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प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के आअंतर्गत बहुविषयक शिक्षा एवं शोध विश्वविद्यालय समूह के अंतर्गत 100 करोड़ का अनुदान विक्रम विश्वविद्यालय को स्वीकृत, 20 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी करेंगे योजना को लॉन्च

योजना की लॉन्चिंग का जीवन्त प्रसारण होगा विक्रम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के सभागार में

उज्जैन। प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के अंतर्गत बहुविषयक शिक्षा एवं शोध विश्वविद्यालय  समूह  के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन को 100 करोड़ का अनुदान स्वीकृत हुआ है। 20 फरवरी को प्रातः काल 10: 30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी योजना को लॉन्च करेंगे, जिसका जीवन्त प्रसारण विक्रम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के सभागार में किया जाएगा। पीएम-उषा योजना का उद्देश्य राज्यों को उनकी उच्च शिक्षा प्रणालियों में सुधार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।

विक्रम विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदरसिंह परमार, विशिष्ट अतिथि माननीय सांसद श्री अनिल फिरोजिया, माननीय विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, माननीय महापौर श्री मुकेश टटवाल, माननीया सभापति श्रीमती कलावती यादव एवं माननीय श्री विवेक जोशी, नगर भाजपा अध्यक्ष उज्जैन होंगे।

पीएम-उषा योजना राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार गतिविधियों के लिये अधिक प्रभावी संसाधन आवंटन तथा घटकों को सुव्यवस्थित करने हेतु लचीलापन प्रदान करती है। इसी शृंखला में प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान की मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी स्कीम के अंतर्गत विक्रम विश्वविद्यालय को 100 करोड़ का अनुदान प्राप्त होगा। विक्रम विश्वविद्यालय के अतिरिक्त मध्य प्रदेश के दो अन्य विश्वविद्यालयों जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर और बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल को भी यह अनुदान प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने हर्ष व्यक्त करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय के लिए यह अत्यंत गौरव का अवसर है। उन्होंने बताया कि तत्कालीन माननीय उच्च शिक्षा मंत्री, वर्तमान में माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी ने माननीय मंत्री, शिक्षा मंत्रालय श्री धर्मेंद्र प्रधान जी भारत सरकार नई दिल्ली से लगातार विश्वविद्यालय के उन्नयन हेतु चर्चा करते रहे, जिसके परिणामस्वरूप यह उपलब्धि प्राप्त हुई हैl  पूरे विक्रम विश्वविद्यालय परिवार ने इसके लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, माननीय उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदरसिंह परमार सहित केंद्र एवं मध्य प्रदेश शासन के अधिकारियों एवं विश्वविद्यालय कार्यपरिषद सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अपने स्तर पर हर तरह से शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने हेतु प्रयासरत रहेगा और कौशल आधारित शिक्षा को शुरू करने एवं विद्यार्थियों में छुपे टैलेंट को खोजने और उनके सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत रहेगा। 

कुलपति प्रो पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय का बुनियादी ढांचा मजबूत हो, शोध एवं अनुसंधान में विकास हो और शिक्षा की समग्र गुणवत्ता में सुधार हो इन्हीं दिशाओं में पीएम उषा योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाले अनुदान का उपयोग विक्रम विश्वविद्यालय करेगा। वर्तमान में  विश्वविद्यालय चिकित्सा शिक्षा के अलावा कृषि, शारीरिक शिक्षा सहित अधिकतर पाठ्यक्रम संचालित कर रहा हैंl माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार सम्राट विक्रमादित्य इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस की भी शुरुआत बहुत जल्दी करने जा रहा है।

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अनिल शर्मा ने बताया कि इस खबर से सम्पूर्ण विश्वविद्यालय में हर्षोल्लास का वातावरण है। विश्वविद्यालय सदा से ही विद्यार्थी हित और उच्च शिक्षा को प्राथमिकता देता आया है, आगे भी ऐसे ही कर्तव्यनिष्ठा के पथ पर अग्रसर रहेगा। 

विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी दिनांक 20 फरवरी 2024 को प्रातः इस स्कीम को डिजिटली लॉन्च करेंगे, इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण विक्रम विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी- एस ओ ई टी सभागार, देवास रोड पर सुबह 10.30 बजे होगा, जिसमें माननीय उच्च शिक्षा श्री इंदरसिंह परमार, माननीय सांसद श्री अनिल फिरोजिया, माननीय विधायक उज्जैन उत्तर श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, माननीय महापौर श्री मुकेश टटवाल, माननीया सभापति श्रीमती कलावती यादव एवं माननीय श्री विवेक जोशी, नगर भाजपा अध्यक्ष उज्जैन सम्मान्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगे।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने समस्त कार्यपरिषद सदस्यों, गणमान्य नागरिकों, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, शोधकर्ता और विद्यार्थियों से इस गौरवशाली उपलब्धि को हर्षोल्लास से मनाने हेतु कार्यक्रम में सम्मिलित होने का अनुरोध किया है।

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