Skip to main content

विधानसभा सदस्यों का दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम मंगलवार से

■ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं संसदीय कार्यमंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर से भेंट कर कार्यक्रम की तैयारियों पर की चर्चा

■ लोकसभा स्पीकर श्री ओम बिरला का मार्गदर्शन मिलेगा

 🙏 राधेश्याम चौऋषिया, वरिष्ठ पत्रकार 🙏

भोपाल, सोमवार, 08 जनवरी, 2024 । मध्यप्रदेश की 16 वीं विधानसभा के सदस्यों के लिए दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम 9 एवं 10 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा भवन के मानसरोवर सभागार में आयोजित किया जाएगा। प्रबोधन कार्यक्रम में विधानसभा के पहली बार निर्वाचित एवं अनुभवी सदस्यों को लोकसभा अध्यक्ष  श्री ओम बिरला, मध्यप्रदेश  विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर, उत्तरप्रदेश विधानसभा विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना, डॉ. सत्यपाल सिंह, अध्यक्ष लाभ के पदों संबंधी संयुक्त समिति लोकसभा सहित संसदीय प्रक्रियाओं के कई विद्वतजनों का मार्गदर्शन मिलेगा। सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिहं तोमर से विधानसभा में भेंट कर कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में चर्चा की।

उद्घाटन सत्र मंगलवार, 09 जनवरी, 2024 को प्रातः 11 बजे मानसरोवर सभागार में आयोजित किया जाएगा। इस सत्र में लोकसभा स्पीकर श्री ओम बिरला, मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर, उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री सतीश महाना, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंघार भी अपने विचार रखेंगे। सत्र के प्रारंभ में लोकसभा महासचिव श्री उत्पल कुमार सिंह का संबोधन होगा। संसदीय कार्य मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय आभार उद्बोधन देंगे। कार्यक्रम की शुरूआत से पूर्व प्रातः 10.30 बजे कुण्ड स्थल पर सामूहिक छायाचित्र भी लिया जाएगा।

■ 09 जनवरी को प्रबोधन कार्यक्रम का प्रथम सत्र “ प्रभावी विधायक कैसे बनें, संसदीय शिष्टाचार एवं आचरण विषय पर केंद्रित होगा। इस विषय पर उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री सतीश महाना सदस्यों को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। मंगलवार को लोकसभा में लाभ के पदों संबंधी संयुक्त समिति के अध्यक्ष डॉ. सत्यपाल सिंह का भी उद्बोधन होगा।

■ 09 जनवरी को द्वितीय सत्र का विषय “ संसदीय प्रक्रियाएं−स्थगन, ध्यानाकर्षण, अविलंब लोक महत्व की सूचनाएं− महत्व तथा उनका उपयोग” रहेगा। इस सत्र में पूर्व सांसद राज्यसभा श्री सुरेश पचोरी का व्याख्यान होगा।

■ मंगलवार, 09 जनवरी को शाम 6.30 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

■ बुधवार, 10 जनवरी 2024 को प्रातः 11 बजे से चतुर्थ सत्र आयोजित किया जाएगा जिसका विषय ” संसदीय प्रणाली में समितियों की भूमिका” रहेगा। पंचम सत्र ” बजट/ आय व्ययक, अनुदान की मांगों पर चर्चा, कटोती प्रस्ताव” पर केंद्रित रहेगा। षष्टम सत्र ” संसदीय विशेषाधिकार” पर केंद्रित रहेगा। “प्रश्नकाल एवं प्रश्नों से उद्भूत आधे घंटे की चर्चा” पर केंद्रित विषय पर मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डाँ. सीतासरन शर्मा अपना व्याख्यान देंगे तथा श्री राजेन्द्र सिंह पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष तथा सदस्य बजट प्रक्रिया/आय व्ययक, अनुदान मांगों पर व्याख्यान देंगे ।

■ बुधवार, 10 जनवरी, 2024 को सांय 4 बजे से समापन सत्र का आयोजन किया जाएगा। समापन सत्र में विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, संसदीय कार्यमंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय एवं नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंघार अपने विचार रखेंगे। इस सत्र में स्वागत भाषण विधानसभा सचिवालय के प्रमुख सचिव श्री ए.पी.सिंह देंगे। 

✍ राधेश्याम चौऋषिया 

Radheshyam Chourasiya

Radheshyam Chourasiya II

● सम्पादक, बेख़बरों की खबर
● राज्य स्तरीय अधिमान्य पत्रकार, जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेश शासन
● राज्य मीडिया प्रभारी, भारत स्काउट एवं गाइड मध्यप्रदेश
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक निर्णायक
● मध्यप्रदेश ब्यूरों प्रमुख, दैनिक मालव क्रान्ति

🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩

"बेख़बरों की खबर" फेसबुक पेज...👇

Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर

"बेख़बरों की खबर" न्यूज़ पोर्टल/वेबसाइट... 👇

https://www.bkknews.page

"बेख़बरों की खबर" ई-मैगजीन पढ़ने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें...👇https://www.readwhere.com/publi.../6480/Bekhabaron-Ki-Khabar

🚩🚩🚩🚩 आभार, धन्यवाद, सादर प्रणाम। 🚩🚩🚩🚩

Comments

मध्यप्रदेश समाचार

देश समाचार

Popular posts from this blog

आधे अधूरे - मोहन राकेश : पाठ और समीक्षाएँ | मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे : मध्यवर्गीय जीवन के बीच स्त्री पुरुष सम्बन्धों का रूपायन

  आधे अधूरे - मोहन राकेश : पीडीएफ और समीक्षाएँ |  Adhe Adhure - Mohan Rakesh : pdf & Reviews मोहन राकेश और उनका आधे अधूरे - प्रो शैलेंद्रकुमार शर्मा हिन्दी के बहुमुखी प्रतिभा संपन्न नाट्य लेखक और कथाकार मोहन राकेश का जन्म  8 जनवरी 1925 को अमृतसर, पंजाब में  हुआ। उन्होंने  पंजाब विश्वविद्यालय से हिन्दी और अंग्रेज़ी में एम ए उपाधि अर्जित की थी। उनकी नाट्य त्रयी -  आषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस और आधे-अधूरे भारतीय नाट्य साहित्य की उपलब्धि के रूप में मान्य हैं।   उनके उपन्यास और  कहानियों में एक निरंतर विकास मिलता है, जिससे वे आधुनिक मनुष्य की नियति के निकट से निकटतर आते गए हैं।  उनकी खूबी यह थी कि वे कथा-शिल्प के महारथी थे और उनकी भाषा में गज़ब का सधाव ही नहीं, एक शास्त्रीय अनुशासन भी है। कहानी से लेकर उपन्यास तक उनकी कथा-भूमि शहरी मध्य वर्ग है। कुछ कहानियों में भारत-विभाजन की पीड़ा बहुत सशक्त रूप में अभिव्यक्त हुई है।  मोहन राकेश की कहानियां नई कहानी को एक अपूर्व देन के रूप में स्वीकार की जाती हैं। उनकी कहानियों में आधुनिक जीवन का कोई-न-कोई विशिष्

तृतीय पुण्य स्मरण... सादर प्रणाम ।

https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=1003309866744766&id=395226780886414 Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bekhabaron Ki Khabar - बेख़बरों की खबर Bkk News Bekhabaron Ki Khabar, magazine in Hindi by Radheshyam Chourasiya / Bekhabaron Ki Khabar: Read on mobile & tablets -  http://www.readwhere.com/publication/6480/Bekhabaron-ki-khabar

खाटू नरेश श्री श्याम बाबा की पूरी कहानी | Khatu Shyam ji | Jai Shree Shyam | Veer Barbarik Katha |

संक्षेप में श्री मोरवीनंदन श्री श्याम देव कथा ( स्कंद्पुराणोक्त - श्री वेद व्यास जी द्वारा विरचित) !! !! जय जय मोरवीनंदन, जय श्री श्याम !! !! !! खाटू वाले बाबा, जय श्री श्याम !! 'श्री मोरवीनंदन खाटू श्याम चरित्र'' एवं हम सभी श्याम प्रेमियों ' का कर्तव्य है कि श्री श्याम प्रभु खाटूवाले की सुकीर्ति एवं यश का गायन भावों के माध्यम से सभी श्री श्याम प्रेमियों के लिए करते रहे, एवं श्री मोरवीनंदन बाबा श्याम की वह शास्त्र सम्मत दिव्यकथा एवं चरित्र सभी श्री श्याम प्रेमियों तक पहुंचे, जिसे स्वयं श्री वेद व्यास जी ने स्कन्द पुराण के "माहेश्वर खंड के अंतर्गत द्वितीय उपखंड 'कौमारिक खंड'" में सुविस्तार पूर्वक बहुत ही आलौकिक ढंग से वर्णन किया है... वैसे तो, आज के इस युग में श्री मोरवीनन्दन श्यामधणी श्री खाटूवाले श्याम बाबा का नाम कौन नहीं जानता होगा... आज केवल भारत में ही नहीं अपितु समूचे विश्व के भारतीय परिवार ने श्री श्याम जी के चमत्कारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से देख लिया हैं.... आज पुरे भारत के सभी शहरों एवं गावों में श्री श्याम जी से सम्बंधित संस्थाओं