Skip to main content

डॉ. अवधेश प्रताप सिंह ने सात मामलों में लिया संज्ञान

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने विभिन्न जिलों में  उल्लंघन मामलों पर मांगा प्रतिवेदन

🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏 


भोपाल। मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय सदस्‍य डॉ. श्री अवधेश प्रताप सिंह ने सोमवार, 27 अक्टूबर, 2025 को विगत दिवसों के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ''07 मामलों में'' संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

 

निर्माणाधीन मल्टी से गिरकर मजदूर की हुई मृत्‍यु......

            भोपाल शहर के अयोध्या नगर थानाक्षेत्र स्थित फेस-05 में निर्माणाधीन मल्‍टी से गिरकर एक मजदूर की मृत्‍यु होने की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार निर्माणाधीन मल्टी में मजदूर अपने अन्य साथियों के साथ काम कर रहा था। तभी वह अचानक गिरकर घायल हो गया। घटना के बाद साथी मजदूर उसे इलाज के लिये अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान मजदूर की मृत्‍यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्‍टर, भोपाल से मामले की जांच कराकर मृतक के उत्तराधिकारियों को शासन के नियमानुसार देय आर्थिक सहायता राशि के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।

 

महीनों से बंद पड़े हैं एस्केलेटर, राहगीर हो रहे परेशान......

            भोपाल शहर के महाराणा प्रताप नगर के ज्योति चौराहे पर लगे एस्केलेटर के विगत महीनों से बंद पड़े होने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ज्योति चौराहे पर से रोजाना कई हजार राजगीर आवाजाही करते है। एस्केलेटर बंद होने के कारण उन्हें चौराहे पर से सड़क पार करने में कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को मुश्किल एवं परेशानी का सामना करना पड़ता है। राहगीरों द्वारा कई बार शिकायत करने के बाद भी नगर निगम और स्मार्ट सिटी कंपनी के संबंधित अधिकारियों की ओर से अब तक कोई सुधार कार्य नहीं कराया गया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्‍त, नगर निगम, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।

 

ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा गाड़ी हुई बदहाल, गांव में जमा हो रही गंदगी.......

            भोपाल जिले के फंदा जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले अनेक गांवों में बीते कुछ महीनों से साफ-सफाई की व्यवस्था बिगड़ने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गांव में कचरा कनेक्‍शन करने वाली गाड़ियां खराब होने एवं सफाई नहीं होने से रहवासी और ग्रामीण सभी लोग परेशान हो रहे है। गांव में सफाई नहीं होने के कारण गांव के बाहर कचरे के ढेर लगे हुये है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीईओ, जिला पंचायत, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।

 

प्लास्टिक कचरा जलाने से इलाके में फैल रहा जहरीला धुआं.....

            भोपाल शहर के वार्ड क्रमांक 67 स्थित सतनामी नगर पुलिया के पास, सोनागिरी से रजत नगर को जोड़ने वाली 80 फीट की मुख्य सड़क किनारे टायर और प्लास्टिक जैसे कचरा जलाए जाने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्लास्टिक एवं टायर जैसे कचरा जलाएं जाने से इलाके में जहरीला धुआं फैल रहा है, इस कारण इलाके में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्‍त, नगर निगम, भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।

 

किसान की हत्या, खेत में मिली खून से लथपथ लाश....

            मंदसौर जिले के भानपुरा थानाक्षेत्र के करमदी खेड़ा गांव में एक किसान का खून से लथपथ शव खेत में मिलने की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार किसान को जिस लाठी से पीटा गया है, उस लाठी या डंडे में कटीले तार या कीलें लगी हो सकती है। मृतक किसान के पिता ने प्रशासन से अपने बेटे के लिये न्याय की मांग की है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, मंदसौर से मामले की जांच कराकर मृतक के उत्तराधिकारियों को शासन के नियमानुसार देय आर्थिक सहायता राशि के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।

 

 झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से मासूम बच्चे की किडनी में हुआ इंफेक्‍शन

            सागर जिले के शाहगढ़ ब्‍लॉक के तिगोड़ा गांव में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से एक 3.5 साल के बच्चे की किडनी में इंफेक्शन होने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक माह पहले बच्चे को उल्टियां होने पर परिजन उसे हीरापुर के बस स्टैंड के पास स्थित एक क्लीनिक में डॉक्टर के पास ले गये। वहां डॉक्टर ने बच्चे को सलाईन की बोतल चढ़ाई, जिसके बाद बच्‍चे की तबीयत और बिगड़ गई। इसके बाद परिजनों ने उसे शाहगढ़ सरकारी अस्पताल में भर्ती किया। जहां बच्चे की ईलाज में सुधार नहीं होने पर परिजन उसे भोपाल एम्स लेकर पहुंचे और बच्चे को भर्ती कराया गया।  जहां डॉक्टर ने बच्चे की जांच और रिपोर्ट के बाद उसकी किडनी में इन्फेक्शन होना बताया गया। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं, सागर-संभाग, सागर से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।

 

रेत का अवैध खनन रोकने पहुंचे वन अमले पर माफिया ने किया हमला.....

            सीधी जिले के सोन घड़ियाल अभयारण्य क्षेत्र में भेलकी व कुर्रवाह घाट पर रेत का अवैध खनन रोकने पहुंची वन विभाग की टीम पर रेत खनन माफिया द्वारा हमला करने की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गांव की ओर से आ रहे एक ट्रैक्टर को रोकने के प्रयास में वन अमले की टीम पर लोगों ने पत्थरबाजी और मारपीट की। हमले में वन विभाग की टीम के अभयारण्य अधीक्षक, कार्यवाहक वनपाल, वनरक्षक, बीट गार्ड सहित वाहन चालक गंभीर रूप से घायल हो गये। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने डीएफओ, सीधी से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।


✍ राधेश्याम चौऋषिया 

Radheshyam Chourasiya

Radheshyam Chourasiya II

● सम्पादक, बेख़बरों की खबर
● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन
● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति

🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩

"बेख़बरों की खबर" फेसबुक पेज...👇

Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर

"बेख़बरों की खबर" न्यूज़ पोर्टल/वेबसाइट... 👇

https://www.bkknews.page

"बेख़बरों की खबर" ई-मैगजीन पढ़ने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें...👇https://www.readwhere.com/publi.../6480/Bekhabaron-Ki-Khabar

🚩🚩🚩🚩 आभार, धन्यवाद, सादर प्रणाम। 🚩🚩🚩🚩

Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती ...

दुर्गादास राठौड़ : जिण पल दुर्गो जलमियो धन बा मांझल रात - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा

अमरवीर दुर्गादास राठौड़ : जिण पल दुर्गो जलमियो धन बा मांझल रात। - प्रो शैलेन्द्रकुमार शर्मा माई ऐड़ा पूत जण, जेहड़ा दुरगादास। मार मंडासो थामियो, बिण थम्बा आकास।। आठ पहर चौसठ घड़ी घुड़ले ऊपर वास। सैल अणी हूँ सेंकतो बाटी दुर्गादास।। भारत भूमि के पुण्य प्रतापी वीरों में दुर्गादास राठौड़ (13 अगस्त 1638 – 22 नवम्बर 1718)  के नाम-रूप का स्मरण आते ही अपूर्व रोमांच भर आता है। भारतीय इतिहास का एक ऐसा अमर वीर, जो स्वदेशाभिमान और स्वाधीनता का पर्याय है, जो प्रलोभन और पलायन से परे प्रतिकार और उत्सर्ग को अपने जीवन की सार्थकता मानता है। दुर्गादास राठौड़ सही अर्थों में राष्ट्र परायणता के पूरे इतिहास में अनन्य, अनोखे हैं। इसीलिए लोक कण्ठ पर यह बार बार दोहराया जाता है कि हे माताओ! तुम्हारी कोख से दुर्गादास जैसा पुत्र जन्मे, जिसने अकेले बिना खम्भों के मात्र अपनी पगड़ी की गेंडुरी (बोझ उठाने के लिए सिर पर रखी जाने वाली गोल गद्देदार वस्तु) पर आकाश को अपने सिर पर थाम लिया था। या फिर लोक उस दुर्गादास को याद करता है, जो राजमहलों में नहीं,  वरन् आठों पहर और चौंसठ घड़ी घोड़े पर वास करता है और उस पर ही बैठकर बाट...