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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तथा विकसित भारत@2047 पर कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न

उज्जैन। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, नई दिल्ली द्वारा मनोनीत सारथी श्रेया शर्मा, श्रुति शर्मा और गुरजीत कौर गांधी तथा अधिष्ठाता छात्र कल्याण विभाग द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रचार प्रसार में छात्रों को भूमिका तथा 2047 का विकसित भारत पर समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के  मुख्य अतिथि उज्जैन नगर के महापौर श्री मुकेश टटवाल तथा अध्यक्षता कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय तथा विशिष्ट अतिथि कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा थे। 

कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित भाषण, पोस्टर, वाद-विवाद तथा निबंध लेखन प्रतियोगिता में विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया। उक्त कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आधारित एक लघु नाटिका भी प्रस्तुत की गई। 

कार्यक्रम में छात्रा स्नेहा तिवारी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुख्य बिंदुओं के बारे में बताया गया तथा एक गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में गीत-संगीत तथा भाषण के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न आयामों को प्रस्तुत किया गया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने कहा कि सम्पूर्ण भारत में मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति सर्वप्रथम लागू हुई। उन्होंने इसके कार्यान्वयन में माननीय मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी की अविस्मरणीय भूमिका को रेखांकित किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महापौर श्री मुकेश टटवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का राष्ट्र निर्माण तथा समाज निर्माण में क्या योगदान हो सकता है, इसका उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अनादि काल से उज्जैन की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसका हमें गर्व होना चाहिए। 

कुलानुशासक  प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने 2047 के विकसित भारत की संकल्पना हेतु युवाओं से विचार और सुझाव प्रेषित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में अंतरानुशासनिक अध्ययन और अनुसंधान पर बल दिया गया है। बहुविषयक शिक्षा से व्यक्ति का दृष्टिकोण व्यापक होता है। इस दृष्टि से राष्ट्रीय शिक्षा नीति नवाचारों को प्रोत्साहित करने के अवसर जुटाएगी। 

कार्यक्रम के आरंभ में छात्र कल्याण विभाग अधिष्ठाता डॉ एस के मिश्रा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति तथा विकसित भारत 2047 के संदर्भों को प्रस्तुत किया। अंत में आभार सारथी गुरजीत कौर गांधी ने व्यक्त किया। उक्त कार्यक्रम में 350 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

नृत्य प्रस्तुति गौतमी नायक व नाटक प्रस्तुति आशिक राय के मार्गदर्शन में उनके सहभागियों द्वारा की गई जिसमें नई शिक्षा की नीति के महत्व को बताया । गीत प्रस्तुति स्नेहा तिवारी द्वारा की गई । कई प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया जो निम्नानुसार है , निबंध लेखन में प्रथम स्थान कु. अनीशा दांगी एवं द्वितीय स्थान निधि नाटकरणी का रहा , पोस्टर मेकिंग में प्रथम स्थान कु. लक्ष्मी कुशवाहा एवं द्वितीय स्थान कु. अलका कुमारी का रहा , वाद विवाद के पक्ष में प्रथम स्थान कु. रेणुका पांडे एवं द्वितीय स्थान निखिल कुमावत का रहा और वाद विवाद के विपक्ष में प्रथम स्थान विशाल जाट एवं द्वितीय स्थान शशांक जायसवाल का रहा। वक्त्त्ता में प्रथम स्थान कु. स्नेहा चौरसिया एवं द्वितीय स्थान कु. गौरीका शिंदे का रहा। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु ऑर्गनाइजिंग कमिटी के मेंबर्स को भी सम्मानित किया गया जिसमे नैन , राजेश्वरी, केशव, रंजीत , वंशिका, इकरा, शगुफ्ता, माधवी , तनिष्का , आदि का सम्मान किया गया।  कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।

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