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माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव जी, वन विभाग, मध्य प्रदेश शासन, वृक्षमित्र जैसी संस्थाओं, विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी एवं विद्यार्थियों के संयुक्त प्रयास से आज विक्रम विश्वविद्यालय का परिसर हरा-भरा - कुलपति प्रो पांडेय

उच्च शिक्षा मंत्री डाक्टर मोहन यादव जी ने पर्यावरण संवर्धन के लिए किया विक्रम विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण और पौधरोपण


उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में भ्रमण पर पहुंचे माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डाक्टर मोहन यादव जी ने पर्यावरण संवर्धन के लिए विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण किया एवं वहाँ पौधरोपण किया। दिनांक 28 मई 2023 को प्रातः काल विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचे माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डाक्टर मोहन यादव जी ने परिसर का भ्रमण करने के साथ पर्यावरण चेतना के प्रसार के लिए वहां पौधरोपण किया। माननीय मंत्री जी ने पहले वृक्षमित्र समिति के सदस्यों, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय जी, कार्यपरिषद सदस्य श्री संजय नाहर के साथ परिसर का अवलोकन किया। वृक्षारोपण के लिए उपस्थित सदस्यों से चर्चा करते हुए माननीय मंत्री जी ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर की हरियाली अद्भुत है, ऐसा लगता है कि मानो प्रकृति ने हरी चादर ओढ़ी हो। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कुलपति प्रो पांडेय जी, कुलसचिव प्रो पुराणिक जी, संपूर्ण विश्वविद्यालय परिवार एवं वृक्षमित्र और अन्य समितियों के सौजन्य से पिछले लगभग दो वर्षों से यहाँ सघन वृक्षारोपण किया जा रहा है। माननीय मंत्री जी ने सभी उपस्थित जनों से आह्वान किया कि वे वृक्ष जरूर लगाएँ, उनका एक छोटा सा प्रयास पर्यावरण को सुरक्षित रख सकता है।


माननीय मंत्री जी के साथ भ्रमण करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर लगभग 350 एकड़ में फैला है, यह परिसर अपने आप में बहुत समृद्ध, बड़ा और फैला हुआ है। गत दो वर्षों में यहां अत्यधिक वृक्षारोपण हुआ है, जिसके लिए उन्होंने माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव, विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों, वन विभाग और वृक्षमित्र जैसी संस्थाओं का धन्यवाद किया। अपनी बात को बढ़ाते हुए माननीय कुलपति जी ने कहा कि माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव के सद्संकल्प और प्रयासों से शिप्रा तीर्थ परिक्रमा एवं उज्जैन में पर्यावरण संवर्धन के महत्वपूर्ण कार्य हो रहे हैं। विश्वविद्यालय ने गत दो वर्षों में जो भी उपलब्धियाँ हासिल की हैं, उसमें माननीय उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव जी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। विश्वविद्यालय परिसर के सभी विकास कार्यों जैसे वृक्षारोपण, नवीन भवन निर्माण, नए पाठ्यक्रमों का संचालन, पुरातत्व संग्रहालय का नवीनीकरण आदि में माननीय मंत्री जी की संकल्पना, मार्गदर्शन और प्रोत्साहन सदैव विश्वविद्यालय को प्राप्त होता रहा है। कोविड संकट के दौर में विश्वविद्यालय द्वारा ऑक्सीजन टैक्स की चर्चा की गई थी, जिसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा और लोगों की वृक्षारोपण एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में व्यापक जागरूकता पैदा हुई।

वृक्षमित्र सेवा समिति के अध्यक्ष अजय भातखंडे ने यह जानकारी देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में वृक्षमित्र सेवा समिति निरंतर जन भागीदारी से पर्यावरण के लिए फेंसिंग और पौधरोपण कर उनका संगोपन और संवर्धन कर रही है। विशेष उल्लेखनीय है चक्रतीर्थ के बांसों द्वारा फेंसिंग कर भी परिसर में पौधे लगाए हैं । जाली एवम सीमेंट पोल फेंसिंग के लिए प्रमुख रूप से श्री विवेक जायसवाल, श्रीमती मधु गुप्ता, लायंस क्लब सुरभि, पूर्व छात्र समिति रसायन अध्ययनशाला का सहयोग मिला है। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर डॉ. विजय महाडिक परिवार एवम डॉ. मंजू राठी परिवार द्वारा अपने परिजनों की स्मृति लगभग 1000 फिट की फेंसिंग का सहयोग किया है । जहां लगभग 1500 पौधे सघन वन तैयार होगा।
इस अवसर पर वृक्षमित्र संस्था के अध्यक्ष डॉ अजय भातखंडे ने उपस्थित माननीय मंत्री, उच्च शिक्षा डॉ मोहन यादव जी, कुलपति जी सहित उपस्थित अतिथि श्री सुरेश बेंडवाल, श्री टी एस खालसा, कार्यपरिषद सदस्य श्री संजय नाहर, डॉ मंजू राठी, डॉ एम डी शर्मा, डॉ रजत महाडिक आदि को परिसर का भ्रमण करवाया। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो प्रशांत पुराणिक ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में ऑक्सीजन की प्रचुर मात्रा रही है, जिसका मुख्य कारण इस क्षेत्र में अत्यधिक वृक्षों की संख्या है। इस अवसर पर वृक्षमित्र समिति से श्री दुर्गेश जोशी, श्री देवीजी भाई चंदन, श्री प्रवीण साठे जी और विक्रम विश्वविद्यालय के प्रो एस के मिश्रा, डॉ गणपत अहिरवार, डा संग्राम भूषण आदि उपस्थित थे।

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