राजधानी भोपाल की बेटी शालिनी सिंह और उनकी सहेली योगिता राजपूत जो वृद्ध आश्रम, अनाथालय और जरूरतमंद बच्चों की करती हैं सहायता
🙏 द्वारा, राधेश्याम चौऋषिया 🙏
भोपाल। आज हम बात कर रहे हैं राजधानी भोपाल की दो बेटियों, शालिनी सिंह और योगिता राजपूत की, जो न सिर्फ़ बच्चों को नृत्य सिखाती हैं, बल्कि वृद्धाश्रम और अनाथालयों में जाकर लोगों की ज़िंदगी में खुशियाँ बाँटने का कार्य भी कर रही हैं।
ये दोनों बेटियाँ मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं और बुजुर्गों के साथ समय बिताकर उन्हें भावनात्मक सहारा देती हैं। हाल ही में वे "अपना घर ओल्ड एज होम" पहुँची, जहाँ उन्होंने बुजुर्गों के साथ नृत्य किया और उनसे दिल से बातें कर उनका मन हल्का किया।
आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं, तो ऐसे में शालिनी और योगिता जैसी बेटियाँ इस विचार को साकार करती नज़र आती हैं। ये अपनी कला और करुणा के ज़रिए समाज में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं और अपना हुनर दिखाकर बुजुर्गों के जीवन में खुशियां बांट रही हैं।
हम इन बेटियों को उनके कार्यों के लिए दिल से शुभकामनाएं देते हैं और उनके जज़्बे की सराहना करते हैं। आज के इस व्यस्त जीवन में, दूसरों के दुख को सुख में बदलने की सोच रखने वाली बेटियाँ सचमुच समाज के लिए प्रेरणा हैं। हम कामना करते हैं कि ये हमेशा तरक्की करें और यूँ ही लोगों के जीवन में खुशियाँ बाँटती रहें।
✍ राधेश्याम चौऋषिया
● सम्पादक, बेख़बरों की खबर
● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन
● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति
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