अपराजित योद्धाओं के सम्मान हेतु जेएनआईबीएम में विशेष समारोह का आयोजन
उज्जैन। सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय, उज्जैन में विश्व दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर पंडित जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान (जेएनआईबीएम) द्वारा सशक्तिकरण संवाद एवं दिव्यांग अपराजित योद्धा सम्मान संवाद का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के माननीय कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज ने अपने शुभकामना संदेश में संस्थान के इस सामयिक नवाचार परिसंवाद आयोजन की सराहना करते हुए अपराजित योद्धाओं के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने जेएनआईबीएम के नवाचारों को संयुक्त राष्ट्र संघ के सस्टेनेबल डेवलेपमेंट गोल्स से जोड़ते हुए सामाजिक समावेशन और सामुदायिक स्तर पर संबंधित पहलुओं पर प्रकाश डाला।
वर्ष 2025 के विश्व दिव्यांगजन दिवस की थीम “सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए दिव्यांग-सम्मिलित समाजों का निर्माण” पर केंद्रित रही। कुलगुरु प्रो. भारद्वाज ने इस संदेश को रेखांकित करते हुए कहा कि दिव्यांगजन की समावेशिता के बिना कोई भी समाज वास्तविक विकास हासिल नहीं कर सकता। उन्होंने समान अधिकारों के संरक्षण और दिव्यांगजन के जीवन-गुणवत्ता उन्नयन को स्थानीय स्तर के उच्चतम सामाजिक दायित्व के रूप में रेखांकित किया, जिसे जेएनआईबीएम द्वारा सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया जा रहा है।
कार्यक्रम के दौरान विश्व दिव्यांग दिवस के उपलक्ष्य में उपाधि शाखा के समर्पित सहयोगी एवं अपराजित योद्धा श्री सुधीर चतुर्वेदी का कुलगुरु प्रो. अर्पण भारद्वाज के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से जेएनआईबीएम द्वारा शाल, श्रीफल एवं अंगवस्त्र भेट कर अभिनंदन किया गया। उनके संस्थान हेतु अथक एवं अपराजित सेवाओं की उपस्थित अतिथियों ने सर्वसम्मति से प्रशंसा की।
इस अंतर्राष्ट्रीय दिवस आईडीपीडी आयोजन की अध्यक्षता प्रो. डॉ. दीपक गुप्ता, अध्यक्ष प्रबंध अध्ययन मंडल, उज्जैन ने की। उन्होंने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि अपराजित योद्धाओं एवं कर्मचारियों को जीवन कौशल की अनोखी चुनौतियों का सामना करने का अवसर प्राप्त होता है, जो उन्हें विशिष्ट बनाता है। जेएनआईबीएम के निदेशक प्रो. डॉ. धर्मेंद्र मेहता ने बताया कि दृढ़ इच्छा शक्ति ही बाधाओं को दूर करने में सक्षम होती है। उन्होंने वर्ष 2025 के इस अपराजित योद्धा सशक्तिकरण आयोजन की पृष्ठभूमि और अवधारणा पत्र भी प्रस्तुत किया।
आईक्यूएसी सेल के निदेशक प्रो. डॉ. डी. डी. बेदिया ने भी अपने शुभकामना संदेश द्वारा कार्यक्रम की विषय-वस्तु एवं उद्देश्य की सराहना की।
जिलाधिकारी कार्यालय से श्री मनीष योगी, सहायक ई-गवर्नेंस प्रबंधक एवं वरिष्ठ लेखाधिकारी श्री रामकुमार शर्मा, हेमंत राठौर, विक्रम ललावत, तथा जेएनआईबीएम के शोधार्थी अजय जायसवाल, अंकित सिंह बिसेन, वसीम खान ने भी अपने विचार साझा करते हुए आयोजन में सक्रिय सहभागिता दर्ज की।
कार्यक्रम में जेएनआईबीएम स्टाफ के गोविन्द तोमर, दिनेश सिंघाड़, और सत्यनारायण मालवीय की उपस्थिति रही। आयोजन ने सामाजिक समावेशन, सम्मान और दिव्यांगजन सशक्तिकरण के संदेश को दृढ़ता से आगे बढ़ाया।

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