प्राणिकी एवं जैव प्रोद्यौगिकी अध्ययनशाला में दिनांक 9 अक्टूबर को लर्न बाय अर्न स्कीम के अंतर्गत विज्ञान बाजार का आयोजन किया गया, जिसमें बीस हजार रूपए से अधिक की सामग्री का विक्रय हुआ
उज्जैन: विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला में दिनांक 9 अक्टूबर को लर्न बाय अर्न स्कीम के अंतर्गत विज्ञान बाजार का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययनशालाओं और उज्जैन के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिसमें बीस हजार रुपए से अधिक की सामग्री बिकी।
विक्रम विश्वविद्यालय की प्राणिकी एवं जैव प्रोद्यौगिकी अध्ययनशाला में दिनांक 9 अक्टूबर 2023 को प्रातः काल 10 से सायंकाल 5 बजे तक लर्न बाय अर्न स्कीम के अंतर्गत विज्ञान बाजार का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययनशालाओं और उज्जैन के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
नई शिक्षा नीति की लर्न बाय अर्न स्कीम के अंतर्गत लगाए गए इस विज्ञान बाजार में विद्यार्थियों द्वारा अनेक नवाचार प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह में सर्वप्रथम मां सरस्वती का वंदन किया गया, जिसके बाद कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री सचिन शर्मा, पुलिस अधीक्षक, जिला उज्जैन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्हें अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्टार्ट-अप स्थापित करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉ किरण बिसेन, वन मंडलाधिकारी, उज्जैन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अपने विचारों में रचनात्मक, सृजनात्मकता लाने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी सकारात्मक सोच और अपने चित को प्रसन्न रखे, जिससे उनकी सोच स्वयं ही सकारात्मक हो जायेगी।
कार्यक्रम में पधारी उज्जैन की जानी मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ जया मिश्रा ने कहा कि "सीखो और कमाओ" एक ऐसा कार्यक्रम है जो हमारे छात्रों को विभिन्न कौशलों को सीखने का अवसर प्रदान करता है और उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग दिखाता है। कार्यक्रम में श्री तुलसीदास मनवानी, चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर, मनवानी ग्रुप्स, इंदौर उपस्थित थे एवं उन्होंने विद्यार्थियो के उद्यमिता विकास हेतु आश्वासन दिया। आयोजन में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि यह वर्ष भारत सरकार द्वारा "मिलेट्स ईयर" के रूप में घोषित है, और इसी उपलक्ष्य में विद्यार्थियों द्वारा इस विज्ञान बाजार में मिलिट्स से बने व्यंजन बेचे जाएंगे। व्यंजन को और पौष्टिक बनाने के लिए उन्हें बनाने की विधि में कुछ रचनात्मक बदलाव किए गए हैं।
माननीय कुलपति प्रो अखिलेश कुमार पांडेय ने विद्यार्थियों को इस आयोजन पर बधाई देते हुए उन्हें सदैव कुछ न कुछ नया सोचते रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय राष्ट्र के महत्वपूर्ण घटक है और विद्यार्थी का संपूर्ण विकास इनका प्रथम दायित्व, इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थी के व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
प्राणिकी एवं जैव प्रोद्यौगिकी अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष डॉ सलिल सिंह ने बताया कि इस अयोजन को लेकर विद्यार्थियों में विशेष उत्साह है और विभाग इस अयोजन के लिए गत 6 माह से तयारी कर रहा है, उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों ने हाल ही में विभाग के शिक्षक डॉ अरविंद शुक्ला एवं डॉ शिवी भसीन के निर्देशन में हर्बल बायोप्लास्टिक, साबुन एवं चॉकलेट बनाया है, जिसका शोधपत्रों में प्रकाशन भी हुआ है।
इसी प्रकार डॉ संतोष कुमार ठाकुर और डॉ स्मिता सोलंकी के सान्निध्य में केचुआ खाद का निर्माण किया है, जिसका उद्घाटन आज ही के कार्यक्रम में हुआ है, और विद्यार्थियों ने विभाग के शिक्षक डॉ गरिमा शर्मा, डॉ शीतल चौहान एवं डॉ पूर्णिमा त्रिपाठी के मार्गदर्शन में विभिन्न खाद्य पदार्थों का निर्माण किया है। विक्रम विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री प्रज्वल खरे ने इस अवसर पर कहा कि इस कार्यक्रम के तहत हमारे छात्र अपने सीखे हुए ज्ञान का उपयोग करके आत्मनिर्भर बनने की कोशिश कर रहे हैं । साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने लगभग बीस हजार रुपए से अधिक की सामग्री का विक्रय हुआ।
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रोफेसर शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि यह प्राणिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी अध्ययनशाला द्वारा किया गया एक सराहनीय प्रयास है और इस आयोजन में इस विभाग के विद्यार्थियों के अतिरिक्त विश्वविद्यालय की विभिन्न अध्ययशालाओं के विद्यार्थियों और उज्जैन के विभिन्न विद्यालय के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया, जिनके द्वारा विभिन्न साइंटिफिक मॉडल डिस्प्ले किए गए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय कार्यपरिषद के सदस्य श्री संजय नाहर, विद्यार्थी कल्याण संकाय के संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर एस के मिश्रा सहित विश्वविद्यालय के अनेक विभागाध्यक्ष, शिक्षक गण एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे।
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