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वर्तमान में प्रासंगिकता संत कबीरदास साहित्य के परिप्रेक्ष्य में संगोष्ठी 4 जून को आयोजित होगा

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना, प्रदेश इकाई महाराष्ट्र एवं पूना कॉलेज पुणे का संयुक्त संचेतना समारोह में संत कबीरदास जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी संत कबीरदास का साहित्य की वर्तमान में प्रासंगिकता के परिप्रेक्ष्य में होगी इस भव्य समारोह 8 वरिष्ठ पदाधिकारियों को राष्ट्रीय शिक्षा, साहित्य, नारी राष्ट्र रत्न सम्मान कबीरदास स्मृति अलंकरण प्रदान किये जायेंगे। यह जानकारी राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री सुंदरलाल जोशी ने देते हुए बताया कि राष्ट्र रत्न सम्मान सर्वश्री ब्रजकिशोर शर्मा, डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा, श्री एम.एल. फुलपगारे, डॉ. अरूणा राजेन्द्र शुक्ल, डॉ. आफताब अनवर शेख, डॉ. प्रभु चौधरी, डॉ. शहेनाज अहमद शेख एवं शैली भागवत को प्रदान किया जायेगा। संत कबीरदास समरोह में आमंत्रित अतिथि एवं प्रमुख वक्ताओं में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव डॉ. विजय कुमार रोडे, मेजर श्री संजय मिश्र, डॉ. रजिया शेख, सुवर्णा जाधव, डॉ. बाला साहेब तोरस्कर, श्री सोमप्रकाश दुबे, श्वेता मिश्र, डॉ. उर्मिला पोरवाल, डॉ. मोहम्मद शाकिर शेख, श्री यशवंत भण्डारी ‘यश‘ डॉ. दीपिका सुतोदिया, श्री ब्रजकिशोर शर्मा, डॉ. शैलेन्द्रकुमार

तीन दिवसीय प्रतिकल्पा उत्कर्ष का शुभारंभ हुआ विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में

प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023 के अंतर्गत करियर मार्गदर्शन, जॉब फेयर और प्रवेश उत्सव के साथ हुआ प्रतिभा सम्मान पहले दिन हुए 734 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित उज्जैन। उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय के अकादमिक परिसर में विद्यार्थियों को करियर मार्गदर्शन, जॉब फेयर और प्रवेश उत्सव में 250 से अधिक पाठ्यक्रमों की जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023 का शुभारंभ आज दिनांक 29 मई को किया गया। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023 कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय कार्यपरिषद सदस्य श्री संजय नाहर, विक्रम विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, डीएसडब्ल्यू प्रो एस के मिश्रा एवं समन्वयक प्रो डी डी बेदिया ने वाग्देवी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया और विद्यार्थियों को मार्गदर्शन किया। प्रथम दिवस पर विभिन्न विषय क्षेत्रों के 734 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हुए।

पर्यटन से क्षेत्र की संस्कृति-संस्कारो, पहनावा, रहन सहन का ज्ञान होता है - श्रीमती सुवर्णा जाधव

कश्मीर धरती पर का स्वर्ग है। बर्फीले पहाड,झील, सुहाना मौसम,चिनार के वृक्ष। नज़ारों से नजर हटती नहीं। रोजमर्रा जीवन में वही एक जैसा काम करके उकता जाते हैं और हमें बदलाव की जरूरत महसूस होती है तब हमें पर्यटन स्थल पर जाना चाहिए। पर्यटन से वहां की संस्कृति, पहनावा, खान-पान आदि की जानकारी मिलती है।हमे तरोताजा होने के लिए, उर्जा प्राप्त करने के लिए पर्यटन बहुत जरूरी है यह बात श्रीमती सुवर्णा जाधव ने कही। श्रीमती किरण पोरवाल ने पर्यावरण पर्यटन की महत्ता पर कविता के माध्यम से अपनी बात रखी- पर्यावरण और पर्यटन जैसे सुई और धागे का संबंध, पर्यावरण रहेगा तो पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा , पर्यावरण को सुरक्षित रखना, नहीं उसको प्रदूषित करना, यदि पर्यावरण स्वच्छ रहा तो, हम अनेक बीमारियों से, ऑक्सीजन से, फल फूल और जड़ी बूटियों से संपन्न रहेंगे , यह सब कार्य स्थानीय लोगों के द्वारा संपन्न हो सकता हैं ,स्वच्छता वृक्ष ना काटना, कूड़ा ,यत्र तत्र ना डालना इससे पर्यावरण नदिया झीले सरोवर स्वच्छ और सुरक्षित रह सकते हैं , इससे पर्यटन पर भी प्रभाव पड़ता है स्वच्छता और हरियाली , पर्यटकों का मन मोह लेती है इससे पर्य

स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, विक्रम विश्वविद्यालय में इसरो की बस स्पेस ऑन व्हील्स का आगमन हुआ

सैकड़ों शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने जाना भारत की अंतरिक्ष में उपलब्धियों और संभावनाओं के बारे में उज्जैन ।   स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में इसरो आउटरीच प्रोग्राम के अंतर्गत स्पेस ऑन व्हीलस बस का आगमन प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023, करियर काउंसलिंग, जॉब फेयर एवं प्रवेश उत्सव के अंतर्गत हुआ। इसरो एवं विज्ञान भारती, नई दिल्ली संस्था के मध्य हुए एमओयू के अंतर्गत इसरो एवं विज्ञान भारती सम्पूर्ण भारतवर्ष में विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जागरूकता लाने हेतु छह बसों स्पेस ऑन व्हीलस का निर्माण इसरो, हैदराबाद द्वारा किया गया है। ये बसें संपूर्ण भारत के सुदूर ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में घूम कर भारत की आम जनता, शिक्षकों, विद्यार्थियों, शोधार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने एवं वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा दे रही है। इसके तहत यह बस स्पेस ऑन व्हीलस, भोपाल से उज्जैन पहुंची है और आगामी 2 दिवस उज्जैन में ही रहेगी। सोमवार को विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में यह बस प्रदर्शनी हेतु उपलब्ध थी। मध्यप्रदेश में इस स्पेस ऑन व्हीलस बस का संचालन

वेतन विसंगति के निराकरण को लेकर समस्त आयुष स्वशासी शिक्षक संवर्ग, मध्यप्रदेश ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र

उज्जैन ।   समस्त आयुष स्वशासी शिक्षक संवर्ग, मध्यप्रदेश ने लिखा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र। पत्र में मुख्यमंत्री जी को लिखा गया है कि, प्रदेश के शासकीय आयुष महाविद्यालयों में स्वशासी शिक्षकों की वेतनमान विसंगति के संबंध में निम्न बिंदुओं की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं- 1. आयुष महाविद्यालय के शिक्षकों का वेतनमान प्रदेश के अन्य चिकित्सा शिक्षा जैसे एलोपैथिक, पशु चिकित्सा, दंत चिकित्सा आदि महाविद्यालयों के शिक्षकों की अपेक्षा बहुत कम है। 2. प्रदेश के आयुष महाविद्यालय के शिक्षकों का वेतनमान अन्य प्रदेशों के आयुष शिक्षकों की तुलना में बहुत कम है जैसे छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र , राजस्थान तथा ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ दिल्ली। 3. वर्ष 2016 में प्रदेश के आयुष महाविद्यालय के प्राचार्य पद का वेतनमान पुनरीक्षित कर उन्हें भी उच्चतम वेतनमान दिया जा रहा है। जबकि प्रदेश के आयुष महाविद्यालय के शिक्षक संवर्ग का फीडिंग कैडर अस्सिटेंट प्रोफेसर (व्याख्याता) है अतः इसी क्रम अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर , एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्रोफेसर सभी कैडर के शिक्षकों को समय बद्ध (टाइम बाउंड पे

माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव जी, वन विभाग, मध्य प्रदेश शासन, वृक्षमित्र जैसी संस्थाओं, विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी एवं विद्यार्थियों के संयुक्त प्रयास से आज विक्रम विश्वविद्यालय का परिसर हरा-भरा - कुलपति प्रो पांडेय

उच्च शिक्षा मंत्री डाक्टर मोहन यादव जी ने पर्यावरण संवर्धन के लिए किया विक्रम विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण और पौधरोपण उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में भ्रमण पर पहुंचे माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डाक्टर मोहन यादव जी ने पर्यावरण संवर्धन के लिए विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण किया एवं वहाँ पौधरोपण किया। दिनांक 28 मई 2023 को प्रातः काल विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डाक्टर मोहन यादव जी ने परिसर का भ्रमण करने के साथ पर्यावरण चेतना के प्रसार के लिए वहां पौधरोपण किया। माननीय मंत्री जी ने पहले वृक्षमित्र समिति के सदस्यों, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय जी, कार्यपरिषद सदस्य श्री संजय नाहर के साथ परिसर का अवलोकन किया। वृक्षारोपण के लिए उपस्थित सदस्यों से चर्चा करते हुए माननीय मंत्री जी ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर की हरियाली अद्भुत है, ऐसा लगता है कि मानो प्रकृति ने हरी चादर ओढ़ी हो। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कुलपति प्रो पांडेय जी, कुलसचिव प्रो पुराणिक जी, संपूर्ण विश्वविद्यालय परिवार एवं वृक्षमित्र और अन्य समितियों के सौजन्य से पिछले लगभग

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