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शिक्षा एवं शिक्षक एक ही है - डॉ. चौधरी

शिक्षक दिवस समारोह सम्पन्न

शिक्षकीय दायित्व में शिक्षक जीवनपर्यन्त ज्ञान-मार्गदर्शन देता रहता है। जिसे सुयोग्य विद्यार्थी ग्रहण करके अपना व्यक्तित्व सुधारकर अपनी उन्नति करते है। शिक्षक का भी कर्त्तव्य है कि सदा निडर होकर अपने चाहने वालो को सदमार्ग की ओर प्रशस्त करते रहे। समाज में व्यक्ति यदि कुमार्ग की ओर जाता है तो उन्हे सुमार्ग प्रदान करे। शिक्षा देने का जीवन पर्यन्त जो व्यक्ति कार्य करता है वह शिक्षक ही होता है चाहे वह किसी भी कार्य में कर्त्तव्यरत हो। 

यह विचार राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने शासकीय श्री अहिल्या केन्द्रीय वाचनालय इन्दौर एवं हिन्दी परिवार इन्दौर इकाई उज्जैन के संयुक्त आयोजन राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर व्यक्त किये।

राष्ट्रीय शिक्षक दिवस भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जयंती दिवस पर अनेक पदाधिकारियो ने उद्बोधन, गीत एवं कविता के माध्यम से शिक्षक गुरू, मार्गदर्शक डॉ. राधाकृष्णन जी के संदर्भ में वक्तव्य प्रदान किये। 

राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा प्रतिवर्षानुसार शिक्षक पदाधिकारियो का श्रेष्ठ शिक्षक सम्मान का अभिनंदन पत्र अंगवस्त्र से सर्वश्री अनिल ओझा राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, श्रीमती शैली भागवत राष्ट्रीय संयुक्त सचिव, डॉ. अरूणा सराफ प्रदेश महासचिव, डॉ. कृष्णा जोशी प्रदेश उपाध्यक्ष, ज्योति तिवारी प्रदेश सचिव, डॉ. शशि निगम प्रदेश उपाध्यक्ष, शारदा तिवारी, मंजू शर्मा एवं सुश्री लिली डावर आदि को भी सम्मानित किया गया। समारोह का संचालन श्री हरेराम वाजपेयी अध्यक्ष हिन्दी परिवा इन्दौर एवं आभार सचिव श्री संतोष मोहन्ती ने माना। 

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