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नवरात्रि में देवी मां का सातवां रूप : मां कालरात्रि, जानें देवी मां का स्वरूप, पूजा विधि, मंत्र, भोग व मिलने वाला आशीर्वाद

कालरात्रि एक वेधी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता। लम्बोष्ठी कर्णिकाकणी तैलाभ्यक्तशरीरणी।। वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टक भूषणा। वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयड्करी।। मां दुर्गा के सातवें स्वरूप को कालरात्रि कहा जाता है। मां कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है लेकिन ये सदैव शुभ फल देने वाली मानी जाती हैं। इसलिए इन्हें शुभड्करी भी कहा जाता है। दुर्गा पूजा के सप्तम दिन मां कालरात्रि की पूजा का विधान है। इस दिन साधक का मन सहस्त्रार चक्र में स्थित रहता है। उसके लिए ब्रह्मांड की समस्त सिद्धियों के द्वार खुलने लगते हैं। इस चक्र में स्थित साधक का मन पूर्णतः मां कालरात्रि के स्वरूप में अवस्थित रहता है। मां कालरात्रि दुष्टों का विनाश और ग्रह बाधाओं को दूर करने वाली हैं। जिससे साधक भयमुक्त हो जाता है। नवरात्रि में देवी मां का सातवां (सप्तमी)रूप : मां कालरात्रि... मां का स्वरूप :  मां दुर्गाजी की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती हैं। मां कालरात्रि के पूरे शरीर का रंग एक अंधकार की तरह है, इसलिये शरीर काला रहता है। इनके सिर के बाल हमेशा खुले रहते हैं। गले में विद्युत की तरह चमकने

कोविड - 19 तथ्यपरक जागरूकता अभियान

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन का अनुरोध कोविड - 19 के संक्रमण से रोकथाम और बचाव के उपायों से सम्बंधित तथ्यात्मक सन्देशों को समस्त शिक्षकों, शोधकर्ताओं, विद्यार्थियों, शैक्षिक संस्थानों, जन समुदाय और समूहों के मध्य प्रसारित करने का अनुरोध है।

मध्यप्रदेश कोरोना बुलेटिन 22 अक्टूबर 2020

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन   भोपाल : गुरूवार, अक्टूबर 22, 2020, 19:51 IST Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

उज्जैन कोरोना हेल्थ बुलेटिन 22 अक्टूबर 2020

उज्जैन कोरोना हेल्थ बुलेटिन दिनांक 22 अक्टूबर 2020 पॉजिटिव आए सैंपल की संख्या = 14 आज दिनांक तक मौत = 96 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

नवरात्रि में देवी मां का छठा रूप : मां कात्यायनी, जानें देवी मां का स्वरूप, पूजा विधि, मंत्र, भोग व मिलने वाला आशीर्वाद

कात्यायनी चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शाईलवरवाहना। कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी।। मां दुर्गा के छठे स्वरूप को कात्यायनी कहते हैं। कात्यायनी महर्षि कात्यायन की कठिन तपस्या से प्रसन्न होकर उनकी इच्छानुसार उनके यहां पुत्री के रूप में पैदा हुई थीं। महर्षि कात्यायन ने सर्वप्रथम इनकी पूजा की थी इसलिए ये कात्यायनी के नाम से प्रसिद्ध हुईं। मां कात्यायनी अमोद्य फलदायिनी हैं। दुर्गा पूजा के छठे दिन इनके स्वरूप की पूजा की जाती है। इस दिन साधक का मन आज्ञा चक्र में स्थित रहता है। योग साधना में इस आज्ञा चक्र का अत्यंत ही महत्वपूर्ण स्थान है। इस चक्र में स्थित मन वाला साधक मां कात्यायनी के चरणों में अपना सब कुछ न्यौछावर कर देता है। भक्त को सहजभाव से मां कात्यायनी के दर्शन प्राप्त होते हैं। इनका साधक इस लोक में रहते हुए भी अलौकिक तेज से युक्त होता है। नवरात्रि में देवी मां का छठा (षष्ठी‌)रूप : मां कात्यायनी... मां का स्वरूप :  नौ देवियों में कात्यायनी मां दुर्गा का छठा अवतार हैं। देवी का यह स्वरूप करुणामयी है। देवी पुराण के अनुसार कात्यायन ऋषि के घर उनकी पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण इन्हें क

पुराख्यान, जातीय स्मृतियों और लोक आस्था के प्रतीक हैं शक्ति के नौ रूप – प्रो शर्मा, राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी में हुआ शक्ति के नौ रूपों की आध्यात्मिक और सामाजिक महिमा पर मंथन

पुराख्यान, जातीय स्मृतियों और लोक आस्था के प्रतीक हैं शक्ति के नौ रूप – प्रो शर्मा  राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी में हुआ शक्ति के नौ रूपों की आध्यात्मिक और सामाजिक महिमा पर मंथन    प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के विद्वान वक्ताओं ने भाग लिया। यह संगोष्ठी शक्ति के नौ रूपों के आध्यात्मिक और सामाजिक महत्त्व पर केंद्रित थी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के हिंदी विभागाध्यक्ष एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा थे। सारस्वत अतिथि शिक्षाविद डॉ शहाबुद्दीन नियाज मोहम्मद शेख, पुणे थे। विशिष्ट अतिथि श्री राकेश छोकर, नई दिल्ली, डॉ रश्मि चौबे, आगरा एवं संस्था के महासचिव डॉ प्रभु चौधरी ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ शिक्षाविद डॉ शैल चंद्रा, रायपुर ने की। लेखक एवं संस्कृतिविद् प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा ने कहा कि मातृ शक्ति की महिमा का अंकन और आराधना सुदूर अतीत से चली आ रही है। शक्ति के नौ रूप पुराख्यान, जातीय स्मृतियों और लोक आस्था के समन्वय के प्रतीक हैं। नवरात्रि मनु

कोविड - 19 तथ्यपरक जागरूकता अभियान

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन का अनुरोध कोविड - 19 के संक्रमण से रोकथाम और बचाव के उपायों से सम्बंधित तथ्यात्मक सन्देशों को समस्त शिक्षकों, शोधकर्ताओं, विद्यार्थियों, शैक्षिक संस्थानों, जन समुदाय और समूहों के मध्य प्रसारित करने का अनुरोध है। Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

उज्जैन कोरोना हेल्थ बुलेटिन 21 अक्टूबर 2020

उज्जैन कोरोना हेल्थ बुलेटिन दिनांक 21 अक्टूबर 2020 पॉजिटिव आए सैंपल की संख्या = 16 आज दिनांक तक मौत = 96

मध्यप्रदेश कोरोना बुलेटिन 21 अक्टूबर 2020

मातृ शक्ति का सम्मान भारतीय संस्कृति की विशेषता है – डॉ पाल, नवरात्रि पर्व पर हुआ अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन

मातृ शक्ति का सम्मान भारतीय संस्कृति की विशेषता है – डॉ पाल नवरात्रि पर्व पर हुआ अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के रचनाकारों ने अपनी कविताओं का पाठ किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नागरी लिपि परिषद, नई दिल्ली के महामंत्री डॉ हरिसिंह पाल एवं सारस्वत अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के हिंदी विभागाध्यक्ष एवं कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा थे। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ प्रवासी साहित्यकार एवं अनुवादक सुरेशचंद्र शुक्ल शरद आलोक ओस्लो, नॉर्वे, डॉक्टर जी डी अग्रवाल एवं संस्था के महासचिव डॉ प्रभु चौधरी ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ शिक्षाविद श्रीमती सुवर्णा जाधव मुंबई ने की। डॉक्टर हरिसिंह पाल ने कहा कि भारत की विराट सांस्कृतिक परम्परा में नारी रूप में मातृशक्ति की उपासना की जाती है। मातृशक्ति के प्रति अगाध श्रद्धा और सम्मान का भाव भारतीय संस्कृति की विशेषता है। लेखक एवं संस्कृतिविद् प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि नए दौर में नारी सशक्तीकरण के लिए अनेक प्रयास

नवरात्रि में देवी मां का पांचवा रूप : मां स्कंदमाता, जानें देवी मां का स्वरूप, पूजा विधि, मंत्र, भोग व मिलने वाला आशीर्वाद

स्कन्दमाता सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी।। मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप को स्कन्दमाता कहा जाता है। ये भगवान स्कन्द 'कुमार कार्तिकेय' के नाम से भी जाने जाते हैं। इन्हीं भगवान स्कन्द अर्थात कार्तिकेय की माता होने के कारण मां दुर्गा के इस पांचवें स्वरूप को स्कन्दमाता के नाम से जाना जाता है। इनकी उपासना नवरात्रि पूजा के पांचवें दिन की जाती है इस दिन साधक का मन विशुद्ध चक्र में स्थित रहता है। इनका वर्ण शुभ्र है। ये कमल के आसन पर विराजमान हैं। इसलिए इन्हें पद्मासन देवी भी कहा जाता है। इनका वाहन भी सिंह है। नवरात्रि पूजन के पांचवें दिन का शास्त्रों में पुष्कल महत्व बताया गया है। इस चक्र में अवस्थित रहने वाले साधक की समस्त बाह्य क्रियाएं एवं चित्र वृत्तियों का लोप हो जाता है। नवरात्रि में देवी मां का पांचवा (पंचमी) रूप : मां स्कंदमाता... मां का स्वरूप :  स्कंदमाता की चार भुजाएं हैं। इनके दाहिनी तरफ की नीचे वाली भुजा, जो ऊपर की ओर उठी हुई है, उसमें कमल पुष्प है। बाईं तरफ की ऊपर वाली भुजा में वरमुद्रा में तथा नीचे वाली भुजा जो ऊपर की ओर उठी

कोविड - 19 तथ्यपरक जागरूकता अभियान

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन का अनुरोध कोविड - 19 के संक्रमण से रोकथाम और बचाव के उपायों से सम्बंधित तथ्यात्मक सन्देशों को समस्त शिक्षकों, शोधकर्ताओं, विद्यार्थियों, शैक्षिक संस्थानों, जन समुदाय और समूहों के मध्य प्रसारित करने का अनुरोध है। Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

मध्यप्रदेश कोरोना बुलेटिन 20 अक्टूबर 2020

नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) मीडिया बुलेटिन   भोपाल : मंगलवार, अक्टूबर 20, 2020, 19:22 IST

उज्जैन कोरोना हेल्थ बुलेटिन 20 अक्टूबर 2020

उज्जैन कोरोना हेल्थ बुलेटिन दिनांक 20 अक्टूबर 2020 पॉजिटिव आए सैंपल की संख्या =23 आज दिनांक तक मौत = 96

महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति जी के करकमलों से सिंहस्थ विमर्श पुस्तक का लोकार्पण सम्पन्न, राजभवन में हुआ सिंहस्थ विमर्श पुस्तक का लोकार्पण

महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति जी के करकमलों से सिंहस्थ विमर्श पुस्तक का लोकार्पण सम्पन्न राजभवन में हुआ सिंहस्थ विमर्श पुस्तक का लोकार्पण विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन द्वारा प्रकाशित पुस्तक सिंहस्थ विमर्श का लोकार्पण मध्यप्रदेश की महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनन्दीबेन पटेल के करकमलों से भोपाल स्थित राजभवन में सम्पन्न हुआ। पुस्तक का विमोचन विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने करवाया। कुलपति प्रो पांडेय ने इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल जी को विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा महात्मा गांधी के एक सौ पचासवें जयंती वर्ष पर प्रकाशित पुस्तक महात्मा गांधी : विचार और नवाचार की प्रति भेंट की। महामहिम राज्यपाल जी ने इन दोनों पुस्तकों की सराहना की। सिंहस्थ विमर्श पुस्तक सिंहस्थ महापर्व पर विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा करवाए गए अपने ढंग के अद्वितीय अन्तरानुशासनिक अनुसंधानात्मक अध्ययन पर केंद्रित है। पुस्तक के प्रधान संपादक विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा हैं। पुस्तक के संपादक मंडल में डॉ राकेश ढंड, डॉ रूबल वर्मा, डॉ प्रशांत पुराणिक एवं रमण सोलंक

आज शाम 6 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे पीएम नरेंद्र मोदी, ट्वीट कर दी जानकारी

आज फिर देश को संबोधित करेंगे पीएम मोदी शाम 6 बजे पीएम राष्ट्र के नाम संदेश देंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 6 बजे राष्ट्र के नाम संदेश देंगे. पीएम मोदी ने मंगलवार दोपहर को ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी और लोगों से जुड़ने की अपील की. कोरोना वायरस संकट के बीच पीएम मोदी अब से पहले कई बार देश को संबोधित कर चुके हैं.   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार 20 अक्टूबर की दोपहर को ट्वीट किया, ‘आज शाम 6 बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा, आप जरूर जुड़ें’. आपको बता दें कि कोरोना वायरस का संकट देश में लगातार जारी है, पीएम लोगों से लगातार नियमों का पालन करने की अपील करते आए हैं. पीएम मोदी की ओर से मंत्र दिया गया है कि जबतक दवाई नहीं, तबतक ढिलाई नहीं.

नि:शुल्क दमा रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन निरस्त

नि:शुल्क दमा रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन निरस्त उज्जैन - प्रति वर्ष शरद पुर्णीमा पर आयोजित होने वाला नि:शुल्क दमारोग चिकित्सा शिविर जो इन्द्रा नगर, आगर रोड में इन्द्रा सहयोगी मित्र मंडल द्वारा आयोजित किया जाता रहा, इस वर्ष कोविड-19 के चलते निरस्त किया है । उक्त जानकारी शिविर संयोजक, डॉ प्रकाश जोशी द्वारा दी गई ।

नवरात्रि में देवी मां का चौथा रूप : मां कूष्मांडा, जानें देवी मां का स्वरूप, पूजा विधि, मंत्र, भोग व मिलने वाला आशीर्वाद

कूष्माण्डा सुरासम्पूर्णकलशं रूधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तुमे।। माता दुर्गा के चौथे स्वरूप का नाम कूष्माण्डा है। अपनी मंद, हल्की हंसी द्वारा ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण इनका नाम कूष्माण्डा पड़ा। नवरात्रों में चौथे दिन कूष्माण्डा देवी के स्वरूप की उपासना की जाती है। इस दिन साधक का मन अनाहज चक्र में स्थित होता है। अतः पवित्र मन से पूजा−उपासना के कार्य में लगना चाहिए। मां की उपासना मनुष्य को स्वाभाविक रूप से भवसागर से पार उतारने के लिए सुगम और श्रेयस्कर मार्ग है। माता कूष्माण्डा की उपासना मनुष्य को आधिव्याधियों से विमुक्त करके उसे सुख, समृद्धि और उन्नति की ओर ले जाती है। अतः अपनी लौकिक, परलौकिक उन्नति चाहने वालों को कूष्माण्डा की उपासना में हमेशा तत्पर रहना चाहिए। नवरात्रि में देवी मां का चौथा (चतुर्थी) रूप : मां कूष्मांडा... मां का स्वरूप :  इनके तेज और प्रकाश से दसों दिशाएं प्रकाशित हो रही हैं। ब्रह्मांड की सभी वस्तुओं और प्राणियों में अवस्थित तेज इन्हीं की छाया है। मां की आठ भुजाएं हैं। अतः ये अष्टभुजा देवी के नाम से भी विख्यात हैं। दुर्गा सप्तशती के

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