संयुक्त प्रयासों से तकनीकी संस्थान वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बन सकते हैं – प्रो. सी. सी. त्रिपाठी
एनआईटीटीटीआर भोपाल और जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, मध्य प्रदेश के बीच एमओयू
भोपाल। एनआईटीटीटीआर भोपाल और जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, मध्य प्रदेश के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए, इस समझौते का उद्देश्य तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान, प्रशिक्षण, अकादमिक सहयोग, नवाचार, एवं विभिन्न तकनीकी पहलुओं को बढ़ावा देना है, जिससे दोनों संस्थानों के कर्मचारियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को नए अवसर प्राप्त होंगे।
इस अवसर पर एनआईटीटीटीआर के निदेशक प्रो. सी. सी त्रिपाठी ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रोसेस पर फोकस करना होगा। स्टूडेंट्स के भरोसे पर खरा उतरना तकनीकी संस्थानों की जिम्मेदारी है। एनईपी-2020 के अनुरूप यह सहयोग संस्थानों को डिजिटलाइजेशन, इंडस्ट्री 4.0, ग्रीन ट्रांजिशन एवं स्किल डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में काम करने का अवसर प्रदान करेगा।
जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य प्रो. राजीव चांडक ने कहा कि जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, मध्य प्रदेश का सबसे पुराना एवं प्रतिष्ठित शासकीय इंजीनियरिंग संस्थान है, जोकि वर्ष 1947 में स्थापित हुआ था, वर्तमान में संस्थान इमर्जिंग एरिया में भी कोर्सेज संचालित कर रहा है, जिसमें निटर भोपाल एक अहम भूमिका निभा सकता है। निटर भोपाल के सहयोग से हम अपने कॉलेज के पाठ्यक्रम को भी अपडेट करेंगे। निटर भोपाल के डीन कॉर्पोरेट एंड इंटरनेशनल रिलेशन्स प्रो. पी.के पुरोहित ने बताया कि दोनों संस्थानों के बीच फेकल्टी एक्सचेंज, इंटर्नशिप, और इंडस्ट्री इंटिग्रेटेड प्रोजेक्ट्स जैसी गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी।
जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य प्रो. राजीव चांडक, प्रो. पी. के झिंगे, प्रो. कमल कुमार कुशवाह, सहित वरिष्ठ सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने एनआईटीटीटीआर के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस एवं सेमीकंडक्टर की प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया। इस अवसर पर एनआईटीटीटीआर से प्रो. आर.के दीक्षित, प्रो. संजय अग्रवाल, प्रो. मनीष भार्गव, प्रो. हुसैन जीवाखान उपस्थित थे।
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