विशिष्टजन का हुआ सम्मान, चायना डोर का उपयोग नहीं करने का संकल्प लिया
उज्जैन। श्री इच्छापूर्ति गणेश मंदिर समिति द्वारा जूलाजी विभाग, विक्रम विश्वविद्यालय स्थित श्री इच्छापूर्ति गणेश का अंग्रेजी केलेंडर नववर्ष के परिप्रेक्ष्य में आकर्षक शृंगार, भव्य आरती एवं कुलगुरु विक्रम विश्वविद्यालय डॉ अर्पण भारद्वाज तथा हायकोर्ट में सीनियर एडव्होकेट के पद पर मनोनीत एडव्होकेट श्री वीरेन्द्र शर्मां का सम्मान किया गया।
उक्त जानकारी देते हुये संस्था संस्थापक एडव्होकेट संजय नाहर ने बताया कि समिति सदस्यों की भावना के अनुरूप नव वर्ष में आकर्षक शृंगार रजत एवं स्वर्ण बरक से किया गया व सभी सदस्यों और मॉर्निंग वाकर्स का चाय, नाश्ते का आयोजन हुआ। इस अवसर पर सम्मानित अतिथियों ने श्री गणेश का आर्शीवाद प्राप्त किया और चायना डोर का उपयोग नहीं करने का संकल्प भी सभी ने लिया। कुलगुरु ने अपने उद्बोधन में कहा कि जबसे गणेशजी कि पुनः प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान से हुई है, तब से विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की अप्रत्याशित रूप से वृद्धि हुई है। उन्होंने इसके लिये संस्थापक संजय नाहर की भी मुक्त कंठ से सराहना की। श्री वीरेन्द्र शर्मा एडव्होकेट ने कहा कि कानून का मूल आधार उसकी ड्राफ्टिंग है। इसके लिये बुद्धि के देवता श्री गणेश की आराधना आवश्यक है।
स्वागत समिती सदस्य मिश्रीलाल चौधरी, शैलेंद्र यार्दे, सुनील विजयवर्गीय, गौरव जैन, महिपालसिंह चौहान, शैलेंद्र कलवाडिया , ओम सोमानी, अशोक चौधरी आदि ने किया। अंत में आभार रमेशसिंह रघुवंशी ने माना।
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