शहीदों की प्रतिमा का पूजन कर लिया संस्कृति संवर्धन का संकल्प
उज्जैन। पितृपक्ष के पावन अवसर पर भारत माता की सेवा और संस्कृति संवर्धन को समर्पित अखिल भारतीय महिला जन संगठन सभा द्वारा वीर सपूतों एवं महापुरुषों की प्रतिमाओं की स्वच्छता कर जलाभिषेक किया गया। यह अभियान नगर के विभिन्न चौराहों पर स्थापित महान क्रांतिकारी, समाजसेवी और शहीदों की स्मृति को जीवंत करने के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया है।
छात्रों के रूप में जो एक सम्पूर्ण पीढ़ी गढ़ी जा रही है, उन्हें संस्कारित एवं अनुशासित करने में मातृशक्ति अतिमहत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह विचार सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉक्टर अर्पण भारद्वाज ने विश्वमांगल्य सभा द्वारा आयोजित संयुक्त सदाचार सभा के मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। इस अवसर पर उन्होंने सभा की कार्यप्रणाली और उद्देश्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए हरसंभव सहायता का आश्वासन भी दिया।
संस्था परिचय देते हुए मालवा प्रांत संयोजिका श्रीमती सुनीता पाटिल ने बताया कि विश्वमांगल्य सभा विश्व की एकमात्र संस्था है जो सदाचार सभा के माध्यम से माँ महत्वपूर्ण विषय पर कार्य कर रही है। कार्यक्रम की प्रस्तावना देते हुए नगर अध्यक्ष डॉ. लता ढोबले ने बताया कि सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय परिसर स्थित महान सम्राट विक्रमादित्य के स्मारक की सफाई पश्चात माल्यार्पण किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य पितृपक्ष में अपने महान सेनानियों और युगदृष्टाओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना था।
कार्यक्रम का संचालन सुलभा काटे ने किया एवं आभार प्रदर्शन रमा वैद्य ने किया। इस अवसर पर कल्पनाजी शर्मा, रुचिका खंडेलवाल, सुनीता शुक्ला, स्वाति भाटिया, अनीता आप्टे, शिल्पा जोशी, लता अग्रवाल, माधुरी वैद्य, ऊषा चौहान एवं सीमा शिंदे, अनीता बोडके, वंदना गोरे, ऊषा तारे, रश्मि देशकर आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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