने बताया कि महाकाल सांस्कृतिक वन मे अनेक आऔषधीय पौधे रोपित किए गए हैं जो गुणकारी होने के साथ-साथ वन की सुंदरता को भी सुशोभित करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को वन में उपस्थित सभी पौधों की प्रजातियों से परिचित कराया। इस भ्रमण के दौरान विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय भी उपस्थित थे।  वन के बारे में बात करते हुए  कुलगुरु जी ने कहा कि महाकाल सांस्कृतिक वन हमारी संस्कृति और सभ्यता को झलकाता है, यह उज्जयिनी की एक धरोहर के रूप

योग एवं ध्यान तन और मन को स्वस्थ रखने के सबसे अच्छे तरीके हैं - कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय

योग एवं ध्यान तन और मन को स्वस्थ रखने के सबसे अच्छे तरीके हैं - कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा भैरवगढ़ जेल में महिलाओं के लिए योग शिविर का आयोजन किया गया उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के योग विभाग के विद्यार्थियों द्वारा दिनांक 24 अप्रैल 2024 से 4 मई 2024 तक जेल को महिलाओं के लिए महिला योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। योग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस के मिश्र ने बताया कि गौरतलब है कि योग विभाग के विद्यार्थी अलग-अलग जगह पर योग प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाता रहता है किंतु इस बार विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय के विशेष आग्रह पर यह शिविर भेरुगढ़ जेल की महिलाओं के लिए आयोजित किया जा रहा है।  शिविर का आयोजन कर रही छात्राओं श्रीमती शकुंतला शर्मा और श्रीमती हर्षिता धनक चौहान ने बताया कि उनका उद्देश्य महिलाओं जो सामान्य और विशेष कर शरीर को चुस्त रखने वाले योग का ज्ञान देने का है, जिससे ज्यादातर महिलाएं लाभान्वित हो सके। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने विद्य

पौधों की बीमारियों सही दृष्टि से पहचानने का तरीका सीखना पादप रोग विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए अत्यंत आवश्यक - कुलगुरु प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने एम एससी पादक रोग विज्ञान की कक्षा में पहुंच कर विद्यार्थियों को पौधों में कवक से होने वाली बीमारियों पर जानकारी दी। दिनांक 25 अप्रैल 2024 को विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने एम एससी पादप रोग विज्ञान की कक्षा में पहुंच विद्यार्थियों को कवक से होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी दी।  कक्षा को संबोधित करते हुए माननीय कुलगुरु जी ने बताया कि अधिकांश पौधों की बीमारियाँ  कवक या फफूंद जैसे जीवों के कारण होती हैं। विद्यार्थियों को समझते हुए उन्होंने बताया कि पौधों की बीमारी का एक संकेत रोगजनक का भौतिक प्रमाण है जैसे, बकाइन के पत्ते पर ख़स्ता फफूंदी को देखी जा सकती है, जो वास्तव में परजीवी कवक रोग जीव माइक्रोस्फ़ेरा अलनी हैं। उसी प्रकार गुठलीदार फलों का जीवाणु नासूर गमोसिस का कारण बनता है, जो नासूरों से निकलने वाला एक जीवाणु स्राव है। पौधों के रोगों पर प्रकाश डालते हुए पौधे की बीमारी का एक लक्षण पौधे पर बीमारी का दिखाई देने वाला प्रभाव है। लक्षणों में रोगजनक के प्रति प्रतिक्रिया करते

विक्रम विश्वविद्यालय के सेवानिवृत कर्मचारियों की पेंशन को लेकर माननीय सर्वोच्च न्यायालय का ऐतिहासिक फैसला

प्रो एस एन गुप्ता,  सेवानिवृत्त आचार्य,विक्रम विश्वविद्यालय विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के शिक्षकों और कर्मचारियों को मध्यप्रदेश शासन के कर्मचारियों के समान पेंशन देना मध्यप्रदेश शासन की संवैधानिक बाध्यता ही नहीं, उत्तरदायित्व भी  विक्रम विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने किया सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के शिक्षकों और कर्मचारियों की पेंशन को लेकर माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक फैसला दिया है। इसके अनुसार विक्रम विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को मध्य प्रदेश शासन के कर्मचारियों के समान पेंशन देना मध्य प्रदेश सरकार की संवैधानिक बाध्यता ही नहीं, उत्तरदायित्व भी है। माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने मध्यप्रदेश सरकार की एसएलपी को खारिज कर माननीय उच्च न्यायालय, मध्यप्रदेश में डॉ. सुरेंद्र नारायण गुप्ता, सेवानिवृत्त आचार्य, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की याचिका क्रमांक 5314 / 20 में दिए गए उक्त निर्णय का अनुमोदन कर दिया है। मध्य प्रदेश शासन, उच्च शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों की हठधर्मिता से अनेक रिप्रेजेंटेशन और माननीय उच्च न्यायालय के पूर्व निर्णयों क

यूआईटी आरजीपीवी में टेक्नोफिलिक स्टूडेंट्स क्लब द्वारा तीन दिवसीय कार्यक्रम "विजयपथ" का आयोजन

भोपाल। यूआईटी, आरजीपीवी, भोपाल के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के टेक्नोफिलिक स्टूडेंट्स क्लब - द्वारा 3 दिवसीय अंतर महाविद्यालयीन कार्यक्रम "विजयपथ" का आयोजन 24 से 26 अप्रैल, 2024 तक विश्वविद्यालय परिसर में किया जा रहा है जिसमें 10 तकनीकी शिक्षा संस्थानों के 700 विद्यार्थी सिविल इंजीनियरिंग विषय से जुड़े टेक्निकल इवेंट, खेलकूद एवं सांस्कृतिक स्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं। विजयपथ आयोजन के अंतर्गत खेलकूद स्पर्धा में बैडमिंटन, कैरम, शतरंज, टेबल-टेनिस, रस्साकशी एवं खजाने की खोज प्रतिस्पर्धा होगी। टेक्निकल इवेंट्स के अंतर्गत ऑटोकैड प्रतियोगिता, क्विज़, पोस्टर मेकिंग, मॉडल प्रस्तुति एवं कंटेंट राइटिंग स्पर्धा का आयोजन होगा साथ ही सांस्कृतिक गतिविधियों में नृत्य, गायन और ओपन माइक प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। विश्वविद्यालय के सभागार में तीन दिवसीय अंतरमहाविद्यालयीन स्पर्धा के उ‌द्घाटन सत्र के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रूपम गुप्ता, विनेकल नेटवर्क के संस्थापक श्री आकाश श्रीवास्तव, श्री शुभम त्रेहान तथा मेड-ईजी के श्री विजय तिवारी के अलावा विश्वविद्यालय के प्रो. एससी चौबे, प्

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