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विक्रम विश्वविद्यालय कार्यपरिषद एवं सभा की बैठक सम्पन्न

बैठक में बजट वित्तीय वर्ष 2024-25 के पुनरीक्षित वित्तीय अनुमानों तथा बजट वित्तीय वर्ष 2025-26 के मूल वित्तीय अनुमानों एवं वास्तविक आय-व्यय विचारोपरांत पारित हुआ

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की कार्यपरिषद् की बैठक दिनांक 29 फरवरी 2024 को सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पाण्डेय ने की। बैठक में कार्यपरिषद् के सदस्य श्री राजेश सिंह कुशवाह, श्री वरूण गुप्ता, श्रीमती मंजूषा मिमरोट, श्री संजय वर्मा, श्रीमती कुसुमलता निंगवाल, श्री संजय नाहर, डॉ. अरुणा सेठी, डॉ. मंसूर खान, डॉ. उमा शर्मा, डॉ. हर्षा क्षीरसागर, अतिरिक्त संचालक डॉ. एच.एल. अनिजवाल, संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा श्री राघवेन्द्र पाल सिंह एवं कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार शर्मा उपस्थित थे। बजट का सारांश प्रभारी वित्त नियंत्रक डॉ. डी.के. बग्गा ने प्रस्तुत किया। कुलपति जी द्वारा पुष्पगुच्छ अर्पित कर नवनियुक्त कार्यपरिषद् सदस्यों का स्वागत किया गया।

विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की कार्यपरिषद् की बैठक दिनांक 29.02.2024 को मध्याह्न 12.00 बजे तत्पश्चात सभा की बैठक दोपहर 12.30 बजे एवं तत्पश्चात कार्यपरिषद् की बैठक दिनांक 29.02.2024 को दोपहर 1.30 बजे आयोजित हुई, जिसमें सभा की अनुशंसा उपरांत बजट को अन्तिम स्वीकृति प्रदान की गई। सभा की बैठक में कार्यपरिषद् सदस्यों के साथ महापौर श्री मुकेश टटवाल, डॉ. पुष्पेन्द्र कुमार पाण्डेय, डॉ. सोनल सिंह, डॉ. कामरान सुल्तान, डॉ. उमेशकुमार सिंह, डॉ. एस.के. मिश्रा, डॉ. कमलेश दशोरा एवं डॉ. डी.एम. कुमावत उपस्थित रहे। 

बजट वित्तीय वर्ष 2023-24 के पुनरीक्षित वित्तीय अनुमानों तथा बजट वित्तीय वर्ष 2024-25 के मूल वित्तीय अनुमानों एवं वास्तविक आय-व्यय पर विचार किया गया एवं उसे विश्वविद्यालय सभा के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्णय लिया गया। केन्द्र एवं राज्य शासन निर्धारित उच्चशिक्षा नीति के निर्धारित उद्देश्यों, लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु वित्त संसाधनों की व्यवस्था का अनुमान इस बजट में निहित है। इसके प्रमुख उद्देश्य हैं - विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा, उन्नयन तथा उत्कृष्ट अध्ययन केन्द्र के रूप में प्रतिष्ठापित करना, अध्ययन-अध्यापन, शोध, शैक्षणिक, सांस्कृतिक गतिविधियों एवं छात्र-छात्राओं के सर्वागीण विकास का लक्ष्य, विश्वविद्यालय के समस्त विभागों का आधुनिकीकरण किया जाकर प्रशासनिक दृष्टि से पारदर्शी एवं उपयोगी बनाने की ओर कदम एवं नवीन पाठ्यक्रमों के माध्यम से समस्त शिक्षा विधाओं में अध्ययन, अध्यापन, जो विद्यार्थियों के आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, नैतिक विकास का माध्यम बने।

कुलपति जी ने बैठक में बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-2025 में प्रधानमंत्री उच्चशिक्षा अभियान (पीएम उषा योजना) अन्तर्गत राशि रुपये 100.00 करोड़ स्वीकृत हुई है। इस महत्वपूर्ण उपलब्घि के लिये माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी एवं मध्यप्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं माननीय उच्च शिक्षा मंत्री श्री इन्दरसिंह परमार के प्रति आभार व्यक्त किया। पीएम उषा योजना अन्तर्गत विकास योजना (प्लान) के आय एवं व्यय में राशि रुपये 100.00 करोड़ मदवार प्रावधान किया गया है जो इस प्रकार है- भवन निर्माण एवं रिनोवेशन/ अपग्रेडेशन उन्नयन रू. 5000.00 लाख, उपकरण, कम्प्यूटर, स्मार्ड बोर्ड एवं प्रयोगशाला उपकरण रू. 4656.00 लाख, सेमीनार, शिक्षक प्रशिक्षण आदि रू. 344.00 लाख कुल योग रू.10000.00 लाख।

वित्त वर्ष 2024-25 में कुल आय प्रावधान राशि रू. 16277.00 लाख एवं कुल व्यय प्रावधान राशि रू. 19094.20 लाख का किया गया है। जिसमें से नियत व्यय जैसे वेतन भत्ते, परीक्षा परिव्यय, बिजली, जल, दूरभाष, अतिथि विद्वान मानदेय आदि को छोड़कर शेष सभी व्यय मदों में अनिवार्य 35 प्रतिशत कटोती लागू की गई है जिससे कुल राशि रू. 1239.61 लाख की कमी रहेगी।

बजट में विभिन्न अध्ययनशालाओं में प्रारम्भ किये गये नवीन पाठ्यक्रमों के लिये वित्त वर्ष 2024-2025  में रू. 1 करोड़ 14 लाख का प्रावधान रखा गया है। विद्यार्थियों हेतु विभिन्न प्रावधान किये गये हैं- अनुसंधान निधि 88 लाख, 75 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्ति पर पुरुस्कार, सम्मान 18 लाख, स्वर्ण पदक, राष्ट्रीय, राज्य, अर्न्तराष्ट्रीय खिलाड़ियों के लिये विक्रम सम्मान, ट्रेकसूट, अ.जा., अ.ज.जा., निर्धन छात्रों को प्रवेश एवं परीक्षा शुल्क सहायता, सहायता राशि, शोध, राष्ट्रीय सेमिनार, संगोष्ठी, वर्कशॉप, दीक्षांत समारोह, शोध-पत्रिका प्रकाशन, स्वच्छता मिशन, पुरस्कार, पुस्तकालय विकास, आई.क्यू.ए.सी. एवं नैक, पुस्तकें, ई रिसोर्स सेंटर व ई लाइब्रेरी विकास हेतु रुपये 3.60 करोड़ का प्रावधान आदि।

विश्वविद्यालय को अपनी अकादमिक अधोसंरचना तथा प्रशासनिक एवं अन्य समस्त भवनों के विकास, नवीन कृषि विज्ञान भवन एवं प्रस्तावित विस्तार, रखरखाव, परिसर के विकास, सौंदर्यीकरण तथा चल-अचल सम्पत्तियों की सुरक्षा एवं संरक्षण व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से आयोजनेतर (नॉन प्लान) बजट में पूंजीगत योजनाओं के अन्तर्गत राशि रुपये 2160.00 लाख का प्रावधान किया गया है।

आयोजनेतर (नॉन प्लान) बजट में पूंजीगत योजनाओं के अन्तर्गत विश्वविद्यालय की अध्ययनशालाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से क्लासरूम/लेब/सेमीनार हॉल/स्मॉर्टक्लास रूम की अधोसंरचना एवं विडियों कांफ्रेसिंग हॉल के उपकरण/फर्नीचर क्रय हेतु कुल रुपये 18.00 लाख का प्रावधान किया गया है। विश्वविद्यालय के शिक्षकों को देय 50 प्रतिशत एरियर राशि के भुगतान हेतु वित्त वर्ष 2024-25 में राशि रुपये 350.00 लाख का  प्रावधान किया गया है।

उच्चशिक्षा में दिशा-निर्देश के अनुरूप गुणवत्ता विकास, विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण एवं प्रोत्साहन देने के लिये आयोजनेतर (नॉन प्लान) बजट में निम्नानुसार प्रावधान किये गये हैं:-

कालिदास समारोह एवं विक्रम कालिदास पुरस्कारों के लिये राशि रुपये 8.00 लाख का प्रावधान, विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों को विक्रम सम्मान के लिये राशि रुपये 1.50 लाख का प्रावधान, वार्षिक उत्सव, स्नेह सम्मेलन के लिये राशि रुपये 5.50 लाख का प्रावधान, शोध पत्रिका प्रकाशन के लिये राशि रुपये 12.00 लाख का प्रावधान, युवा उत्सव एवं अन्य समारोहों के लिये आयोजनेतर (नॉन प्लान) बजट में रुपये 25.00 लाख का प्रावधान, विश्वविद्यालय में विभिन्न खेलों में एवं अन्य गतिविधियों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को ब्लेजर एवं ट्रेकसूट प्रदाय करने के लिये आयोजनेतर (नॉन प्लान) बजट में राशि रुपये 30.00 लाख का प्रावधान, अन्तर्विश्वविद्यालयीन प्रतियोगिताओं, विक्रम खेल महोत्सव एवं अन्य खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिये आयोजनेतर (नॉन प्लान) बजट में राशि रुपये 50.00 लाख का प्रावधान, कुलपतिजी के विवेकाधीन आकस्मिक निधि के लिये राशि रुपये 10.50 लाख का प्रावधान एवं विश्वविद्यालय के कमजोर छात्र का प्रावधान, कुलपतिजी के विवेकाधीन आकस्मिक निधि में प्रावधानित राशि से निम्नानुसार पुरूस्कार प्रदान करना :-

विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र एवं ख्यातनाम कवि स्व. सुभाष दशोरा की स्मृति में श्रेष्ठ कवि विद्यार्थियों के लिये दो पुरूस्कार प्रथम पुरूस्कार राशि रुपये 3,100/- एवं द्वितीय पुरूस्कार राशि रुपये 2,100/-, श्रेष्ठ शोध पत्र के लिये प्रत्येक संकाय के एक-एक शिक्षक को राशि रुपये 5,000/- का पुरूस्कार, तहसील स्तर के महाविद्यालयों के टाप करने वाले एक छात्र एवं एक छात्रा को राशि रुपये एक-एक हजार का पुरूस्कार, तहसील स्तर के महाविद्यालयों में टाप करने वाले छात्र-छात्राओं की माता को राशि रुपये 5,000/- का पुरूस्कार, प्रत्येक फेकल्टी में टाप करने वाले विद्यार्थियों की माता को राशि रुपये 5,000/- का पुरूस्कार।

बैठक में पूर्व छात्र एसोसिएशन की बैठक आयोजित करने तथा विशेष टास्कफोर्स गठन तथा एलूमनी मीट आयोजन करने का निर्णय लिया गया।

आज आयोजित हुई कार्यपरिषद की बैठक में दिनांक  30.06.2023, के कार्य विवरण की पुष्टि की गई। विद्यापरिषद की स्थायी समिति की बैठक दिनांक 06.09.2023 के कार्य विवरण की पुष्टि की गई। विद्यासंबंधी योना एवं मूल्यांकन बोर्ड की बैठक दिनांक 06.09.2023 के कार्य विवरण की पुष्टि की गई। शोध अभ्यर्थियों द्वारा प्रस्तुत शोध प्रबंधों के परीक्षकों की अनुशंसा के आधार पर प्रदान की गई पी.एचडी.की सूचना ग्राह्य की गई।

बैठक के अंत में कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार शर्मा द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया।

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