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हिंदी पत्रकारिता दिवस पर हुआ राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

हिंदी पत्रकारिता के सरोकार और संभावनाएं पर विचार व्यक्त किए विद्वानों ने उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की हिंदी अध्ययनशाला एवं पत्रकारिता और जनसंचार अध्ययनशाला द्वारा हिंदी पत्रकारिता दिवस पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह संगोष्ठी ‘हिंदी पत्रकारिता के सरोकार और संभावनाएं’ विषय पर केंद्रित थी। संगोष्ठी की अध्यक्षता कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि महाराजा विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी, वरिष्ठ कवि डॉ राजीव शर्मा, इंदौर, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा, डॉ प्रज्ञा थापक, भोपाल, डॉक्टर योगेंद्रनाथ शुक्ला, इंदौर, डॉ मंजू तिवारी, भोपाल, प्रो जगदीश चंद्र शर्मा आदि ने विचार व्यक्त किए। आयोजन को संबोधित करते हुए विक्रम विश्वविद्यालय कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में भाषा की सजगता बहुत जरूरी है। युवा पीढ़ी इस दिशा में सक्रिय हो। प्रत्यक्ष अवलोकन से पत्रकारिता और साहित्य में प्रामाणिकता आती है। युवाओं द्वारा किए जा रहे शोध समाज में जाने चाहिए। विभिन्न भाषाओं पर कार्य करने से एक दूसरे की ...

तीन दिवसीय प्रतिकल्पा उत्कर्ष के दूसरे दिन दिया गया करियर मार्गदर्शन और 275 से अधिक पाठ्यक्रमों की जानकारी

विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में 31 मई को समापन दिवस पर प्रातः 11 से सांध्य 5 बजे तक विद्यार्थी भाग ले सकेंगे प्रवेशोत्सव और करियर परामर्श में दूसरे दिन हुए 478 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में विद्यार्थियों को करियर मार्गदर्शन, जॉब फेयर और प्रवेश उत्सव के दूसरे दिन 35 से अधिक संस्थानों और अध्ययनशालाओं में संचालित 275 से अधिक पाठ्यक्रमों की जानकारी प्रदान की गई। प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023 के समापन दिवस पर प्रातः 11 से संध्या 5 बजे तक विद्यार्थी प्रवेशोत्सव और करियर परामर्श में भाग ले सकेंगे। दूसरे दिन इस आयोजन में 478 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हुए। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने प्रतिकल्पा उत्कर्ष कार्यक्रम के दूसरे दिन अलग अलग कक्षों में लगाए गए विभिन्न विभागों की परामर्श डेस्क का निरीक्षण किया। उनके साथ कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, समन्वयक प्रो डी डी बेदिया एवं डीएसडब्ल्यू प्रो एस के मिश्रा उपस्थित रहे। कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने वि...

वर्तमान में प्रासंगिकता संत कबीरदास साहित्य के परिप्रेक्ष्य में संगोष्ठी 4 जून को आयोजित होगा

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना, प्रदेश इकाई महाराष्ट्र एवं पूना कॉलेज पुणे का संयुक्त संचेतना समारोह में संत कबीरदास जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी संत कबीरदास का साहित्य की वर्तमान में प्रासंगिकता के परिप्रेक्ष्य में होगी इस भव्य समारोह 8 वरिष्ठ पदाधिकारियों को राष्ट्रीय शिक्षा, साहित्य, नारी राष्ट्र रत्न सम्मान कबीरदास स्मृति अलंकरण प्रदान किये जायेंगे। यह जानकारी राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री सुंदरलाल जोशी ने देते हुए बताया कि राष्ट्र रत्न सम्मान सर्वश्री ब्रजकिशोर शर्मा, डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा, श्री एम.एल. फुलपगारे, डॉ. अरूणा राजेन्द्र शुक्ल, डॉ. आफताब अनवर शेख, डॉ. प्रभु चौधरी, डॉ. शहेनाज अहमद शेख एवं शैली भागवत को प्रदान किया जायेगा। संत कबीरदास समरोह में आमंत्रित अतिथि एवं प्रमुख वक्ताओं में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव डॉ. विजय कुमार रोडे, मेजर श्री संजय मिश्र, डॉ. रजिया शेख, सुवर्णा जाधव, डॉ. बाला साहेब तोरस्कर, श्री सोमप्रकाश दुबे, श्वेता मिश्र, डॉ. उर्मिला पोरवाल, डॉ. मोहम्मद शाकिर शेख, श्री यशवंत भण्डारी ‘यश‘ डॉ. दीपिका सुतोदिया, श्री ब्रजकिशोर शर्मा, डॉ. शैलेन्द्रकुमार ...

तीन दिवसीय प्रतिकल्पा उत्कर्ष का शुभारंभ हुआ विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में

प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023 के अंतर्गत करियर मार्गदर्शन, जॉब फेयर और प्रवेश उत्सव के साथ हुआ प्रतिभा सम्मान पहले दिन हुए 734 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित उज्जैन। उज्जैन स्थित विक्रम विश्वविद्यालय के अकादमिक परिसर में विद्यार्थियों को करियर मार्गदर्शन, जॉब फेयर और प्रवेश उत्सव में 250 से अधिक पाठ्यक्रमों की जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023 का शुभारंभ आज दिनांक 29 मई को किया गया। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। प्रतिकल्पा उत्कर्ष 2023 कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विक्रम विश्वविद्यालय कार्यपरिषद सदस्य श्री संजय नाहर, विक्रम विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ प्रशांत पुराणिक, कुलानुशासक प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा, डीएसडब्ल्यू प्रो एस के मिश्रा एवं समन्वयक प्रो डी डी बेदिया ने वाग्देवी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया और विद्यार्थियों को मार्गदर्शन किया। प्रथम दिवस पर विभिन्न विषय क्षेत्रों के 734 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हुए। ...

पर्यटन से क्षेत्र की संस्कृति-संस्कारो, पहनावा, रहन सहन का ज्ञान होता है - श्रीमती सुवर्णा जाधव

कश्मीर धरती पर का स्वर्ग है। बर्फीले पहाड,झील, सुहाना मौसम,चिनार के वृक्ष। नज़ारों से नजर हटती नहीं। रोजमर्रा जीवन में वही एक जैसा काम करके उकता जाते हैं और हमें बदलाव की जरूरत महसूस होती है तब हमें पर्यटन स्थल पर जाना चाहिए। पर्यटन से वहां की संस्कृति, पहनावा, खान-पान आदि की जानकारी मिलती है।हमे तरोताजा होने के लिए, उर्जा प्राप्त करने के लिए पर्यटन बहुत जरूरी है यह बात श्रीमती सुवर्णा जाधव ने कही। श्रीमती किरण पोरवाल ने पर्यावरण पर्यटन की महत्ता पर कविता के माध्यम से अपनी बात रखी- पर्यावरण और पर्यटन जैसे सुई और धागे का संबंध, पर्यावरण रहेगा तो पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा , पर्यावरण को सुरक्षित रखना, नहीं उसको प्रदूषित करना, यदि पर्यावरण स्वच्छ रहा तो, हम अनेक बीमारियों से, ऑक्सीजन से, फल फूल और जड़ी बूटियों से संपन्न रहेंगे , यह सब कार्य स्थानीय लोगों के द्वारा संपन्न हो सकता हैं ,स्वच्छता वृक्ष ना काटना, कूड़ा ,यत्र तत्र ना डालना इससे पर्यावरण नदिया झीले सरोवर स्वच्छ और सुरक्षित रह सकते हैं , इससे पर्यटन पर भी प्रभाव पड़ता है स्वच्छता और हरियाली , पर्यटकों का मन मोह लेती है इससे पर्य...

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