Skip to main content

मानव अधिकार आयोग के डॉ. अवधेश प्रताप सिंह ने 12 मामलों में लिया संज्ञान, संबंधित अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट

 

  🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏

भोपाल । मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय सदस्य डॉ. श्री अवधेश प्रताप सिंह ने गुरुवार, 30 अक्टूबर 2025 को विगत दिवसों के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के ''12 मामलों में'' संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।

 

तीन साल से फाइलों में अटका सीबीआरएन चिकित्‍सा प्रबंधन केंद्र

            भोपाल शहर में गैस त्रासदी के चार दशक बीतने के बाद भी भोपाल केमिकल और रेडियालॉजिकल आपदा सुरक्षा कवच से वंचित होना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार ने ऐसी औद्योगिक घटनाओं के प्रबंधन के लिये देश का पहला केमिकलबायोलॉजिकलरेडियोलॉजिकल और न्‍यूक्लियर (सीबीआरएन) चिकित्‍सा प्रबंधन केंद्र बीएमएचआरसी में बनाने की घोषण की गई थीलेकिन अफसरशाही के कारण पिछले तीन वषों से यह योजना फाइलों से बाहर नहीं निकल पाई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने निदेशकभोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एण्‍ड रिसर्च सेंटरभोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

 

वीआईपी रोड के खंभे के नट-बोल्‍ट हुये गायबगिर सकते हैं खंभे.....

            भोपाल शहर के वीआईपी रोड स्थित सड़क किनारे लगी स्‍ट्रीट लाइटों के खंभों से नट-बोल्‍ट गायब होने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सड़क किनारे लगी स्‍ट्रीट लाइटों के खंभों का सीमेंट बेस टूट गया है और खंभों पर लगे नट-बोल्‍ट गायब हो गये है। जिससे खंभें किसी भी वक्‍त गिर सकते हैं। ऐसे में सड़क मार्ग पर से गुजरने वालें राहगीरों और वाहन चालकों के साथ कभी-भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने आयुक्‍तनगर निगमभोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।

 

उल्‍टी–दस्‍त से पीडित वृद्ध की हुई मृत्‍यु...

            पन्‍ना जिले के सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र ब्‍लॉक देवेंद्रनगर अंतर्गत आने वाले ग्राम बड़वारा में उल्‍टी-दस्‍त से पीडित एक वृद्ध की मृत्‍यु होने की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गांव में विगत दिवस दो दर्जन से अधिक लोग मिठाई खाने से उल्‍टी-दस्‍त से पीडित हो गये। उल्‍टी-दस्‍त से पीडित लोगों को उपचार के लिये स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र में भर्ती कराया गया। उल्‍टी-दस्‍त से पीडित एक 80 वर्षीय वृद्ध की पन्‍ना से रीवा ले जाते समय रास्‍ते में ही मृत्‍यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मुख्‍य चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारीपन्‍ना से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

 

फसल खराब होने और बढ़ते कर्ज के दबाव से व्‍यथित होकर किसान ने की आत्‍महत्‍या...

            नर्मदापुरम जिले के सिवनी-मालवा तहसील के ग्राम मोरघाट में फसल खराब होने और बढ़ते कर्ज के दबाव से व्‍यथित होकर एक किसान द्वारा फांसी लगाकर आत्‍महत्‍या करने की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार किसान विगत दिवसों से फसल की असफलता और ऋृण अदायगी को लेकर मानसिक रूप से परेशान थे। जिसके चलते किसान ने आत्‍महत्‍या कर ली। घटना के बाद पूरे गांव में शोक छा गया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्‍टरनर्मदापुरम से मामले की जांच कराकर मृतक किसान के उत्‍तराधिकारियों को शासन के नियमानुसार देय आर्थिक सहायता राशि के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

 

बस की चपेट में आने से महिला की हुई मृत्‍यु....

            सागर जिले के सुरखी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खमकुंआ में एक 40 वर्षीय महिला की बस की चपेट में आने से मृत्‍यु होने की घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार घटना के बाद बस चालक और कंडक्‍टर मौके से अपनी जान बचाकर भाग निकलेलेकिन उसी बस में चालक की बहन और भाई भी सागर जाने के लिये सवार थे। चालक के भाई भ्‍ज्ञी पहले यही बस चलाता थाजिसके कारण गांव के लोग उसे पहचानते थे। इसके बाद गांव वालों ने चालक के भाई की बुरी तरह मारपीट कीजिसके काररण चालक के भाई की मौके पर ही मृत्‍यु हो गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्‍टर सागर से मामले की जांच कराकर मृतकों के उत्‍तराधिकारियों को शासन के नियमानुसार देय आर्थिक सहायता राशि के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।


ब्‍लड ट्रांसफ्यूजन न होने से गई प्रसूता की जान....

            सतना जिले के जिला अस्‍पताल में प्रसूता को समय पर ब्‍लड ट्रांसफ्यूजन न मिलने के कारण उनकी मृत्‍यु होने की घटना सामने आई है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्‍टर एवं सीएमएचओसतना से मामले की जांच कराकर ऐसी घटना का पुनरावृत्ति से बचने हेतु की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

 

युवक को बंधक बनाकर की मारपीट....

            छतरपुर जिले के बिजावर थानाक्षेत्र के वार्ड 03 में डिप्‍टी रेंजर के बेटे और उसके साथियों द्वारा एक युवक को बंधक बनाकर बेरहमी से मारपीट करने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीडित युवक का कहना है कि आरोपियों को स्‍थानीय नेताओं का संरक्षण प्राप्‍त है। इससे पुलिस कार्यवाही से बचती है। पीडित ने चेतावनी दी है कि यदि उसे न्‍याय नहीं मिला तो वह आत्‍महत्‍या करने को मजबूर होगा। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षकछतरपुर से मामले की जांच कराकर दोषियों पर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

 

बाबुओं ने गुमा दीं जमीन की फाइलें.... पीडित किसान हो रहा परेशान....

            नर्मदापुरम जिले के इटारसी क्षेत्र में नायब तहसीलदार कार्यालय के बाबुओं द्वारा एक किसान के जमीन बंटवारे से संबंधी पांच फाइलें गुम कर देने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फाइलें गुम हो जाने के कारण पीडित किसान के मुकदमें की सुनवाई नहीं हो पा रही है। उनकी बाइपास सर्जरी भी हो चुकी हैइसलिये पीडित किसान बार-बार दफ्तर के चक्‍कर नहीं काट सकते है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्‍टरनर्मदापुरम से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।

 

पन्‍नी लगाकर किया गया अंतिम संस्‍कार...

            टीकमगढ़ जिले के बल्‍देवगढ़ जनपद की ग्राम पंचायत लुहर्रा में मुक्तिधाम नहीं होने के कारण एक युवक के अंतिम संस्‍कार के दौरान ग्रामीणों को बारिश के बीच खुले आसपास के नीचे प्‍लास्टिक की पन्‍नी लगाकर अंतिम संस्‍कार किये जाने का मामला सामने आया है। गांव में मुक्तिधाम नहीं होने के कारण ग्रामीणों को अंतिम संस्‍कार के दौरान कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों द्वारा संबंधितों से कई बार शिकायत की गई लेकिन समस्‍या का समाधान नहीं हो सका है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्‍टरटीकमगढ़ से मामले की जांच कराकर एवं स्‍थायी मुक्तिधाम/अंतिम संस्‍कार हेतु व्‍यवस्‍था संबंधी प्रतिवेदन तीन सप्‍ताह में मांगा है।

 

शमशान घाट नहींबरसात में अंतिम संस्‍कार बन रहा चुनौती....

            रायसेन जिले के सिलवानी के ग्राम पंचायत देवरी मढिया में मुक्तिधाम नहीं होने के कारण एक वृद्धा के अंतिम संस्‍कार के दौरान ग्रामीणों को बारिश के बीच खुले आसपास के नीचे अंतिम संस्‍कार किये जाने का मामला सामने आया है। गांव में मुक्तिधाम नहीं होने के कारण ग्रामीणों को अंतिम संस्‍कार के दौरान कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों द्वारा संबंधितों से कई बार शिकायत की गई लेकिन समस्‍या का समाधान नहीं हो सका है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्‍टररायसेन से मामले की जांच कराकर एवं स्‍थायी मुक्तिधाम/अंतिम संस्‍कार हेतु व्‍यवस्‍था संबंधी प्रतिवेदन तीन सप्‍ताह में मांगा है।

 

सर्विस रोड़ पर शराबखाने के कारण लोग हो रहे परेशान....

            गुना जिले के ब्‍यावरा के गुना रोड़ पर हाईवे किनारे सर्विस रोड़ से लगी शराब दुकान के कारण परमसिटी आवासी कॉलोनी के रहवासियों को कई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शराब की दुकान के पास शाम के समय रोड पर असामाजिक तत्‍वों एवं वाहनों का जमावड़ा लग जाता हैइस कारण वहां से गुजरने वाले लोगों एवं कॉलोनी के लोगों को कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने जिला आबकारी अधिकारीगुना से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।

 

खाद की किल्‍लत से किसान हो रहे परेशान.....

            शिवपुरी जिले के करैरा क्षेत्र सहित कई केंद्रों पर खाद के टोकन के लिये किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खाद के लिये महिलाओंबच्‍चे और बुजुर्गों को तेज बारिश में भीगते हुये लाइन में खड़े होना पड़ता है। इसी दौरान करैरा के शासकीय स्‍कूल में पढ़ने वाली एक छठवीं की छात्रा भी स्‍कूल छोड़ टोकन लेने पहुंची। कई किसान सुबह से ही खाद के टोकन के लिये लाइन में लग जाते है और बारिश के बीच भीग भी जाते है। मामले में संज्ञान लेकर मध्‍यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्‍टरशिवपुरी से मामले की जांच कराकर की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन दो सप्‍ताह में मांगा है।


✍ राधेश्याम चौऋषिया 

Radheshyam Chourasiya

Radheshyam Chourasiya II

● सम्पादक, बेख़बरों की खबर
● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन
● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति

🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩

"बेख़बरों की खबर" फेसबुक पेज...👇

Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर

"बेख़बरों की खबर" न्यूज़ पोर्टल/वेबसाइट... 👇

https://www.bkknews.page

"बेख़बरों की खबर" ई-मैगजीन पढ़ने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें...👇https://www.readwhere.com/publi.../6480/Bekhabaron-Ki-Khabar

🚩🚩🚩🚩 आभार, धन्यवाद, सादर प्रणाम। 🚩🚩🚩🚩

Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं...

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती ...

दुर्गादास राठौड़ : जिण पल दुर्गो जलमियो धन बा मांझल रात - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा

अमरवीर दुर्गादास राठौड़ : जिण पल दुर्गो जलमियो धन बा मांझल रात। - प्रो शैलेन्द्रकुमार शर्मा माई ऐड़ा पूत जण, जेहड़ा दुरगादास। मार मंडासो थामियो, बिण थम्बा आकास।। आठ पहर चौसठ घड़ी घुड़ले ऊपर वास। सैल अणी हूँ सेंकतो बाटी दुर्गादास।। भारत भूमि के पुण्य प्रतापी वीरों में दुर्गादास राठौड़ (13 अगस्त 1638 – 22 नवम्बर 1718)  के नाम-रूप का स्मरण आते ही अपूर्व रोमांच भर आता है। भारतीय इतिहास का एक ऐसा अमर वीर, जो स्वदेशाभिमान और स्वाधीनता का पर्याय है, जो प्रलोभन और पलायन से परे प्रतिकार और उत्सर्ग को अपने जीवन की सार्थकता मानता है। दुर्गादास राठौड़ सही अर्थों में राष्ट्र परायणता के पूरे इतिहास में अनन्य, अनोखे हैं। इसीलिए लोक कण्ठ पर यह बार बार दोहराया जाता है कि हे माताओ! तुम्हारी कोख से दुर्गादास जैसा पुत्र जन्मे, जिसने अकेले बिना खम्भों के मात्र अपनी पगड़ी की गेंडुरी (बोझ उठाने के लिए सिर पर रखी जाने वाली गोल गद्देदार वस्तु) पर आकाश को अपने सिर पर थाम लिया था। या फिर लोक उस दुर्गादास को याद करता है, जो राजमहलों में नहीं,  वरन् आठों पहर और चौंसठ घड़ी घोड़े पर वास करता है और उस पर ही बैठकर बाट...