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राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन एवं डिप्लोमा शिक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा नया करिकुलम - प्रो. सी. सी. त्रिपाठी

भोपाल। एनआईटीटीटीआर, भोपाल के पाठ्यचर्या विकास एवं मूल्यांकन शिक्षा विभाग द्वारा महाराष्ट्र राज्य के पॉलिटेक्निक के 3 वर्षीय इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी और अन्य डिप्लोमा के 44 प्रोग्राम के पाठ्यक्रम को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) तथा नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCrF) के अनुसार पुनः  परिवर्तित  करने का एक महत्वाकांक्षी  प्रोजेक्ट किया जा रहा है। निटर भोपाल के  फैकल्टी मेंबर्स अपने–अपने अनुभव का मार्गदर्शन, महाराष्ट्र के तकनिकी शिक्षकों दे रहे है, तदनुसार नवीन पाठ्यक्रम तैयार किये जा रहे है।

नवीन पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन पहलुओं  जिनमे बहु आयामी शिक्षा . मल्टीपल एंट्री एग्जिट , इंडियन नॉलेज सिस्टम , भारतीय संविधान का ज्ञान,समग्र विकास हेतु योग तथा मैडिटेशन, इत्यादि- को विशेष महत्व के साथ पाठ्क्रम में सम्मिलित किया गया है । नयी क्रेडिट फ्रेमवर्क के अनुसार डिप्लोमा कार्यक्रमों की पुनः व्यवस्थित कर उन्हें इंडस्ट्री की आवश्यकतानुसार बनाया जा रहा है तथा नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के अनुसार 1200 घंटे प्रतिवर्ष अध्ययन को ध्यान में रखते हुए सभी पाठ्यक्रम पुनः निर्धारित किये जा रहे है।  

संस्थान द्वारा महाराष्ट्र राज्य के लिए अभी तक 04 प्रशिक्षण  सत्र आयोजित किये है तथा सभी 44 डिप्लोमा के लिए प्रथम सेमेस्टर के पाठ्यक्रम तैयार कर महाराष्ट्र राज्य के सभी डिप्लोमा संस्थान में  वर्तमान सत्र से लागु किये जा रहें हैं। संस्थान के निदेशक डॉ. सी.सी.त्रिपाठी के अनुसार यह प्रोजेक्ट राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन एवं राज्य की डिप्लोमा शिक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा। 

प्रोजेक्ट के समन्वयक डॉ. जे. पी. टेगर, डॉ. अंजू रोले तथा सह समन्वयक डॉ. वी. डी. पाटिल तथा फैकल्टी मेंबर्स इस प्रोजेक्ट में अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं ।

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