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विक्रम विश्वविद्यालय के डॉ सक्सेना को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संचालित इंटरनेट थ्रेट प्रिवेंशन सिस्टम का इंडियन पेटेंट प्राप्त

Ujjain | विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के डॉ विष्णु कुमार सक्सेना ने कंप्यूटर साइंस एन्ड इंजीनियरिंग विषय में शोध करने के उपरांत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संचालित इंटरनेट थ्रेट प्रिवेंशन सिस्टम का इंडियन पेटेंट करवाने में सफलता प्राप्त की है ।

आज की दुनिया में इंटरनेट हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है, और जहाँ इंटरनेट के कई फायदे हैं, वहीं इसके कई जोखिम भी हैं। सबसे महत्वपूर्ण खतरों में से एक साइबर अटैक है। साइबर अपराध किसी भी अवैध गतिविधि को संदर्भित करता है जो कंप्यूटर या इंटरनेट का उपयोग करके किया जाता है। साइबर अपराधी डेटा या सिस्टम तक अनाधिकृत पहुंच प्राप्त करने, व्यक्तिगत जानकारी चुराने, या व्यक्तियों या संगठनों को नुकसान पहुंचाने के लिए कई तरह की तकनीकों का उपयोग करते हैं। 

इसी को ध्यान में रखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संचालित इंटरनेट थ्रेट प्रिवेंशन सिस्टम का अविष्कार किया गया है | यह सिस्टम एआई-चालित इन्ट्रूज़न डिटेक्शन सिस्टम (घुसपैठ पहचान प्रणाली) से बना है जो नेटवर्क ट्रैफ़िक का विश्लेषण करता है, विसंगतियों का पता लगाता है, और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करते हुए साइबर हमलों को रोकता है। ब्लॉकचेन एकीकरण लॉग डेटा, लेनदेन और एक्सेस नियंत्रणों को सुरक्षित करता है, अमिट रिकॉर्ड सुनिश्चित करता है और अनधिकृत संशोधनों के जोखिम को कम करता है। इस उपकरण में उच्च गति प्रसंस्करण, अंत-से-अंत एन्क्रिप्शन, और विकेंद्रीकृत प्रमाणीकरण की सुविधा है, जो नेटवर्क सुरक्षा और साइबर खतरों के खिलाफ लचीलापन बढ़ाता है। क्लाउड कनेक्टिविटी और स्वचालित अलर्ट तत्काल खतरे की सूचनाएँ और सक्रिय प्रतिक्रियाएँ प्रदान करते हैं। उद्यम, वित्तीय और सरकारी अनुप्रयोगों के लिए डिज़ाइन किया गया यह उपकरण क्लाउड अवसंरचना की सुरक्षा को मजबूत करता है, डेटा में सेंधमारी को कम करता है और साइबर सुरक्षा नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करता है।

डॉ सक्सेना ने यह रिसर्च प्रोफेसर शशांक पुष्कर. बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मेसरा झारखण्ड, डॉ क्षमाशील मिश्रा, एसोसिएट प्रोफेसर, कंप्यूटर विज्ञान संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय, श्री योगेश जोशी असिस्टेंट प्रोफेसर उज्जैन इंजीनियरिंग कॉलेज उज्जैन के साथ मिलकर तैयार किया है।

कुलगुरु प्रोफेसर डॉ अर्पण भारद्वाज, कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा, कार्यपरिषद सदस्य श्री राजेशसिंह कुशवाह, श्री वरुण गुप्ता, डॉ संजय वर्मा,  कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा, परीक्षा नियंत्रक डॉ एम एल गोखरू, वित्त-नियंत्रक श्री जे एस तोमर,  आईक्यूएसी निदेशक प्रोफेसर डॉ डी डी बेदिया, उपकुलसचिव डॉ डी के बग्गा, सहायक कुलसचिव श्री पवार ने डॉ सक्सेना की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी है ।

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