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डिसेक्शन ऑफ ब्रेन की रचनाओं पर प्रकाश डाला डॉ. रीता मारवा ने

रचना शारीर विषय को कैसा पढ़ाया जाये तथा ग्रंथि शारीर पर अपना सारगर्भित व्याख्यान दिया डॉ. राकेश शर्मा ने

नस्यकर्म पर विस्तृत व्याख्यान डॉ. रम्या अलक्कल ने दिया

डॉ. गोपेश ने रक्तमोक्षण कैसा किया जाये पर दिया व्याख्यान 

उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि आज दिनांक 15.03.2024 शुक्रवार को राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जोधपुर से पधारे डॉ. रीता मारवाह, प्रोफेसर, पंडित खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय, भोपाल ने डिसेक्शन ऑफ ब्रेन की रचनाओं पर प्रकाश डाला व सारगर्भित व्याख्यान दिये। प्रथम सत्र में ही पंचकर्म सीएमई कार्यक्रम के अंतर्गत डॉ. रम्या अलक्कल ने नस्यकर्म पर सारगर्भित व्याख्यान दिया ।


द्वितीय सत्र में डॉ. राकेश शर्मा, प्रोफेसर, सर्वपल्लवी राधाकृष्णन आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर ने सीएमई कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रंथी शारीर और रचना शारीर विषय को कैसा पढ़ाया जाये इस पर विस्तृत व्याख्यान दिया। 



सीएमई पंचकर्म के द्वितीय सत्र में डॉ. गोपेश ने रक्तमोक्षण कैसे किया जाये व इसमें क्या-क्या सावधानियां रखी जाये इस विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया ।


उक्त जानकारी सीएमई के सचिव डॉ. नृपेन्द्र मिश्रा एवं डॉ. योगेश वाणे द्वारा जानकारी दी गई।




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