एनआईटीटीआर भोपाल और एमवीएच पैकेजिंग के बीच तकनीकी सहयोग हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर
भोपाल। राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (निटर), भोपाल और एमवीएच पैकेजिंग के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य दोनों पक्षों के तकनीकी विशेषज्ञता और संसाधनों के बीच प्रत्यक्ष संपर्क और सहयोग को प्रोत्साहित करना है। इस सहयोग के अंतर्गत तकनीकी प्रशिक्षण, प्रोजेक्ट बेस्ड टेक्निकल सपोर्ट, स्वदेशी तकनीक के माध्यम से रिवर्स इंजीनियरिंग, साथ ही कुशल मानव संसाधन को इंडस्ट्री के अनुकूल तैयार करना जैसे कई महत्वपूर्ण बिंदु शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, यह समझौता संसाधनों के साझा उपयोग, वर्कशॉप्स एवं सेमिनार, प्रशिक्षण कार्यक्रमों, छात्रों के लिए इंटर्नशिप, और नई तकनीकों पर केंद्रित कार्यक्रमों के आयोजन को भी बढ़ावा देगा। इसी के साथ उद्योग-समर्थन, मौजूदा उत्पादों के नवाचार, संयुक्त अनुसंधान कार्य, जैसे कई आयामों पर कार्य किया जाएगा। विशेष रूप से, निटर भोपाल में हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और अन्य मानकों के अनुरूप एक आधुनिक हीट ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना एवं संचालन के लिए भी सहयोग किया जाएगा। यह सुविधा दोनों संस्थानों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ-साथ एमवीएच पैकेजिंग की उत्पादन आवश्यकताओं को भी पूरा करेगी, जिससे गुणवत्ता और दक्षता में सुधार होगा।
इस महत्वपूर्ण समझौते पर निटर भोपाल के निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी और एमवीएच पैकेजिंग के श्री सी.एस व्योम अरोड़ा ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि हम दृढ़ विश्वास करते हैं कि इस साझेदारी से दोनों पक्ष प्रतिस्पर्धा को अवसर में बदलते हुए नई तकनीकों को अपनाने और लागू करने के बेहतर अवसर प्राप्त करेंगे, जिससे उद्योग और शिक्षा क्षेत्र दोनों का समग्र विकास सुनिश्चित होगा। श्री सी.एस व्योम अरोड़ा ने कहा कि इस कोलैबोरेशन के माध्यम से हम कार्य को अधिक आसान, प्रभावी और गुणवत्ता-आधारित बनाने में सक्षम होंगे। इस साझेदारी से हमें नवीनतम तकनीकी संसाधनों का लाभ मिलेगा, जिससे हमारी उत्पादन प्रक्रियाएं और भी अधिक प्रतिस्पर्धी और उन्नत होंगी।
निटर भोपाल के डीन कॉर्पोरेट एंड इंटरनेशनल रिलेशनस, प्रो. पी.के. पुरोहित ने बताया कि यह समझौता ज्ञापन दोनों संस्थानों के बीच तकनीकी प्रशिक्षण से लेकर आधुनिक तकनीकी प्रक्रियाओं के विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान और संसाधनों के आदान-प्रदान के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस अवसर पर श्री राकेश डावर, श्री आर.के भारती, प्रो. रवि गुप्ता, प्रो. एल.एस राजू उपस्थित थे।
Comments