उज्जैन। भारतीय प्रबंध संस्थान लखनऊ द्वारा “ट्रांसफॉर्मिंग बिज़नेस एंड मैनेजमेंट इन डिजिटल एज” थीम पर आयोजित “थर्ड एनुअल इंटरनेशनल रिसर्च कांफ्रेंस” में स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी विक्रम विश्वविद्यालय के समन्वयक डॉ विष्णु कुमार सक्सेना द्वारा अपना शोध पत्र "ट्रांसफॉर्मिंग द वे वी कनेक्ट एंड वर्क विथ कोलबोरेटिव लर्निंग - द न्यू डोमेन ऑफ़ डिजिटल कोलैबोरेशन एंड डेल्व द रोल ऑफ़ सोशल मीडिया" प्रस्तुत किया गया ।
डॉ सक्सेना ने उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थियों द्वारा सोशल मीडिया के उपयोग पर शोध किया। शोध से पता चला कि सहयोगात्मक शिक्षण के लिए उपयोग किए जाने वाले ऑनलाइन सोशल मीडिया का साथियों, शिक्षकों के साथ बातचीत और ऑनलाइन ज्ञान साझा करने के व्यवहार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा। इसके अतिरिक्त, शिक्षकों, साथियों के साथ अंतःक्रियाशीलता और ऑनलाइन ज्ञान साझा करने के व्यवहार ने छात्रों की सहभागिता पर महत्वपूर्ण प्रभाव देखा है, जिसके परिणामस्वरूप छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इस निष्कर्ष के आधार पर, यह उल्लेख करना मूल्यवान होगा कि सहयोगात्मक शिक्षण के लिए ऑनलाइन सोशल मीडिया का उपयोग छात्रों को अधिक रचनात्मक, गतिशील और शोध-उन्मुख बनाने में सुविधा प्रदान करता है।
आईआईएम लखनऊ द्वारा आयोजित इस इंटरनेशनल कांफ्रेंस में नार्थ डेकोटा स्टेट यूनिवर्सिटी, वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी, मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी, बेंटले यूनिवर्सिटी, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर, यूनिवर्सिटी ऑफ़ विस्कॉन्सिन यूएसए, यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिनसोटा, यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेम्फिस, मोंटक्लेयर यूनिवर्सिटी यूएसए, यूनिवर्सिटी ऑफ़ सॉउथम्पटन, आईआईटी इलाहाबाद, आईआईएम अहमदाबाद आदि संस्थानों के शिक्षकों व शोधकर्ताओं द्वारा भी शोध पत्र प्रस्तुत किये गए।
कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पांडेय, कुलसचिव श्री प्रज्वल खरे, कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार शर्मा, विद्यार्थी कल्याण संकायाध्यक्ष प्रोफेसर एस के मिश्रा, प्रोफेसर एंड डीन फैकल्टी ऑफ़ साइंस एवं कार्यपरिषद सदस्य डॉ श्रीमती उमा शर्मा, माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अलका व्यास, निदेशक प्रोफेसर संदीप कुमार तिवारी आदि के द्वारा डॉ सक्सेना की इस उपलब्धि पर उनका अभिनन्दन किया गया एवं उन्हें बधाई दी ।
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